Thursday, January 18, 2018

धरना-प्रदर्शनों पर अनिश्चितकालीन रोक के खिलाफ लामबंदी और तेज़

Thu, Jan 18, 2018 at 4:16 PM 
जनवादी जनसंगठनों की डी.सी. से मीटिंग बेनतीजा रही
लुधियाना प्रशासन के तानाशाह आदेश के खिलाफ़ 30 जनवरी को होगा विशाल रोष प्रदर्शन
लुधियाना: 18 जनवरी 2018: (पंजाब स्क्रीन टीम)::
आज जिला लुधियाना के मज़दूरों, किसानों, मुलाजिमों, नौजवानों, छात्रों, स्त्रियों, बुद्धिजीवियों आदि तबकों के करीब 50 जनवादी जनसंगठनों के एक प्रतिनिधि मण्डल ने डिप्टी कमिश्नर से माँग की है कि लुधियाना में अनिश्चितकाल के लिए धारा 144 लगाने के गैरजनवादी-तानाशाह आदेश को तुरन्त वापिस लिया जाए। दिलचस्प बात यह है कि कि डीसी को यह भी सही ढंग से नहीं पता था कि उनके द्वारा जारी हुए पत्र के मुताबिक पुलिस कमिश्नर, लुधियाना ने क्या आदेश जारी किया है। डीसी ने माना कि यह देखना पड़ेगा कि पुलिस कमिशनर के अनिश्चतकाल के लिए धारा 144 लगाने का अधिकार है भी या नहीं। जनसंगठनों का कहना है कि धारा3 144 कानूनी तौर पर विशेष आपातकालीन परिस्थितियों में ही थोड़े समय के लिए लगाई जा सकती है। लुधियाना पुलिस कमिशनरी में ऐसे हालात नहीं है जिन्हें बहाना बनाकर इस धारा का इस्तेमाल किया जाए। वास्तव में हुक्मरान तरह-तरह के बहानों तले जन-आवाज़ कुचलने की साजिशें रच रहे हैं। लुधियाना पुलिस कमिशनरी में यह धारा लगाकर धरना-प्रदर्शनों पर पाबन्दी लगाना भी इन साजिशों का ही हिस्सा है।
लुधियाना जिला के चार दर्जन से भी अधिक जनवादी-जनसंगठनों द्वारा डिप्टी पुलिस कमिश्नर के कार्यालय पर विशाल रोष प्रदर्शन किया जाएगा। 19 से 29 जनवरी तक सघन प्रचार अभियान चला कर लोगों को लुधियाना प्रशासन के तानाशाह हुक्मों के खिलाफ़ लामबन्द किया जाएगा। 
डीसी लुधियाना के साथ आज हुई मीटिंग में कारखाना मज़दूर यूनियन, जमहूरी किसान सभा, मनरेगा मज़दूर यूनियन, तर्कशील सोसाईटी, रेहड़ी फड़ी युनियन, इंकलाबी केन्द्र पंजाब, एटक, मज़दूर अधिकार संघर्ष अभियान, नौजवान भारत सभा, मोल्डर एण्ड स्टील वर्कर्ज यूनियन, लाल झण्डा बजाज सन्स मज़दूर यूनियन, लाल झण्डा हीरो साईकिल मज़दूर यूनियन, जमहूरी अधिकार सभा, बी.के.एम.यू., पंजाब खेत मज़दूर सभा, लोक मंच पंजाब, कामागाटा मारू यादगारी कमेटी, हौज़री मज़दूर यूनियन, पंजाब रोडवेज इम्पलाईज़ यूनियन (आज़ाद), पंजाब लोक सभ्याचारक मंच, सफाई लेबर यूनियन, जमहूरी किसान सभा, टेक्सटाईल हौज़री कामगार यूनियन, पेंडू मज़दूर यूनियन (मशाल), पंजाब स्टूडेंटस यूनियन, किरती किसान यूनियन, पेंडू मज़दूर यूनियन, म्यूंसीपल वर्कर्ज यूनियन, देहाती मज़दूर सभा, सीटूयू, शहीद भगत सिंह नौजवान सभा, गोरमिंट टीचर्ज यूनियन, रेलवे पेंशनर्ज ऐसोसिएशन, जिस्पोजल वर्कर्ज यूनियन, लाल झण्डा पेंडू चोंकीदार यूनियन, पीप्लज मीडिया लिंक, महासभा लुधियाना, बी.एम.एस., आदि संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे। 
बाद में हुई एक मीटिंग में संगठनों ने कल पत्रकारों पर कार्पोरेशन अधिकारियों द्वारा हुए हमले और दोषी अफसरों के खिलाफ़ पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने की सख्त निन्दा की गई है और माँग की है कि दोषी अफसरों के खिलाफ़ सख्त से सख्त पुलिस कार्रवाई की जाए। 
इस अभियान से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें कामरेड लखविन्दर के साथ (मो. नंबर 9646150249)

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