Wednesday, June 24, 2015

अब भी मंडराते हैं मज़दूरों के सर पर खतरे

दबाव में काम किया तो जगह जगह कट गयी दारोगा पासवान की ऊँगली 
लुधियाना: 23 जून 2015: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):
तकनीकी वकास चाहे कितना ही हो चुका हो लेकिन एक गरीब और मज़दूर की ज़िन्दगी पर मंडराते खतरे अभी भी काम नहीं हुए। उन्हें दो वक़्त की रोटी के लिए जो मेहनत करनी पड़ती है वह भी खतरों से खेलने वाली होती है।  कभी किसी मज़दूर की मौत गटर में गैस चढ़ने से हो जाती है और कभी कोई मज़दूर किसी   और दुर्घटना का शिकार हो जाता है।
कल सोमवार को नगरनिगम के एक कर्मचारी दरोगा पासवान से मुलाक़ात हुयी। उसनेअपनी ऊँगली पर जगह जगह लगे काट दिखाते हुए कहा कि यह सब इस लिए हुआ क्यूंकि उसे वह काम भी करने के लिए मजबूर किया गया जो उसे आता ही नहीं था। उसने बहुत कहा कि वह इस काम को नहीं जानता लेकिन उसकी एक न सुनी गयी और उस पर दबाव बनाया गया कि वह इस काम को ज़रूर करे। नतीजा वही हुआ जिसका डॉ था। उंगी मशीन की चपेट में गयी और जगह जगह से कट गयी। उसने यह भी बताया कि  उसका यह इलाज परषोतम जेई ने करवाया। 

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