Saturday, September 06, 2008

एक सच जिंदगी के बारे में......




ओशो कहते हैं :

जिंदगी क्या है; इक पहेली है !

कभी दुश्मन;कभी सहेली है !
छू के देखा तो महफिले यारां ;
अपनी अपनी जगह अकेली हैं !


बहुत ही सीधे और सादे से शब्दों में ब्यान किये गए इस सच को मैंने जिंदगी में कदम कदम पर सच होते देखा. इस करिश्मे को बहुत से लोगों ने देखा होगा पर दुःख है की लोग अभी भी, इस करिश्मे को देख कर भी उन लोगों ले पास चाकर काटते हैं जो थोड़ी सी मदारीगिरी दिखा कर लोगों का शोषण करते रहते हैं...