Tuesday, November 08, 2011

श्री गुरु नानक देव जी के 543 वे प्रकाशपर्व की धूम

उत्सव मनाने सिख श्रद्धालुओ का जत्था  पाकिस्तान रवाना 
  अमृतसर//8 नवम्बर//गजिंदर सिंह किंग 
सिखों के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 543 वे  प्रकाश उत्सव मनाने और गुरु-धामों के दर्शन के लिए 634 सिख श्रद्धालुओ का जत्था शरोमाणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के दफ्तर से बोले सो निहाल के जै-कारो की गूज में पाकिस्तान गया  
           शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के दफ्तर से बोले सो निहाल के जै-कारो की गूज में 10 नवम्बर को सिखों के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 543 वे  प्रकाश उत्सव मनाने और गुरु-धामों के दर्शन के लिए 634 सिख श्रद्धालुओ का जत्था पकिस्तान रवाना हुआ, इस जत्थे में हर कोई आस्था के इस सरोबर में नज़र आये, कोई पहली बार जा रहा है और कोई बार बार, लेकिन इस जत्थे में मन में एक ही आस्था थी कि वह आपने गुरु धामों के दर्शन करे, वहीं इस मौके पर इस जत्थे की प्रधानगी कर रहे रामपाल सिंह बेनीपाल ने सिख जत्थे बारे जानकारी देते हुए बताया, कि आज वह शाम को ननकाना साहिब  (पाकिस्तान)
जायेंगे और दस तारीख को श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश उत्सव पर्व मनाने के  बाद वह पंजा साहिब जायेंगे और लाहौर जाकर गुरु धामों के दर्शन करेंगे और 17 नवम्बर को वापिस आपने वतन भारत आयेंगे,  वहीँ इस मौके पर शरोमाणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सेक्रेट्री दलमेघ सिंह ने पाकिस्तान सरकार द्वारा वीजा न देने के बारे जानकारी डरते हुए बताया, कि इस बार 1426 लोगों के वीजे लगाने के लिए दिए गए थे,  उन में से 731 लोगों को  पकिस्तान की सरकार ने वीजा नहीं दिया और 634 लोगों को वीजे दिए गए है, उन्होंने बताया, कि भारत की सरकार पकिस्तान की सरकार से बात करे और सिख श्रद्धलुओ को ज्यादा से ज्यादा वीजे दिए जाए, क्यों कि हर सिख की मन की तमन्ना होती है, कि वह पकिस्तान में आपने गुरु धामों के दर्शन कर सके, और जिन को आज वीजे नहीं दिए गए उस को ले कर वह चिंतित है और यह उन की धार्मिक आस्था से खिलवाड़ है
       पकिस्तान जा रहे सिख श्रद्धलुओ में राम सिंह ऐसे इंसान है, जो कि आपने आप को इस जत्था का हिस्सा बन कर आपने आप को खुश नसीब समझ रहे है, उनका कहना है, कि उन के लिए यह एक ख़ुशी की बात है, कि वह आपने गुरु धामों के दर्शनों के लिए जा रहे है 
      इस मौके पर कुछ ऐसे श्रद्धालू लोग भी थे, जिनके वीजे रद्द किए गए थे, उनमे से जसविंदर सिंह का कहना है, कि उनके आपने साथियों के साथ न जाने का गम है, और उन के कई साथियों को पकिस्तान जाने का वीसा नहीं मिला, दरअसल पकिस्तान की सरकार ने लोगों का वीसा रद्द कर दिया और वहीँ  उन के आपनो को यह मलाल है, कि उन के साथी आस्था के इस भंवर का हिस्सा नहीं बन पाए है उन्होंने कहा, कि उन के पासपोर्ट पर पकिस्तान की सरकार ने मोहर तक लगा दी है, लेकिन फिर भी उन को वीसा नहीं मिला और आज जा नहीं सके इस बात का उन को गम है

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