Sunday, May 20, 2018

क्यों बेख़ौफ़ हैं दरियाओं को प्रदूषित कर रहे लोग?

भारत जन ज्ञान विज्ञान जत्था ने बहुत पहले ही आगाह कर दिया था 
लुधियाना: 19 मई 2018: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
"भारत जन ज्ञान विज्ञान जत्था" ने दो वर्ष पहले ही तैयार कर दी थी विशेष रिपोर्ट 
दरिया में शीरा गिराया गया तो हंगामा हो गया। हालांकि इस तरह के मामले पहली बार नहीं हुए। अगर इस सिलसिले को रोकने के लिए वक्त पर कदम उठाये जाते  तो शायद इतनी बड़ी मात्रा में प्रदूषण की यह दुखद घटना होती ही नहीं। इस घटना से ज़ाहिर है कि प्रदूषण फ़ैलाने वाले बेख़ौफ़ हो चुके हैं। उन्हें किसी का डर नहीं रहा। उनके खिलाफ किये गये "एक्शन" का अंदाज़ बताता है की उनकी बेखौफी आधारहीन नहीं है। उनकी जेब में पैसा है और इस पैसे के जोर से यहाँ का कानून भी इनके मुताबिक चलता है। इन बातों की पुष्टि भारत जन ज्ञान विज्ञान जत्था ने दो वर्ष पूर्व ही कर दे थी। 
हालत जितनी बुरी दिख रही है वास्तव में उससे कहीं ज्यादा सम्वेदनशील है। ऐसी हालत में सियासतदान जो कुछ कर रहे हैं वह शायद उनकी इस वक्त की सियासत के चलते जरूरी है। 
जहाँ तक सतलुज और बुड्ढा दरिया का सम्बन्ध है उसकी हालत बहुत पहले से बिगड़ी हुई है। करीब दो वर्ष पूर्व भी "भारत जन ज्ञान विज्ञान जत्था" ने इस मामले को उठाया था। "आप" नेता एच एस फुल्का ने बाकायदा एक पत्रकार सम्मेलन में भी इस दरिया को बिगाड़े जाने की दुखद दास्तान मीडिया के सामने सुनाई थी। जब किसी पत्रकार ने इसे "बुड्ढा नाला" कहा तो श्री फुल्का ने एतराज़ किया था की नाला नहीं दरिया कहो। शायद वो चुनावी दिन थे इसलिए इस मुद्ददे की भी ज़रूरत थी। ज़रूरत का वह समय निकलते ही यह मुद्दा भी गैर ज़रूरी बन गया। 

अब फिर आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को लेकर मैदान में है। विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि इस समय पंजाब में एनवायरमेंटल इमरजेंसी के हालात बने हैं और सूबे के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह मनाली में छुट्टियां मना रहे हैं। वह लुधियाना के वलीपुर गांव में सतलुज व बुड्ढा नाला के संगम स्थल का जायजा लेने पहुंचे थे।
विपक्षी नेता खैहरा ने कहा कि ब्यास दरिया में चीनी मिल ने शीरा छोड़कर दरिया को दूषित कर दिया गया है। इसके परिणाम स्वरूप दरिया में मछलियां मर गईं। पानी इतना जहरीला हो गया था कि उसका असर फिरोजपुर में भी देखने को मिला। बुड्ढा नाला में लुधियाना की इंडस्ट्री का केमिकल बहाया जा रहा है जो सीधे सतलुज दरिया में बह रहा है। इसकी वजह से सतलुज के प्रवाह क्षेत्र में आने वाले जिलों के साथ राजस्थान के कुछ जिले भी प्रभावित हो रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष खैहरा ने सतलुज व बुड्ढा नाला के संगम स्थल को दिखाते कहा कि इसे देख कर कोई भी व्यक्ति बता सकता है कि सतलुज के पानी में कितना जहर है। पहले अकाली सरकार बुड्ढा नाले की सफाई का राग अलापती रही और अब यही हाल कांग्रेस का है। यह बात है भी सही कि किसी भी दल ने कभी गंभीरता से इस मुद्दे की हाथ में नहीं लिया। बात बयानबाज़ी और ऐलानों तक ही सिमट कर रह जाती। 
यहाँ के बहुत से इंडस्ट्रिलिस्ट राज्य में अपने मुनाफे के लिए पानी को जहरीला बना रहे हैं। सरकार चुप बैठी है। इसकी वजह से मालवा कैंसर हब बन गया है। उन्होंने बताया कि नदियों के प्रदूषण का मामला विधानसभा में उठाएंगे।
अब देखना है की इस समस्या को समझने और सुलझाने के लिए गैर सियासी लेकिन गंभीर क्षेत्रों से कितने लोग आगे आते हैं। पानी और हवा को बचना है तो इसे एक जन अभियान बनाना होगा। 

Thursday, May 17, 2018

लुधियाना में फिर तैयार है "चाईना गेट" जैसी टीम

FIB अपनी सरगर्मियां और तेज़ करेगी
लुधियाना: 18  मई 2018: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
डाक्टर भारत की टीम फिर जोश में 
देश और समाज के जो हालात हैं वे सभी के सामने हैं। सियासतदानों, पैसे वालों और पहुंच वालों  की मनमर्जियां अब शायद सभी क़ानूनों से ऊपर हो चुकी हैं। इस सारे माहौल में जो खतरनाक स्थितियां पैदा हुई हैं उनसे शायद सभी बेखबर हैं। देश समाज से अब शायद किसी को लेना देना भी नहीं है। किसी की अंतरात्मा अगर कोई आवाज़ लगा भी दे तो उसे अनसुना कर दिया जाता है। कह दिया जाता है-हमने क्या लेना देना। अगर कोई बात रंगे हाथों पकड़ में आ भी जाए तो बहाना सामने आता है-उसने भी किया था--इसने भी किया था अब अगर हमने कर लिया तो क्या हुआ! यानी ज़माना वह आ गया है जब अपना स्वार्थ सर्वोप्रिय बाकी सब भाड़ में जाये। 
ऐसे में भी कुछ लोग अभी बाकी हैं जिनसे यह सब सहन नहीं होता। वे अपनी अंतर आत्मा से आई आवाज़ को अनसुना नहीं कर पाते।  यह लोग रातों को सोते सोते अचानक उठ कर बैठ जाते हैं। दिन की सख्त दुपहरी में भी बाहर धूप में घूमते हैं। मकसद होता है की शायद देश और समाज के लिए कुछ किया जा सके। 
ऐसे ही लोगों में एक हैं डाक्टर भारत। वृद्ध आयु लेकिन जोश जवानी का। देश के लिए किसी भी क़ुर्बानी के लिए तैयार। देश के खिलाफ क्या क्या साज़िशें पक रही हैं इसकी खबर जुटाना उनके लिए प्राथमिक कामों में होता है। न जाने कैसा नेटवर्क है--कि आम तौर पर काफी कुछ पता लगा लेते हैं। 
"क्राईम फ्री इंडिया ब्यूरो" नामक संगठन के बाद अब ऍफ़ आई बी अर्थात "फस्ट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो"  नाम का संगठन चला रहे हैं। उनका कहना है कि यह गुप्तचर मीडिया संगठन है। इसमें शामिल लोग देश प्रेम और समाज सेवा को सामने रख कर इस में शामिल होते हैं। इन्हीं सदस्यों से मिलते थोड़े बहुत डोनेशन से इस संगठन का काम चलता है। जैसे ही इस संगठन को कोई विशेष सूचना मिलती है उसे अलग अलग माध्यमों से सरकार तक पहुंचा दिया जाता है। ज़रूरत पढ़ने पर उसे मीडिया के ज़रिये भी लोगों तक पहुंचाया जाता है। सदस्यों ने कई बार कहा कि डाक्टर साहिब इतने खतरनाक पंगे मत लिया करो लेकिन डाक्टर भारत की सेहत पर कोई असर नहीं। /हर बार एक ही जवाब-एक दिन मरना ही है--अगर देश के काम आ जाएँ तो इससे अच्छा क्या होगा। गोली से डर कर घर बैठ जाने वालों को कौन सा मौत नहीं आएगी? हो सकता है वे हार्ट अटैक या किसी और बीमारी से मर जाएँ। अब डाक्टर भारत को कौन बताये की आजकल के पहुँच वाले जब विरोधी बन जाएँ तो किसी न किसी समाज विरोधी तत्व से केवल गोली या छुरी ही नहीं चलवाते बल्कि सड़क हादसा भी करवा देते हैं। किसी राह चलते गुंडे से हमला भी हो सकता है। इस पर भी डाक्टर भारत का जवाब होता है-मुझे सब मालूम है। 
डा. भारत के सहयोगी ओंकार सिंह पुरी 
कुछ इसी तरह का हाल है उनके साथी ओंकार सिंह पूरी का। उनकी उम्र शायद 70-75 से भी अधिक की होगी। इस उम्र में भी अकाउंटस का काम करके खुद कमाते हैं। एक पाँव लुधियाना तो दूसरा तरनतारन में। अपना कायनेटिक चलाते हैं किसी हवाई जहाज़ की तरह। किसी पर बोझ नहीं बनते। जब भी  वक़्त निकलता है तो आ जाते हैं डाक्टर भारत के पास। कभी चाय-कभी जाम लेकिन चिंता हर पल यही कि देश के दुश्मनों के साथ कैसे निपटना है? एक दिन मुझे भी कहने लगे आप भी तेज़ी पकड़ो। मुझे हंसी भी आई--मैंने पूछा हम सब बूढ़े क्या कर लेंगें अब इस उम्र में?
डकटर भारत झट से बोले--उससे ज़्यादा कर लेंगें जो "चाईना गेट" फिल्म के बुज़ुर्गों ने कर दिखाया था। उनकी ज़िंदादिली को देख कर मन में उत्साह जगता है लेकिन वित्तीय हालत को देख कर दुःख भी होता है। अफ़सोस है की यहाँ देश भक्ति के आडंबर कर के अपनी लीडरी चमकाने वाले तो लाखों रूपये अपने जेब में डाल कर चलते बनते हैं और इधर पैसों की कमी के चलते कभी नेट बंद हो जाता है--कभी पेट्रोल की दिक्क्त और कभी बिजली का बिल। इन लोगों को देख कर और इनसे बने लगाव को देख कर कभी कभी लगता है कि हम सब अघोषित पागल हैं। आंधियों के सामने चिराग़ जगाना शायद हमें रोमांस लगता है। इसके बावजूद यकीन होता है कि हमने शायद कुछ भी न कमाया हो लेकिन उस इंसानियत की हम आखिरी नस्ल अवश्य होंगें जिनसे देश और समाज के नव निर्माण हुआ करते हैं। 
यह सारी टीम अब फिर सरगर्म है। मकसद है कुछ नयी तैयारी। देश के दुश्मनों से जंग लड़ना और वह भी बिना किसी सरकारी सहारे के। ये वे योद्धा हैं जो बिना हथियारों के भी इस जंग को लड़ने के लिए कमर कस रहे हैं।  इस संबंध में एक बैठक हुई जिसमें कुछ स्थानीय लोग शामिल हुए। राष्ट्रिय अपराध व नशा विरोधी गुप्तचर मीडिया सर्विस एफ आई बी (फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरोकी यह विशेष बैठक संगठन के मुख्य कार्यालय न्यू कुंदन पूरी सिविल लाइन्स में ब्यूरो के डायरेक्टर डॉक्टर भारत की अध्यक्षता में हुयी। इस बैठक में जहाँ देश की मौजूदा हालात पर चर्चा के साथ संगठन के कार्यों को तीव्र गति से आगे बढाकर अपराधों की रोकथाम में पुलिस प्रशासन का सहयोग करें।  साथ ही यह निर्णय लिया गया कि  देश कि आन्तरिक सुरक्षा की रिपोर्ट केन्द्रीय सरकार के साथ साथ अब स्टेट सरकार को भी दी जाया करे। डाक्टर भारत ने कहा की नए खतरे गंभीर हो चुके हैं। नए ग्रुप, नई जातिवाद स्थितियां, साम्प्रदायिकता और कई अन्य समस्याएं अब बेहद खतरनाक हालत में हैं। डाक्टर भारत ने इस संबंध में कुछ छोटी छोटी विशेष फ़िल्में भी टीम को दिखायीं। साथ ही कहा कि अब जरुरी है कि पुलिस के अलावा मीडिया और राष्ट्र हित में काम करने वाले सामजिक संगठनों को भी एक मंच पर साथ जोड़ा जाये। डा. भारत ने कहा कि अब जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं। अब वक्त आ गया है कि राष्ट्र की भलाई के लिए  हर नागरिक आपने कर्तव्य का पालन करे। इस बैठक में डॉ. भारत के अलावा ओंकार सिंह पूरी,  सोनू शर्मा, हरजीत सिंह राजू और अन्य लोग शामिल थे। वक्त  सचमुच बहुत गम्भीर सा लगने लगा है। इस हालत में बिना हथियारों के ये योद्धा भी कितना लड़ पाएंगे? क्या आप लोग इनका साथ देंगें?

Tuesday, May 15, 2018

CMC लुधियाना में 3 दिन की हेमोफिलिया कार्यशाला का आयोजन

Tue, May 15, 2018 at 3:40 PM
हेमोफिलिया के पर्याप्त डायग्नोसिस और उपचार की कमी 
लुधियाना: 15 मई 2018 (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
सीएमसी, लुधियाना  के हेमेटोथोलॉजी विभाग ने आज राज्य स्तरीय कार्यशाला "अहेड”(AHEAD -Advancing Hemophilia Education Awareness & Diagnosis) आयोजित की इसके अंतर्गत  हेमोफिलिया शिक्षा जागरूकता और निदान । यह 15 मई, 2018 से शुरू होने वाली तीन दिवसीय कार्यशाला है। हेमोफिलिया एक आम रक्तस्राव विकार है, लेकिन समुदाय में पर्याप्त डायग्नोसिस और उपचार की कमी है।
इस वर्कशॉप में पंजाब के सभी मेडिकल कॉलेजों और सिविल अस्पतालों में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संरक्षण के साथ साथ डॉक्टरों के लिए एक राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम है। हेमोफिलिया के विश्व फेडरेशन से अनुकूलित इस वर्ष के कार्यक्रम का विषय था "ज्ञान साझा करना हमें मजबूत बनाता है"। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में तीन शाखाऐ हैं, जिसमें डॉक्टर, तकनीशियन और फिजियोथेरेपिस्ट होते हैं।
इस वर्कशॉप का मुख्य आकर्षण था सी.एम.सी लुधियाना के विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान । डॉ. एम जोसेफ जॉन, डॉ.चेप्सी फिलिप और नैदानिक हेमेटोलॉजी विभाग के डॉ. सुवीर सिंह ने हेमोफिलिया के नैदानिक प्रबंधन और अभिव्यक्तियों पर बात की। हेमेटो-पैथोलॉजी के डॉ. नवीन ककर और डॉ.वंदना ने विभिन्न प्रयोगशाला पहलुओं के बारे में बात की, और प्रयोगशाला तकनीशियनों के लिए प्रैक्टिकल सेशन, ताकि वे हेमोफिलिया के रोगियों का निदान और निगरानी करने के लिए प्रयोगशाला तकनीकों में सक्षम हो सकें। फिजियोथेरेपी विभाग से डॉ. मुल्लाई और उनकी टीम ने हेमोफिलिया के मस्कुलोस्केलेटल (हड्डियों और मांसपेशियों) के अभिव्यक्तियों और उनके इलाज के उपायों पर भी बात की। कार्यक्रम के लिए बाहरी संकाय से पी.जी.आई चंडीगढ़ के प्रमुख विशेषज्ञ भी शामिल थे, जिनमें डॉ.पंकज मल्होत्रा, प्रोफेसर और क्लिनिकल हेमेटोलॉजी के प्रमुख, और बाल चिकित्सा के प्रोफेसर डॉ.दीपक बंसल और जी.एम.सी.एच के डॉ. अनीता ताहलान, सेक्टर 32 से शामिल थे । हेमोफिलिया के रोगियों के निदान और प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं के बारे में यह यह सभी बोले। सी.एम.सी अस्पताल के निर्देशक डॉ. विलियम भट्टी, भी अन्य गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे और उन्होंने इस तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित करने के लिए सभी के प्रयासों की सरहना की और बधाई दी।
डॉ.परमिंदर पाल सिंह सिद्धू, सिविल सर्जन लुधियाना आज के कार्यकर्म के लिए मुख्य अतिथि थे। डॉ. मनप्रीत चटवाल, अतिरिक्त परियोजना निर्देशक और डॉ. सुखविंदर सिंह, संयुक्त निर्देशक रक्त ट्रांसफ्यूजन सर्विसेज सह एस.एन.ओ, राज्य रक्त कोशिका, आये हुए मेहमानों में शामिल थे | यह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम) पंजाब के मरीजों के लिए सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों और सी.एम.सी लुधियाना को मुफ्त एंटी हैमिफिलिया कारक प्रदान करने के प्रस्ताव के रूप में किया गया था। यह उम्मीद की जा रही है कि ऐसी कार्यशालाएं समुदाय में हेमोफिलिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने और राज्य स्तर पर निदान और उपचार के लिए सुविधाओं में सुधार करने में मदद करेंगी। यह पंजाब को हेमोफिलिया मुक्त राज्य बनाने के दीर्घकालिक लक्ष्य की दिशा में मदद करेगा, और मरीजों के लिए मुफ्त या सब्सिडी उपचार प्रदान करेगा।

Tuesday, May 01, 2018

कम्युनिज़्म के बाद अब पूंजीवाद भी समाप्त होगा-आनंदमार्ग

बाबा के जन्मदिवस पर हुए कई आयोजन 
लुधियाना: 1  मई 2018: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
भुक्ति प्रधान श्री अशोक चावला से वार्ता की वीडियो भी देखें: 
श्री श्री आनंदमूर्ति जी का जन्मदिवस इस बार भी पूरे विश्व में हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। लुधियाना में भी इस मकसद के लिए कई आयोजन हुए जिनमें तीन मुख्य रहे। इस मकसद के लिए कराये गए तीन विशेष आयोजनों के अंतर्गत जो कार्यक्रम आयोजित हुए।  उनमें बहुत से भक्तों के इलावा आम जनता से जुड़े गैर मार्गी भी शामिल हुए। ऋषि नगर स्थित आनंदमार्ग के दीदी आश्रम में मेडिकल कैम्प लगाया गया। इस कैंप में 100 से अधिक मरीज़ों ने फायदा उठाया। इनकी जांच भी निःशुल्क हुई दवाईयां भी फ्रेम में दें गयीं।  
इसी तरह न्यू कुंदनपुरी में स्थित दादा आश्रम में पूरी रात का कीर्तन हुआ। ाष्टाक्षरी मंत्र बाबा नाम केवलम की धुन पर श्रद्धालुओं ने समर्पण भाव से बाबा की तस्वीर के सामने भक्ति डांस किया। इस कीर्तन में दूर दूर से आये भक्तों ने अपने परिवारों के साथ भाग लिया। इसके साथ ही वृन्दावन रोड पर लंगर और छबील का आयोजन भी किया गया जो देर शाम तक जारी रहा। 
इन आयोजनों में स्थानीय मार्गियों के साथ साथ पंजाब के अन्य ज़िलों से आये मार्गियों ने भी भाग लिया। इस मौके पर स्थानीय भुक्ति कमेटी के प्रधान  अशोक चावला ने कहा कि आज की नाज़ुक अर्थ व्यवस्था में बाबा की भविष्वाणी सच साबित हो रही है।  श्री चावला के मुताबिक बाबा ने कहा था  कि कम्युनिज़्म को तो मैं समाप्त करके जा रहा हूँ और पूँजीवाद खुद-ब-खुद अपने ही बोझ से धराशायी हो जायेगा। श्री चावला ने कहा कि सोवियत संघ के विघटन से यह भविष्यवाणी सच साबित होनी शुरू हो गयी थी। अब लगातार घाटे में जा रहे बड़े बड़े बिज़नेस घराने और माल इस बात को सच साबित कर रहे हैं। श्री चावला ने कहा कि पूँजीवाद और साम्यवाद दोनों का स्वस्थ बदल है प्रउत अर्थात प्रगतिशील उपयोगी तत्व। समाज की भलाई के लिए प्रउत ही नया सिस्टम लाएगा। इस अवसर पर डीएस दादा, डीएस दीदी, महेंद्र दादा, मुकेश दादा, जयचदं दादा, मंजू श्री, नीलम दीदी और कई अन्य मार्गियों ने बहुत ही श्रद्धा और उत्साह के साथ कीर्तन किया।