अब अंतिम तिथि 30 जून, 2014 तक
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने आज राष्ट्रीय कृषि नवीकरण परियोजना (एनएआईपी) की अंतिम तिथि 30 जून, 2014 तक बढ़ाने के कृषि मंत्रालय, कृषि अनुसंधान एवं विस्तार शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है, परंतु लागत में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी।
इस परियोजना में अब तक 800 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं। बाकी बचे 400 करोड़ रुपये का इस बढ़ाई गई अवधि सहित बाकी परियोजना अवधि के लिए उपयोग किया जाएगा।
सितम्बर, 2006 में शुरू की गई इस योजना से संगठनात्मक कार्य निपुणता, कार्य कुशलता, कृषि मूल्य श्रृंखला, गैर- लाभकृत क्षेत्रों में जीविका सुरक्षा, क्षमता निर्माण और मूल एवं नीतिक अनुसंधान में सकारात्मक परिवर्तन आए हैं। यह परियोजना अनुमोदित तकनीकी कार्यक्रम के अनुसार लागू की जाएगी। यह परियोजना प्राथमिक खाद्य आत्मनिर्भरता अभिमुखता से गरीबी उन्मूलन एवं आय सृजनता की सहायता करने के लिए बाजार अनुकूल के लिए स्थायी सुधार लाने में योगदान दे रही है। बढ़ाई गई अवधि के दौरान परियोजना अपने विकास उद्देश्यों को प्राप्त करेगी।
पृष्ठभूमि - राष्ट्रीय कृषि नवीकरण परियोजना विश्व बैंक और भारत सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्राप्त परियोजना है, जिसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डीएआरई), कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा लागू किया गया है। यह परियोजना मूल रूप से 31 दिसम्बर, 2012 को समाप्त होने वाली थी। नवीकरण अनुसंधान परियोजनाओं के फलस्वरूप परियोजना के पहले चरण के पूरा होने में 18 महीनों का अतिरिक्त समय लग गया। दूसरा चरण यथा उल्लिखित समय लेगा और यह परियोजना 30 जून, 2014 तक अनुमोदित तकनीकी कार्यक्रम को पूरा करते हुए अपने उद्देश्यों को पूरा करने में समर्थ होगी। (पीआईबी) 01-मार्च-2012 16:13 IST
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने आज राष्ट्रीय कृषि नवीकरण परियोजना (एनएआईपी) की अंतिम तिथि 30 जून, 2014 तक बढ़ाने के कृषि मंत्रालय, कृषि अनुसंधान एवं विस्तार शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है, परंतु लागत में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी।
इस परियोजना में अब तक 800 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं। बाकी बचे 400 करोड़ रुपये का इस बढ़ाई गई अवधि सहित बाकी परियोजना अवधि के लिए उपयोग किया जाएगा।
सितम्बर, 2006 में शुरू की गई इस योजना से संगठनात्मक कार्य निपुणता, कार्य कुशलता, कृषि मूल्य श्रृंखला, गैर- लाभकृत क्षेत्रों में जीविका सुरक्षा, क्षमता निर्माण और मूल एवं नीतिक अनुसंधान में सकारात्मक परिवर्तन आए हैं। यह परियोजना अनुमोदित तकनीकी कार्यक्रम के अनुसार लागू की जाएगी। यह परियोजना प्राथमिक खाद्य आत्मनिर्भरता अभिमुखता से गरीबी उन्मूलन एवं आय सृजनता की सहायता करने के लिए बाजार अनुकूल के लिए स्थायी सुधार लाने में योगदान दे रही है। बढ़ाई गई अवधि के दौरान परियोजना अपने विकास उद्देश्यों को प्राप्त करेगी।
पृष्ठभूमि - राष्ट्रीय कृषि नवीकरण परियोजना विश्व बैंक और भारत सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्राप्त परियोजना है, जिसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डीएआरई), कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा लागू किया गया है। यह परियोजना मूल रूप से 31 दिसम्बर, 2012 को समाप्त होने वाली थी। नवीकरण अनुसंधान परियोजनाओं के फलस्वरूप परियोजना के पहले चरण के पूरा होने में 18 महीनों का अतिरिक्त समय लग गया। दूसरा चरण यथा उल्लिखित समय लेगा और यह परियोजना 30 जून, 2014 तक अनुमोदित तकनीकी कार्यक्रम को पूरा करते हुए अपने उद्देश्यों को पूरा करने में समर्थ होगी। (पीआईबी) 01-मार्च-2012 16:13 IST
No comments:
Post a Comment