दिल्ली के पंचशील आश्रम ,झड़ोदा (बुराड़ी) में आयोजित 27वें राष्ट्रीय दलित साहित्यकार सम्मेलन के पहले सम्मान दिवस के अवसर पर चंडीगढ़ की जानी-मानी लेखिका,पत्रकार तथा समाज-सेवी अलका सैनी को उनके दलित साहित्य क्षेत्र में ब्लॉग तथा कहानियों के माध्यम से उत्कृष्ट सेवा हेतु भारतीय दलित साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ॰ सोहनपाल सुमनाक्षर के कर कमलों द्वारा पदक तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर “वीरांगना सावित्री बाई फुले सम्मान” से सम्मानित किया गया । ज्ञात हो,अलका सैनी मुंबई से प्रकाशित होने वाली पत्रिका ‘‘माली –दर्शन” में कई सालों से लगातार छपती आ रही है तथा लंबे समय से दलितोत्थान ,दलित साहित्य एवं दलित पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय है ।
इस सम्मेलन में देश के सभी राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया । नेपाल ,अमेरिका ,ब्रिटेन,मारिशस,श्रीलंका आदि विदेशों के प्रतिनिधियों ने भी शिरकत की ।
लोकसभा के उपाध्यक्ष श्री करिया मुंडा,शेरे –जम्मू-काश्मीर एवं केंद्रीय मंत्री डॉ॰ फारुख अब्दुला एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महामंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे । इस सम्मेलन को सुशोभित करने वाले अन्य मुख्य अतिथियों में अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल डॉ माता प्रसाद ,दिल्ली की मुख्य मंत्री श्रीमति शीला दीक्षित ,राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री पी॰ एल॰ पुनीया,केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ॰ सत्य नारायण जटिया ,पूरवा केन्द्रीय मंत्री-राज्य सभा सांसद श्री रामविलास पासवान ,दिल्ली विधान सभा उपाध्यक्ष श्री अमरीश सिंह गौतम ,त्रिपुरा के शिक्षा मंत्री श्री अनिल सरकार ,महाराष्ट्र के पूर्व समाज कल्याण मंत्री विधायक श्री बबनराव घोलप, आर॰ पी॰ आई॰ के अध्यक्ष व पूर्व सांसद श्री रामदास अठावले ,गोवा के पूर्व डिप्टी स्पीकर श्री शंभुभाऊ बांडेकर ,गुरु जम्भेश्वर तकनीकी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ॰ एम॰ एल॰ रंगा ,झांसी यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो॰ रमेश चन्द्र ,दिल्ली महापौर प्रो॰ रजवी अब्बी तथा लखनऊ के पूर्व महापौर डॉ दाऊजी गुप्ता उपस्थित थे ।
इस सम्मेलन में आसाम ,मणिपुर ,ओड़ीशा ,महाराष्ट्र ,झारखंड ,हिमाचल प्रदेश ,तमिलनाडू ,केरल तथा आंध्र-प्रदेश के कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्र्म की शानदार प्रस्तुति की ।
साहित्यकारों ,मित्रों ,परिजनो ,सगे संबंधियों तथा समस्त भारतीय माली –सैनी समाज की ओर से लेखिका अलका सैनी की इस विशिष्ट उपलब्धि पर ढेर सारी बधाइयाँ प्रेषित की गई है ।
इस सम्मेलन में देश के सभी राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया । नेपाल ,अमेरिका ,ब्रिटेन,मारिशस,श्रीलंका आदि विदेशों के प्रतिनिधियों ने भी शिरकत की ।
लोकसभा के उपाध्यक्ष श्री करिया मुंडा,शेरे –जम्मू-काश्मीर एवं केंद्रीय मंत्री डॉ॰ फारुख अब्दुला एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महामंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे । इस सम्मेलन को सुशोभित करने वाले अन्य मुख्य अतिथियों में अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल डॉ माता प्रसाद ,दिल्ली की मुख्य मंत्री श्रीमति शीला दीक्षित ,राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री पी॰ एल॰ पुनीया,केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ॰ सत्य नारायण जटिया ,पूरवा केन्द्रीय मंत्री-राज्य सभा सांसद श्री रामविलास पासवान ,दिल्ली विधान सभा उपाध्यक्ष श्री अमरीश सिंह गौतम ,त्रिपुरा के शिक्षा मंत्री श्री अनिल सरकार ,महाराष्ट्र के पूर्व समाज कल्याण मंत्री विधायक श्री बबनराव घोलप, आर॰ पी॰ आई॰ के अध्यक्ष व पूर्व सांसद श्री रामदास अठावले ,गोवा के पूर्व डिप्टी स्पीकर श्री शंभुभाऊ बांडेकर ,गुरु जम्भेश्वर तकनीकी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ॰ एम॰ एल॰ रंगा ,झांसी यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो॰ रमेश चन्द्र ,दिल्ली महापौर प्रो॰ रजवी अब्बी तथा लखनऊ के पूर्व महापौर डॉ दाऊजी गुप्ता उपस्थित थे ।
इस सम्मेलन में आसाम ,मणिपुर ,ओड़ीशा ,महाराष्ट्र ,झारखंड ,हिमाचल प्रदेश ,तमिलनाडू ,केरल तथा आंध्र-प्रदेश के कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्र्म की शानदार प्रस्तुति की ।
साहित्यकारों ,मित्रों ,परिजनो ,सगे संबंधियों तथा समस्त भारतीय माली –सैनी समाज की ओर से लेखिका अलका सैनी की इस विशिष्ट उपलब्धि पर ढेर सारी बधाइयाँ प्रेषित की गई है ।
1 comment:
निसंदेह आपका ब्लॉग प्रसंशनीय है .....आपको नववर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं ....!
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