जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर
मित्र बोधिसत्व कस्तूरिया की एक काव्य रचना
मेरा छोटा सा प्यारा सा लाला,
मेरा गोविन्दा श्याम गोपाला !!
बॄज मण्डल मे बाजे -बधाई,
इसकी प्यारी छवि सबको भाई,
नाचे बॄज के गोपी औ ग्वाला !!मेरा गोविन्दा....
जसुमति का है ये तो कन्हाई,
इसको नज़र किसी ने लगाई,
कर डारूंगी उसका मुँह काला !!मेरा गोविन्दा......
नन्द बाबा का है ये खिलोना,
मेरा छौना है सबसे सलोना,
बडे नाज़ों से इसको है पाला !!मेरा गोविन्दा.....
शायर से डाक सम्पर्क:बोधिसत्व कस्तूरिया 202 नीरव निकुन्ज सिकन्दरा आगरा 282007
मित्र बोधिसत्व कस्तूरिया की एक काव्य रचना
मेरा छोटा सा प्यारा सा लाला,
मेरा गोविन्दा श्याम गोपाला !!
बॄज मण्डल मे बाजे -बधाई,
इसकी प्यारी छवि सबको भाई,
नाचे बॄज के गोपी औ ग्वाला !!मेरा गोविन्दा....
जसुमति का है ये तो कन्हाई,
इसको नज़र किसी ने लगाई,
कर डारूंगी उसका मुँह काला !!मेरा गोविन्दा......
नन्द बाबा का है ये खिलोना,
मेरा छौना है सबसे सलोना,
बडे नाज़ों से इसको है पाला !!मेरा गोविन्दा.....
शायर से डाक सम्पर्क:बोधिसत्व कस्तूरिया 202 नीरव निकुन्ज सिकन्दरा आगरा 282007
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