Saturday, January 11, 2014

विधान सभा में लंबित क्लीनिकल स्टैबलिश्ट बिल

हिन्दू सिख जागृति सेना ने बिल को पास करवाने के लिए सौंपा विधायक आशू को ज्ञापन
* कहा--इलाज के दौरान पैसे की कमी के चलते मरीजों को मझधार में छोड़ मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं प्राइवेट डाक्टर व अस्पताल
लुधियाना: 11 जनवरी 2014: (सतपाल सोनी//पंजाब स्क्रीन):
हिन्दू सिख जागृति सेना ने प्राइवेट डाक्टरों व बड़े अस्पतालों की तरफ से मरीजों के इलाज के दौरान कोताही व पैसे की कमी के चलते बीच मझधार बिना इलाज किए छोडऩे की बढ़ती घटनाओं को रुकवाने और पंजाब विधान सभा में लंबित पड़े क्लीनिकल स्टैबलिश्ट बिल को पास करवाने के लिए शनिवार को लुधियाना पश्चिमी के विधायक भारत भूषण आशू को ज्ञापन सौंप कर लंबित पड़े बिल के पक्ष में विधान सभा में आवाज बुलंद करने की अपील की। हिन्दू सिख जागृति सेना के अध्यक्ष प्रवीण डंग के नेतृत्व में संगठन के सदस्यों ने भारत भूषण आशू को बताया कि महानगर के बड़े अस्पतालों व प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती लोगों को पैसे की कमी के चलते डाक्टर से हैवान बन चुके लोग बिना इलाज किए अस्पतालों से निकाल कर मानवाधिकारों की उल्लंघना कर रहे हैं। वहीं, इंडियन मैडीकल एसोसिएशन और पंजाब मैडीकल एसोसिएशन की तरफ से डाक्टरों को दवाइयों की नाम की बजाय साल्ट लिखने की हिदायतों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है। मरीजों को लूटने के चक्कर में प्राइवट डाक्टर मानवता की सेवा की ली गई शपथ को भूल कर कसाई का रूप धारण कर मरीज को अंधाधुंध लूट रहे हैं। सदस्यों ने विधायक आशू से आग्रह किया कि वह बड़े अस्पतालों व प्राइवेट डाक्टरों की तरफ से मचाई गई लूट पर अंकुश लगाने के लिए पंजाब विधान सभा में लंबित क्लीनिकल स्टैबलिश्ट बिल को पास करवाने के लिए जनता के प्रतिनिधि होने के नाते विधान सभा में जनता की आवाज बन कर गूंजे। वहीं, डाक्टरों पर अंकुश लगाने के लिए रेगूलेटरी कमिशन बनाने पर भी जोर दें। उन्होंने बताया कि हिन्दू सिख जागृति सेना ने डाक्टरों की तरफ से पैसे की कमी के चलते बीच मझधार छोड़े गए मरीजों की तरफ से मेरी शिकायतों के आधार पर पंजाब व भारत के मानवाधिकार आयोग को शिकायतें भेज कर डाक्टरों की तरफ से मरीज को मौत के मुंह में धकेलने की शिकायतें भी दर्ज करवाई जाएं। विधायक भारत भूषण आशू ने प्रतिनिधिमंडल की तरफ से डाक्टरों की तरफ से किए जा रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन व कानून की धज्जियां उड़ाने के सबूतों को ध्यान को पढ़ते हुए भरोसा दिलाया कि वह इस मामले को विधान सभा में जोर-शोर से उठा कर लंबित पड़े क्लीनिकल स्टैबलिश्ट बिल को पास करवाने व डाक्टरों की तरफ से मचाई लूट पर अंकुश लगाने के लिए विधान सभा में जनता की आवाज बन कर इस बिल को पास करवाने के प्रयास करेंगे, वहीं पैसे की कमी के चलते मरीज को बिना इलाज के मझधार में छोडऩे का मामला भी राज्य सरकार के नोटिस में लाकर प्रयास करेंगे कि भविष्य में किसी मरीज को इलाज के बगैर मरना ना पड़े। इस अवसर पर संगठन के चेयरमैन अश्वनी कत्याल, चरनजीत कुमार, सुरजीत जैन, दिनेश जैन, दिनेश सोनी, पार्षद बलकार सिंह संधू, गौरव मडिय़ा, मीनू मल्हौत्रा, सुरिन्द्र कल्याण सहित अन्य भी मौजूद थे।

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