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हत्यायों के बाद शवों को ले जाती पुलिस |
कभी थ सब यूपी बिहार में होने किओ बातें कही सुनी जाती थी लेकिन अब गूंडों की मनमानियां पूरे देश में फैलती जा रही हैं. जिस को चाहा लूट लिया, जिसे चाहा काट दिया, जिसे चाहा गोली मार दी...यह सब अब आम होता जा रहा है. अब हत्यारों ने यमुना नगर में खून खराबा करके साबित कर दिया है की उन्हें हरियाणा में भी किसी का कोई भय नहीं. यमुनानगर से मिली ख़बरों के मुताबिक एक गर्भवती महिला समेत एक ही परिवार के पांच लोगों की गर्दन काटकर हत्या कर दी गयी. महिला के पेट में छह माह के जुड़वां बच्चों का गर्भ बताया जा रहा था. लुटेरों ने खुल कर उत्पात मचाया मानो उन्हें किसी का डर न हो. खूनखराबे के इस कहर में वारदात में मात्र डेढ़ बरस की बच्ची ही बच पाई.आशंका जतायी जा रही है कि आरोपियों ने पहले साजिश के तहत उन्हें नशीला पदार्थ पिलाया और बाद में हत्या कर दी. पुलिस ने अज्ञात हत्या का मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है.
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पंजाब केसरी में छपी खबर |
गांव कान्हड़ी कलां निवासी सतपाल सिंह (50) व उसका बड़ा भाई गोपाल पन्द्रह साल से अपने परिवारों के साथ यमुनानगर की जम्मू कालोनी में मकान बनाकर रह रहे थे। मृतक सतपाल सब्जी मंडी में मुनीम गिरी का काम करता था. उसके दो बेटे मुकेश व रिंकू टैक्सी आदि चलाने का काम करते थे. मुकेश की उम्र थी 30 वर्ष और रिंकू केवल 22 साल का था. शुक्रवार देर शाम सतपाल सिंह अपने पूरे परिवार के साथ घर में देखा गया था लेकिन शनिवार सुबह सतपाल के घर से किसी को कोई आवाज सुनाई नहीं दी. इस सामूहिक हत्याकांड का पता तब चला जब सुबह सात बजे के करीब सतपाल की डेढ़ वर्षीय पौती बबली ने पड़ौस में रह रहे अपने बड़े दादा गोपाल के घर जाकर रोना शुरू कर दिया. पहले फल तो किसी को इस का आभास तक न हुआ पर जब गोपाल व उसके परिवार ने सतपाल के घर जाकर देखा तो वहां पर सतपाल व उसकी 45 वर्षीय पत्नी बीना, तीस वर्ष की उम्र का बड़ा बेटा मुकेश व उसकी २६ वर्षीय पत्नी सुमन तथा 22 साल की उम्र का छोटा बेटा रिंकू खून से लथपथ हालत में मृत पड़े थे. तेजधार हथियार से उनकी गर्दनें कटी पड़ी थीं. पुलिस ने घटना स्थल का मुआयना कियाऔर मौके पर सीन ऑफ क्राईम ब्रांच के सदस्यों ने पहुंचकर सबूतों को अपने कब्जे में लिया. इसके बाद पुलिस ने पांचों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया और अज्ञात हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी.। घर के अंदर चारों तरफ खून बिखरा हुआ था और सबके शव कमरें में अलग पड़े थे. हत्यायें जिस बेदर्दी से की गईं,उससे ऐसा लगता है कि यह हत्याकांड किसी पुरानी दुश्मनी का परिणाम है. गोपाल ने बताया कि उनके परिवार की किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं थी. पुलिस अधीक्षक मितेष जैन का कहना है कि मामले की जांच आरंभ कर दी गई है. जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि इस हत्याकांड के लिए काउ जिम्मदार है ? इस खुनी वारदात के बाद पूरे शहर में दहशत सी छाई हुयी है. अगर आपके क्षेत्र में भी कुछ ऐसा ही होता है तो उसकी जानकारी हमें भी भेजें. अगर आप चाहेंगे तो आपका नाम छिपा कर रखा जायेगा. आपके विचारों की इंतज़ार इस बार भी बनी रहेगी. -रेक्टर कथूरिया
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