Saturday, October 09, 2010
मिले सुर मेरा तुम्हारा....
गीत संगीत को कोई ईश्वरीय वरदान होता है.गमों की काली रात हो या फिर जंग का मैदान...इसकी शक्ति कभी डगमगाती नहीं. संगीत के सुर कभी कमजोर नहीं पड़ते. कभी कभी धीमे हो कर इनका असर और भी बढ़ जाता है.खामोश पलों में भी ये मन ही मन गूंजते रहते हैं.जब कभी बंदूक की गोली और गले से निकली सुरीली आवाज़ के सुर आपस में मिलते हैं तो एक नया ही संगीत पैदा होता है.....मिले सुर मेरा तुम्हारा को एक बार फिर कुछ नए अर्थ मिलते हैं.कुछ ऐसे ही पल थे सागर की उन लहरों पर जब उन पर एक विशाल बेड़ा USS Harry S. Truman (CVN 75)तैर रहा था.उस वक्त उनमें एक जानी मानी गायका और अदाकारा जेसिका सिम्पसन भी थी जो अपने आप को तैयार कर रही थी मशीन गन से निकलने वाली गोलियों की कर्कश आवाज़ को सुनने के लिए.पर युद्द के मैदान में इसी तरह की आवाजों का संगीत ही मुख्य होता है. उस समय अमेरिकी नौसेना के मुख्य बंदूकची के साथ रहने वाले एक सहयोगी साथी Keith McGinley की उंगलियां इस शानदार और जानदार मशीनगन का घोडा दबाने के लिए तैयार बर तैयार थीं.गौरतलब है की जब इस विशार्ल बड़े को अर्ब सागर में उतारा गया तो उस अवसर को और भी ताद्गारी बनाने के लिए गीत संगीत का एक कार्यक्रम भी हुआ.जवानों के जोश और मनोंरंजन जेसिका सिम्पसन भी वहां विशेष तौर पर मौजूद रहीं.संगीत और बंदूक के उन ख़ास यादगारी पलों को पहली अक्टूबर 2010 के दिन कैमरे में उतारा अमेरिकी नौसेना के मॉस मीडिया विशेषज्ञ Tyler Caswell ने.आपको यह तस्वीर कैसी लगी ?--रेक्टर कथूरिया
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