Friday, July 27, 2018

नशे के कारण पंजाब बन रहा हेपाटाइटिस सी की राजधानी : डॉ. मल्ही

Jul 27, 2018, 2:35 PM
पंजाब में लगातार बढ़ती शराब की खपत भी चिंता का विषय
लुधियाना: 27 जुलाई 2018: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::
पंजाब में लगातार बढ़ रहे नशे के कारण यह राज्य हेपाटाइटिस सी की राजधानी बनता जा रहा है। क्योंकि इंजेक्शन का नशा करने वाले लोग एक ही सुई का बार-बार इस्तेमाल करते हैं। जिससे हेपाटाइटिस का वायरस तेजी से फैलता है। 
विश्व हेपाटाइटिस डे की पूर्व संध्या पर एसपीएस हॉस्पिटल में आयोजित जागरुकता लेक्चर के दौरान गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. निर्मलजीत सिंह मल्ही ने कहा कि लगातार बढ़ रहे लिवर डिजीज के कारण डब्ल्यूएचओ की ओर से हर साल 28 जुलाई को वल्र्ड हेपाटाइटिस डे मनाया जाता है। लिवर हमारी पाचन प्रणाली का जरूरी अंग है। यह भोजन को पचाने, उसमें से निकली ऊर्जा को इकट्ठा करने और जहरीले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। लगातार बदल रहे लाइफ स्टाइल के कारण लिवर डिजीज तेजी से बढ़े हैं। क्योंकि हम लोग लगातार तैलीय भोजन, धूम्रपान, नशीली दवाएं, शराब का सेवन करने के साथ-साथ फिजिकली एक्टिविटीज कम कर रहे हैं। कुछ लिवर रोगों में क्रोनिक हेपाटाइटिस, सिरोसिस, अल्कोहल लिवर डिजीज (एएलडी), गैर-मादक फैटी लिवर रोग (एनएएफएलडी), लिवर ट्यूमर और तीव्र वायरल हेपेटाइटिस (ए, बी, सी, डी, ई) शामिल हैं।
लगातार हो रहे शोध के कारण हेपाटाइटिस सी का इलाज अब दवाई से भी होने लगा है। यह काफी सस्ता और प्रभावी भी है।  अगर समय से पता चल जाए तो इलाज पूरी तरह संभव है। लेकिन कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है कि लिवर ट्रांसप्लांट की नौबत भी आ जाती है। लिवर कैंसर के 78 फीसदी मामले भी एचसीवी के कारण ही होते हैं। क्योंकि हेपाटाइटिस सी की अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है। इस कारण बचाव को ही इसका इलाज कहना बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि मोटापा, शुगर, हाई कोलेस्ट्रोल या हाई ट्राइगिलसराइड्स और पॉलिसिस्टिक अंडाशय रोग (पीसीओडी) भी लिवर डिजीज के कारण हो सकते हैं। कम चिकनाई वाला भोजन, वजन घटाकर, डाइबिटीज कंट्रोल व कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने से इलाज में मदद मिलती है। पंजाब में लगातार बढ़ती शराब की खपत भी चिंता का विषय है। क्योंकि इससे भी लिवर डिजीज होता है। इससे लिवर में सूजन आ जाती है। बुखार, पीलिया, जी मितलाना, उल्टी व पेट दर्द लिवर में सूजन के सिंप्टम्स हैं। लगातार 5 से 10 साल तक शराब का सेवन करने वाले व्यक्ति के जिगर में सिरोसिस बन जाता है। वर्तमान में हेरोइन का हो रहा इस्तेमाल चिंता का विषय है। इसके साथ ही ओपिएट्स, वजन व मासपेशियां बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे सप्लीमेंट्स, बेतहाशा तरीके से ली जा रही आयुर्वेदिक व हर्बल दवाएं भी नुकसानदायक हैं।  क्योंकि इसमें शामिल रसायन सीधे लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि लिवर को सेफ रखने के लिए वेट नॉर्मल रहना चाहिए। इसके साथ ही लगातार एक्सरसाइज करके, पौष्टिक आहार लेकर, शराब से बचकर, अवैध दवाइयों के उपयोग से बचकर, दूषित सुइयों से बचकर, हेपाटाइटिस ए व बी की वैक्सीन लगवाकर, रेजर, टुथब्रश, नाखून काटने वाला नेल कटर और चप्पल इत्यादि किसी से साझा नहीं करके, भोजन करने से पहले हाथ अच्छी तरह धोकर इत्यादि सावधानियां बरतकर लिवर को सुरक्षित रखा जा सकता है।

Tuesday, July 24, 2018

दमन और दबावों के बावजूद जारी हैं जन संघर्ष

कैथल में फूंका गया सीएम खट्टर का पुतला 
कैथल: 24 जुलाई 2018: (कविता विद्रोही//पंजाब स्क्रीन):: 
कभी साहिर लुधियानवी साहिब ने कहा था कि 
मिटटी का भी है कुछ मोल मगर-इन्सान की कीमत कुछ भी नहीं...
कई दशक हो गए हैं इस बात को लिखे लेकिन हालत आज भी वही है। इन्सान को इन्सान नहीं समझा जाता। हाल ही में जान मज़दूरों का एक प्रतिनिधिमंडल  बदसलूकी गयी। इसका गंभीर नोटिस लेते हुए मेहनतकश जनता सड़कों पर उतर आई। 
जन संघर्ष मंच हरियाणा द्वारा मजदूरों मेहनतकाशों के प्रतिनिधियों से नौकरशाही द्वारा बदसलूकी की नीति पर विचार गोष्ठी का आयोजन गुरु रविदास धर्मशाला कैथल में किया गया। डीसी कैथल का मजदूरों के प्रतिनिधियों के साथ बदसलूकी मामले में सी एम विंडों द्वारा न्याय के नाम पर किये जा रहे  ढकोसले के खिलाफ सी एम हरियाणा मनोहर लाल खट्टर का पुतला फूंका गया।
आज स्थानीय रविदास धर्मशाला में जन संघर्ष मंच हरियाणा के तत्वाधान में मजदूरों मेहनतकशों के प्रतिनिधियों के साथ नौकरशाही द्वारा बदसलूकी किए जाने की नीति विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता जन संघर्ष मंच हरियाणा की प्रांतीय उप प्रधान नरेश विरोधिया, मनरेगा मजदूर यूनियन के प्रांतीय प्रधान सचिव पाल सिंह तथा निर्माण कार्य मजदूर मिस्त्री यूनियन के प्रांतीय प्रधान करनैल सिंह ने संयुक्त रूप से की। मंच संचालन मंच की महासचिव सुदेश कुमारी ने किया। विचार गोष्ठी के विषय बारे मंच द्वारा जारी पंफलेट को मंच के सचिव सोमनाथ ने पढ़कर सुनाया। जिस पर विचार गोष्ठी में आए हुए विभिन्न मजदूर कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने अपने विचार रखे व अपने अपने सुझाव रखे। वक्ताओं ने कहा कि गत 8 मई को मनरेगा मजदूर यूनियन व जन संघर्ष मंच हरियाणा के प्रांतीय प्रधान कामरेड फूल सिंह के नेतृत्व में बरटा गांव के सैकड़ों मनरेगा मजदूर अपनी समस्याओं को लेकर मांग पत्र देने और इन समस्याओं पर बात करने हेतु डीसी कैथल श्रीमती सुनीता वर्मा के दफ्तर के बाहर 2 घंटे की इंतजार के बाद डीसी द्वारा बुलाए जाने पर भीतर गए और बरटा गांव के मजदूरों की ओर से कामरेड फूल सिंह अपनी बात रखने लगे तो डीसी कैथल ने उनके साथ अमर्यादित व्यवहार किया और धक्के मारकर अपने कार्यालय से बाहर निकलवा दिया। इस घटना के विरोध में डीसी दफ्तर कैथल पर प्रदर्शन किया गया और CM विंडो के माध्यम से कामरेड फूल सिंह ने डीसी सुनीता वर्मा द्वारा उनके साथ की गई बदसलूकी के खिलाफ एक शिकायत मुख्यमंत्री महोदय के पास भेजी थी। जिसकी जांच मुख्यमंत्री महोदय ने डीसी सुनीता वर्मा को ही सौंप दी जिसके खिलाफ शिकायत थी और DC कैथल ने खुद फैसला सुना दिया कि वह निर्दोष है और शिकायतकर्ता कामरेड फूल सिंह को ही दोषी ठहरा दिया। CM विंडो की जांच और निर्णय से पूरी तरह स्पष्ट हो जाता है कि नौकरशाही और सरकार चाहती है कि मजदूरों का ने तो अपना कोई नेतृत्व हो और ना ही उनका कोई प्रतिनिधित्व करें। वह यूनियन में संगठित न हो। नौकरशाही और मौजूदा भाजपा सरकार मजदूरों के यूनियन बनाने के अधिकार पर चोट कर रही है। सभी मजदूर कर्मचारी नेताओं ने एक सुर में कहा कि डीसी कैथल का मजदूरों के प्रतिनिधियों के साथ अमर्यादित रवैया अत्यंत निंदनीय है। इसे सहन नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर CM window के माध्यम से शोषित पीड़ित जनता को गुमराह कर रहे हैं और डीसी सुनीता वर्मा जैसी मजदूर विरोधी नौकरशाहों को बचाना चाहते हैं। यह सहन नहीं किया जाएगा और जब तक तानाशाह डीसी सुनीता वर्मा के खिलाफ उचित कार्यवाही नहीं की जाती आंदोलन जारी रहेगा। विचार गोष्ठी में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का पुतला दहन किया जाए और कमिश्नर अंबाला को DC कैथल के खिलाफ शिकायत भेजी जाए। यह भी निर्णय हुआ कि प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति भारत सरकार के पास भी डीसी कैथल की शिकायत भेजी जाए। उक्त विचार ग्रामीण सफाई मजदूर यूनियन के प्रधान बसाऊ राम, रिटायर्ड कर्मचारी संघ के जिला प्रधान धूप सिंह सिरोही, आंगनवाड़ी कर्मी नेता कमला द्यौरा, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के प्रेमचंद, SKS  के जरनैल सिंह, कुलदीप सिंह, अजय NBS,  सुरेंद्र रांझा एडवोकेट, मंच के प्रधान कामरेड फूल सिंह, अध्यक्ष मंडल के कामरेड पाल सिंह, नरेश विरोधिया, करनैल सिंह व नरेश बारना  ने रखे। 
विचार गोष्ठी के बाद शहर में खट्टर सरकार तथा डीसी कथित की तानाशाही के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और पेहवा चौक पर मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार का पुतला दहन किया गया।

Friday, July 13, 2018

एक रिपोर्ट: जॉन को शायरी का चे ग्वेरा मानते हैं कुमार विश्वास

... और क्रिएटिव अडडा ने जान एलिया बहुत से दिलों तक पहुंचाया 
लुधियाना//जालंधर: 12  जुलाई 2018: (कार्तिका सिंह//पंजाब स्क्रीन)::
विदेशी हमलों, आंतरिक साज़िशों, भ्रष्टाचार से भरा हुआ सिस्टम, बेरोज़गारी का निरंतर बढ़ता गराफ़ , भूख से होती मौते, जगह जगह असुरक्षा का माहौल--लेकिन फिर भी हमने तरक्की की। हमारे देश ने शिव की तरह बहुत से विष पिए लेकिन भारतीय संस्कृति और कुकनूस की तरह फिर से जी उठने वाली आंतरिक शक्ति को कम नहीं होने दिया।  किसी ने भगवान  या उसका कोई चमत्कार देखा हो या  न देखा हो लेकिन इतनी मुसीबतों के बावजूद देश ने विकास की जो ऊंचाईयां छुई वे किसी करिश्मे से काम नहीं हैं। यह बात अलग है की गलत लोग हमेशां फन उठाते रहे-चालें चलते रहे--पर यह देश की अनेकता में छुपी एकता की  अदभुत शक्ति ही थी जिसने इन्हे बार बार नाकाम करने शमा दिखाया। 
संचार और तकनीकी विकास की सुविधा जब देश के कोने कोने तक पहुंची तो बहुत से फायदे सामने आये। कई कई दिनों के बाद पहूंचने वाली चिठियाँ झटपट पहुँचने लगी ईमेल बन कर। लेकिन यहाँ भी गलत लोग बाज़ नहीं आए। उन्होंने दुष्प्रचार, अफवाह और अश्लीलता की आंधी चला कर इसे गैर ज़िम्मेदार बनाने की कुचेष्टा की। लेकिन अच्छे लोग निराश नहीं हुए। 
इन सभी हकीकतों के बावजूद रचनात्मक लोगों ने इस तकनीकी विकास का शुभ लाभ लिया। इसे समाज को जोड़ने और रचनत्मक बनाने के लिए सदुपयोग किया। 
जालंधर में "क्रिएटिव अडडा"  का आयोजन यही सुखद संकेत देता है। आयोजन यादगारी रहा। क्रिएटिव अड्डा की तरफ से एक मशहूर शायर जॉन एलिया साहब की याद में "जॉन यानी मोहब्बत" एक  नशिस्त करवाई गई । ये नाम यू भी रखा गया कि जॉन साहब एक मोहब्बत के शायर थे ज़िन्दगी के शायर थे इसलिये अगर उनका ताल्लुक मोहब्बत से रखे तो ये गलत नही होगा । जॉन साहब का जन्म अमरोहा में हुआ था वो बंटवारे के बाद पाकिस्तान चले गए थे । जॉन साहब की ज़िंदगी और उनकी शायरी पर चर्चा हुई । जॉन साहब एक खुदरंग शायर थे । इस इवेंट में उर्दू अदब की मशहूर शायरा रेणु नय्यर जी जो पूरे देश में अपने कलाम पढ़ चुकी है वो मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित थी । उन्होंने अपने कलाम और ग़ज़लों से महफिल लगाई ।  लुधियाना से तशरीफ़ लाये थे आनीस खान लुधियानवी जिन्होंने जॉन साहब की ज़िंदगी से तार्रुफ़ करवाया और उनकी कुछ नज़्में पढ़ी । चंडीगड़ से युवा कवि आशीष द्वेवेदी जी हाज़िर हुए थे उन्होंने सबका जॉन साहब की ग़ज़लों से राबता करवाया । इस नशिस्त का की निज़ामत हर्ष सिंह ने की । अतिथि के रूप में रेडियो मिर्ची से हमारे साथ आर जे चेतना भी मौजूद थी ।
इस नशिस्त में काफी लोगो ने शिरकत की । 
रेणु नय्यर जी ने अपनी बेहतरीन ग़ज़ल से महफिल में चार चांद लगाई
उनके ग़ज़ल के कुछ शेर है:

किसी गुमान ने आ कर छुआ था, टूट गया
तुम्हारा अक़्स जो दिल में बसा था, टूट गया

ज़माने वाले तुझे इश्क़ इश्क़ कहते हैं
मेरे लिए तू फ़क़त आईना था, टूट गया
जॉन एलिया के बारे में अगर कुमार विश्वास जी के शब्दों का उल्लेख न करें तो बात अधूरी रहेगी। सत्याग्रह में 
कुमार विश्वास जॉन एलिया को खुदरंग शायर कहते हैं. मतलब, ऐसा शख्स जो अपने ही रंग का हो और ऐसा रंग जो किसी और के पास न हो. कुमार विश्वास उनके लिए लिखते हैं, 'जॉन को मैं शायरी का चे ग्वेरा मानता हूं जो एक स्टेटमेंट देते हुए नज़र .....उन पर कुमार साहिब की पूरी किताब भी पढ़ने वाली है। 
क्रिएटिव अडडा ने जान एलिया की कविता को दूर तक फैलाया है--वो कविता जो जन जन से जुडी है और सभी को पढ़नी चाहिए। 

Tuesday, July 10, 2018

निर्दोष स्कूल में सुखमनी साहिब के पाठ और कीर्तन का आयोजन

मंदबुद्धि बच्चों के लिए प्रयास करता है यह स्कूल 
लुधियाना: 10 जुलाई 2018: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
कलियुग की सभी बुराईयों के बावजूद लोगों की धार्मिक आस्था लगातार कायम है। इसी आस्था के चलते यहाँ के एक शिक्षण संस्थान "निर्दोष स्कूल" आने नए सत्र की शुरुआत बाकायदा सुखमनी साहिब का पाठ रख कर की। 
सराभा नगर स्थित निर्दोष स्कूल में नए सेशन की शुरुआत सुखमनी साहिब पाठ के साथ की गई। लेखिका और डिवोशनल सांग वोकलिस्ट जसमीत कुकरेजा ने कीर्तन किया। मधु खोसला ने नई चेयरपर्सन के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभाली। मधु खोसला ने कहा कि उन्हें पूनम बिंद्रा के बाद ये जिम्मेदारी मिल रही है जो सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि वो पूरी कोशिश करेंगी की स्पेशल बच्चों को आगे बढ़ने में पूरा योगदान कर सकें। बच्चों को किताबें और स्टेशनरी की आइटम्स दी गई। साथ ही स्कूल के सभी ऑटोरिक्शा ड्राइवर्स को नई यूनिफॉर्म दी गई। पिओन किशोर की बेटी को जियोर्जिया में कॉलेज में एडमिशन मिलने पर 50 हजार की धनराशि इनाम के तौर पर दी गई। 
पूर्व चेयरपर्सन पूनम बिंद्रा ने बताया कि हाल ही में गुजरात में आयोजित हुई स्पेशल गेम्स में इक्षित शर्मा ने 50 मीटर रेस में पहला और सॉफ्टबॉल थ्रो चैलेंज में दूसरा स्थान हासिल किया। उन्होंने कोच मनदीप की मेहनत के लिए उनका धन्यवाद किया। होटल हायत रिजेंसी के सहयोग से स्कूल में नई मसाला ग्राइंडिंग मशीन का भी उदघाटन किया गया। स्कूल की तरफ से डाक्टर जतिंदर कौर गंभीर ने मंद बूढी बच्चों के लिए किये जा रहे प्रयासों की भी जानकारी दी। 

Saturday, July 07, 2018

भावी पीढ़ी को सही दिशा-निर्देश देने के लिए गुरमत सम्मेलन

Jul 7, 2018, 5:32 PM
आयोजन का मकसद अच्छे संस्कार और अच्छी शिक्षा 
जालंधर: 7 जुलाई 2018: (राजपाल कौर//पंजाब स्क्रीन)::
हमारा समाज और देश तभी तरक्की की राह पर आगे बढ़ सकते हैं ,जब हमारी भावी पीढ़ी अच्छे आदर्श ,संस्कार और गुरमत विचारों को अपने जीवन मेँ धारण करे। नामधारी गुरु ,सतगुरु जगजीत सिंह जी ने 1963 ईस्वी में बच्चों के सर्वोतोन्मुखी विकास के लिए गुरमत विद्यक सम्मेलन का आयोजन करवाया था जो कि वर्तमान समय में सतगुरु दलीप सिंह जी के सुयोग्य नेतृत्व में निरन्तर चल रहा है। यह विशेष रूप से गर्मियों की छुटियों में करवाया जाता है। इस गुरमत विद्यक सम्मेलन का सिलेबस गुरमत विद्यक सिद्धान्तों तथा अच्छे संस्कारों के मुताबिक निर्धारित किया जाता है। फिर देश-विदेश में अलग-अलग स्थानों पर इसका आयोजन करवा कर बच्चों के बीच अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं करवाई जाती हैं। जैसे कि नाम-सिमरन प्रतियोगिता ,भाषण ,कविता प्रतियोगता ,अरदास ,गुरबाणी-कंठ प्रतियोगता ,दस्तार प्रतियोगता ,सिक्ख इतिहास से संबन्धित प्रश्न-उत्तर प्रतियोगता ,सवाल-जवाब प्रतियोगता इसके अलावा चित्रकारी ,खेल ,पौष्टिक आहार बनाने तथा संगीत प्रतियोगता आदि उनको अलग-अलग ग्रुपों में बांटकर करवाई जाती हैं। इस तरह अलग-अलग प्रकार से मुकाबले करवाए जाते हैं ताकि बच्चों का अच्छी बातें सीखने के साथ-साथ थोड़ा मनोरंजन भी हो जाये,इसके साथ ही सिखलाई कैम्प भी लगाए जाते हैं।इस समागम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को सिक्ख धर्म की परम्पराओं के साथ जोड़कर ,अपनी महान विरासत से ज्ञात करवाना है। इसके अलावा उनमें अच्छे संस्कार ,समाज-सेवा तथा देशभक्ति जैसे जज्बे पैदा करने के लिए सिखलाई कैम्प भी लगाए जाते हैं।सम्मेलन में भाग लेने वाले विद्यार्थी की उम्र 4-5 साल से लेकर 24-25 साल तक होती है।विजेता शिक्षार्थियों को उनका हौंसला बढ़ाने के लिए इनाम भी दिए जाते हैं ,इसके इलावा इस सम्मेलन भाग लेने वाले प्रत्येक शिक्षार्थी को कुछ इनाम अवश्य ही दिया जाता है ताकि कोई बच्चा निराश न हो। इस साल 2018 के गुरमत विद्यक सम्मेलन देश के अलग-अलग स्थानों जैसे कि जालंधर के कई इलाकों के अलावा, श्री जीवन नगर(हरियाणा),चंडीगढ़ ,बीड भमारसी (पटियाला),मंडी (हिमाँचल-प्रदेश),अमृतसर ,दिल्ली ,दसूहा ,लुधियाना आदि कई स्थानों पर आयोजित किया गया,जो कि 10 जून से लेकर 5 जुलाई तक चलता रहा। यह आयोजन श्री सतगुरु दलीप सिंह जी तथा माता गुरमीत कौर जी की कृपा और निर्देशानुसार,विश्व-नौजवान नामधारी विद्यक जत्थे के प्रधान तथा जालंधर विद्यक सोसाइटी के चेयरमैन पलविंदर सिंह की अगवाई तथा उनकी टीम के सहयोग से सम्पन्न हुआ।इसमें मुख्य रूप से मास्टर सुखविंदर सिंह जी ,प्रिंसिपल हरमनप्रीत सिंह जी ,मुख्त्यार सिंह जी ,सुखदेव सिंह जी ,सुखराज सिंह जी ,गुरमुख सिंह जी ,सूबा अमरीक सिंह जी ,रत्न सिंह जी (प्रधान यूथ अकाली दल मोहाली),सरबजीत सिंह भिंडर ,प्रधान हजारा सिंह जी ,प्रधान अरविंदर सिंह जी ,जसवीर सैनी जी ,हरदीप सिंह राजा ,प्रधान गुरमेल सिंह बराड़,जसवंत सिंह सोनू ,सुरैन सिंह जी ,बूटा सिंह जी ,निर्मल सिंह वां,लाल सिंह जी और अध्यापिका भगवंत  कौर जी ,अध्यापिका रुपिन्दर कौर जी,परमजीत कौर ,सतनाम कौर ,सिमरजीत कौर ,हरविंदर कौर बीड़,रमनदीप कौर ,दर्शन कौर जी ,संदीप कौर जी तथा मुख्याध्यापिका राजपाल कौर आदि शामिल थे।

Monday, July 02, 2018

सीटी यूनिवर्सिटी में पानी पर अंतर्राष्ट्रीय वर्कशाप आयोजित

सदियों से पानी की समस्या बनी रही हैं-मैकगिल यूनिवर्सिटी के माहिर
इस सेमिनार में मैकगिल यूनिवर्सिटी से डा. शिव ओ. प्राशर एवं जसकरण धिमान, यूनिवर्सिटी ऑफ गुल्$फ कैनेडा से डा. रामेश पी रुद्रा, कान्सास स्टेट यूनिवर्सिटी के सहायक अध्यापक डा. मनजीत सिंह कंग मुख्य मेहमान के रुप में उपस्थित थे
लुधियाना: 2 जुलाई 2018: (पंजाब स्क्रीन टीम)::
सीटी यूनिवर्सिटी के लुधियाना परिसर में इनोवेशन्स इन सस्टेनेबल वॉटर रिर्सोस मैनेजमैंट (आइ.एस.डब्लयू.आर.एम-2018) विषय पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर की वर्कसाप आयोजित करवाई गई। इस वर्कशाप में कैनेडा, यू.एस.ए एवं भारत के विशेषज्ञों ने पानी की बचत पर विचार विमर्श किया।
यह वर्कशाप आइसी-इंपैक्टस, आइसी इंपैक्टस एच.क्यू.पी नेटवर्क एवं मैकगिल यूनिवर्सिटी, मॉटरीयल की सयाहता से करवाइ गई। इस वर्कशाप में वर्तमान विश्व की पानी की समस्या पर चर्चा की गई।
इस समारोह में जैव संसाधन एवं जैव प्रणालियों के मशहूर वैज्ञानिकों की टीम मैकगिल यूनिवर्सिटी मोंटरियल, कैनेडा से डा. शिव ओ. प्राशर एवं डॉ. जसकरण धिमान, यूनिवर्सिटी ऑफ गल्$फ कैनेडा से डा. रमेश पी रुद्रा, कान्सास स्टेट यूनिवर्सिटी से सयाहक प्रोफेसर डा. मनजीत सिंह कंग, लोवा स्टेट यूनिवर्सिटी यू.एस.ए से डा. रामेश्वर कंवर एवं खेती विभाग पंजाब से डा. बलदेव सिंह नोर्थ मुख्य वक्ता के रुप में उपस्थित थे।
सीटी यूनिवर्सिटी के चांसलर स. चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि विश्व में लोगों की संख्या बढ़ती जा रही हैं और लोगों की ज़रुरते भी उसी मुताबिक बढ़ती जा रही हैं। इसी के साथ शहरों, उद्योगिक संस्थाओं एवं कृषि में पानी की कमी उबर रही हैं। उन्होंने कहा कि नई नीति नियोजन, तकनीकों, प्रबंध एवं पानी के नियत्रंन इस्तेमाल से पानी को बचाया जा सकता हैं। पंजाब का नाम भी पांच नदियों से बना है, जो पंजाब की सभयता एवं सभयताओं के निर्माण में सहायता करती आई हैं।
सीटी यूनिवर्सिटी के प्रो-वाइस चांसलर डॉ. हर्ष ने आए मेहमानों एवं माहिरों का स्वागत किया एवं कहा कि हमें पानी की बचत करनी चाहिए। जिससे आने वाला भविष्य सुरक्षित रह सकें।
सीटी यूनिवर्सिटी के रजिस्टरार डा. जगतार धिमान ने कहा कि पंजाब के दक्षिणी श्रेत्र में कृषि खेती में पानी की किल्लत बहुत बढ़ चुकी हैं। हमें मिलकर पानी की संरक्षणा के लिए नइ तकनीकों को इज्जाद करना होगा।
मैकगिल यूनिवर्सिटी से डा. शिव ओ. प्राशर ने बताया की बाओ-चार एवं हाइड्रोजल से आइसी-इंपैक्टस पानी की संरक्षणा एवं प्रबंध कर रहा हैं। इसी के साथ डा. जसकरण धिमान ने कहा कि सदियों से पानी की किल्लत चलती आ रही हैं। पानी में प्रदूषण एवं फैक्टरी के गंदे पानी से साफ पानी भी गंदा हो रहा है। इसी के चलते आइसी-इंपैक्टस अपशिष्ट जल को सिंचाई के इस्तेमाल के लिए नई तकनीकों का अविष्कार कर रही हैं।
डा. रामेश रुद्रा ने कहा कि पानी की समस्या के हल करने के लिए लोगों की भागीदारी बहुत कारुरी हैं।
इस वर्कशाप में डा. नीता राज शर्मा ने बायोचार प्रोडक्शन एवं जल उपचार पर विचार सांझे किए। इसी वर्कशाप में (लेट अस सेव वॉटर, एवरी ड्राप मेटर्स) हस्ताक्षर अभियान चलाया गया जिसमें लोगों ने पानी को बचाने की प्रतिज्ञा ली। इस में गवाटेमाला, लीबिया, चाइना, तुर्कि, कैनेडा, यू.एस.ए एवं भारत से पानी की सुरक्षा पर कई वीजियों चलाई गई।
डा. रामेश्वर कंवर ने पंजाब में पानी समस्याओं पर चर्चा की एवं कई हल भी सांझे किए। कृषि विभाग पंजाब के सदस्य डा. बलदेव सिंह नार्थ ने पंजाब में पानी की संरक्षणा की पालिसीयों एवं द इंपैक्ट ऑफ प्रकार्वेशन ऑफ सबसोयल वॉटर एक्ट (2009) बिल के प्रति जानकारी दी।