Wednesday, October 05, 2011

नयना देवी: जहाँ देवी सती के नयन गिरे थे

नवरात्र के पावन अवसर पर इस बार भी रही भीड़ 
नवरात्र के पावन अवसर पर इस बार भी मन्दिरों में बहुत भीड़ रही. लोगों ने पूरी श्रद्धा से मां के दरबार में जाकर मन्नते मानी, भूलें बख्शायी और मां का आशीर्वाद माँगा. कुल ५१ शक्तिपीठों में से नयना देवी का यह पावन स्थान भी सिद्ध शक्ति पीठ है. यहाँ भी शक्तिपूजा होती है. मां नयना देवी के दरबार में इस बार  भी लोगों ने परिवार सहित जा के माथा टेका. गौर तलब है कि  नयना देवी उन तीर्थ स्थानों में से है जहाँ अब भी हिन्दू श्र्द्धालूयों के साथ सिख परिवार भी पूरी श्रद्धा से जाते हैं. बहुत से लोग वहां जा कर रिश्ते नाते भी तय करते हैं. कारोबार सांझा करने की रस्में अदा करते हैं. आयिए  इस बार आपको दिखाते हैं वहां पर पहुंचे श्र्द्धालूयों की एक छोटी सी झलक.  इसे कैमरे में उतारा गया था इस बार अक्टूबर 2011  के नवरात्रों में.

गौरतलब है कि नयना देवी मन्दिर हिमाचल प्रदेश के बिल्स्स्पुर जिले मैं पड़ता है. शिवली की पहाड़ियों पर स्थित इस मन्दिर की भव्यता देखते ही बनती है. इस स्थान तक तो श्रद्धालू और पर्यटक अपने अपने वाहनों पर भी जा सकते हैं लेकिन मन्दिर तक पहुँच पाना इतना आसान भी नहीं है. इस  पावन स्थान कि ऊँचाई तकरीबन  ११ हजार फुट है. इस लिए मन्दिर तक पहुँचने के लिए उड़न खटोलों का भी प्रबंध है और पालकीयों का भी. मान्यता है किन्याहन पर देवी सटी के नेत्र गिरे थे. आपको यह छोटी सी वीडियो क्लिप. आपको यह कैसी लगी अवश्य बताएं. आपके मां में अगर वहां जाने की इच्छा आ ही गयी है तो देर मत कीजिये. दिल्ली से नयना देवी मन्दिर की दूरी है ३५० किलोमीटर, चंडीगढ़ से ११५ किलोमीटर, जालंधर से भी ११५ किलोमीटर, लुधियाना से १२५ किलोमीटर और चिन्त्पूरनी से ११० किलोमीटर. अगर आपके पास भी अपनी यात्रा की कोई ऐसी ही वीडियो पड़ी हो या आप्प बनाएं तो उसे हमारे पास भी अवश्य भेजें. हम उसे आपके नाम के साथ दिखायेंगे. वीडियो के साथ कवरेज की तारीख आयर समाया लिखना न भूलें और इस वीडियो का अगला भाग भी अवश्य देखें. इस वीडियो के बारे में आपके विचारों की इंतज़ार बनी रहेगी. --रेक्टर कथूरिया और विशाल गर्ग जहाँ 

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