Wednesday, October 12, 2011

श्री राजीव दीक्षित को भी लोगो ने भुला दिया है


अगर देश सुरक्षित नहीं तो घर भी नहीं बच पाएगा 

महेन्द्रजी,
आपने सच कहा ,  आजके युवा के आदर्श श्री राजीव दीक्षित को भी लोगो ने भुला दिया है ,  इसका एक ही कारण है की आज हर एक व्यक्ति अपनी घरेलू समस्या से ही ऊपर उठ नहीं पाता , उसे उपने परिवार और अपने स्वार्थ मे ही रुचि है  और उनके प्रश्नो को हल करने में लगा ही रहेता है  तो अब देश की चिंता सिर क्यों ले ?।  लोग अपने घर को सुरक्षित करने में लगे है पर वे यह नहीं जानते की अगर देश सुरक्षित नहीं रहेगा तो उनका घर भी नहीं बच पाएगा ।
आज रिश्वतख़ोरी बढ़ी क्यों है , इसका मुख्य कारण ही यही है की लोग अपनी समस्या या मजबूरी  को पूरा करने के लिए जो भी रिश्वत देनी पड़े देकर अपना काम पूरा कर लेते है , और जब हमारे या आप जैसे लोग  ऐसा करने से रोकते है तो उल्टा हमे यह कहा जाता है की “ भाई दुनिया में ऐसा ही है , सब जगह पर ऐसा ही चलता है , किन किन से लड़ते रहोगे , अपना काम निकाल लो इसी मे बुद्धिमत्ता है ,  हम क्यों मुसीबत मोल ले , क्यों पुलिस , कोर्ट , कचेरी के चक्कर में कौन पड़े , क्या तुम दौड़ोगे इसके पीछे , बोलो ?“   

संक्षिप्त में , आज लोगो को दूसरों की कोई भी चिंता रही नहीं , लोग दूसरे के बारेमे सोचते ही नहीं , अगर आम आदमी यह नहीं सोचता तो हमे नेता को गाली देने का क्या हक्क बनाता है , की “आज नेता अपनी तिजोरी भरने मे पड़े है , देश को लूट रहे है , देश के बारेमे कोई नहीं सोचता , वगैरा वगैरा।
आप ने बात छेड़ दी  “राजीव दीक्षित”  जी की ,तो वे मेरे आदर्श रहें है ,  उनके निधन पर मेंने इंटरनेट से जानकारी प्राप्त कर उनके बारेमे एक लेख बनाया था, और उनके  “आजादी बचाओ आंदोलन” के कुछ प्रवचन अपलोड किए है ,जिसे आप यहा सुन सकते है ,  http://vimeo.com/channels/kranti

(क्षमा करे , मेरी हिन्दी लेखनी इतनी शुद्ध नहीं है , कृप्या कोई त्रुटि हो तो इसे सुधारकर पढ़िये )




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