Saturday, February 18, 2012

केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने दिया दीर्घावधि विकास कार्यक्रमों पर जोर

उपकुलपतियों और आईसीएआर निदेशकों के वार्षिक सम्‍मेलन का उद्घाटन
कृषि तथा खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योगों के केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने अनुसंधान और मानव संसाधन योजनाओं के दीर्घावधि विकास कार्यक्रमों के समेकन पर जोर दिया है ताकि कृषि के क्षेत्र में समग्र विकास के लिए सार्वजनिक-नि‍जी क्षेत्र की साझेदारी को सुनिश्चित किया जा सके। श्री पवार ने कृषि विश्‍व विद्यालयों के उपकुलपतियों और आईसीएआर संस्‍थानों के निदेशकों के वार्षिक सम्‍मेलन के उद्घाटन भाषण में यह बात कही। उन्‍होंने कहा कि आईसीएआर संस्‍थानों और राज्‍यों कृषि विश्‍व विद्यालयों को सहक्रिया तंत्र को सशक्‍त बनाना चाहिए, ताकि एक ही प्रकार के कार्यों की पुनरावृति को रोका जा सके और संसाधनों के उचित उपयोग को सुनिश्चित किया जा सके। 
श्री पवार ने कहा कि विश्‍व में खाद्य समस्‍याओं और बढ़ते खाद्य संकट के चलते, वैश्विक स्‍तर पर कृषि अनुसंधान तथा विकास पर बहुत ज्‍यादा जोर दिया जा रहा है, लेकिन भारत में इन चुनौतियों का सामना करने के लिए संसाधनों को निरंतर उन्‍नयन पर जोर दिया जाता है।

कृषि अनुसंधान तथा शिक्षण विभाग की ओर से कृषि विश्‍व विद्यालयों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता का उल्‍लेख करते हुए श्री पवार ने राज्‍य सरकारों पर जोर दिया कि कृषि अनुसंधान शिक्षण तथा विस्‍तार कार्यक्रमों में निवेश में वृद्धि की जाए।

इस अवसर पर विशिष्‍ट कृषि वैज्ञानिक तथा इस वर्ष के पदमश्री सम्‍मान से सम्मानित डॉ. के एल चड्डा और डॉ. वीपी सिंह को सम्‍मानित किया गया। समारोह में कृषि राज्‍य मंत्री डॉ. चरणदास महंत भी मौजूद थे। {पत्र सूचना कार्यालय}[17 फरवरी 2012 19:34] 

No comments: