Thursday, August 25, 2011

दुरंतो एक्सप्रेस से रचा गया पंजाब के लिए एक नया इतिहास

दुरंतो एक्सप्रेस को रेल राज्य मंत्री ने दिखाई हरी झंडी 
अमृतसर से गजिंदर सिंह  सिंह की खास रिपोर्ट
अमृतसर से चंडीगढ़ के बीच की दूरी कम करने के लिए आज सुबह 5  बज कर 15  मिनट  पर दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 12241-12242 को हरी झंडी रेल राज्य मंत्री के.एच.मुनीयप्पा, अमृतसर के सांसद नवजोत सिंह सिद्धू,  पंजाब की सामाजिक सुरक्षा मंत्री प्रोफेसर लक्ष्मीकांता चावला और मेयर श्वेत मलिक ने इस एतिहासिक ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया.  यह ट्रेन सप्ताह में सोमवार, मंगलवार, बुधवार, वीरवार और शनिवार को चलेगी, ट्रेन अमृतसर से सीधे सरहिंद में इंजन चेंज करने के लिए रुकेगी, उसके बाद मोरिंडा-मोहाली होते हुए बिना  ठहराव चंडीगढ़ पहुंचेगी, दुरंतो एक्सप्रेस का ए.सी.चेयरकार में किराया 335 (साथ में कैटरिंग फ्री, नाश्ता आदि), जब कि नान ए.सी. का किराया 155 रुपये निर्धारित किया गया है. 
अमृतसर स्टेशन नम्बर एक में दुल्हन की तरह सजी इस ट्रेन दुरंतो एक्सप्रेस से  पंजाब के लिए एक नया इतिहास रचा गया है.गौरतलब है कि रेलवे की भाषा में पूछताछ या फिर आरक्षण इतियादी के लिए   इसका नम्बर है:नंबर 12241-१२२४२. 
अमृतसर से चंडीगढ़ तक रेल को चलाना पंजाब की सब से बड़ी मांग रही है.यह ट्रेन बुधवार को अमृतसर से चंडीगढ़ के बीच की दूरी कम करने के लिए सुबह सुबह सुबह 5.25 पर रवाना हुई. अमृतसर और चंडीगढ़ को और नज़दीक लाने वाली 16 डिब्बो की दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 12241-12242 को हरी झंडी रेल राज्य मंत्री के.एच.मुनीयप्पा और भारतीय जनता पार्टी के अमृतसर के सासद नवजोत सिंह सिद्धू ने हरी झंडी दे कर रवाना किया,  वहीँ इस ट्रेन का हिस्सा बने यात्री भी काफी खुश थे, उन्होंने ने इस ट्रेन बारे जानकारी देते हुए बताया, कि वह इस के लिए सरकार का धन्यवाद करते है और पहले जब वह चंडीगढ़ जाते थे, तब उन को वहां जाने के लिए काफी दिक्कतों  का सामना करना पड़ता था, बस की तुलना में ट्रेन का सफ़र आरामधायक होता है और बस 6  घंटे का समय लगता है और इस  ट्रेन के द्वारा 4  घंटे में चंडीगढ़ का सफ़र पूरा कर सकते है और इस ट्रेन से समय और पैसो की काफी बचत होगी.     
अमृतसर चंडीगढ़ रेल पिछले काफी समय से यह ट्रेन को ले कर राजनीति के अखाड़े में सरगर्मियों का बाज़ार गरम था, लेकिन काफी अटकलों के बाद अमृतसर से चंडीगढ़ के लिए इस विशेष रेल को आखिरकार हरी झंडी मिल ही गयी, यह ट्रेन सुबह 5  बज कर 15  मिनट पर अमृतसर से चलेगी और रात को 7  बज कर 15  मिनट पर यह ट्रेन वापिस चंडीगढ़ से अमृतसर के लिए रवाना होगी. 
यह ट्रेन रविवार को नहीं चलेगी,  इस मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए रेल राज्य मंत्री के एच मुनियप्पा का कहना है, कि पंजाब के लिए आज का दिन एक बड़ा दिन है, क्यों कि पिछले काफी समय से इस ट्रेन की एक मांग  थी, जो कि अमृतसर को राजधानी के साथ जोड़े. 
काबिले जिक्र है कि अमृतसर एक धार्मिक शहर है, जहा लाखों लोग यहाँ आते है, साथ ही उन का कहना है कि यह एक आम आदमी की ट्रेन है और वह इस के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते है, साथ ही उनका कहना है, कि पंजाब के लिए आने वाले समय में पंजाब में कई नए रेल प्रोजेक्ट लाये जा रहे है, जिस के तहत अबोहर फाजिल्का 42  किलो मीटर रेल लाइन, तरन तारण गोइंदवाल साहिब 21 .5  किलो मीटर रेल लाइन और साथ ही 17  किलो मीटर की मोरिंडा चंडीगढ़ रेल लाइन प्रमुख है, जिस का काम जल्द ही पूरा किया जाएगा, साथ ही उनका कहना है, कि आने वाले समय में रेलवे में यात्रियों की शमता को भी बढ़ाया जाएगा और अमृतसर स्टेशन के प्लेट फ़ार्म भी बढ़ाए जाए गे.   
वहीँ इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के अमृतसर के सासद  नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, कि यह ट्रेन पूरे पंजाब की आवाज़ थी और सिखों का मक्का जाने वाले अमृतसर की राजधानी के साथ किसी भी तरह की कोई रेल लिंक नहीं था, जिस कारण उन्होंने पार्लीमेंट में भी इस ट्रेन की मांग की थी  और इस समय पंजाब में रेल लिंक बहुत कम है, पंजाब में रेल लिंक को और बढाने की जरुरत है. 
उन्होंने इस ट्रेन बारे कहा, कि इस ट्रेन को जालंधर और लुधियाना   में भी रोका जाना चाहिए  और यह एक और ट्रेन चंडीगढ़ से अमृतसर के लिए भी एक समय में चलानी चाहिए, उभोने कहा, कि यह ट्रेन एक साल लेट पंजाब आयी है, लेकिन वह इस का स्वागत करते है और वह मंत्री साहिब को इस ट्रेन के लिए बधाई देते है, उन्होंने ने मांग की कि अमृतसर स्टेशन को विश्व स्तर का स्टेशन बनाया जाये. 
गुरु की नगरी अमृतसर में सच्चखंड श्री हरि मंदिर साहिब के दर्शन के लिए रेल राज्य मंत्री के,एच मुनीयप्पा नमस्तक हो कर माथा टेका और गुरु घर का आशीर्वाद लिया, इस मौके पर  सच्चखंड श्री हरि मंदिर साहिब की तरफ से रेल राज्य मंत्री के.एच मुनीयप्पा को सिरोपा और धार्मिक पुस्तक देकर सन्मानित भी किया गया  
अब देखना यह होगा, कि आने वाले समय में यह ट्रेन लोगों के लिए कितनी सुखदायक होती है, जिस से लोगों को राजधानी में जाने से काफी फायदा होगा.

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