Wednesday, November 20, 2013

श्री अकाल तख्त साहिब से गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी तक शानदार मार्च

Tue, Nov 19, 2013 at 11:19 AM
हरिद्धार जाने वाली संगत गुरुद्वारा पाउंटा साहिब में इकट्ठी होगी  
अमृतसर: 19 नवंबर 2013:(गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी विवाद पर सिख संगठन एकजुट होने लगे हैं। सिखों की सर्वोच्च अदालत श्री अकाल तख्त साहिब से पंथक सेवा दल के मुखिया बाबा बलजीत सिंह दादूवाल के नेतृत्व में गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी तक के लिए मार्च शुरू किया गया। उन्होंने कहा, कि हरिद्धार जाने वाली संगत गुरुद्वारा पाउंटा साहिब में इकट्ठी होगी, वहां से जत्थे गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी के लिए रवाना होंगे।    
   उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में हर की पौरी में स्थित श्री गुरू नानक देव जी के गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी को 1984 में सिख विरोधी लहर के दौरान तोड़-फोड़ कर दिया गया था,उस को फिर से स्थापित करने और वहा श्री गुरू नानक देव जी के प्रकाश पर्व मनाने के लिए सिखों की सर्वोच्च अदालत श्री अकाल तख्त साहिब से पंथक सेवा दल के मुखिया बाबा बलजीत सिंह दादूवाल के नेतृत्व में गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी तक के लिए मार्च शुरू किया गया। इस मौके पर पंथक सेवा दल के मुखिया बाबा बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा है, कि वर्तमान पंथक हालात को देखते हुए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह को सरबत खालसा तुरंत बुलाया जाना चाहिए। दादूवाल ने कहा, कि गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी के मामले में उत्तराखंड की सरकार की नीयत ठीक नहीं है। बीते वर्ष गंगा स्नान के नाम पर सिखों को हरिद्वार से बाहर ही रोक लिया था। बार-बार अनुरोध करने पर भी प्रशासन ने गुरुद्वारा साहिब के स्थान पर गुरु पर्व मनाने की आज्ञा नहीं दी है। इस संदर्भ में उत्तरांचल की राज्यपाल मारगेट्र अल्वा को भी एक ज्ञापन सौंप चुके हैं। उन्होंने कहा, कि हरिद्धार जाने वाली संगत गुरुद्वारा पाउंटा साहिब में इकट्ठी होगी, वहां से जत्थे गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी के लिए रवाना होंगे। दादूवाल ने कहा, कि वर्तमान समय सिखों की धार्मिक व राजनीतिक तौर पर नेतृत्व करने वाली सिख लीडरशिप असफल हो गई है। प्रदेश में अकाली दल की सरकार है। फिर भी हालात कमजोर होते जा रहे हैं।

No comments: