इसी बीच एक और रिपोर्ट के मुताबिक़ विकीलीक्स वेबसाइट के संस्थापक और ऑस्ट्रेलिया के खोजी पत्रकार जूलियन असांजे ने पूरे अमेरिका को हिला कर रख दिया है। अफगानिस्तान और ईराक के युद्ध में हुए खुलासों के बाद असांजे पर एक के बाद एक हमले हो रहे हैं। साल 2006 में विकीलीक्स वेबसाइट को स्थापित करने के बाद से अब तक असांजे को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। लेकिन उन्होने ना सिर्फ डट कर इनका मुकाबला किया बल्कि अपनी सीमित संसाधनों में अमेरिका की नाक के नीचे अपनी वेबसाइट चलाते हुए उसे मुंह तोड़ जवाब भी दिया। लेकिन आखिरकार 7 दिसंबर 2010 को असांजे को यूके में गिरफ्तार कर लिया गया।
जूलियन एसांजे एक ऐसे पत्रकार हैं जो पूंजीवादी लोकतंत्र में मीडिया की स्वतंत्रता पर ना सिर्फ विश्वास रखते हैं बल्कि उसके लिए लड़ने का हौसला भी रखते हैं। आज जब पूरी दुनिया अमेरिका की ओर उंगली करने से घबराती है ऐसे में वह ना सिर्फ एक के बाद एक खुलासे कर रहे हैं बल्कि पूरे जोश-ओ-खरोश से अमेरिका को चेतावनी भी दे रहे हैं। लोगों को जनतंत्र का सही मतलब समझाने वाले जूलियन असांजे पुल्स द्वारा गिरफ्तार होने के बाद भी जनता के बीच में अपनी आवाज पहुंचा रहे हैं।'द ऑस्ट्रेलियन' में छपा असांजे का पत्र
असांजे की गिरप्तारी के बाद ऑस्टर्रेलिया के द ऑस्ट्रेलियन में उनका ये पत्र छपा है। इस खत में उन्होने जनता को संबोधित करते हुए मीडिया की दुनिया के शहंशाह रूपर्ट मर्डोक की एक लाइन का हवाला द्ते हुए लिखा है कि `In the race between secrecy and truth, it seems inevitable that truth will always win," ये एक यंग रूपर्ट मर्डोक की लाइन है। ये लाइन किसी भी सच्चे पत्रकार की आदर्श बन सकती है। इन्ही आदर्शों पर चलता हुआ जूलियन असांजे आज की तारीख में पूरी दुनिया के सामने पत्रकारिता का हीरो बन गया है।
असांजे पर 'बलात्कार' का आरोप
जूलियन असांजे के नाम 30 नवंबर को इंटरपोल ने अरेस्ट वॉरंट निकाला। उन पर कॉन्सेंसुअल सेक्स के दौरान अपनी साथी पर बलात्कार का आरोप है। कॉन्सेंसुअल सेक्स दोनों पार्टनर्स की सहमति से होता है। उन पर आरोप है कि संबंध बनाते वक्त उनका कंडोम फट गया इसके बाद अपने पार्टनर के मना करने पर भी उन्होने खुद को नहीं रोका। इस लिए उनकी पार्टनर ने उन पर बलात्कार का आरोप लगाया है।
नोट: पंजाब से भी मिल रहे हैं असान्जे को सलाम व दुआएं.
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