पूरी दुनिया उसके खेल को देख रही थी.उसके खेल के दीवाने अपने अपने घरों में अपने अपने टीवी के सामने उस पर निगाहें लगा कर बैठे थे. मुकाबिला बहुत ही सखत था. उसके सामने मारिया थी टेनिस की ज़बरदस्त खिलाड़ी.इस खेल की पारम्परिक शैलियों से बिलकुल हट कर हमलावर रुख से खेलने वाली मारिया शारापोवा. उसके साथ लोहा लेना आसान नहीं था. वह भी रूस की प्लेयर है. टेनिस की दुनिया में उसका भी नाम है.लोग उसके दीवाने हैं. पर वह उसी से लड़ रही थी और वह भी जीतने के लिए. आखिर विक्टोरिया ने यह कर दिखाया.बेलारूस की टेनिस स्टार विक्टोरिया का पूरा नाम है Victoria Fiodorovna Azarenka.
31 जुलाई 1989 को जन्मी विक्टोरिया अब 21 वर्ष की युवती है. उसने टेनिस के खेल में छठा रैंक प्राप्त किया था 26 अक्टूबर 2009 को और 2 अगस्त 2010 को उसका रैंक हो गया 12. उस दिन उसने स्टेनफोर्ड क्लासिक टेनिस टूर्नामेंट में हराया था तीन बार की ग्रैंड स्लैम विजेता मारिया शोरापोवा को 6-4 और 6-1 से.हमलावर शैली में खेलने वाली विक्टोरिया अपने ग्राऊंड स्ट्रोक्स के लिए विख्यात है.2005 में उसने एक जूनियर प्लेयर के तौर पर आस्ट्रेलियन ओपन भी जीता और यू एस ओपन भी. हिट करते वक्त अपने शोर के कारण उसे कई बार आलोचना का सामना भी करना पड़ा पर उसने अपने अंदाज़ को कभी नहीं बदला. गौरतलब है कि इस शोर पर पाबन्दी लगाने की मांग कई बार उठी है क्यूंकि महिला टेनिस में इसका प्रचलन आम है.अब देखना है अपने इस अंदाज़ और खेल से वह कब नया आसमान छूती है. लगता है की वह अभी बहुत से और कमाल भी दिखाएगी.--रेक्टर कथूरिया
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