Saturday, February 04, 2012

देश के 60 नक्‍सल प्रभावि‍त जिलों में होगी एक नई पहल

सरकार ने की नक्‍सल प्रभावि‍त क्षेत्रों में छह वन आधारि‍त परि‍योजनाओं की घोषणा 
सरकार ने देश के 60 नक्‍सल प्रभावि‍त जिलों में वन आधारि‍त छह परि‍योजनाओं के सृजन की घोषणा की है। इन परि‍योजनाओं को सार्वजनि‍क नि‍जी भागीदारी के माध्‍यम से छह महीनों के भीतर कार्यान्‍वि‍त कि‍या जाएगा और झारखंड, छत्‍तीसगढ़, ओडि‍शा, मध्‍य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और महाराष्‍ट्र जैसे राज्‍यों को इसमें शामि‍ल कि‍या गया है। वन आधारि‍त उत्‍पादों पर आधारि‍त एक राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन को आज यहां संबोधि‍त करते हुए केन्‍द्रीय ग्रामीण वि‍कास मंत्री श्री जयराम रमेश ने कहा कि‍लाह, गोंद, औषधीय पौधे, तसर, बांस और नीम तथा महुआ जैसे गैर-खाद्य ति‍लहनों से जुड़ी परि‍योजनाएं इन वनोत्‍पादों के संग्रह के काम में लगी जनजाति‍यों की आय को बढ़ाएंगी। 
मंत्री महोदय ने कहा कि‍वनोत्‍पादों के बाजार का नि‍रंतर वि‍स्‍तार करना और उन्‍हें पुनर्जीवन प्रदान करना इस क्षेत्र से जुड़ी दो बड़ी चुनौति‍यां हैं। उन्‍होंने कहा कि‍यह परि‍योजनाएं राष्‍ट्रीय ग्रामीण आजीवि‍का मि‍शन का हि‍स्‍सा होंगी और ये नक्‍सल प्रभावि‍त क्षेत्रों में वनोत्‍पादों के क्षेत्र में आजीवि‍का सृजन और मूल्‍यसंवर्धन पर मुख्‍य रूप से जोर देंगी। मंत्री महोदय ने इस उद्देश्‍य को पूरा करने के लि‍ए वन वि‍भागों और स्‍थानीय स्‍व-सहायता समूहों तथा ऐसे अन्‍य संगठनों के बीच सहयोग कायम करने पर जोर दि‍या। {पत्र सूचना कार्यालय} 03-फरवरी-2012 19:45 IST 

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