Tuesday, March 12, 2013

चौथी अरविन्द स्मृति संगोष्ठी चंडीगढ में शुरू

भारतीय समाज की मुक्ति जातिप्रश्न को हल किये बिना संभव नहीं!
चंडीगढ़, 12 मार्च। चौथी अरविन्द स्मृति संगोष्ठी में ‘जाति प्रश्न और मार्क्सवाद’ विषय पर आज यहां भकना भवन में देशभर से आये बुद्धिजयों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा और विचार-मन्थन शुरू हुआ जो अगले चार दिनों तक जारी रहेगा।
संगोष्ठी की शुरुआत में ही यह बात स्पष्ट रूप से रेखांकित की गयी कि भारतीय समाज को शोषण से मुक्त करने की कोई भी परियोजना जाति प्रश्न को छोड़कर नहीं बनायी जा सकती। इस पांच दिवसीय संगोष्ठी में पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, बिहार आदि राज्यों से आये इतिहासकार, समाजशास्त्री, लेखक, सामाजिक कार्यकर्ता तथा संस्कृतिकर्मी भाग ले रहे हैं। इनके अलावा नेपाल की दोनों प्रमुख पार्टियों के वरिष्ठ नेता भी संगोष्ठी में भाग ले रहे हैं तथा ब्रिटेन और जर्मनी के बुद्धिजीवी भी भाग लेंगे।
उद्घाटन सत्र में अरविन्द मार्क्सवादी अध्ययन संस्थान की ओर से सत्यम ने कहा कि संगोष्ठी में मार्क्सवाद और अंबेडकरवाद के संबंध, डॉ अंबेडकर के राजनीतिक विचारों, जातिप्रश्न की मार्क्सवादी समझ, जातिप्रश्न के इतिहासलेखन, जातिप्रश्न और दलित साहित्य एवं सौंदर्यशास्त्र जैसे सवालों पर खुलकर चर्चा की जायेगी ताकि सामाजिक बदलाव की लड़ाई के अवरोधों को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दशकों में क्रांतिकारी मार्क्सवादी खेमे के बीच यांत्रिक सोच में बदलाव  आया है और दलितवादी खेमे के बीच भी अंबेडकर के विचारों की सीमाओं को लेकर उठ रहे हैं।
सत्यम ने कहा कि मार्क्सवाद और अंबेडकरवाद के बीच समन्वय कराने के प्रयास तथा सबआल्टर्न एवं पहचान की राजनीति आजकल काफी चलन में है। इनका मार्क्सवादी दृष्टि से विश्लेषण जरूरी है।
अरविन्द स्मृति न्यास की मुख्य न्यासी मीनाक्षी ने बताया कि का. अरविन्द की स्मृति में भारतीय कम्युनिस्ट आंदोलन के किसी महत्वपूर्ण विषय पर प्रतिवर्ष राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाता है। अरविंद मार्क्सवादी अध्ययन संस्थान कम्युनिस्ट आंदोलन के वैचारिक और व्यावहारिक पहलुओं पर शोध तथा अध्ययन के लिए स्थापित किया गया है।
संगोष्ठी में आये अतिथियोें का स्वागत करते हुए पंजाबी पत्रिका ‘प्रतिबद्ध’ के संपादक सुखविंदर ने कहा कि पंजाब में वामपंथी आंदोलन का एक विशेष इतिहास रहा है और यहां जातिप्रश्न भी विशिष्ट रूप में मौजूद है। यह हमारे लिए गौरव की बात है कि हर सवाल पर इतना महत्वपूर्ण आयोजन चंडीगढ में किया जा रहा है।
उद्घाटन सत्र की अध्ययक्षता एकीकृत नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के पोलित ब्येरो सदस्य एवं प्रसिद्ध साहित्य आलोचक निनु चपागाई, मुंबई की वरिष्ठ टेªड यूनियनकर्मी दीप्ति, अरविंद स्मृति न्यास की मीनाक्षी तथा ‘आह्वान’ पत्रिका के संपादक अभिनव ने की। संचालन कवयित्री कात्यायनी ने किया।
कार्यक्रम की शुरूआत का. अरविंद को श्रद्धांजति के साथ हुई। विहान सांस्कृति मंच की टीन ने क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किये।
संगोष्ठी में इस विषय के विभिन्न आयामों पर कुल 14 आलेख प्रस्तुत किये जायेंगे। संगोष्ठी का आधार आलेख ‘जाति प्रश्न और उसका समाधानः एक मार्क्सवादी दृष्टिकोण’ के अलावा पंजाबी पत्रिका ‘प्रतिबद्ध’ के सम्पादक सुखविन्दर ‘अम्बेडकरवाद और दलित मुक्ति’ पर, ‘आह्वान’ के सम्पादक अभिनव ‘जाति का इतिहासलेखन’ पर, ‘वर्ग, जाति और अस्मितावादी राजनीति’ पर  दिल्ली विश्वविद्यालय की शिवानी, ‘पश्चिम बंगाल में जाति और राजनीति’ पर सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज, कोलकाता के प्रस्कण्वा सिन्हारे, ‘मार्क्सवादी परंपराओं में जाति और सेक्स’ पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के डा. राजर्षि दासगुप्ता, ‘मार्क्सवाद और जाति प्रश्न’ पर दिल्ली के शोधकर्ता और ऐक्टिविस्ट असित दास, पहचान की राजनीति पर बी.आर. अंबेडकर कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रशांत गुप्ता, मार्क्स(वाद) तथा अम्बेडकर(वाद) की साझा प्रासंगिकता पर पंजाब के सुखदेव सिंह जनागल तथा जाति व पहचान की राजनीति की सीमाओं पर ‘जाति विरोधी आंदोलन’ के जयप्रकाश पेपर प्रस्तुत करेंगे।
इसके अलावा सुप्रसिद्ध इतिहासकार प्रो. इरफान हबीब की ओर से भारत में जाति के विषय में एक पृष्ठभूमि पत्र संगोष्ठी में प्रस्तुत किया जाएगा। एकीकृत कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी) के पोलित ब्यूरो सदस्य तथा सांस्कृतिक विभाग के प्रभारी निनु चपागाईं ‘दलित समस्या और सौंदर्यशास्त्र’ विषय पर आलेख प्रस्तुत करेंगे तथा श्रमिक मुक्ति दल (डेमोक्रेटिक), पुणे के डा. अनंत फड़के की ओर से ‘जातिवादी पदसोपानक्रम के भौतिक आधार के उन्मूलन के कार्यक्रम’ पर आलेख प्रस्तुत किया जाएगा। ग्लासगो विश्वविद्यालय, स्कॉटलैंड के प्रो. पॉल कॉकशॉट इंटरनेट लिंक के द्वारा अपनी प्रस्तुति देंगे और उनका आलेख ‘डा. अम्बेडकर या डा. मार्क्स’ प्रस्तुत किया जाएगा।

- मीनाक्षी (प्रबन्ध न्यासी), आनन्द सिंह (सचिव)
अरविन्द स्मृति न्यास
अधिक जानकारी के लिए कृपया संपर्क करेंः
कात्यायनी - 09936650658, सत्यम - 9910462009, नमिता (चंडीगढ़) - 9780724125
 चौथी अरविन्द स्मृति संगोष्ठी चंडीगढ में शुरू

No comments: