Thursday, April 22, 2010

विदेशों में भी बढ़ रहा है पशु धन से प्रेम...!

कुछ समय पूर्व मैंने कहीं पढ़ा था एक बहुत ही तीखा व्यंग्य. शायद किसी ने मुझे एस एम एस भेजा था या मेल. बात आई गयी हो गयी. लिखा था एक आदमी ने एक गाये को देखा और गाये ने आदमी को देखा. आदमी ने उसे देख कर कहा गाये. लेकिन गाये ने आदमी को आदमी नहीं कहा.  मानव की लगातार बढ़ रही अमानवीयता ने उसे वहां पहुंचा दिया है जहाँ पहुंच कर आज आदमी को आदमी कहते हुए शर्म आती है. धन और स्वाद की इस दौड़ में बहुत कुछ पीछे छूट चुका है. पर इस सब के बावजूद एक हकीकत यह भी है की अब पशु धन की अहमियत पूरी दुनिया जान चुकी है. पशु धन की रक्षा का दायित्व अब सभी जगहों पर समझा जा रहा है.इस लिए जिस तस्वीर को आप देख रहे हैं यह है इथोपिया की.  जहां पशूयों की स्वास्थ्य रक्षा के लिए  कार्यकर्तायों को शिक्षा देने के लिए एक विशेष ट्रेनिग केंद्र आयोजित किया गया. इस कैंप का आयोजन दस अप्रैल को हुया. इस इलाज का हुनर सिखाने के लिए अमेरिकी सेना से विशेषज्ञ Tami Bair भी ख़ास तौर पर आये. अमेरिकी रक्षा विभाग के लिए सिखलाई के इन पलों को कैमरे में कैद किया  अमेरिकी वायु सेना के Staff Sgt. Jocelyn A. Guthrie ने. --रैक्टर कथूरिया 

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