Friday, March 01, 2024

पंजाब मंडी बोर्ड का 1146 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट पास

Wednesday 28th February 2024 at 17:23 AS WA

पंजाब की मंडियों में खाली पड़े प्लाटों की बोली भी शुरू 

*चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट ने बोर्ड आफ डायरेक्ट्रज की मीटिंग में रखा वार्षिक लेखा-जोखा 

*पंजाब मंडी बोर्ड को ज़मीन देने पर गांव महमदपुर की पंचायत को किया गया सम्मानित

*बड़े बड़े फाईव स्टार होटलों का मुकाबिला करता है अब पंजाब मंडी बोर्ड का किसान भवन 

*रात चंडीगढ़ के किसान भवन में रात रहना  अब सबसे सस्ता बना 


चंडीगढ़: 28 फरवरी 2024: (मीडिया लिंक//पंजाब स्क्रीन डेस्क)::

आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद किसान भवन ने तेज़ी से विकास की राहों पर कदम बढ़ाए हैं। इस दावे को सही साबित करने वाले बहुत से तथ्य आज पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसट ने मीडिया के समक्ष रखे। आज के इस पत्रकार सम्मेलन में किसान भवन और मंडी बोर्ड के तेज़ रफ्तार विकास की बहुत सी नई  बातें सामने आईं। 

पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट के नेतृत्व में आज किसान भवन में बोर्ड आफ डायरेक्ट्रज़ की मीटिंग हुई। जिसमें पंजाब मंडी बोर्ड से संबंधित एजेंडों पर विस्तार से चर्चा की गई और 1146 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट पारित किया गया।

इस दौरान स. हरचंद सिंह बरसट ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल का विस्तृत ब्यौरा दिया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा मण्डी बोर्ड का आर.डी.एफ. रोकने के कारण गांवोँ की लिंक सड़कों, मंडियों और ग्रामीण क्षेत्रों का विकास रुका पड़ा है। इस लिए मंडी बोर्ड की आमदन बढ़ाने के लिये बीते एक साल में विशेष योजनाएं बनाई गई हैं, जिनकों जल्द से जल्द पूरा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए पंजाब की मंडियों में खाली पड़े प्लाटों की बोली करवाई जा रही है और नई आधुनिक फल एवं सब्जी मंडी सेक्टर-65ए मोहाली में जहां रेगुलर मॉनिटरिंग करते हुए 7 दुकानें बेची जा चुकी हैं, वहीं यूजर चार्जिज में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जहां वर्ष 2021-22 के दौरान 24 लाख रुपये और वर्ष 2022-23 के दौरान 35 लाख रुपये प्राप्त हुए हैं, वहीँ आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान लगभग 45 लाख रुपये का ठेका तय हुआ है। 

चेयरमैन ने आगे बताया कि महमदपुर गांव के लोगों द्वारा कुल 83 बीघे जमीन मंडी बोर्ड को दान दी गयी है, जहां जल्द ही सब-यार्ड का निर्माण कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसान भवन और किसान हवेली के माध्यम से आय बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। किसानों एवं लोगों की सुविधा के लिए किसान भवन एवं किसान हवेली में कमरों की ऑनलाइन बुकिंग वेब पोर्टल के माध्यम से की जा रही है। 

इसके साथ ही अप्रैल 2023 में जहां आय 7,08,350 रुपये थी, वहीं जनवरी 2024 तक यह बढ़कर 37,37,881 रुपये हो गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के युवाओं को नशे से बचाने के लिए ऑफ सीजन के दौरान मंडियों में बने बड़े-बड़े कवर्ड शेडों में इनडोर गेम्स भी शुरू किए गए हैं, जिसकी शुरुआत मार्केट कमेटी रामपुरा फूल द्वारा मंडी में बच्चों को स्केटिंग की ट्रेनिंग देने के साथ की गई है और इसी प्रकार खेल विभाग से बात करके अन्य मंडियों में भी खेल प्रशिक्षण शुरू किया जा रहा है। साथ ही ऑफ सीजन के दौरान लोगों को बेहद कम दाम पर पार्टियों, समारोहों आदि के लिए मंडियों के कवर शैडों को उपलब्ध कराया जा रहा है। 

आज की विशेष बात कर्ज़ों के संबंध में भी थी। उन्होंने बहुत ही अच्छी खबर देते हुए कहा कि पिछली सरकारों द्वारा लिए गए लगभग 2000 करोड़ रुपये के ऋण की किश्तें भी चुकाई जा चुकी हैं।

स. बरसट ने कहा कि इसके अलावा मंडियों में एटीएम और विज्ञापन के लिए यूनीपोल लगाना, मंडी बोर्ड कॉलोनियों में खाली पड़े मकानों को किराए पर देना, फल और सब्जी मंडियों के प्रवेश द्वारों पर सीसीटीवी कैमरे, बूम बैरियर और इलेक्ट्रॉनिक कंडे लगाना, किसानों के लिए अपनी मंडियों और किसान मंडियों में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और पहचान पत्र बनाने के लिए वेब पोर्टल लॉन्च करना, शहीद भगत सिंह हरियावल मुहिम के तहत 33000 पौधे लगाए गए हैं।

उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत महमदपुर जिला पटियाला द्वारा पंजाब मंडी बोर्ड को कुल 83 बीघे जमीन मंडी बनाने के लिए दान दी गई थी, जहां जल्द ही सब्जी मंडी शुरू की जा रही है। इससे जहां इलाका निवासियों को बड़ी सुविधा मिलेगी, वहीं लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इस अवसर पर चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट ने गांव महमदपुर पंचायत से संदीप सिंह, तरनतारन सिंह, भजन सिंह वालिया, कुलवंत सिंह, चरण सिंह, गुरजीत सिंह और कुलविंदर सिंह को सम्मानित किया और जल्द ही महमदपुर में सब-यार्ड बनाने का आश्वासन दिया। इसके बाद हास्पीटेलिटी का कोर्स करने वाले किसान भवन के 30 कर्मचारियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

बैठक में पंजाब मंडी बोर्ड की सचिव श्रीमती अमृत कौर गिल, स. कुलदीप सिंह सियान, अधीन सचिव, कृषि एवं किसान भलाई विभाग, स. जसमिंदर सिंह, उप सचिव वित्त विभाग, स. गुरजीत सिंह, अतिरिक्त डायरेक्टर, बागवानी विभाग, स. बेअंत सिंह, सहायक मार्केटिंग अफसर, कृषि विभाग, स. मंजीत सिंह संधू, जनरल मैनेजर, पंजाब मंडी भवन, मोहाली, स. तरविंदर सिंह चोपड़ा, सहायक डायरेक्टर, खुराक और सिविल सप्लाई विभाग, स. गुरप्रीत सिंह, संयुक्त रजिस्ट्रार को-आपरेटिव सोसायटी, स. गगनदीप सिंह, रिसर्च एसोसिएट, पंजाब राज्य किसान और खेती कामे कमिशन, स. जतिंदर मोहन सिंह, हेड इकोनोमिक्स स्टीडीज, पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी मौजूद रहे। 

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Monday, February 26, 2024

आरके फिटनेस और स्लिमिंग स्टूडियो ने किया विशेष आयोजन

25th February 2024 at19:05 AKAS WA 

निःशुल्क चिकित्सा जांच और रक्तदान शिविर से की समाज सेवा 

लुधियाना: 25 फरवरी 2024: (मीडिया लिंक//लुधियाना स्क्रीन डेस्क//पंजाब स्क्रीन)::

लुधियाना की थ्रीके सुआ रोड पर एक नए समाज का नव निर्माण पिछले कई बरसों से हो रहा है। वहां एक ऐसा युवा वर्ग निर्माण किया जा रहा है जो नशे जैसी बुराई से कोसों दूर है। इस मकसद के लिए आरके फिटनेस और स्लिमिंग स्टूडियो ने आज अपने परिसर में एक मुफ्त चिकित्सा जांच और रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया। ऐसा करके सामुदायिक स्वास्थ्य की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाया गया है।  इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित प्रतिष्ठित चिकित्सा पेशेवरों और स्वयंसेवकों का सक्रिय सहयोग देखा गया। इस चिकित्सा जांच शिविर में प्रसिद्ध विशेषज्ञों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। 

इस शिविर में फोर्टिस अस्पताल, माल रोड, लुधियाना में स्त्री
रोग विशेषज्ञ और वरिष्ठ सलाहकार डॉ. आरती गुप्ता तुली द्वारा 58 महिला रोगियों की जांच की गई।

इसी तरह डा. अमित तुली, वरिष्ठ सलाहकार यूरोलॉजी विभाग, अयकाई अस्पताल, लुधियाना ने विभिन्न समस्याओं वाले 28 रोगियों की जांच की।

फोर्टिस अस्पताल, माल रोड, लुधियाना में नॉन-इनवेसिव कार्डियोलॉजी में एसोसिएट कंसल्टेंट डॉ. मानव वढेरा** द्वारा 80 कार्डियो रोगियों की जांच की गई।

डॉ. दिनाकरन, तरुश्री फिजियोथेरेपी क्लिनिक के फिजियोथेरेपिस्ट और तरुश्री फिजियोथेरेपी क्लिनिक के डॉ. मुल्लई ने विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं वाले 57 रोगियों की जांच की।

इसके अतिरिक्त, वाहेगुरु ब्लड डोनेशन एनजीओ के सहयोग से एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य ब्लड बैंकों को फिर से भरना और लोगों की जान बचाना था। आज के इस शिविर में 20 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।

इस कार्यक्रम को समुदाय से भारी समर्थन मिला, शिविर के दौरान बड़ी संख्या में रक्त की इकाइयाँ एकत्र की गईं, जो इस नेक काम के प्रति निवासियों की परोपकारी भावना और एकजुटता को दर्शाती हैं।

आरके फिटनेस और स्लिमिंग स्टूडियो की प्रमुख डॉ. अमरजीत कौर उन सभी प्रतिभागियों, स्वयंसेवकों और चिकित्सा पेशेवरों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करती हैं जिन्होंने इस पहल को एक शानदार सफलता बनाने में योगदान दिया। इस तरह के प्रयास एक स्वस्थ और अधिक दयालु समाज को बढ़ावा देने में सामूहिक प्रयासों के महत्व को रेखांकित करते हैं।

कुल मिला कर आज के इसे मेडिकल शिविर से बहुत से स्थानीय लोगों ने फायदा उठाया। इस तरह के देहात से सबंधित क्षेत्रों में इस तरह के और शिविर भी लगातार लगने चाहिए। 

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Sunday, February 11, 2024

लुधियाना मायापुरी मदरसे में बच्चों की दस्तारबंदी

Sunday:11th February 2024 at 4:09 PM

टिब्बा रोड मायापुरी मदरसा तरतीलुल कुरआन में किया गया सालाना जलसे का आयोजन 

शाही इमाम ने कहा सकारात्मक सोच के साथ अपना जीवन बिताएं


लुधियाना: 11 फरवरी 2024: (मीडिया लिंक//पंजाब स्क्रीन):: 

बीती रात टिब्बा रोड मायापुरी मदरसा तरतीलुल कुरआन में सालाना जलसे का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता मौलाना आरिफ खेड़ा मुगल ने की व पंजाब के शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

इस अवसर पर प्रधान मुहम्मद इनाम मालिक, हाफिज दिलशाद, मुफ्ती आरिफ पंजाबी बाग, मुफ्ती इनाम ,मुहम्मद रिजवान, हाफिज नाजिम, हाजी तय्यब,  हाजी जरीफ ,मुहम्मद मुंशद, जहांगीर , कारी हसीन खास तौर पर उपस्थित रहे। 

दस्तारबंदी के इस यादगारी अवसर पर संबोधित करते हुए शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी  ने कहा कि इस्लाम आपसी भाईचारे और प्यार का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि हजरत मुहम्मद साहब सल्ललाहु अलैहि वसल्लम का हुक्म है कि लोगों में खुश खबरीयां बांटो। 

आज बहुत से लोगों के तनावपुर्ण लाईफस्टाईल पर बात करते हुए शाही इमाम ने कहा कि आज समाज में अक्सर लोगों की सोच नकरात्मक होती जा रही है, लोग एक-दूसरे के संबंध में अच्छी राय नहीं रखते, एक दूसरी कौमों के संबंध में भी अच्छी राय नहीं बनाई जा रही जो कि चिंता का विषय है। 

शाही इमाम ने कहा कि अगर आपको सफल होना है तो सकारात्मक सोच के साथ आगे बढऩा होगा। उन्होने कहा कि मुहम्मद साहब  सल्ललाहु अलैहि वसल्लम का हुक्म है कि किसी भी इंसान के बारे में कोई बुरी राय कायम ना करो। शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान ने कहा कि बुरा सोचने वाला कभी कामयाब नहीं होता वो अपनी ताकत लोगों की बुराई में खर्च करता है जिसकी वजह से उसे सिवाए बुराई करने के कोई और काम नहीं आता।

इसी संबंध में शाही इमाम ने कामयाबी की तरफ बढ़ रहे लोगों को सलाह दी कि वह सब्र और हिम्मत के साथ आगे बढ़ते हुए सामाजिक व्यवस्था को बेहतर बनाएं। वर्णनयोग है कि इस अवसर पर कुरआन मजीद हिफज करने वाले 4 बच्चों की दस्तारबंदी भी की गई।

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Saturday, February 10, 2024

PEC ग्लोबल एलुमनी में मिले बहुत से पुराने महारथी

Saturday 10th February 2024 at 5:11 PM

पुराने महारथियों की यादों ने बांधा यादगारी रंग


चंडीगढ़
: 10 फरवरी 2024: (मीडिया लिंक//पंजाब स्क्रीन डेस्क)::

दशकों पहले कल्पना चावला और कई अन्य छात्र पीईसी अर्थात PEC के साथ जुड़े हुए थे। PEC मतलब Deemed to be University-इस गौरवशाली संस्थान पंजाब इंजीनियरिंग कालेज के साथ अपने जीवन काल में उन्होंने देश और दुनिया के लिए एक नया इतिहास रचा, जहां उन्होंने अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया, वहीं इस बात की गवाही भी दर्ज करवाई उन्हें इस काबिल बनाने में PEC  की अहम भूमिका रही। इन पुराने छात्रों ने सफलता की नई ऊंचाइयों को छू कर भी दिखाया है। आज जब बहुत से पुराने छात्र एलुमनाई में आए तो कई नए छात्र उनसे प्रेम. सम्मान और उत्साह के साथ मिले। उनसे उनकी खूबियों और कामयाबी के गुर सीखने के लिए बहुत सी बातें जानीं। उस्तादी रंग वाले ये गुर ज़िंदगी भर कदम कदम पर उनके काम भी आएंगे। 

पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ (मानित विश्वविद्यालय) ने 10 फरवरी, 2024 को अपनी बहुप्रतीक्षित ग्लोबल एलुमनाई मीट - 2024 के लिए मंच तैयार किया। इस असाधारण कार्यक्रम ने न केवल गर्मजोशी से स्वागत का वादा किया, बल्कि प्रतिभा और सफलता का एक असाधारण उत्सव भी मनाया! इंजीनियर अतुल करवल, आईपीएस, महानिदेशक, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अपनी गरिमामयी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ओल्ड स्टूडेंट एसोसिएशन - पेकोसा ने अध्यक्ष इंजीनियर टीकम चंद्र बाली, के साथ इं. एच.एस. ओबेरॉय, पेकोसा के महासचिव के मार्गदर्शन में और 'स्टड्स' के भव्य आधिकारिक प्रायोजन के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत PEC के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) बलदेव सेतिया जी द्वारा मुख्य अतिथि और सभी पूर्व छात्रों का गर्मजोशी से स्वागत करने के साथ हुई। इसी दिन की शुरुआत सम्मानित अतिथियों के साथ औपचारिक दीप प्रज्वलित करके किया गया।

PECOSA के अध्यक्ष, एर. टीकम चंद्र बाली ने इस ग्लोबल मीट में एक बार फिर पीईसी कैंपस में सभी पूर्व छात्रों का स्वागत किया। उन्होंने पेकोसा के महत्व और विभिन्न बैचों और पृष्ठभूमियों के पूर्व छात्रों को एक साथ लाकर सौहार्द और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने में इसकी अभिन्न भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने PEC के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) बलदेव सेतिया जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन के लिए उनका आभार व्यक्त किया और स्टड्स के अध्यक्ष एर मधु खुराना, और स्टड्स के प्रबंध निदेशक एर. सिद्धार्थ खुराना को आधिकारिक भागीदार बनने के लिए भी धन्यवाद दिया।

अपने संबोधन में पेकोसा के महासचिव इं. एच. एस. ओबेरॉय ने एर अतुल करवाल, एनडीआरएफ के महानिदेशक के लिए आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और प्रत्येक पूर्व छात्र थे। वह विशेष रूप से PEC के प्रति कृतज्ञ महसूस करते थे। इंजीनियर मधु खुराना, और स्टड्स के प्रबंध निदेशक एर सिद्धार्थ खुराना जी ने 2 लाख (टॉपर के लिए 1 लाख, दूसरे टॉपर के लिए 60 हजार और तीसरे टॉपर के लिए 40 हजार) रुपये संसथान को दान किये। उन्होंने तहेदिल से उनका धन्यवाद दिया। अंत में, उन्होंने एक बार फिर 2024 की इस बैठक के लिए यहां आने वाले सभी पूर्व छात्र सदस्यों का स्वागत किया।

डॉ. राजेश कांडा (प्रमुख, पूर्व छात्र और कॉर्पोरेट संबंध) ने PEC से यूजी, पीजी और यहां तक कि पीएचडी दोनों को पूरा करने के साथ-साथ 100% -24 कैरेट गोल्ड पूर्व छात्र सदस्य होने के अपनी पूर्व यादों और गौरवपूर्ण क्षणों को व्यक्त किया। उन्होंने दिवंगत पूर्व छात्र एर सत प्रकाश गुप्ता, (1962 बैच), के परिवार के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। उनके पुत्र श्री पंकज गुप्ता ने दो छात्राओं की शिक्षा के लिए 57 लाख रु. का दान दिया।  इस दम्पति जोड़े को प्रतीक चिन्ह और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।

पीईसी के सम्मानित निदेशक डॉ. बलदेव सेतिया सम्मानित अतिथि एर अतुल करवाल (आईपीएस - महानिदेशक); एर. टी.सी. बाली, अध्यक्ष पेकोसा, एर. एच.एस. ओबेरॉय, महासचिव, पेकोसा; स्टड्स के अध्यक्ष एर. मधु खुराना, और स्टड्स के प्रबंध निदेशक एर सिद्धार्थ खुराना सहित पूर्व छात्रों की एक विशिष्ट श्रृंखला का स्वागत करते हुए रोमांचित थे। उन्होंने इस बैठक के आयोजन के लिए पेकोसा के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने पीईसी के 100+ वर्ष पूरे होने का उल्लेख भी किया। एक नहीं बल्कि दो राष्ट्रपतियों, पूर्व राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द और वर्तमान राष्ट्रपति श्रीमती. राम नाथ कोविन्द और वर्तमान राष्ट्रपति श्रीमती. द्रौपदी मुर्मू. की परिसर में गरिमामय उपस्थिति के साथ गौरवशाली इतिहास और एक साल तक चलने वाला शताब्दी समारोह का भी उल्लेख किया गया। उन्होंने फिराक गोरखपुरी को भी उद्धृत किया-

आने वाली नस्लें तुम पर फ़ख़्र नक्षत्र हम-असरो

जब भी उनका ध्यान आया तो तुमने 'फ़िराक़' को देखा       --'फ़िराक़'गोरखपुर

उन्होंने हाल के वर्षों में हो रहे विकास और अनुसंधान गतिविधियों के बारे में भी गर्व से बताया। उन्होंने हाल ही में पुरस्कार प्राप्त करने वाले विभिन्न संकाय सदस्यों और छात्रों की प्रशंसा की। परिसर के बुनियादी ढांचे को भी बढ़ाया गया है। उन्होंने यह भी कहा, कि स्टड्स ने हमारे आधिकारिक भागीदार होने का सम्मान विनम्रतापूर्वक स्वीकार किया है, जिससे इस आयोजन में प्रतिष्ठा और उत्साह की एक अतिरिक्त परत जुड़ गई है।

इसके साथ ही, स्टड्स के अध्यक्ष एर. मधु खुराना को पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में आकर वास्तव में पुरानी यादों का एहसास हुआ। स्टड्स ने एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के टॉपर्स के लिए 2 लाख रुपये का दान दिया था।  उन्होंने कहा कि यह सहायता छात्रवृत्ति पीईसी परिसर में और भी अधिक कल्पना चावला लाने के लिए काम करेगी और संस्थान की विरासत में उदारतापूर्वक योगदान देगा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एर. अतुल करवाल जी, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक ने पीईसी द्वारा सम्मानित किए जाने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि, ''एक इंजीनियर होने के नाते, सचमुच मुझे पुलिस में करियर बनाने के लिए अच्छी योग्यता मिली। हमें प्रौद्योगिकी को बहुत दृढ़ता से देखना होगा, अन्यथा हम पीछे रह सकते हैं। जीवन के किसी भी क्षेत्र में इंजीनियरिंग करने से आपको एक शानदार शुरुआत मिलती है, यही मेरे साथ भी हुआ।'' उन्होंने 15 साल की उम्र में अपना इंजीनियरिंग करियर शुरू किया और 19 साल की उम्र में पास भी हो गए। अंत में, उन्होंने कहा कि हमें यह जांचना चाहिए कि क्या हम जीवन को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं? बस अपने आप का आनंद लें।  कृतज्ञता की स्थायी भावना रखना और आपके आदर्श को हमेशा याद रखना ही असल मायने में जीना है।

हमारे सम्मानित पूर्व छात्र, आईएएस अधिकारी एर रितु माहेश्वरी. के भव्य प्रवेश के लिए मंच पूरी तरह तैयार था।  1954, 1964, 1969, 1974, 1989, 1999, 2009 और 2014 बैच के पूर्व छात्र प्रोफेसर अहस्वनी कुमार गोसाईं (आईआईटीडी में सिविल इंजीनियरिंग विभाग), पंकज दुहान जैसे विशिष्ट अतिथियों के साथ इस भव्य उत्सव को देखने के लिए उपस्थित थे। (रेकिट बेंकिज़र वेलनेस के वैश्विक प्रमुख), सरबजीत सिंह विर्क (फिनवेसिया ग्रुप के प्रबंध निदेशक और सह-संस्थापक), पीडब्ल्यूडी (बी एंड आर) हरियाणा के इंजीनियरिंग-इन-चीफ, और कई अन्य। माननीय मुख्य अतिथि एर अतुल करवाल और निदेशक, प्रो. (डॉ.) बलदेव सेतिया जी द्वारा सभी पूर्व छात्रों को सम्मानित किया गया। ।

1988 बैच के पूर्व छात्रों ने आज सुबह 10 फरवरी, 2024 को संस्थान को 2 ई-वाहन, एक ई-स्कूटर और एक ई-कार्ट भी दान किये।

नृत्य, संगीत और अविस्मरणीय प्रदर्शन के मनमोहक मिश्रण से भरपूर, पूर्व छात्रों की बैठक बेहद आनंददायक रही, जिससे हर कोई उत्साहित और ऊर्जावान महसूस कर रहा था। उत्सव के बीच, हार्दिक कहानियों का आदान-प्रदान किया गया, जिससे उपस्थित लोगों को एक-दूसरे के जीवन, करियर और उपलब्धियों के बारे में जानने का मौका मिला। जैसे-जैसे रात ख़त्म होने लगी, उपस्थित सभी लोगों के बीच तृप्ति और कृतज्ञता की गहरी भावना बनी रही।

कुल मिला कर सारा आयोजन यादगारी रहा। इस सारे कार्यक्रम के दौरान नई पीढ़ी और पुरानी पीढ़ी का एक बहुत ही दिलचस्प संयोजन भी सामने आया, जिसने समय और तकनीक का उपयोग करके भविष्य का एक और नया इतिहास भी रचना है। 

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Friday, February 09, 2024

सिखों व मुसलामों की इतिहासिक सांझ एक अनमोल दस्तावेज

 Friday 9th February 2024 at 17:34 PM

डा. डीएन कोटनीस एक्यूपंचर अस्पताल में हुआ विमोचन 


लुधियाना: 9 फरवरी 2024: (शीबा सिंह//पंजाब स्क्रीन)::

आज डा. डीएन कोटनीस एक्यूपंचर अस्पताल सलेम टाबरी लुधियाना में प्रसिद्ध लेखक एवं सिखों व मुसलामों की इतिहासिक सांझ एक अनमोल दस्तावेज किया गया। जिसे तखत श्री पटना साहब से जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह, शाही इमाम पंजाब जनाब मुहम्मद उस्मान, गुरूद्वाना श्री दुख निवारण साहिब से मुखय सेवादार सरदार प्रितपाल सिंह पाली, एमएलए मदन लाल बगगा, एमएलए श्रीमति राजिंदर पाल कौर छिन्ना, पूर्व आईजी स. इकबाल सिंह गिल आईपीएस,, सरबत दा भल्ला से जसवंत सिंह छापा, डा. कोटनीस अस्पताल के डायरेक्टर डा. इंद्रजीत सिंह द्वारा अपने कर कमलों से किया गया। इस अवसर पर डा. इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इस पुस्तक के साथ इंटरनेशल खयाति हासिल लेखक अली राजपुरा स्टेट अवार्डी ने पंजाबी साहित की अमीर विरासत में और वृद्दि की है। इससे पहले भी अली राजुपरा द्वारा लोक कथाओं का बादशाह कुलदीप माणक, कविशर जोगा सिंह जोगी, पंजाबी गायकी के सात समुंद्र, गदर इतिहास, कलप दीआं रूहां, मेर अंग संग, वड्‌डा घल्लुघारा, शहीदी साका आदि लिखी है जिन्हें पाठक वर्ग की ओर से भारी समर्थन मिल चुका है। मालूम रहे कि वड्‌डा घल्लुघारा शहीदी साका किताब शिरामणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी एसजीपीसी द्वारा प्रमाणित है। इस अवसर पर विभिन्न वक्ताओं ने कहा क अली राजपुरा की किताबों को शोधकर्ता स्टूडेंट अपने शोध स्टडी कामों के लिए इस्तेमाल करते है।

वक्ताओं ने कहा कि आज रिलीज की गई किताब सिखों व मुसलामों की इतिहासिक सांझ एक अनमोल दस्तावेज है। जिसकों लिखने के लए अली राजपुरा ने करीब चार साल शोध किया।

इस अवसर पर सरदार इकबाल सिंह गिल आईपीएस द्वारा दिए गए योगदान का विशेष उल्लेख किया गया।

इस अवसर पर शाही इमाम पंजाब मुहम्मद उस्मान ने कहा कि इस किताब में अली जी ने बेहद सुंदर शब्दों में सिख इतिहास में भाईचारिक सांझ को पाठकों व समूह संगत के सामने लाया गया है। इस किताब में श्री गुरू नासनक देव जी के जीवन काल से लेकर दशम पिता श्री गुरू गोबिंद सिंह जी तक का जिक्र किया गया। अली राजपुरा ने कहा कि मुझे सिखों व मुसलमानों किे आपी सांझ प्रेम के जो प्रमाण मिले उसे तथ्यों के आधार पर पेश करने की कोशिश की गई है। एमएलएज चौधरी मदन लाल बग्गा व राजिंदर पाल कौर छिन्ना ने कहा कि वह इस किताब के लिए युवा लेखक अली राजपुरा को अपनी शुभकामनाएं व बधाई देते है। 

गुरूद्वारा श्री दुख निवारण साहब के मुख्य सेवादार प्रितपाल सिंह पाली ने कहा कि अली राजुपरा सिख इतिहास के उन पक्षों को उजागर कर रहा है, जिनके बारे में वर्तमान समय में लिखा जाना जरूरी है। इस किताब में सिखों व मुसलमानों की आपसी सांझ का बहुत सुंदर ढंग से जिक्र किया गया है। 

सरबत दा भला के जसवंत सिंह छापा ने कहा कि वह अली राजपुरा को मुबारकबाद देते है तथा अरदास करते है कि वह यूं ही सिख कौम की सेवा करते रहे। 

समाजिक सुधार प्रमुख सरदार वरिंदर टिवाणा, केके बावा व कर्नल एचएस काहलों ने कहा कि यह किताब आपसी भाईचारे व समाजिक सद्भाव का संदेश देती है। इस अवसर पर फिल्म अदाकारा सरबजीत कौर मांगट, गगनदीप सिंह, गुरू साहब खालसा एड लुधियाना, लेखिका इंद्रजीत कौर, कवंल वालिया, अनत गिल, जगदीश सिडाना, डा. रघवीर सिंह, अश्वनी वर्मा, मनीष, गगन भाटिया, रेशम नत्त आदि उपस्थित रहे। 

इससे पहले अस्पताल की प्रबंधक कमेटी के जगदीश सिडाना, अश्वनी वर्मा, आनंद तायल ने मुख्य मेहमानों को फुलों के बुके देकर स्वागत किया गया।

TAVR प्रोसीजर एओर्टिक वाल्व स्टेनोसिस में अत्यधिक प्रभावी

 Friday 9th February 2024 at 4:29 PM

डॉ. रजनीश कपूर ने बताए कुछ गहन रहस्य 


लुधियाना: 9 फरवरी 2024: (शीबा सिंह//पंजाब स्क्रीन डेस्क)::

“ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट (टीएवीआर) प्रोसीजर एओर्टिक वाल्व स्टेनोसिस के इलाज में अत्यधिक प्रभावी साबित हुई है। टीएवीआर ने एओर्टिक वाल्व स्टेनोसिस के इलाज में लगातार उच्च सफलता दर का प्रदर्शन किया है।

गुरुवार को यहां एक होटल में टीएवीआर पर एक सीएमई को संबोधित करते हुए, पंजाब रतन अवार्ड से सम्मानित सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रजनीश कपूर ने कहा, “अध्ययन और क्लिनिकल ट्रायल्स के अनुसार, टीएवीआर के लिए प्रोसीजर सफलता दर 95% से अधिक है। यह उच्च सफलता दर टीएवीआर टैकनोलजी में एडवांसमेंट के कारण है, जिसमें बेहतर वाल्व डिजाइन, उन्नत इमेजिंग और परिष्कृत डिलीवरी सिस्टम शामिल हैं।"

टीएवीआर से जुड़ी डेथ रेट पर उन्होंने कहा कि टीएवीआर में पारंपरिक ओपन-हार्ट सर्जरी की तुलना में खासकर उच्च जोखिम वाले रोगियों में कम डेथ रेट पाया गया है, अध्ययनों से लगातार पता चला है कि कुछ मामलों में टीएवीआर ने बेहतर परिणाम प्रदर्शित किए हैं।

मेदांता अस्पताल में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी के चेयरमैन डॉ. रजनीश कपूर ने बताया कि जो मरीज टीएवीआर से गुजरते हैं, उन्हें एओर्टिक वाल्व स्टेनोसिस से जुड़े लक्षणों में महत्वपूर्ण सुधार का अनुभव होता है।

सांस की तकलीफ, थकान और सीने में दर्द, जो इस स्थिति के सामान्य लक्षण हैं, प्रोसीजर के बाद कम हो जाते हैं। डॉ. कपूर ने कहा कि टीएवीआर के माध्यम से उचित रक्त प्रवाह को बहाल करने और हृदय की कार्यप्रणाली में सुधार करने से मरीजों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है।

उन्होंने आगे कहा कि टीएवीआर के फायदों में से एक ओपन-हार्ट सर्जरी की तुलना में अस्पताल में कम स्टे होता है।उन्होंने कहा कि यह देखा गया है कि पारंपरिक ओपन-हार्ट सर्जरी की तुलना में टीएवीआर में प्रोसीजर के बाद कम जटिलताएं होती हैं।

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Wednesday, January 31, 2024

अमृतपाल का नाम भंगड़े में गिन्नीज बुक आफॅ वर्ल्ड रिकार्ड में

Tuesday: 30th January 2024 at 2047  

लुधियाना के नौजवान ने दिखाया भंगड़ा में गज़ब का कमाल 

एलपीयू के डीन व भंगड़ा कोच ने गिन्नीज टीम से प्राप्त हुआ सर्टीफिकेट भी सौंपा


लुधियाना
: 30 जनवरी 2024: (मीडिया लिंक//पंजाब स्क्रीन डेस्क)::

पंजाब की संस्कृति को दर्शाता लोक नाच भंगड़ा आज भी विश्व भर में अपनी पहचान बनाए हुए है। भले ही युवा पश्चिमी कल्चर को अपना रहा हो लेकिन आज भी पंजाबी नौजवान भंगड़े को अपना कर न केवल ताल ठोक रहे है, बल्कि दुनिया में भी अपनी पंजाबी संस्कृति का लोहा मनवा रहे है। ऐसे ही लुधियाना के नौजवान आजाद नगर, दाना मंडी निवासी अमृतपाल सिंह (23) ने राज्य व लुधियाना का नाम पूरी दुनिया में रौशन किया है। 

अमृतपाल सिंह जो कि पंजाब की नामी युनिर्वसिटी लवली प्रोफेशनल युनिर्विसिटी फगवाड़ा का स्टूडेंट है और वहां की भंगड़ा टीम का भी सदस्य है  का नाम गिन्नीज बुक आफॅ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज होने का गौरव हासिल हुआ है। अमृतपाल सिंह ने भंगडे की कोचिंग युनविर्सिटी में ही भंगडा कोच कमलप्रीत सिंह कलसी से हासिल की है। 

अमृतपाल सिंह के साथ भंगड़ा टीम के सात सदस्य है जो कि सभी लवली यूनिर्वसिटी के ही स्टूडेंट है । असल में गिन्नीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड द्वारा भंगडे़ पर एक इंवेट करवाया गया था जिसमें 4411 प्रतिभागियों ने इस भंगड़ा इवेंट में भाग लिया जोकि सबसे बड़ा भंगड़ा डांस इवेंट के रूप में चयनित किया गया। 

इस गौरव के लिए अमृतपाल सिंह व उसकी टीम के हर सदस्य का खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। आज यूनिवर्सिटी के डीन बलप्रीत सिंह व उनके कोच कमलप्रीत सिंह कलसी द्वारा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से भेजा गया सर्टीफिकेट अमृतपाल सिंह व उनके टीम के अन्य सदस्यों को सौंपा गया; जिसे पाकर अमृतपाल सिंह व टीम के सदस्यों का खुशी का ठिकाना नहीं है। अमृतपाल सिंह ने सर्टिफिकेट पाने पर यूनिवर्सिटी के चांसलर, डीन बलप्रीत सिंह व अपने कोच कमलप्रीत सिंह कलसी का हार्दिक आभार व्यक्त किया।

मालूम हो कि अमृतपाल सिंह लगातार दो बार 26 जनवरी को राष्टीय गणतंत्र दिवस पर कर्त्वय पथ नई दिल्ली में भंगडे पर ताल ठोक चुका है तथा लगातार लुधियाना व देश का नाम ऊंचा करता आ रहा है। अब गिन्नीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी नाम दर्ज करवाकर उसने देश, पंजाब व लुधियाना के अलावा अपनी यूनिर्विसटी व माता पिता का नाम भी वर्ल्ड लेवल पर रौशन किया है। 

अमृतपाल सिंह के पिता रघबीर सिंह पेशे से एक्यूपंचर डाक्टर है व माता निर्मल कौर हाउस वाईफ के अलावा बड़ा भाई तजिंदर पाल सिंह कैनेडा में सैटल है तथा परिवार के सदस्य अमृतपाल सिंह की प्राप्ति पर बेहद खुश है।

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