tag:blogger.com,1999:blog-2689669849122651327.post6268059220356447760..comments2023-11-19T17:01:36.080+05:30Comments on पंजाब स्क्रीन: राष्ट्र की ‘संज्ञा’ को भी परिभाषित करता है उपन्यास ‘बंद कमरा’Rector Kathuriahttp://www.blogger.com/profile/06225119395785915592noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2689669849122651327.post-68618453381520862672011-10-18T18:07:22.560+05:302011-10-18T18:07:22.560+05:30प्रिय भाई दिनेश जी,
यह सब तकनीकी गड़बड़ी की वजह से...प्रिय भाई दिनेश जी,<br />यह सब तकनीकी गड़बड़ी की वजह से हुआ. यह बात आप भी जानते हैं कि हम सभी आपका कितना सम्मान करते हैं. एक अनुवादक के तौर पर आप ने जो प्रतीष्ठ अर्जित की है...उसका अपना एक अलग ही स्थान है. तकनीकी गड़बड़ी की वजह से आपके दिल को जो चोट लगी...उससे हम सभी को बहुत गहरा दुःख हुआ.है. इस सारी गलती की नैतिक ज़िम्मेदारी मैं अपने ऊपर लेता हुआ आपसे क्षमा चाहता हूँ. आशा है कि आप एक बार फिर से मुस्कराते हुए नजर आयेंगे..इस नाराजगी से कोसों दूर.....<br />आपका अपना ही, <br />रेक्टर कथूरिया..Rector Kathuriahttps://www.blogger.com/profile/06225119395785915592noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2689669849122651327.post-20710274726395866662011-10-17T21:16:54.422+05:302011-10-17T21:16:54.422+05:30कथुरिया जी , मैं तो एक साधारण अनुवादक हूँ जो कभी क...कथुरिया जी , मैं तो एक साधारण अनुवादक हूँ जो कभी कभार शौकिया तौर पर करता हूँ । समीक्षा करना मेरे बस की बात नहीं है । मैंने इस किताब का अनुवाद किया है समीक्षा नहीं । यह समीक्षा शायद सरोजिनी जी के विद्वान लेखक पति जगदीश मोहंती जी की है तथा यह उनका बड़प्पन हैं कि उन्होने यह क्रेडिट मुझे देने की चेष्टा की हैं । <br /><br />दिनेश कुमार माली ,ओड़ीशादिनेश कुमार मालीhttps://www.blogger.com/profile/14281453196523014918noreply@blogger.com