Thursday, March 04, 2021

पंजाब में लगातार गंभीर है चाईल्डहुड कैंसर की समस्या

 Thursday: 4th March 2021 at 4:13 PM

सीएमसी अस्पताल की वर्कशाप में कई नए पहलू भी सामने आए 


लुधियाना
: 4 मार्च 2021: (पंजाब स्क्रीन)::

कैंसर के इलाज की बहुत सी सम्भावनायें खोज लिए जाने के बावजूद कैंसर का खतरा और भय अभी तक समाप्त नहीं किया जा सका। कैंसर से बचाव की चेतना जगाने के मकसद से आज सी एम सी अस्पताल में चाईल्डहुड कैंसर की समस्या को ले कर विशेष वर्कशाप का आयोजन हुआ। लुधियाना के सबसे पुराने मेडिकल संस्थान इस आयोजन के दौरान कैंसर समस्या पर जहां विचार विमर्श हुआ। 

यह वर्कशाप तीन घंटों तक चली तक। सिवल सृजन डाक्टर सुखजीवन ककड़ इस मौके पर मुख्य मेहमान थे। इस वर्कशॉप में यह बात उभर कर सामने आई कि बचपन में होने वाला कैंसर अभी भी एक गंभीर समस्या बना हुआ। है। इस वर्कशॉप के  सक्रिय भागीदारी का सहयोग  संस्थान CANKIDS KIDSCAN ने इस विषय पर बहुत कुछ बताया। इस संस्थान  दी गई जानकारी  विश्व में हर साल तीन लाख बच्चे कैंसर से प्रभावित होते हैं जो की बेहद चिंतनीय है। इनमें थोड़ा और विस्तार में जाएँ तो भारत में दुनिया के 25 फीसदी से अधिक बच्चे कैंसर से पीड़ित हैं।  वैसे तो देश में कैंसर के इलाज के लिए 200 से ज्यादा सेंटर हैं, मगर इन केंद्रों में महज 30 फीसदी बच्चे ही इलाज के लिए पहुंच पाते हैं। ऐसे बच्चों की बहुत बड़ी संख्या इस  सुविधाओं से वंचित ही रह जाती है। 

आज की वर्कशॉप में 10 आशा वर्करों, 10 ए एन एम वर्करों और आठ कम्युनिटी वर्करों ने शामिल हो कर इसका लाभ उठाया। क्रिश्चियन मेडिकल कालेज और अस्पताल  डायरेक्टर डाक्टर विलियम भट्टी  मुख्य मेहमान  पर शामिल हुए  डाक्टर सुखजीवन ककड़ को सुस्वागतम कहते हुए उनका अभिनंदन किया। 

इसके साथ ही डाक्टर भट्टी ने विस्तार से बताया कि किस तरह कैंसर की रोकथाम में सीएमसी अस्पताल निरंतर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सीएमसी अस्पताल की तरफ से स्वास्थ्य वर्करों को बहुत ही विशेष  ट्रेनिंग  है जिससे कैंसर के साथ लड़ी जा रही जंग में विजय प्राप्त करना आसान होने लगता है। इस ट्रेनिंग का फायदा पूरे समाज के हर वर्ग को पहुंचता है। 

इस अवसर पर मौजूद रहे सिवल सर्जन डाक्टर सुखजीवन कक्क्ड़ ने कैंसर की रोकथाम  लिए  रही सरकारी योजनाओं के संबंध में भी बताया। उन्होंने आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री  योजना का विशेष तौर पर उल्लेख किया। उन्होने कहा कि कैंसर केमरीज़ों को इससे बहुत फायदा पहुँच रहा है। उन्होंने भविष्य में आने वाली कुछ और योजनाओं के बारे में  भी संकेत दिया। रोगी केंद्रित इलाज इसी  होंगें। 

क्लिनिकल मैटोलॉजी विभाग के प्रमुख डाक्टर जोसेफ जॉन कि इस तरह की वर्कशॉप जैसे प्रयासों से सभी हैल्थ वर्करों के साथ एक मानवीय संबंध  भी बनता और मज़बूत होता है जो ऐसी बिमारियों के साथ चलती जंग  को जीतने में सहायक होता है। 

 इस वर्कशॉप में कैनकिडज़ से आये डाक्टर बलबीर ने कैनकिडज़ की तरफ से दी  सुविधाओं का भी विवरण दिया। क्लिनिकल मैटोलॉजी विभाग की सहायक प्रोफेसर प्रतिभा धीमान ने भी इस विषय पर बहुत ही अर्थपूर्ण बातें कहीं। (Input:Health and Fitness Screen)

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