Friday, February 12, 2010

एक और मासूम ने जीत ली मौत से जंग

एक और मासूम ने जीत ली मौत से जंग. बर्फीले तूफानों ने अफगानिस्तान में भी अपना कहर दिखाया. जहां बरफ्बारी से बहुत से लोग दब गए वहां हिम स्खलन से भी इस तूफ़ान की मार कई गुना बढ़ गयी. बहुत से लोग अपनी मोटर गाड़ियों सहित पहाड़ी चट्टानें खिसकने से गहरी गहरी खाइयों में जा गिरे. समाचारों के मुताबक बेशक 2500 लोगों को बचा लिया गया है पर फिर भी मरने वालों की संख्या 150 से  ऊपर पहुंच चुकी है. लेकिन वह बात यहां भी सच हुई की जिस को खुद भगवान बचाने वाला हो फिर उसे भला कौन मार सकता है..! यह करिश्मा एक बार फिर नज़र आया है अफगानिस्तान में. बर्फ में जो सौभाग्यशाली लोग बच गए उनमें एक मासूम बच्चा भी शामिल है. इस करिश्में में जहां इस बच्चे की किस्मत और जीने की तीव्र तमन्ना शामिल वहीँ इसका सेहरा फौरी तौर पर उठाये गए उन क़दमों को भी जाता है जिन की वजह से देखते ही देखते बर्फ में दबे हुए और तूफ़ान में घिरे हुए लोगों को बहुत ही तेज़ी से प्रयास करके सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया.  अफगानिस्तान के डाक्टरों और कोलीशन फ़ोर्स  के अधिकारीयों और जवानों ने संयुक्त तौर पर सुनियोजित बचाव अभियान चला कर तूफ़ान जैसी ही तेज़ी दिखाई और तूफ़ान को पराजित कर दिया. इसकी चर्चा मैंने पंजाबी में भी की. तस्वीर में आप देख रहे हैं बर्फीले तूफ़ान के कहर में बचे हुए मासूम बच्चे को जिसे अमेरिकी वायू सेना के एक अधिकारी Air Force Master Sgt.Jan Fink ने अपनी गोद में उठा रखा है अमेरिकी वायू सेना के लिए इन पलों को कैमरे में कैद किया है Tech.Sgt.Jeromy K. Cross ने.
        इसी मौके पर ही एक और तस्वीर में नज़र आ रहे हैं डाक्टर अब्दुल रशीद और वायू सेना की ही एक वरिष्ठ अधिकारी Air Force Senior Airman Katrevious Swift   बर्फीले तूफ़ान में बचे हुए एक और खुशकिस्मत अफगान नागरिक से बातचीत करके उसका और उसके परिजनों का हाल चाल पूछते हुए. यह तस्वीर 9 फरवरी 2010 को अमेरिकी वायुसेना के लिए Tech. Sgt. Jeromy K. Cross ने Bagram Airfield, Afghanistan के  Craig Joint Theater Hospital में खींची.        --रैक्टर कथूरिया 

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