Tuesday, August 16, 2011

अन्ना की गिरफ्तारी के खिलाफ देशव्यापी रोष


अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के विरुद्ध सड़कों पर उतरे समर्थक 
अमृतसर से गजिंदर सिंह:किं   
जैसे ही अनशन से पहले अन्ना हजारे को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, वैसे ही पूरे देश भर में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया है, वहीँ जिस के चलते गुरु नगरी अमृतसर में भी लोग सड़कों पर अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के विरुद्ध उतर आये और  वहीँ लोगों ने केंद्र सरकार का पुतला फूंक कर जम कर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया, वही अमृतसर के सासद नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी भी भूख हड़ताल पर बैठ गयी. 
गुरु की नगरी अमृतसर में प्रदर्शन कर रहे यह वह लोग है, जो कि आज अन्ना हजारे के समर्थन में यहाँ सड़कों पर उतरे है, दरअसल जिस तरह से आज अनशन से पहले दिल्ली पुलिस ने अन्ना हजारे को गिरफ्तार कर लिया, वहीँ  अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के विरुद्ध उसके समर्थको ने केंद्र की सरकार के खिलाफ जम कर  नारे बाज़ी कर प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार पुतला फुका, यह ही नहीं वही अमृतसर के सासद नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी भी भूख हड़ताल पर आपने माहिला समर्थकों के साथ बैठ गयी,  वहीँ नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी का कहना है, कि यह जो घटना है वह उस की निंदा  करती है और अन्ना हजारे आज आपने देश के युवा वर्ग के लिए काम कर रहे है, आज देश का युवा भ्रष्टाचार के बोझ के नीचे दब रहा है और अन्ना हजारे देश की भलाई के लिए आपना अनशन कर रहे है, सरकार उन को दबाने की कोशिश कर रही है और आज अन्ना हजारे जी के समर्थन पर सड़कों पर उतरी है, अगर अन्ना हजारे को न छोड़ा गया, तो वह आपना प्रदर्शन और तेज करेंगे.
वहीँ अमृतसर के भगत सिंह वेल्फयेर क्लब के वर्करों ने सडको पर आपना प्रदर्शन भी किया और आना हजारे के समर्थन पर उतरे साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार के मंत्रियों को अमृतसर के पागल खाने में आने का निमंत्रण  दिया, उन का कहना है, कि अमृतसर का पागल खाना पूरी दुनिया में मशहूर है और कांग्रेस के लीडर साहिबान का दिमागी संतुलन  खराब हो गया है और हम चाहते है, कि वह यहाँ पर आ कर अपना  इलाज़ करवाए , वहीं दूसरी और लोगों का कहना है, कि भारत के लोकतांत्रिक देश है और आज जो दिल्ली की सरकार ने किया है, वह निंदा योग है जिस के चलते वह यहाँ पर आपना रोष प्रदर्शन कर रहे है
      फिलहाल अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के बाद पूरा देश अन्ना के समर्थन में सड़कों पर उतर आया है, वहीँ जहाँ लोग अन्ना हजारे को अपना  समर्थन दे  रहे है, वहीँ वेह केंद्र की सरकार को लोकतन्त्र  का कातिल  बता रही है और एक आवाज़ बुलंद कर रहे कि अन्ना हजारे  को रिहा करो. 

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