Monday, March 24, 2014

23 मार्च-बड़े पैमाने पर हुआ शहीदों को नमन

कई स्थानों पर हुए कार्यक्रम  --Updated on March 24 2014 at 14:30 
लुधियाना: 23 मार्च 2014: (रेकटर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन): वर्ष में 364 दिन शहीदों को भुलाये रखने वाले लोग दिन विशेष आने पर बहुत ही जोशो खरोश से अपनी श्रद्धा के फूल अर्पित करते हैं। इस रस्म को निभाने के बाद जल्द से जल्द वहाँ से खिसक लेते हैं। यही कुछ आज भी हुआ। बहुत से लोग आये--फूल मालाएं पहनायीं और चलते बने। फोटो खिंचवाने और फिर जल्द से जल्द किसी और जगह भाग लेने की होड़। कुछ तो ऐसे थे जो बार बार किसी वरिष्ठ नेता के आ जाने से उसके साथ खड़े हो जाते थे तांकि उनकी फोटो भी दोबारा तिबारा उनके साथ आ सके। अगर आज अधिक फोटो खिंचवाने का कोई मुकाबला होता तो शायद बहुत से लोगों को इनाम मिलते। शहीदों के सपनों की बात करने की हिम्मत बहुत ही कम लोगों ने बहुत ही कम कार्यक्रमों में दिखायी पर इन कम लोगों ने ही वास्तव में शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि दी ।
माकपा नेता वृंदा करात अपने घोषित समय से कुछ देरी से पहुंची। इसी बीच अकाली दल और अन्य सियासी व समाजिक संगठनों ने जगराओं पुल पर पहुँच कर शहीदों को नमन किया।  अकाली नेता शरणजीत सिंह ढिल्लों, मनप्रीत सिंह अयाली, मेयर हरचरण सिंह गोलवड़िया, हरभजन सिंह डंग, गुरिंदरपाल सिंह पप्पू और कई अन्य नेतायों ने शहीदों को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
हैल्पिंग हैंडस कल्ब के  सदस्य भी शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए जगराओं पुल पर स्थित शहीदों की प्रतिमा पर पहुंचे। शायद यह पहला ऐसा संगठन था जो जूते उतर कर सीडियां चढ़ा। इस संगठन के राष्ट्रिय अध्यक्ष-रमन गोयल, मुख्य सलाहकार अवनीश मित्तल, नीरज वर्मा, ज्योति डंग, गगन अरोड़ा, दीपक जैन, वरुन जैन, निखिल गोयल, राजीव अरोड़ा, रशिम कालड़ा, अमित सैणी, शशि, तरुण गोयल, राकेश सिंगला और कई अन्य पदाधिकारियों और सदस्यों ने शहीदों की कम उम्र और ऊंचे निशानों की चर्चा की।  
आज़ाद क्रन्तिकारी सेवा दल ने भी इस दिन को श्रद्धा से मनाया और शहीदों की याद को ताज़ा किया।  संगठन के प्रधान गुरजीत सिंह राणा ने लुधियाना में एक अजायबघर बनाने की मांग भी की। इस मौके पर वरिंदर सिंह वीरू, सिमरनजीत सिंह सोनी,अमित, गगन, रानी, रिंकी, सचिन और कई अन्य सदस्य भी मौजूद थे। 
इन लोगों ने जगराओं पुल का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने और नशे की रोकथाम के लिए ड्रग्स माफिया पर नकेल कसने की मांग भी की। 
इस ऐतिहासिक दिन के मौके पर किदवई नगर इलाके में स्थित मिनी रोज़ गार्डन में एक यादगारी कार्यक्रम हुआ। रमेश बांगड़ और उनकी टीम के प्रयासों से हुए इस कार्यरम में कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए। स्कूली बच्चों ने अपनी रंगारंग आइटमों के ज़रिये जहां दर्शकों का मनोरंजन किया वहीँ समाज के नव निर्माण के लिए कई संदेश भी दिए। केसरिया रंग में रंगे सैंकड़ों नौजवान रंग  बसंती चोला की याद दिल रहे थे। 
एक्टिव एंटी क्रप्शन ग्रुप व बदर्स कल्ब की तरफ से किदवई नगर स्थित मिनी रोज गार्डन में रमेश बांगड़ और गुरदेव शर्मा देबी की अध्यक्षता में शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव जी की याद को समर्पित निघी याद शहीदां दी नाटक का मंचन किया गया। भगत सिंह व साथीयों की तरफ स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजी हकूमत को जड़ों से उखाड़ फैकने के लिए अपनाए गए तौर तरीकों को देख कर उपस्थित जनसमूह दांतो तले उंगलिया दबा कर बोले वाह भगत सिंह तेरी कुर्बानी बेमिसाल। नाटक में भगत सिंह के स्वतंत्रता संग्राम में कूदने से लेकर फांसी की सजा तक फिलमाए दृश्यों की जम कर सराहना हुई। लोग लगातार इन्हें देखने के लिए वहाँ बैठे रहे। हर किसी की निगाह स्टेज की तरफ थी। स्टेज पर हो रहा मंचन देख कर कई लोगों की आँखों में आंसू तक आ गए। 
इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नेतायों में भी जैसे कोई होड़ लगी थी। बहुत से प्रमुख नेता यहाँ आये, बैठे और कार्यक्रम को देखा-सुना और कलाकारों की अफ़ज़ाई की। जगह काफी बड़ी होने के बावजूद प्रोग्राम के अंत तक भरी रही। स्टेज तक आना जाना काफी मुश्किल था। लोगों के इस जोश को देख कर लगता था कि शहीदों के एक नारे पर कितने लोग एकत्र हो सकते हैं। समारोह में बाबा कुलवंत भल्ला, शून्य प्रभु, पूर्व मंत्री सतपाल गोंसाई, अकाली भाजपा उम्मीदवार मनप्रीत सिंह अयाली,आजाद प्रत्याशी  सिमरजीत सिंह बैंस, समाज सेवक जगदीश बजाज, अमित गोंसाई, गुरदीप सिंह गोशा, पार्षद गुरप्रीत सिंह खुराना, दलजीत सिंह भोला, डोली गोंसाई, सब इंस्पैक्टर हरबंस सिंह, प्रितपाल सिंह भापा,बरजिन्द्र सिंह, अश्वनी कत्याल ने शहीदों को प्रणाम किया। रमेश बांगड़ और गुरदेव शर्मा देबी ने शहीदों को शत-शत प्रणाम करते हुए युवा पीढ़ी को अपने महान शहीदों के पदचिन्हों पर चलते हुए देश की एकता व अंखडता के लिए हर समय तैयार रहने का आहवान किया। उन्होंने भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम करने का संकल्प दोहराया।  
इससे पूर्व दोनों संगठनो के सदस्यों व नौजवानों केसरी पगडिय़ां व शहीदो की तस्वीरों वाली शर्टे पहन कर भ्रष्टाचार से मुक्ति ,नशे रहित ,सामाजिक बुराइयों के खात्मे के लिए शपथ ली। वहीं जरूरतमंद परिवारों से संबंधित विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद व बेसहारा महिलाओं को घरेलू जरूरत का सामान उपलब्ध करवाया गया। इस अवसर पर एक्टिव एंटी क्रप्शन ग्रुप के अध्यक्ष रमेश बांगड़,बदर्स कल्ब  के अध्यक्ष हरपाल सिंह जगगी,कुणाल सचदेवा,तरणजीत सिंह लव्ली,चनप्रीत सिंह,मनोज बांसल,गुरप्रीत सिंह,हैप्पी,दीप मान,दपिन्द्र,मनप्रीत सिंह शिबू,जसमीत सिंह,गगनदीप,मनी बेदी,रवि बाहरी, दीप मान, जसप्रीत जस्सी, राजू बावा, करन बांगड़, प्रदीप पप्पू, सलीम खान, तिलक राज,प्रदीप कुमार,राहुल बिल्ला,गुरप्रीत ढींढसा, मनदीप मुंडी,चरणजीत सैनी और प्रदीप अप्पू सहित अन्य भी मौजूद थे।  
कार्यक्रमों की भीड़ में सबसे अलग था ऋषि नगर में पड़ती चाँद कलोनी में हुआ कार्यक्रम। "साथी तेजा सिंह स्वतंत्र मोहल्ला सुधर कमेटी" की ओर से कराये गए कार्यक्रम में मुख्य मेहमान थे शहीद भगत सिंह के सगे भान्जे प्रोफेसर जगमोहन सिंह जो लम्बे समय से  विचारों को  हैं। इस में रंगारंग कार्यक्रमों में मनोरंजन तो था लेकिन इस मनोरंजन में शहीदों का संदेश छुपा होता था और हर आइटम लोगों को सोचने के लिए मजबूर करती थी। कार्यक्रम एक घंटे के लिए घोषित था लेकिन चला कई घंटे तक। लोग अँधेरा होने तक वहाँ बैठे रहे। 
प्रोफेसर जगमोहन सिंह ने शहीद भगत सिंह के बचपन की यादें ताज़ा कीं। उन्होंने बच्चों से सीधे सीधे सम्बोधित होते हुए कहा कि वे तंदरुस्ती का ध्यान रखें---निराशा को पास भी न फटकने दें और अपनी मेहनत पर ही विश्वास रखें। उन्होंने साम्राजयवाद की चालों और कॉरपोरेट के सामने घुटने टेके जाने की सरकारी नीतियों को बहुत ही सहज शब्दों में बेनकाब किया। यूं लगता  था जैसे उन्होंने भगत सिंह के जीवन काल के वो गौरवशाली पन्नों का अतीत फिर से जीवंत कर दिया हो। उन्होंने गुरुबाणी और शायरी के संमिश्रण से एक ऐसा जादू जगाया कि शहीद भगत सिंह आस-पास बैठे प्रतीत होने लगे। 
साम्प्रदायिक साज़िशें:उन्होंने बताया कि कैसे जब शहीदों के बुत लुधियाना में लगने की बात आयी तो उस समय के एक वरिष्ठ नेता उनके घर आये और कहने लगे कि सुखदेव का बुत अलग जगह एक सब्ज़ी मंडी में लगेगा---भगत सिंह का अलग जगह और राजगुरु का राजगुरु नगर में। यह सब सुनकर मेरे नानी बोले मेरा बेटा अपने साथियों के साथ खड़ा ही अच्छा लगता है। इस तरह इन तीनों शहीदों को एक ही जगह पर सतहपित किया गया। जिनको न अँगरेज़ सरकार बाँट सकी और न ही मौत की सज़ा उन्हें ये साम्प्रदायिक लोग बाँटने चले थे।  इसके साथ ही उन्होंने बताया कि शहीदों के सपनों का भारत बनाने के लिए अभी बहुत कुछ करना होगा हम सबको मिलकर करना होगा। उनकी ज्ञान भरी बातों को सुनकर बहुत सी बच्चियां उनके आटोग्राफ लेने आयीं।  बहुत से बच्चों ने उनसे उनका फोन नंबर माँगा। इसी तरह कई अन्य स्थानों पर भी कार्यक्रम हुए। 
“आप“ ने भी दी शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु को श्रद्धांजली
शहीदों के सपनों का भारत बनाएंगे–“फूल्का“
आम आदमी पार्टी के लुधियाना क्षेत्र से लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी एडवोकेट एच. एस. फूल्का और पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आज जगराओं पुल पर शहीदों के स्मारक स्थल जाकर अपनी  श्रधा सुमन अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजली दी | इस अवसर पर एडवोकेट फूल्का ने जहाँ शहीदों को श्रद्धांजली दी वहीं इस बात पर गहरा दुख भी प्रकट किया कि, आजादी के 65 वर्षों के पश्चात् भी आम आदमी को सच्ची आजादी प्राप्त नही हो सकी है | आज भी सरकारी विभागों में आम आदमी को अपने छोटे से छोटे कार्य करवाने के लिए किसी न किसी नेता की सिफारिश या सिफारिश की पर्ची देनी पड़ती है जो की सही मायने में हमारे शहीदों की कुर्बानियों का अपमान है |

आगे फूल्का ने कहा की आम आदमी पार्टी शहीदों की क़ुरबानी को व्यर्थ नही जाने देगी इस अवसर पर जहाँ कार्यकर्ताओं के द्वारा “ इन्कलाब जिंदाबाद “ के नारे बुलंद किये गए वहीं इस बात का भी प्रण लिया गया “ भगत सिंह तेरी सोच ते – पहरा देयांगे ठोक के “ | एडवोकेट फूल्का और पार्टी के कार्यकर्ताओं की उपस्तिथि ने माहौल को जोशीला और देशभक्ति पूर्ण बना दिया |

शहीदी दिवस के इस अवसर पर एडवोकेट फूल्का ने लोगों से प्रण लेने के लिए कहा कि अब समय आ गया है हर सच्चे देशभक्त को आज यह प्रण लेना चाहिए कि शहीदों के सपनों का भारत बनाने के लिए और बेईमान सियासतदानों को सत्ता से बाहर निकालने के अपना यथासंभव सहयोग प्रदान करेंगे | यही हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजली होगी |

शहीदों को श्रद्धांजली देने के पश्चात् एडवोकेट फूल्का और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहर में पैदल मार्च निकला जो की मातारानी चौक, फव्वारा चोक, रानी झाँसी रोड, भारत नगर चौक, कोचर मार्किट, मॉडल ग्राम, राजगुरु नगर, होता हुवा सराभा नगर में संपन्न हुआ |

No comments: