Pages

Thursday, April 13, 2017

MCL: बबली को एक साल से नहीं मिला वेतन

एक वर्ष पहले पति की डियूटी पर हुई मौत के बाद मिली थी नौकरी  
लुधियाना: 12 अप्रैल 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
पिछले एक वर्ष से नगरनिगम में सफाई सेविका के तौर पर कार्य कर रही यह महिला बहुत दुखी है। जब बबली के पति की मौत हुई थी तो उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। समाज में बच्चों का लालन पालन और पति   के बिना जीना किसी अंधेरी गुफा में रहने जैसा था। इसके बाद  फैसला किया कि  वह अपने पति की निशानी  बच्चों को संभाल कर अच्छा इन्सान बनाएगी। पति की मौत डियूटी पर हुई थी इस लिए सरकारी नियमों के अंतर्गत उसको सरकारी नौकरी मिल गयी। यह बहुत बड़ी राहत थी। उसे लगा कम से कम वो अपना और अपने बच्चों का गुज़ारा तो कर सकेगी पर दुःख के गहन अँधेरे में यह एक सपना ही था। उसकी गम की रात कभी खत्म नहीं हुई। उसकी सुबह कभी नहीं आई। उसे नौकरी तो मिली पर एक बरस तक नौकरी करने के बावजूद उसे अभी तक पहली तनखाह भी नहीं मिली। पूछने पर उसने बताया कि विभाग के एक डाक्टर ने उसकी फाईल  रोक रखी है।  नगरनिगम कर्मचारियों के नेता कामरेड विजय कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि  हम भी इस मामले मैं कई बार सबंधित डाक्टर के चक्र काट चुके हैं लेकिन इसकी फाईल वहां से नहीं निकल रही। उन्होंने चेतावनी भी दी कि अब अगर और देरी की गयी तो हम सख्त एक्शन लेने से पीछे नहीं हटेंगे। 
इसी बीच अचानक वहां आए एक अन्य वरिष्ठ ट्रेड यूनियन नेता मास्टर फ़िरोज़ ने भी बबली का समर्थन किया और आश्वासन दिया कि हम इसे इन्साफ दिलाने के लिए हर सम्भव कदम उठाएंगे।  गौरतलब है कि  मास्टर फ़िरोज़ हाल ही में भाकपा और एटक का साथ छोड़ कर कांग्रेस समर्थक ट्रेड यूनियन इंटक में शामिल हो चुके हैं। वर्करों के हक की लड़ाई वह अब भी पहले की तरह ही लड़ रहे हैं।   ट्रेड यूनियन नेताओं ने दी संघर्ष की चेतावनी

No comments:

Post a Comment