लुधियाना पुलिस ने और तेज़ किया अभियान
नशे की नज़र अब पंजाब को भी लग चुकी है। जिंदगी को बेरंग और जिस्म को बेजान करने वाली नशे की लत असंख्य घरों लो बर्बाद कर चुकी है। पंजाब में नशे से चल रही बर्बादी की आंधी को रोकने के लिए अब पंजाब पुलिस ने भी कमर कास ली है। नशे को जढ़ से उखाड़ने में जुटी पुलिस को इस मिशन में सफलता भी मिल रही है। यह सफ;ता बताती है कि आंधी मों भी चिराग जला लिया गया जय।
पंजाब पुलिस ने समाजिक संगठनों को साथ लेकर नशे की लत
के खिलाफ जन चेतना जागरूक करने के लिए संगोष्ठियों ला एक सिलसिला और तेज़
किया है। पिछले
कई बरसों से चल रहे इस अभियान में एक नई जान फूंकते हुए लुधियाना के
कमिश्नर ईश्वर सिंह ने अब हर थाना क्षेत्र में इस मकसद के कार्य करने का
आदेश दिया है। आदेश के बाद काम शुरू भी किया गया है।
कहीं नाटकों का मंचन हो रहा है तो कहीं गीत संगीत. कहीं पर डिबेट हो रही
है तो कहीं पर प्रदर्शनी या संगोष्ठी का आयोजन। ऐसा ही आयोजन रविवार 29
जुलाई को भी हुआ लुधियाना के के वी एम स्कूल में......
इस मौके पर कुछ ऐसे लोग भी थे जो पुलिस के इस अभियान के अंतर्गत अब नशे को हमेशां के लिए छोड़ चुके हैं। यहाँ नशेडी भी थे जिनके जिस्मों पर बने इंजेक्शनों के निशान अपनी कहानी खुद कह रहे थे. अब पूरी तरह नशे के चंगुल से मुक्त हो कर समान्य ज़िन्दगी जी रहे एक युवक ने नशे से होने वाली तबाही का एक मंजर असब के सामने रखा। नशे से मुक्त हुए इस युवक भरे गले से सब बताया ता कि उसे सुन रहे देख रहे लोग बच सकें।
इस मौके पर इस अभियान के साथ बहुत लम्बे समय से जुड़े हुए डाक्टर इन्द्रजीत सिंह धींगडा ने भी इस मिशक के मकसद को लेकर नीदिया के साथ कुछ बातें की. काफी लम्बे समय से डाक्टर कोटनिस अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट की ज़िम्मेदारी पूरी तनदेही से निभा रहे डाक्टर धींगरा समाज सेवा के लोटे अजस्र अग्रसर रगते हैं। विचारों से वामपंथी भी उन्हें अपना मानते हैं और धर्मकर्म के लोग भी। उन्होने नशे की ब्रै पर भी थोड़े से शब्दों में बहुत कुछ कहा और नशे के खिलाह पुलिस व समाज के इस सन्तुक्त अभियान पर भी। उन्होंने बताया की यह अभियान सन 2005 से चल रहा है।
पुलिस कमिश्नर ईश्वर सिंह ने जहाँ नशे की बुराई और नशे के खिलाफ किये जा रहे प्रयासों की चर्चा की वहीँ यह भी साफ़ साफ़ कहा कि पुलिस नशे की बुराई को समाप्त करने के लिए और समाज को बचाने के लिए दृढ़ संकल्प है। पुलिस कमिश्नर ईश्वर सिंह ने यह भी साफ़ साफ़ कहा अगर किसी को नशे के किसी व्यापारी का पता चले तो वह सीधा मुझे बताये.
अब देखना है कि पैसे और राजनीति के मकडजाल में फ़ैल रहे नशे के कारोबार को जड़ से उखाड फेंकने में पुलिस कहाँ तक सफल होती है. आओ दुआ करें कि पुलिस जल्द सफल हो। ---रेक्टर कथूरिया
नशे की नज़र अब पंजाब को भी लग चुकी है। जिंदगी को बेरंग और जिस्म को बेजान करने वाली नशे की लत असंख्य घरों लो बर्बाद कर चुकी है। पंजाब में नशे से चल रही बर्बादी की आंधी को रोकने के लिए अब पंजाब पुलिस ने भी कमर कास ली है। नशे को जढ़ से उखाड़ने में जुटी पुलिस को इस मिशन में सफलता भी मिल रही है। यह सफ;ता बताती है कि आंधी मों भी चिराग जला लिया गया जय।
Courtesy photo |
इस मौके पर कुछ ऐसे लोग भी थे जो पुलिस के इस अभियान के अंतर्गत अब नशे को हमेशां के लिए छोड़ चुके हैं। यहाँ नशेडी भी थे जिनके जिस्मों पर बने इंजेक्शनों के निशान अपनी कहानी खुद कह रहे थे. अब पूरी तरह नशे के चंगुल से मुक्त हो कर समान्य ज़िन्दगी जी रहे एक युवक ने नशे से होने वाली तबाही का एक मंजर असब के सामने रखा। नशे से मुक्त हुए इस युवक भरे गले से सब बताया ता कि उसे सुन रहे देख रहे लोग बच सकें।
इस मौके पर इस अभियान के साथ बहुत लम्बे समय से जुड़े हुए डाक्टर इन्द्रजीत सिंह धींगडा ने भी इस मिशक के मकसद को लेकर नीदिया के साथ कुछ बातें की. काफी लम्बे समय से डाक्टर कोटनिस अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट की ज़िम्मेदारी पूरी तनदेही से निभा रहे डाक्टर धींगरा समाज सेवा के लोटे अजस्र अग्रसर रगते हैं। विचारों से वामपंथी भी उन्हें अपना मानते हैं और धर्मकर्म के लोग भी। उन्होने नशे की ब्रै पर भी थोड़े से शब्दों में बहुत कुछ कहा और नशे के खिलाह पुलिस व समाज के इस सन्तुक्त अभियान पर भी। उन्होंने बताया की यह अभियान सन 2005 से चल रहा है।
पुलिस कमिश्नर ईश्वर सिंह ने जहाँ नशे की बुराई और नशे के खिलाफ किये जा रहे प्रयासों की चर्चा की वहीँ यह भी साफ़ साफ़ कहा कि पुलिस नशे की बुराई को समाप्त करने के लिए और समाज को बचाने के लिए दृढ़ संकल्प है। पुलिस कमिश्नर ईश्वर सिंह ने यह भी साफ़ साफ़ कहा अगर किसी को नशे के किसी व्यापारी का पता चले तो वह सीधा मुझे बताये.
अब देखना है कि पैसे और राजनीति के मकडजाल में फ़ैल रहे नशे के कारोबार को जड़ से उखाड फेंकने में पुलिस कहाँ तक सफल होती है. आओ दुआ करें कि पुलिस जल्द सफल हो। ---रेक्टर कथूरिया
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