महिलाओं की सुरक्षा और कल्याण प्रयासो को और बढ़ाया जाये
राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने लोगों से महिलाओं की सुरक्षा और कल्याण प्रयासो को ओर अधिक करने का आह्वान किया है। श्री मुखर्जी आज राष्ट्रपति भवन में रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि राखी स्नेह का एक धागा है जो बहनें भाईयों के हाथ पर बांधती है। हमें यह याद रखना चाहिए कि यह सिर्फ एक प्रथा न होकर एक शक्तिशाली प्रयास है जो प्रत्येक पुरूष को महिलाओं को सुरक्षा देने और सुरक्षित रखने की याद दिलाती है। मैं देश से महिलाओं की सुरक्षा और उनके कल्याण के प्रयासों को ओर अधिक करने का आह्वान करता हूं। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे देश की महिलाएं हर समय सुरक्षित महसूस करें।
महिलाओं के पूरे अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए। घृणित प्रथाएं जैसे महिला भ्रूण हत्या और दहेज हत्या की समाप्ति होनी चाहिए। बालिका शिशु का कल्याण हमारी प्राथमिकता होना चाहिए।
इस पर्व के मौके पर हम सभी को शपथ देनी चाहिए कि हम सब भारत की सभी महिलाओं विशेष तौर पर बालिका शिशु की बेहतरी के प्रति खुद को समर्पित करेंगे।
इस समारोह में दिल्ली और आस पास के क्षेत्रों के विभिन्न स्कूलों के छात्रों और सामाजिक संगठनों ने भाग लिया। इस अवसर पर छात्रों ने गीत गाए और कविता पाठ किया और राष्ट्रपति के साथ बातचीत की और उन्हें राखी भी बांधी। (पत्र सूचना कार्यालय) 02-अगस्त-2012 17:06 IST
राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने लोगों से महिलाओं की सुरक्षा और कल्याण प्रयासो को ओर अधिक करने का आह्वान किया है। श्री मुखर्जी आज राष्ट्रपति भवन में रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि राखी स्नेह का एक धागा है जो बहनें भाईयों के हाथ पर बांधती है। हमें यह याद रखना चाहिए कि यह सिर्फ एक प्रथा न होकर एक शक्तिशाली प्रयास है जो प्रत्येक पुरूष को महिलाओं को सुरक्षा देने और सुरक्षित रखने की याद दिलाती है। मैं देश से महिलाओं की सुरक्षा और उनके कल्याण के प्रयासों को ओर अधिक करने का आह्वान करता हूं। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे देश की महिलाएं हर समय सुरक्षित महसूस करें।
महिलाओं के पूरे अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए। घृणित प्रथाएं जैसे महिला भ्रूण हत्या और दहेज हत्या की समाप्ति होनी चाहिए। बालिका शिशु का कल्याण हमारी प्राथमिकता होना चाहिए।
इस पर्व के मौके पर हम सभी को शपथ देनी चाहिए कि हम सब भारत की सभी महिलाओं विशेष तौर पर बालिका शिशु की बेहतरी के प्रति खुद को समर्पित करेंगे।
इस समारोह में दिल्ली और आस पास के क्षेत्रों के विभिन्न स्कूलों के छात्रों और सामाजिक संगठनों ने भाग लिया। इस अवसर पर छात्रों ने गीत गाए और कविता पाठ किया और राष्ट्रपति के साथ बातचीत की और उन्हें राखी भी बांधी। (पत्र सूचना कार्यालय) 02-अगस्त-2012 17:06 IST
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