नई पीढ़ी की मिसाइल अग्नि-5 का किया सफल परीक्षण
देश के एकीकृत मिसाइल विकास कार्यक्रम में इतिहास रचते हुए भारत ने लंबी दूरी की बलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का आज सफल परीक्षण किया।
अग्नि-5 मिसाइल का स्वत: परीक्षण आठ बजकर चार मिनट पर शुरू हुआ। बादलों की पतली परत को बेधते हुए यह मिसाइल आठ बजकर सात मिनट पर परीक्षण स्थल से उड़ा और ठीक उसी दिशा में ऊपर उठने लगा जो वैज्ञानिकों द्वारा निर्धारित किया गया था। पांच हजार किलोमीटर के दायरे तक मार करने वाला यह मिसाइल तीन चरणों में आगे बढ़ा और अंत में सही समयावधि में बंगाल की खाड़ी में गिर गया। डीआरडीओ द्वारा विकसित तीनों चरणों में मिसाइल ने वैसा ही प्रदर्शन किया जैसा अनुमानित था। पूरी तरह देश में विकसित रॉकेट मोटरों ने बेहतर प्रदर्शन किया जिससे यह जाहिर होता है कि भारत कॉम्प्लेक्स प्रोपल्सन टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर हो गया है।
अग्नि-5 के परीक्षण में पूरी तरह से देश में विकसित कई नई तकनीकों की भी जांच हुई।
उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, रक्षा मंत्री एके एंटनी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री शिव शंकर मेनन ने अग्नि-5 के सफल परीक्षण पर बधाई दी है। प्रधानमंत्री डॉ. सिंह और रक्षा मंत्री एके एंटनी ने डीआरडीओ प्रमुख डॉ. वीके सारस्वत और कार्यक्रम निर्देशक श्री अविनाश चंदर से बातचीत की और अग्नि-5 के सफल परीक्षण पर डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को बधाई दी। परीक्षण के मौके पर मौजूद कमांडर इन चीफ एयर मार्शल केजे मैथ्यूज ने अग्नि-5 के सफल परीक्षण को भारत के लिए एक एतिहासिक घटना करार दिया। अग्नि-5 के सफल परीक्षण के मौके पर कई अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। परियोजना निदेशक श्री आरके गुप्ता ने परीक्षण के दौरान डीआरडीओ के वैज्ञानिकों के दल और कर्मचारियों का नेतृत्व किया। (पीआईबी) 19-अप्रैल-2012 17:42 IST
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अग्नि-5 मिसाइल का स्वत: परीक्षण आठ बजकर चार मिनट पर शुरू हुआ। बादलों की पतली परत को बेधते हुए यह मिसाइल आठ बजकर सात मिनट पर परीक्षण स्थल से उड़ा और ठीक उसी दिशा में ऊपर उठने लगा जो वैज्ञानिकों द्वारा निर्धारित किया गया था। पांच हजार किलोमीटर के दायरे तक मार करने वाला यह मिसाइल तीन चरणों में आगे बढ़ा और अंत में सही समयावधि में बंगाल की खाड़ी में गिर गया। डीआरडीओ द्वारा विकसित तीनों चरणों में मिसाइल ने वैसा ही प्रदर्शन किया जैसा अनुमानित था। पूरी तरह देश में विकसित रॉकेट मोटरों ने बेहतर प्रदर्शन किया जिससे यह जाहिर होता है कि भारत कॉम्प्लेक्स प्रोपल्सन टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर हो गया है।
अग्नि-5 के परीक्षण में पूरी तरह से देश में विकसित कई नई तकनीकों की भी जांच हुई।
उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, रक्षा मंत्री एके एंटनी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री शिव शंकर मेनन ने अग्नि-5 के सफल परीक्षण पर बधाई दी है। प्रधानमंत्री डॉ. सिंह और रक्षा मंत्री एके एंटनी ने डीआरडीओ प्रमुख डॉ. वीके सारस्वत और कार्यक्रम निर्देशक श्री अविनाश चंदर से बातचीत की और अग्नि-5 के सफल परीक्षण पर डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को बधाई दी। परीक्षण के मौके पर मौजूद कमांडर इन चीफ एयर मार्शल केजे मैथ्यूज ने अग्नि-5 के सफल परीक्षण को भारत के लिए एक एतिहासिक घटना करार दिया। अग्नि-5 के सफल परीक्षण के मौके पर कई अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। परियोजना निदेशक श्री आरके गुप्ता ने परीक्षण के दौरान डीआरडीओ के वैज्ञानिकों के दल और कर्मचारियों का नेतृत्व किया। (पीआईबी) 19-अप्रैल-2012 17:42 IST
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