Wednesday, August 01, 2012

एक उम्मीद के उद्घाटन पर स्वास्थ्य मंत्री का वादा

मिलावट करने वालों को किसी भी हालत में नहीं नहीं बख्शेंगे: मित्तल
एक उम्मीद का उद्घाटन:सर पर मंच पर सुशोभित हैं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मदन मोहन मित्तल और अन्य प्


स्वास्थ्य मंत्री श्री मदन मोहन मित्तल को सुस्वागतम कहे जाने की एक यादगारी तस्वीर 
निखिल सिघल नोबल ट्रस्ट की और से प्रायोजित एक उम्मीद इमारत का उद्घाटन करते स्वास्थ्य मंत्री एम एम मित्तल 
के ऍफ़ सी के खिलाफ ज्ञापन देने आये यूथ कांग्रेस के प्रदर्शनकारियों से घिरी स्वास्थ्य मंत्री श्री मित्तल की कार 
लुधियाना : राज्य में मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने व मिलावट करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। कोई भी बड़ा हो या छोटा जनता के स्वास्थ्य से किसी को भी खिलवाड़ करने की इज़ाज़त किसी को भी नहीं दी जाएगी। यह बात सेहत मंत्री मदन मोहन मित्तल ने बुधवार पहली अगस्त 2012 को  सिविल अस्पताल परिसर में एक आयोजन के दौरान मंच से कही। यह आयोजन निखिल सिंघल नोबल ट्रस्ट की ओर से बनाए गए नए भवन एक उम्मीद का उद्घाटन करने के शुभ अवसर पर किया गया था।  उन्होंने कहा कि पंद्रह अगस्त से राज्य की सभी जेलों में बंद महिला कैदियों के स्वास्थ की जांच लिए महिला डाक्टर नियुक्त की जाएंगी टंकी महिला रोगी अपनी बीमारी के बारे में खुल कर बता सकें और उनका इलाज सही वक्त  पर सही ढंग से हो सके। सभी सिवल अस्पतालों में कम से कम एक महिला डाक्टर, एक बाल  रोग विशेषज्ञ और एक सर्जन की नियुक्ति को भी आवश्यक घोषित किया गया। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में कम से कम दो डाक्टर और न्यूनतम इलाज भी अवशयक करार दिए गए। सभी सरकारी अस्पतालों को निर्देश जारी किए गए हैं कि अस्पताल में आने वाले बच्चों, महिलाओं व बुजुर्गो का विशेष ध्यान रखा जाए। लडकों और लडकियों की जन्म दर अनुपात में अंतर को कम करने के लिए उनहोंने बहुत जोर दिया। में 108 नम्बर एम्बुलेंस को बहुत ही चमत्कारी बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि गाँव हो या शहर यह बैन आधे घंटे में बताये गए स्थान पर पहुँच जाती है और गर्भवती महिला को घर से सिवल अस्पताल ले आती है। प्रसूति के बाद फिर उस महिला और बच्चे को घर छोड़ कर भी आती है। साथ ही उस परिवार को मन और बच्चे की परवरिश के लिए एक हजार रूपये भी दिए जाते हैं। नशे की बुराई कोजड से उखाड़ने के लिए  श्री मित्तल ने कहा कि इन बच्चों को नशे के चंगुल से निकलने के लिए मनो वैज्ञानिक  ढंग तरीकों का इस्तेमाल भी जरूरी है। अकेले कानून या द्वयों से समस्या हल न होगी। जब तक मन में नशे से दूर होने की तडप न उठे तब तक बाकी उपाए अधिक समय तक कारगर नहीं रहते। स्वास्थ्य पर जोर देते हुए श्री मित्तल ने कहा की जब तक शरीर तंदरुस्त न हो तब तक अच्छा दिमाग या अच्छा मन भी कुछ ज्यादा अच्छा करके नहीं दिखा सकते। श्री मित्तल की बारें सुनते हुए लगता था की उन्होंने  इस सब पर गहन अध्यन किया है और कई नए प्रेक्टिकल तरीकों की खोज भी की है। अगर उस दिन रोष प्रदर्शनों का शोरुगुल और डिस्टर्बेंस न होती तो शायद वह इस बेहद अवशयक विषय पर काफी कुछ और भी बताते।इस मौके पर पूर्व सेहत मंत्री सतपाल गोसाई भी मौजूद थे। उन्होंने एक बड़ी कम्पनी के बर्गर में से एक छोटा सा सांप नीलने के मामले पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मीडिया से कहा कि  अगर सारा मामला उनके पास लाया जाये तो वह सरकार के हात्नों ही सरकार से अधिक सख्त कारवाई करायेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा की मिलावट करने वाला देश का दुश्मन है उसे छोड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अपने इस दौरे का दौरान स्वास्थ्य मंत्री प्रदर्शनकारियों के अंदाज़ से कुछ खफा नज़र आये। उन्हें यह बात बहुत बुरी लगे की प्रदर्शकारी अपना ज्ञापन मीडीया को साथ अ कर या दिखा कर देना चाहते हैं।  सिविल सर्जन डा. सुभाष बत्ता और भाजपा के जिला प्रधान प्रवीण बांसल सहित कई अन्य अधिकारी व नेता भी मौजूद थे। जैसा कि आम तौर पर होता है जल पान का प्रबंध बहुत ही अव्यवस्थित था। खाने पीने का सामान कम नहीं पर  पर हर एक तक पहुँचाने के मामले में गडबडी हो रही थी। मेहमान खड़े देख रहे थे और बिन बुलाये बहुत से लोग सामान पर झपट रहे थे। इस सब कुछ के बावजूद कुल मिला कर यह भी एक यादगारी आयोजन रहा।-रेक्टर कथूरिया 

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