Monday, January 29, 2018

धरना-प्रदर्शनों पर जारी पक्की रोक के खिलाफ़ विशाल रोष प्रदर्शन कल

Mon, Jan 29, 2018 at 5:00 PM
ज़िला प्रशासन की जनविरोधी रोक के खिलाफ हुई विशेष बैठक 
लुधियाना: 29 जनवरी 2018: (पंजाब स्क्रीन टीम):: 
कभी किसी शायर ने बहुत पहले कहा था। शायद शाद लखनवी साहिब ने कि
न तड़पने की इजाज़त है न फ़रियाद की है 
घुट के मर जाऊँ ये मर्ज़ी मिरे सय्याद की है

कुछ इसी तरह के हालात बनाये जा रहे हैं आज के इस आधुनिक दौर में उन लोगों के लिए जो अपना दर्द सरकार के दरबार तक पहुंचाना चाहते हैं। इसका बरसों पुराना ढंग तरीका यही है कि  शांतमयी ढंग से अपना रोष व्यक्त किया जाये। रोष व्यक्त करने वाले लोग जिले में सरकार के प्रमुख प्रतिनिधि अर्थात डिप्टी कमिश्नर को देते हैं या जिला पुलिस प्रमुख। लुधियाना में इन दोनों के कार्यालय लघु सचिवालय अर्थात में साथी हैं।  इस कम्प्लेक्स को नयी कचहरी के तौर पर भी जाना जाता है। शायद ही कोई दिन हो जब यहाँ कोई  कोई संगठन अपना रोष व्यक्त करने न आता हो। लुधियाना जिला प्रशासन इसको लेकर नाराज़ लग रहा है। 
लुधियाना प्रशासन द्धारा अनिश्चितकालीन तौर पर धारा 144 लगाकर धरना-प्रदर्शनों-हड़तालों पर लगाई पक्की रोक और सरकार के काले कानूनों के खिलाफ़ 70 से अधिक जनवादी जनसंगठनों द्धारा डीसी कार्यालय पर होने वाले विशाल रोष प्रदर्शन की तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं। 
इस सम्बन्धी आज तालमेल कमेटी की मीटिंग बीबी अमर कौर मैमोरियल लाईब्रेरी हाल में हुई। मीटिंग के बाद जारी ब्यान के जरिए संगठनों ने लोगों को जनआवाज़ कुचलने के लिए लुधियाना प्रशासन/सरकार द्धारा लागू तानाशाह फरमान/काले कानूनों के खिलाफ बड़ी से बड़ी संख्या में रोष प्रदर्शन में पहुँचने की अपील की है। डीसी कार्यालय पर प्रदर्शन से पहले शहीद करतार सिंह सराभा पार्क (भाई बाला चौंक) में रैली की जाएगी। वहाँ से पैदल मार्च करके डीसी कार्यालय पहुँचकर प्रदर्शन करके मांग पत्र दिया जाएगा।
इन संगठनों ने कासगंज में हिन्दुत्वी कट्टरपंथिओँ की तरफ से मुस्लिम भाईचारे पर किए गए कातिलाना हमले, अगजनी, हिंसा, उल्टा मुस्लमानों को ही दोषी ठहराए जाने के साम्प्रदायिक प्रचार, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हिन्दुत्वी कट्टरपंथियों के खिलाफ़ कोई कार्रवाई न करने की सख्त शब्दों में निन्दा की है। 

इस अभियान से जुड़ने के लिए आप अरुण कुमार से भी सम्पर्क कर सकते हैं 9646150249 पर 

प्रदेश के बाकी गैंगस्टरों के साथ भी यही सलूक किया जाए:पंचानंद गिरी

 श्री हिन्दु तख्त के वरुण मेहता ने जारी किया तीखा ब्यान 
लुधियाना: 29 जनवरी 2018: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::
पंजाब  के शांतमय माहौल को खराब करने के लिए खालिस्तान समर्थक आंतकी संगठनों व कुख्यात गैंगस्टरों में मिलीभगत होने की आंशका व्यक्त करते हुए श्री हिन्दू तख्त ने हमेशा जो आरोप लगाए वो अब जांच में भी सामने आ रहे है उपरोक्त बातें श्री हिन्दू तख्त के धर्माधीश जगतगुरु पंचानंद गिरी जी व प्रमुख प्रदेश प्रचारक वरुण मेहता ने आज यह तख्त के नवनियुक्त प्रदेश प्रचारक चेतन बवेजा के कार्यलय में विशेष बातचीत में लगाये।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार की माफिया समर्थक नीतियों के कारण प्रदेश में गैंगस्टरों की तादाद बढ़ी और इनके द्वारा राज्य में वर्चस्व कायम करने के लिए सरेआम हत्याए व लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दिया गया व कई घटनाओं में बेटियो की इज़्ज़त बचाने की खातिर पुलिस कर्मचारियों को निशाना बनाने से उक्त गैंगस्टरों के हौसले बढ़ गए थे   पूर्व सरकार के दबाव में  पुलिस विभाग इनके खिलाफ ठोस एक्शन लेने में नाकाम रहा और इन लोगो की गतिविधियां बढ़ती गई।
जगतगुरु पंचानंद गिरी व वरुण मेहता ने कहा कि पिछले 2 वर्षों के दौरान  विभिन्न संगठनों के नेताओ सहित तख्त के जिला प्रचारक शहीद अमित शर्मा की हत्या में भी अलगवादी खालिस्तानी कट्टरपंथियों तथा गैंगस्टरों की मिलीभगत की आशंका भी हमने जताई जोकि इन हत्याओं के पर्दाफाश होने पर सच साबित हुई 
कैप्टन सरकार ने शपथ लेते ही गैंगस्टरों के खात्मे के ऐलान किया था व जाबाज़ अधिकारियों को शामिल कर विशेष टीमें बनाई थी जिसके द्वारा गैंगस्टर विक्की गोंडर व प्रेमा लाहौरिया व अन्य को मारा गया जोकि सराहनीय कार्य है वरना जांच में गोंडर व उसके साथियों के विदेशी खालिस्तानी  आकाओ के साथ मिलकर पंजाब के हालात खराब करने के लिए बड़ी साज़िशें रचने की तैयारियों का खुलासा हुआ है 
उन्होंने गोंडर के अन्य साथियों सहित बाकी कुख्यात गैंगस्टरों के साथ भी यही सलूक करने की मांग करते हुए कहा कि श्री हिन्दू तख्त प्रदेश के अमन चैन के लिए गैंगस्टरों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में पुलिस विभाग को पूर्ण सहयोग करेगा ।
पंचानंद गिरी व वरुण ने कैप्टन।सरकार द्वारा प्रदेश से माफिया व  गैंगस्टरों के खात्मे के लिए पुलिस महानिदेशक श्री सुरेश अरोड़ा जी के नेतृत्व में काउंटर इंटेलिजेंस विग को खुली छूट देने की सराहना करते हुए कहा कि इससे प्रदेश में ला एंड ऑर्डर की स्थिति मजबूत होगी उन्होंने सरकार से शोशल मीडिया पर चेतावनियां देने व इस मुड़भेड़ को लेकर दुष्प्रचार करने वाले तत्वों को भी नुकेल डालने की मांग की। 
श्री हिन्दू तख्त विक्की गोंडर व प्रेमा लाहौरिया को गोली मारने वाले पुलिस अधिकारी गुरमीत चौहान व विक्रम बराड़ को जल्द शांति रक्षक अवार्ड से सम्मानित करेगा । इस अवसर पर सर्वश्री आरडी पूरी चेयरमैन तख्त पंजाब , परविंदर भट्टी उत्तर भारत अखिल भारतीय हिन्दू स्टूडेंट फेडरेशन प्रमुख ,एस डी पूरी उप चैयरमेन , जिला प्रमुख प्रचारक शिवम कुमार , प्रचारक धरमिंदर जज , प्रचारक मनमोहन कुमार , इंद्रजीत पासी , बबल कुमार व अन्य भी उपस्थित थे।
इस सम्बन्ध में और जानकारी ली जा सकती है श्री हिन्दू तख्त के प्रमुख प्रदेश प्रचारक वरुण मेहता से 9888409090

Thursday, January 25, 2018

वृद्ध आश्रम हमारे सभ्य समाज के लिए अभिशाप हैं

बजुर्ग हमारे समाज की मजबूत नींव हैं उनका सम्मान करना हमारा कर्तव्य  है:वरुण मेहता 
लुधियाना: 25 जनवरी 2018:(पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::
धर्मकर्म और धर्मस्थलों से भरे इस देश में जन्म देने वाले मातापिता को वृद्ध होने के बाद घर से निकाल कर किसी वृद्धाश्रम में छोड़ने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। न जाने यह सब किस धर्म के अंतर्गत किया जा रहा है। यह बात संतोषजनक भी है और चमत्कार भी कि इन वृद्धों को वे लोग संभालते हैं जिनका इसने खून का कोई रिश्ता नहीं होता। जहां सगे छोड़ जाते हैं वहां बेगाने आ कर संभाल लेते हैं।  
भारत के 69 वे गणतन्त्र दिवस  को My Way फार ह्यूमन वेलफेयर सोसाईटी द्धारा भी कुछ अलग ढंग से मनाया गया। इस सोसायटी के सदस्यों और पदाधिकारियों को महसूस हुआ कि जब तक ये वृद्ध लोग उदास रहेंगे तब तक तिरंगा भी हमारी सलामी स्वीकार नहीं करेगा। जब तक इनका आशीर्वाद नहीं मिलेगा तब तक भगवान भी प्रसन्न नहीं होंगें। "मेरा भारत महान" कहना तो आसान है लेकिन वास्तविक ज़िंदगी में ऐसी महानता पैदा करना कुछ कठिन है जिस पर सचमुच गर्व किया जा सके। वृद्धों की उदासी को दूर करके इस सोसायटी ने कुछ इसी तरह की कोशिश की है।  स्थानीय मॉडल टाऊन में स्वामी विवेकानंद वृद्ध आश्रम में रहने वाले बजुर्गो के साथ इस सोसायटी ने केक काटकर खुशी मनाई। इस ख़ुशी को संस्था की अध्य्क्ष अजिन्दर कौर व महासचिव वरुण मेहता के नेतृत्व में मनाया गया।
इस अवसर पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए वरुण मेहता ने कहा कि हमारे बजुर्ग किसी मज़बूत इमारत की नींव के समान है जैसे नींव मज़बूत होने से इमारत का भविष्य उज्ववल होता है उसी प्रकार बजुर्गो के होने से उनके मार्गदर्शन में परिवार व समाज को योग्य मार्गदर्शन मिलता है लेकिन अफसोस आज साईंस के बढ़ते युग मे हमारा समाज जितना सभ्य होने का ढोंग करता है उतनी तेज़ी से वृद्ध आश्रमों के निर्माण की बढ़ोतरी हो रही है जोकि हमारे समाज के लिए कलंक है।  ईश्वर के रूप में माता पिता की सेवा व उनके दर्शन ही सबसे उत्तम है लेकिन दुर्भाग्यवनश कुछ लोगो की तरफ से माता पिता की सेवा करने की बजाय उन्हें वृद्ध आश्रम में रहने के लिए मजबूर किया जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे सविधान में अगर माता पिता का अपमान करने व उन पर अत्याचार करने वाली औलाद को कठोर सजा देने का प्रावधान होता तो शायद आज उम्र के इस पड़ाव में इन बजुर्गो को इस तरह बेबसी की हालत में  रहने के लिए विवश न होना पड़ता।
संस्था की अध्य्क्ष अजिन्दर कौर ने कहा कि हमारी संस्था ने हमेशा ही समाज के जरूरतमंद वर्ग की सेवा करने व उनके सहभागी बनने को अपना कत्तर्व्य समझा है इसलिए आज गणतन्त्र दिवस को वृद्ध आश्रम में मनाने से हमे जहाँ गर्व महसूस हो रहा है वही समाज की सेवा करने के लिए इन बजुर्गो का अनमोल आशीर्वाद भी हमे मिल रहा है । उन्होंने कहा कि सोना पुराना होने से पीतल नही हो जाता बल्कि उसकी गुणवत्ता और बढ़ जाती है उसकी कीमत पुराना होने के कारण कई गुना बढ़ जाती है लेकिन हमारे समाज के कई लोग परिवार की नींव रखने वाले बजुर्ग माता पिता की सेवा करने व उन्हें दो वक्त की रोटी देने की बजाय उन्हें वृद्ध आश्रम में छोड़ कर कभी न भरने वाले जख्म देते है जबकि माता पिता कोहिनूर के हीरे जैसे है जिनकी चमक पुराने होने के साथ ही बढ़ती जारही है इस अवसर पर संस्था द्वारा आश्रम में रहने वाले बजुर्गो को जरूरी राशन सामग्री व दवाईया भेट की गई व सभी सदस्यों ने मिलकर बजुर्गो का आशीर्वाद लेते हुए उनके साथ परिवारिक माहौल बनाते हुए खुशी के पल बाटे ।
इस अवसर पर आश्रम के प्रशाशक विकास भारती सहित संस्था की तरफ से गुरचरण कौर,नीतू सलूजा , रीटा मक्कड़, रितु बिंद्रा, रिंकी मनोचा, दमनप्रीत बहल, ममता मल्होत्रा, अनिता घई व अन्य भी उपस्थित थे। 
इस अभियान से जुड़ने के इच्छुक संस्था की अध्यक्षा अजिन्दर कौर से 9779668799 पर और महांसचिव वरुण मेहता से 9888409090 पर सम्पर्क कर सकते हैं। 
आप इस विषय पर क्या सोचते हैं? कौन है कसूरवार? क्यों आया हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक  समाज में यह खतरनाक अमानवीय बदलाव? आपने विचार अवश्य भेजिए। यह सिलसिला वास्तव में भारतीय संस्कृति और परम्परा पर एक आघात है। सूक्ष्म हमला है हमारे समाजिक और धार्मिक सिस्टम को थस नहस करने का। जो लोग आज अपने मातापिता को घरों से निकाल कल वृद्धाश्रम में भेज सकते हैं वे लोग कल को देश से भी ऑंखें फेर लेंगें।  



Wednesday, January 24, 2018

डी डी जैन कालेज में इस बार टीचर लर्निंग पर सेमिनार

विचार चर्चा में खुल कर कहीं गयीं खरी खरी बातें 
लुधियाना: 24 जनवरी 2018: (पंजाब स्क्रीन टीम):: और तस्वीरें फेसबुक पर देखें यहां क्लिक करके 
कभी एक गीत बहुत लोकप्रिय हुआ था--
चल भाग चलें पूर्व की ओर--
प्यार मेरा न चोरी कर लें ये पश्चिम के चोर-
भागने वाले पश्चिम की हवाओं से भरे माहौल से भागने की जकड़ छुड़ा कर भागने में सफल भी रहे लेकिन पूँजीवाद ने धीरे धीरे पूर्व को भी पश्चिमी रंग में रंग दिया। ऐसा रंगा कि संपति से लेकर जज़बात तक के सौदे होने लगें। हर रिश्ता अपनी गरिमा खो बैठा। हर संबंध पूंजीवाद की चमकदमक में फंस गया। कहीं से खबर आने लगी भाई ने भाई की हत्या कर दी। कहीं से खबर आती बेटे ने मां-बाप को मार डाला। रिश्ते तार तार हो गए। साहिर लुधियानवी साहिब ने जो कुछ बहुत पहले लिखा था--

माटी का भी कुछ मौल मगर--इंसान की कीमत कुछ भी नहीं। 
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यह सब कुछ हर कदम पर सच होने लगा। पूंजीवाद की इन बुराईयों का प्रभाव हर क्षेत्र पर पड़ा। बाप बड़ा न भईया-सबसे बड़ा रुपया। इस नए दौर की हवाओं ने शिक्षा के क्षेत्र में अपना घातक असर दिखाया। हाल ही में यमुनागर से खबर आयी की एक छात्र ने अपनी प्रिंसीपल को गोलियां मार दीं। अध्यापन क्षेत्र से जुड़े लोगों को आंदोलनों के लिए सड़कों पर उतरना पड़ा। गुरु और शिष्य के संबंध बिगड़ते चले गए। शिक्षा जगत की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने में पहल दिखाई लुधियाना के  देवकी देवी जैन मेमोरियल कॉलेज फॉर वुमन ने।  इस कालेज में ‘इनोवेटिव प्रेक्टिस के जरिए टीचिंग, लर्निंग और एजुकेशन’ विषय पर दो दिवसीय नेशनल सेमिनार की शुरुआत की गई। कॉलेज के इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल की तरफ से "नेशनल असेस्मेंट और एक्रिडिएशन काउंसिल" द्वारा इस सेमिनार को स्पांसर किया गया।  गौरतलब है कि इस कालेज में ज्वलंत समस्याओं पर अक्सर बहुत ही अर्थपूर्ण और गंभीर आयोजन होते रहते हैं। इस बार का आयोजन दो दिनों का है और पहले दिन तीन सेशन हुए। बहुत ही शांत माहौल में बहुत ही खरी खरी बातें कही गयीं।  और तस्वीरें फेसबुक पर देखें यहां क्लिक करके 
24 जनवरी बुधवार को शुरू हुए सेमिनार की शुरुआत ज्योति प्रज्वलन और नमोकार मंत्र से की गई। सत्यम ऑटो कंपोनेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन सुरेश चंद्र मुंजाल ने मुख्य मेहमान के तौर पर शिरकत की। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. सरिता बहल ने सभी मेहमानों, शख्सियतों, डेलीगेट्स और प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के सेमिनार जानकारी बढ़ाने के साथ ही बौद्धिक ज्ञान को भी बढ़ाने में मदद करते हैं। मुख्य मेहमान सुरेश मुंजाल ने देश में क्वालिटी एजुकेशन की जरूरत पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि इस तरह की एक्टिविटीज का आयोजन भविष्य में भी किया जाता रहना चाहिए।  और तस्वीरें फेसबुक पर देखें यहां क्लिक करके 
इस सेमिनार के उदघाटनी भाषण में एएस कॉलेज खन्ना के प्रिंसिपल डॉ. आरएस झांजी ने महत्वपूर्ण संदेश दिया। उनसे पंजाब स्क्रीन की बातचीत के कुछ अंश आप सबंधित वीडियो में भी देख सकते हैं।  उन्होंने टीचिंग लर्निंग प्रोसेस में कॉलेजों द्धारा किए गए प्रयासों के बारे में बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी और तर्क पर आधारित चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि टीचिंग लर्निंग में आईसीटी का प्रयोग और बेस्ट प्रैक्टिस को इम्प्लीमेंट करना आज के समय के लिए बेहद आवश्यक है।
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पैनल डिस्कशन में जीजीएनआईएमटी के प्रिंसिपल डॉ. हरप्रीत सिंह ने मॉडरेटर की भूमिका निभाई। प्रताप कॉलेज ऑफ एजुकेशन के डॉ. बलवंत सिंह, एमएम मोदी कॉलेज पटियाला के डॉ. खुशविंदर कुमार, भगत फूल सिंह महिला महाविद्यालय से डॉ. संकेत विज और एससीडी गवर्नमेंट कॉलेज से डॉ. अश्विनी भल्ला पैनलिस्ट रहे। पैनल में प्रोफेशनलिज्म, टेक्नॉलॉजी का महत्व, हायर एजुकेशन का वर्तमान स्तर और हल विषय के साथ ही रिसर्च बेस्ड इनोवेटिव प्रैक्टिस जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। सभी पैनलिस्ट ने कहा कि अध्यापक को सिखाने के लिए उत्साहित होने के साथ ही स्टूडेंट को भी सीखने के लिए उत्सुक रहना होगा। टेक्नीकल सेशन में डॉ. संकेत विज ने टीचिंग लर्निंग और स्टूडेंट्स की इवैल्युएशन के विभिन्न पहलुओं पर विचार रखे। डॉ. अश्वनी भल्ला ने कहा कि फॉर्मल एजुकेशन के साथ ही स्टूडेंट्स को नैतिकता भी सिखानी होगी। सेमिनार के पहले दिन 30 रिसर्च पेपर पढ़े गए। सेमिनार में कॉलेज के चेयरमैन सुखदेव राज जैन, नंद कुमार जैन, विपन कुमार जैन, बांके बिहारी लाल जैन, राजीव जैन, अजय जैन, धर्म कीर्ति जैन, अशोक जैन व अन्य भी मौजूद रहे। सेमिनार में वक्ताओं ने एजुकेशन की जरूरत पर भी अपने विचार रखे। डाक्टर अश्विनी भल्ला, डाक्टर बलवंत सिंह और अन्यों ने बहुत ही खरी खरी बातें कहते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि शिक्षा के मौजूदा सिस्टम को बदलने की आवश्यकता है। अभी यह सिस्टम टीचर ओरिएंटेड है इसे स्टूडेंट ओरिएंटेड भी बनाना होगा। डाक्टर हरप्रीत सिंह ने बहुत ही कुशलता और शायराना रंग में इस चर्चा का संचालन किया। अगर दूरदर्शन, आकाशवाणी और अन्य माध्यमों से इसका सीधा प्रसारण होता तो इसका फायदा दूर दूर तक पहुंचता। कुल मिलाकर लुधियाना में एक सार्थक पहल हुई। यमुनागर नगर में लुधियाना की ही बेटी प्रिंसिपल रीतू छाबड़ा की जान ले ली गई।  इस लिए लुधियाना से शुरू हुई शिक्षा जगत पर चर्चा ज्यादा से ज्यादा दूर पहुँच सके तो अधिक फायदा हो सकता है।
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Saturday, January 20, 2018

रक्षा मंत्रालय//आकस्मिकता निकासी: तिब्बा गुफा//

20th Jan 2018 at 4:12 PM by PIB Delhi
लद्वाख सेक्टर में एक साहसिक केसवाक मिशन का संचालन
लेह स्थित हेलिकॉप्टर यूनिट, ‘ द सियाचिन पायनियर्स‘ 19 जनवरी, 2018 को लेह के लद्वाख सेक्टर में केसवाक मिशन को अंजाम देती हुई।
कल लेह स्थित सियाचिन पायनियर्स: 114 ने लद्वाख सेक्टर में जंस्कार घाटी के दूर दराज के पहुंच वाले क्षेत्रों में एक साहसिक केसवाक मिशन का संचालन किया।
यह हताहत जम चुकी जंस्कार नदी के ऊपर आयोजित ‘चादर ट्रेक‘ का एक हिस्सा था। बेहद कम समय में प्राप्त सूचना के बावजूद,  क्रू संदेश मिलने के शीघ्र बाद हेलिकॉप्टर के जरिये वहां पहुंच गया। बेहद दुर्गम क्षेत्र में होने के कारण इस मिशन के लिए दो हेलिकॉप्टर को बुलाया गया। इसका अर्थ यह है कि अगर एक हेलिकॉप्टर नीचे आया तो दूसरा सहायता के लिए वहां उपस्थित हो। चूंकि निम्न संचार व्यवस्था के कारण उस स्थान के लिए समन्वय उपलब्ध नहीं था, एयरक्रू को बर्फीले पहाड़ों एवं जंस्कार घाटी की दरारों में हताहत की खोज करने के बेहद दुष्कर कार्य से जूझना पड़ा। जैसे ही हताहत को खोज लिया गया-कैप्टन विंग सीडीआर खान ने महसूस किया कि एक बिना तैयार सतह पर तंग घाटी के भूभाग में लैंडिंग एक मुश्किल और खतरनाक कार्य हो सकता है।
इस कठिन परिस्थिति में बिना डिगे एवं यूनिट के इस ध्येय के अनुरूप कि ‘ हम कठिन कार्य तो रूटीन के तहत करते हैं और असंभव कार्य में बस थोड़ा अधिक समय लग सकता है‘ क्रू ने बेहद कम स्थान में वायुयान को उतरने के असाधारण  कौशल का प्रदर्शन किया और हेलिकॉप्टर को खड़े पहाड़ों के बीच में नदी के बगल में चट्टानी रास्ते पर उतार दिया। दूसरे हेलिकॉप्टर ने पहले हेलिकॉप्टर को वायु समर्थन दिया और इस कठिन कार्य कां अंजाम दे दिया गया। हताहत की सफलतापूर्वक निकासी कर दी गई और उसे लेह ले आया गया-इस प्रकार भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर द्वारा एक और बहुमूल्य जीवन बचा लिया गया।
(PIB)
वीके/एएम/एसकेजे/एमबी-6402
(रिलीज़ आईडी: 1517312)

Friday, January 19, 2018

टोल प्लाजा अब बोझ नहीं लगेगा आपको

On 19 Jan 2018 at 7:11PM by PIB Delhi
NHAI पर सभी टोल प्लाजा में जल्द ही बनेंगें हाइवे नेस्ट
नयी दिल्ली: 19 जनवरी 2018: (पीआईबी//पंजाब स्क्रीन)::

टोल प्लाजा का नाम दिमाग में आते ही एक फ़िज़ूल सा खर्चा किसी बोझ की तरह आ गिरता है। अब शायद जल्द ही निकट भविष्य में आपकी सोच बदल जाये और आप टोल प्लाजा आने का इंतज़ार करने लगें। थकान भरे लम्बे सफर के बाद राहत और आराम के कुछ पल देगा टोल प्लाजा। 
राजमार्गों का इस्तेमाल करने वाले लोगों की सुविधा के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा संचालित टोल प्लाजा में जल्द ही ऐसे खोखे होंगे जिनमें पीने का पानी, चाय/कॉफी और पैकेट बंद खाना बेचा जाएगा। हाइवे नेस्ट (मिनी) नाम वाले इन खोखों का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग द्धारा संचालित सभी 372 टोल प्लाजाओं के दोनों तरफ किया जा रहा है। इन खोखों को 10 मीटर x 20 मीटर पक्के चबूतरे पर टोल प्लाजा से करीब 200-250 मीटर की दूरी पर बनाया जा रहा है। इनमें महिलाओं/पुरूषों और शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए शौचालय की सुविधा भी होगी।
उदयपुर-चित्तौड़गढ-कोटा मार्ग पर एनएच-76 पर नारायणपुरा टोल प्लाजा और एनएच-65 के हैदराबाद-विजयवाड़ा सेक्शन पर कोरलापहाड़ टोल प्लाजा पर दो हाइवे नेस्ट (मिनी) का उद्घाटन किया जा चुका है। मार्च, 2018 के अंत तक शेष सभी टोल प्लाजाओं पर हाइवे नेस्ट (मिनी) बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

Thursday, January 18, 2018

धरना-प्रदर्शनों पर अनिश्चितकालीन रोक के खिलाफ लामबंदी और तेज़

Thu, Jan 18, 2018 at 4:16 PM 
जनवादी जनसंगठनों की डी.सी. से मीटिंग बेनतीजा रही
लुधियाना प्रशासन के तानाशाह आदेश के खिलाफ़ 30 जनवरी को होगा विशाल रोष प्रदर्शन
लुधियाना: 18 जनवरी 2018: (पंजाब स्क्रीन टीम)::
आज जिला लुधियाना के मज़दूरों, किसानों, मुलाजिमों, नौजवानों, छात्रों, स्त्रियों, बुद्धिजीवियों आदि तबकों के करीब 50 जनवादी जनसंगठनों के एक प्रतिनिधि मण्डल ने डिप्टी कमिश्नर से माँग की है कि लुधियाना में अनिश्चितकाल के लिए धारा 144 लगाने के गैरजनवादी-तानाशाह आदेश को तुरन्त वापिस लिया जाए। दिलचस्प बात यह है कि कि डीसी को यह भी सही ढंग से नहीं पता था कि उनके द्वारा जारी हुए पत्र के मुताबिक पुलिस कमिश्नर, लुधियाना ने क्या आदेश जारी किया है। डीसी ने माना कि यह देखना पड़ेगा कि पुलिस कमिशनर के अनिश्चतकाल के लिए धारा 144 लगाने का अधिकार है भी या नहीं। जनसंगठनों का कहना है कि धारा3 144 कानूनी तौर पर विशेष आपातकालीन परिस्थितियों में ही थोड़े समय के लिए लगाई जा सकती है। लुधियाना पुलिस कमिशनरी में ऐसे हालात नहीं है जिन्हें बहाना बनाकर इस धारा का इस्तेमाल किया जाए। वास्तव में हुक्मरान तरह-तरह के बहानों तले जन-आवाज़ कुचलने की साजिशें रच रहे हैं। लुधियाना पुलिस कमिशनरी में यह धारा लगाकर धरना-प्रदर्शनों पर पाबन्दी लगाना भी इन साजिशों का ही हिस्सा है।
लुधियाना जिला के चार दर्जन से भी अधिक जनवादी-जनसंगठनों द्वारा डिप्टी पुलिस कमिश्नर के कार्यालय पर विशाल रोष प्रदर्शन किया जाएगा। 19 से 29 जनवरी तक सघन प्रचार अभियान चला कर लोगों को लुधियाना प्रशासन के तानाशाह हुक्मों के खिलाफ़ लामबन्द किया जाएगा। 
डीसी लुधियाना के साथ आज हुई मीटिंग में कारखाना मज़दूर यूनियन, जमहूरी किसान सभा, मनरेगा मज़दूर यूनियन, तर्कशील सोसाईटी, रेहड़ी फड़ी युनियन, इंकलाबी केन्द्र पंजाब, एटक, मज़दूर अधिकार संघर्ष अभियान, नौजवान भारत सभा, मोल्डर एण्ड स्टील वर्कर्ज यूनियन, लाल झण्डा बजाज सन्स मज़दूर यूनियन, लाल झण्डा हीरो साईकिल मज़दूर यूनियन, जमहूरी अधिकार सभा, बी.के.एम.यू., पंजाब खेत मज़दूर सभा, लोक मंच पंजाब, कामागाटा मारू यादगारी कमेटी, हौज़री मज़दूर यूनियन, पंजाब रोडवेज इम्पलाईज़ यूनियन (आज़ाद), पंजाब लोक सभ्याचारक मंच, सफाई लेबर यूनियन, जमहूरी किसान सभा, टेक्सटाईल हौज़री कामगार यूनियन, पेंडू मज़दूर यूनियन (मशाल), पंजाब स्टूडेंटस यूनियन, किरती किसान यूनियन, पेंडू मज़दूर यूनियन, म्यूंसीपल वर्कर्ज यूनियन, देहाती मज़दूर सभा, सीटूयू, शहीद भगत सिंह नौजवान सभा, गोरमिंट टीचर्ज यूनियन, रेलवे पेंशनर्ज ऐसोसिएशन, जिस्पोजल वर्कर्ज यूनियन, लाल झण्डा पेंडू चोंकीदार यूनियन, पीप्लज मीडिया लिंक, महासभा लुधियाना, बी.एम.एस., आदि संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे। 
बाद में हुई एक मीटिंग में संगठनों ने कल पत्रकारों पर कार्पोरेशन अधिकारियों द्वारा हुए हमले और दोषी अफसरों के खिलाफ़ पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने की सख्त निन्दा की गई है और माँग की है कि दोषी अफसरों के खिलाफ़ सख्त से सख्त पुलिस कार्रवाई की जाए। 
इस अभियान से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें कामरेड लखविन्दर के साथ (मो. नंबर 9646150249)

Sunday, January 14, 2018

जनविरोधी बैंकिंग सुधारों को वापस लेने की मांग


सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारी यूनियन संघ के हस्ताक्षर अभियान कैंप
लुधियाना: 14 जनवरी 2018: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया एम्प्लॉइज यूनियन (नॉर्थ जोन) और सेंट्रल बैंक आफिसर्स यूनियन (चंडीगढ़ जोन) ने संयुक्त रूप से ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉइज एसोसिएशन (एआईबीईए) द्वारा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बाहर अभियान के निजाम रोड, लुधियाना में विशेष हस्ताक्षर शिविर का आयोजन किया। उल्लेखनीय है कि यह अभियान बैंकों के तथाकथित सुधारों के खिलाफ शुरू किया गया है, जिससे आम लोगों को बहुत परेशान किया जा सकता है। इस अभियान के तहत, जनता को बैंकों के निजीकरण के बारे में व्याख्या की। यह अभियान 20 जनवरी तक जारी रहेगा। इस अभियान के तहत पंजाब से पांच लाख हस्ताक्षर और पूरे देश में से एक करोड़ हस्ताक्षर  प्राप्त किए जाएंगे और लोकसभा के अध्यक्ष के लिए जन याचिका पेश की जाएगी। बैंकों के साथ जुड़े ग्राहकों, आम लोग इस अभियान का समर्थन कर रहे हैं। शिविर के दौरान एक हजार लोगों ने याचिका पर हस्ताक्षर किए।

लुधियाना में अभियान का नेतृत्व करने वाले नेताओं में कॉमरेड राजेश वर्मा, महासचिव, कॉमरेड एमएस भाटिया - क्षेत्रीय सचिव सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया कर्मचारी संघ (उत्तर क्षेत्र), कॉमरेड गुरुमीत सिंह - उप-महासचिव और कॉमरेड सुनील ग्रोवर क्षेत्रीय सचिव - सेंट्रल बैंक संघ (चंडीगढ़ जोन) शामिल हैं।  लुधियाना की सभी शाखाओं के सदस्यों ने शिविर में भाग लिया। इस शिविर के दौरान, जनता ने बैंकिंग सुधारों के बारे में कई सवाल पूछे, जिनके जवाब आयोजकों द्वारा दिए गए थे।

इस याचिका में एफआरडीआई विधेयक को वापस लेने की मांग शामिल है, जो आम जनता को डराता है। साथ ही, बकाएदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की गई, जो बड़े ऋण ले रहे थे और सार्वजनिक पैसा लूट रहे थे। यह मांग की गई थी कि इस तरह के ऋण बकाएदारों का बोझ आम लोगों पर अलग-अलग सर्विस चार्जों को बढ़ाकर नहीं लगाया जाना चाहिए। यह भी मांग की गई थी कि नियमित बैंकिंग सेवाओं को निजी ठेकेदारों को नहीं दिया
जाना चाहिए। इसी प्रकार, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को निजी क्षेत्रों को सौंपने का विरोध किया गया। बैंक में जमा पैसे पर ब्याज की दर बढ़ाई जानी चाहिए और इस ब्याज पर  आयकर से छूट दी जानी चाहिए। रोजगार निर्माण परियोजनाओं और कृषि क्षेत्र के लिए अधिक ऋण दिया जाना चाहिए।

Friday, January 12, 2018

भ्रूण हत्या को बातों से नही हकीकत में रोकने से बनेगा मज़बूत समाज

Fri, Jan 12, 2018 at 8:32 AM
माय वेय से आई अनाथ बच्चों के चेहरों पर आई मुस्कान
लुधियाना: 12 जनवरी 2018: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
लोहड़ी के पावन त्यौहार को माय वेय ह्यूमन वेलफेयर संस्था द्धारा बाल भवन में पारिवारिक प्यार के लिए तरस रहे बच्चों के साथ मनाया गया व छोटी छोटी बच्चियों के नाम से लोहड़ी के त्यौहार को मनाते हुए भ्रूण  हत्या व बच्चियों पर हो रहे मानवीय व शारीरिक शोषण के विरुद्ध आवाज़ उठाने का संकल्प लेते हुए मूंगफली और रेवड़ियाँ बांटते हुए समाज सेवक व संस्था के महासचिव वरुण मेहता ने कहा कि  समाज मे उपेक्षित बच्चो को राशन समारोह या अन्य ऐसे दान की नही बल्कि शिक्षित करने की जरूरत है ताकि भविष्य में एक सभ्य व शिक्षित नागरिक बन सके। उंन्होंने कहा कि हमारे समाज मे जरूरतमंद बच्चों और महिलाओं के लिए शिक्षा व स्वास्थ्य के लिए ठोस कार्य करने हेतु समाजिक संस्थाओं को आगे आकर कार्य करने की जरूरत है। श्री मेहता ने पंजाब सरकार से समाज के उपेक्षित वर्ग के हित मे कार्य करने वाले संगठनों को प्रोत्साहित करने की मांग भी की।
इस अवसर पर क्लब की प्रधान अजिन्दर कौर ने बताया कि हमारी संस्था का एकमात्र लक्ष्य समाज के उपेक्षित व असहाय वर्ग के हित मे कार्य करना है व पंजाब सहित उत्तर भारत के प्रसिद लोहड़ी त्यौहार को जहाँ सारा समाज बड़े बड़े होटलों क्लबो में आयोजन कर मना रहा है वही हमारी संस्था द्धारा इस त्यौहार को बाल भवन में उन बच्चों के साथ मनाने का फैसला लिया गया क्यूंकि वो बच्चे कुछ माता पिता की गलतियों के कारण परिवारिक वात्सल्य पाने से वंचित रह गए हैं। आज उन बच्चों के चेहरों पर खुशी देखकर इस त्यौहार का आनंद हम सभी के लिए दुगना हो गया है। उन्होंने कहा कि आज हर नेता  व संगठन भ्रूण हत्या रोकने की बड़ी बड़ी बातें करते हैं लेकिन हकीकत में आज भी यह कुरीति हमारे समाज को दीमक की तरह खा रही है और भ्रूण हत्या के लिए मुख्य तौर पर हमारा सभ्य समाज जिम्मेवार है। हमारी संस्था द्धारा जल्द ही इस मामले में समाज को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है
इस अवसर पर बाल भवन के सभी बच्चों व संस्था के सदस्यों ने ढोल की थाप व डीजे की धुन पर खूब भंगड़ा डाला व संस्था द्धारा नवजनमी बच्ची के नाम पर लोहड़ी के त्यौहार को मनाते हुए समाज के लिए मंगलकामना की। प्रदेश वासियों से लडकियों की लोहड़ी को भी धूमधाम से मनाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में अन्य मनदीप कौर , ऋतु बिंद्रा,  गीतिका अरोड़ा , गुरचरण कौर , प्रियंका शर्मा , रिंकी मनुजा , रीटा मक्कड़ , रीना बंसल , नीतू सलूजा  , रमणीक अरोड़ा , रजनी अरोड़ा , विजया शर्मा , गरिमा अरोड़ा , कमलजोत कौर ,परमिंदर सिंह , अमृत शमीर सिंह , जसकीरत सिंह, पवन कुमार  भी उपस्थित थे। 

Wednesday, January 10, 2018

महिलाओं के नाम पर नहीं सहन होगा पुरुषों का राज-बेलन ब्रिगेड

Wed, Jan 10, 2018 at 12:56 PM
नशे के बाद अब निशाने पर महिलाओं को दबाने वाली नीति
महिलायें अब पुरुषों की अंगुली पकड़कर नहीं बल्कि खुद अपने रास्ते और मंजिल की तलाश करें 
जो महिलाऐं चुनावों में अपनी पति के कन्धों पर बैठ कर वोट मांगने आएंगी उन्हें जनता वोट न दे 
नारी तूं अबला नहीं झांसी की रानी है 
तुझे अब देश को भाई-भतीजाबाद बेईमान नेताओ के चगुल से आज़ाद कराना है
लुधियाना: 10 जनवरी 2018: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):: 
हिंदी कुञ्ज से साभार तस्वीर 
किसी समय नशे के खिलाफ जंग में एक नई उम्मीद बन कर उभरा बेलन ब्रिगेड अब शायद अपना रास्ता और निशाना बदल चुका है। अब उसके निशाने पर हैं वो लोग जो महिलाओं को स्वतंत्र शक्ति बनने या बनाने के रास्ते में रुकावट बने हुए हैं। इस मामले में उन महिलाओं का भी लिहाज़ नहीं होगा जो खुद अपनी स्वतंत्रता को पुरुषों के पांवों पर रख कर गुलाम बनने पर तैयार हो जाती हैं। बेलन ब्रिगेड ने लुधियाना में हो रहे नगर निगम चुनावों में आम जनता से स्पष्ट कहा है कि उन महिलाओं को कत्तई वोट न दें जो पुरुषों के सहारे वोट मांगने आएं। गौरतलब है कि लुधियाना के नगर निगम चुनावों में बहुत सी सीटें महिलाओं के लिए सुरक्षित कर दी गयी हैं। बेलन ब्रिगेड के मुताबिक इन 50 प्रतिशत सीटों पर हम चुनावी परिणाम बदल कर रहेंगे। महिलाओं के नाम पर पुरुषों का राज हम नहीं होने देंगें। 

भारत में सदियों से घरो में बंद व परदे में रहने वाली महिलाओं को अब घरों  की चारदिवारी से बाहर आकर पुरुष प्रधान समाज में अपने अधिकारों की  प्राप्ति के लिए एक बहुत बड़ा संघर्ष करना होगा यह तभी सम्भव होगा जब वे पुरुषों  अंगुली पकड़कर नहीं बल्कि खुद अपने रास्ते और मंजिल की तलाश करें। 
बेलन ब्रिगेड ने महिलाओं के अधिकारों हेतू समाज में एक आन्दोलन की शुरूआत की है जिसके तहत नारी तूँ अबला नहीं झाँसी की रानी है तुझे अब देश को भ्र्ष्टाचार, भाई-भतीजाबाद, चोरबाज़ारी व बेईमान नेताओ के चगुल से आज़ाद कराना है। बेलन ब्रिगेड प्रमुख अनीता शर्मा इस मुद्दे पर अब फिर पूरे जोश में है। अनीता शर्मा ने इस संबंध में खुल कर कई बातें कीं। 

उन्होंने कहा कि लुधियाना के नगर निगम चुनावों में सभी राजनीतिक पार्टियों के लोग पार्षद  की सीट पाने के लिए अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं चाहे यह दावेदार समाज हित के लिए कुछ कर सकता है या नहीं। 
इस बार 50 प्रतिशत सीटें नगर निगम में महिलाओं के लिए रिजर्व हो चुकी है और सभी वार्डों में जो मर्द चुनाव लड़ने के इच्छुक थे उनके वार्ड महिलाओं के नाम रिजर्व हो चुके हैं। और अब यह मर्द अपनी अपनी पत्नियों को कन्धों पर बिठाकर टिकट लेने के लिए घूम रहें हैं। अधिकतर महिलाऐं घर में खाना बनाने व घर गृहस्थी का काम ही करती है और इन घरेलू महिलाओं को उनके घर वाले अपनी पहुँच से टिकट दिलवा देते हैं और ऐसी महिलाऐं जो चुनाव जीतने के बाद भी घरेलू ही रहती हैं और उनके पति परमेश्वर ही सारा पार्षद का काम खुद करते हैं जिन्हे पति पार्षद के नाम से पुकारा जाना लगा है। 
अनीता शर्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष बेलन ब्रिगेड ने  जनता से अपील की है कि वोटर केवल उन्ही महिलाओं को वोट दे जो पहले ही समाज में निष्काम, निःस्वार्थ  काम कर रही हैं चाहे वो किसी भी पार्टी में हो या किसी राजनैतिक पार्टी में न भी हो सिर्फ यह ध्यान रखे कि क्या वो समाज भलाई के काम करने अग्रसर हो । और जो महिलाऐं नगर निगम चुनावों में अपनी पति के कन्धों पर बैठ कर वोट मांगने आएंगी उन्हें जनता वोट न दे क्योकि यह लोग सत्ता के भूखे हैं। इन्हे समाज सेवा या लोगों की भलाई से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने तो चुनावों में अपनी पत्नी को जीता कर कुर्सी पर बिठा कर पार्षद पति ही बनंना है वार्ड के समाज के काम हो या न हो। 
अनीता शर्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष बेलन ब्रिगेड सभी राजनैतिक पार्टियों से अपील करती है कि नगर निगम चुनावों में टिकट उन्ही महिलाओं को दिया जाए जो पहले ही समाज में जनता की भलाई के लिए कार्य कर रही हैं। वास्तव में यही महिला सशक्तिकरण होगा जब महिलाये खुद पुरुष प्रधान समाज में आगे आकर अपने हक़ व समाज के जरूरतमंद लोगो के दुख तकलीफो लिए के लिए लड़ेगी। 
अब समय आ गया है महिलाएं अपने अधिकारों को पाने के  लिए घरो से बाहर आकर अपनी लड़ाई आप लड़े।  

Tuesday, January 09, 2018

"द ट्रिब्यून" की रचना खेरा के खिलाफ FIR का मामला गर्माया

By Email: Tue, Jan 9, 2018 at 6:14 PM
लुधियाना प्रेस क्लब ने भी व्यक्त किया तीखा रोष 
*जालंधर की महिला पत्रकार रचना खेरा के समर्थन में उतरे पंजाब भर के पत्रकार
*दर्ज एफआईआर के विरोध में लुधियाना प्रेस क्लब ने भी किया रोष प्रदर्शन
*काले बिल्ले लगा मीडिया कर्मियों ने डीसी के जरिये पीएम को सौंपा ज्ञापन
लुधियाना: (रीना अरोड़ा//पंजाब स्क्रीन)::
सत्ता के गलियारों से लेकर प्रशासनिक खामियां और समाज व देश विराधी तमाम गतिविधियों को अपनी कलम के माध्यम और कैमरों की तीखी नजर से सच्चाई बयां करने वाले तमाम मीडिया कर्मीयों और फोटो ग्राफरों ने पंजाबभर में आज जालंधर से जुड़ी अंग्रेजी दैनिक की महिला रिपोर्टर रचना खेरा और चंडीगढ़ से प्रकाशित प्रमुख अंग्रेजी अखबार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया।  स्मरण रहे कि कल दिल्ली पुलिस ने आधार से जुड़ा डाटा लीक करने का पर्दाफाश करने वाली महिला रिपोर्टर और उससे संबंङ्क्षधत अखबार के विरूद्ध कुछ सियासी हुकमरानों के इशारे पर ने भी मुकदमा दर्ज किया है। महिला रिपोर्टर ने अपनी खबर के माध्यम से स्टींग आप्रेशन करके आम जनता को आईना की तरह सच्चाई दिखाते हुए लिखा था कि मात्र 500 रूपए में आधार से जुड़ी जानकारी पंजाब में मुहैया करवाई जा रही है।   जबकि रचना खेरा का दावा था कि 10 लाख लोगों के आधार डाटा उपलब्ध होने की बात कही गई थी। पत्रकार ने वटसअप के जरिए तीन शख्सों से आधार डाटा प्राप्त करने का दावा किया था। जबकि यूआईडीएआई के प्रबंधकों ने बौखलाहट में आकर अपराध शाखा की साइबर सैल में शिकायत दर्ज करवाते हुए मुकदमा दर्ज करने का अनुरोध किया था। 
लुधियाना प्रेस क्लब के आह्वान पर लुधियाना के समूह मीडिया कर्मियों द्वारा आधार लीकेज रिपोर्ट को लेकर आज जिला सचिवालय में गहन विचारविमर्श किया गया। इसी संबंध में रिपोर्टर रचना खेरा और अखबार के खिलाफ दर्ज  एफ आई आर के रोष स्वरूप एक ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर डिप्टी कमिश्नर लुधियाना प्रदीप अग्रवाल को सौपा गया, जिसमें एफआईआर को डिसमिस करने की मांग की गई। इस दौरान मीडिया कर्मियों ने काले बिल्ले लगाकर रोष जताया व दर्ज एफ आई आर की क ड़ी आलोचना की। इस मौके पर संबोधित करते हुए सीनियर पत्रकारों वरिंदर प्रमोद बातिश, राजेश भांबी, सुनील राय कामरेड, नीरज मैनरा, अश्वनी जेटली, परमेशर सिंह, तरसेम देवगन, करण कपूर, सरबजीत लुधियानवी ने इस कारवाई को मीडिया की आजादी पर हमला करार देते हुए कहा कि भारत एक आजाद देश है और पत्रकारों को भी अपनी आजादी के मुताबिक प्रशासनिक और सरकारी खामियों को उजागर करने का अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि अलगअलग संस्थाएं और ताकतवर व्यक्ति हमेशा कलम को झुकाना और दबाना चाहता है, जिसे किसी कीमत पर बरदाश्त नहीं किया जाएंगा।
उन्होंने मांग रखी कि दर्ज एफ आई आर तुरन्त रद्द की जाये। उन्होंने कहा कि रिपोर्टर ने तो केवल अपनी रिपोर्ट के जरिये यूआईडीआई में मौजूद खामियों को उजागर किया है। जो देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता था तथा नागरिकों के मौलिक अधिकरों का हनन हो रहा था। समूह पत्रकारों ने सरकार को चेताया कि अगर तुरंत एफ आई आर खारिज न हुई तो कलम के सिपाही सडक़ों पर उतरने को मजबूर होंगे। इस मौके पर रजनी, नवीन शर्मा, रोहित गौड, अजय नेपाल, विपण जंड, दीपक सेलोपाल, आशुतोश गौतम, प्रतीक आनंद, वरुण भाटिया, विशाल गर्ग, पुनीत बावा, यशपाल शर्मा, कंवलदीप डंग,  राजीव तलवार, आर वी सम्राट, कुलविंदर मिंटू, प्रितपाल, नरिंदर मोहिंद्रू, अरुण कुमार, राजिंदर, बिंदर, रूपेश, मोहित बहल, गौतम जालंधरी, राहुल तंवर, मंजीत दुगरी, संतोष पाठक, रोहित कुमार, सेठी चौहान, अरुण कुमार, आदि भी मौजूद थे।
फोटो : 1- महिला पत्रकार रचना खेरा, लुधियाना के समूह पत्रकार, जिलाधीश  प्रदीप अग्रवाल को ज्ञापन देते हुए। 
आधार डाटा लीक मामले में महिला पत्रकार को एफआईआर पर गर्व
सुनीलराय कामरेड : अखबारों के शहर के नाम से पंजाब में विख्यात जालंधर की दिलेर और होनहार बेटी ने आधार कार्ड से संबंधित खामियों को उजागर करके सेंध लगाने का मामला सुर्खियों में है। महिला पत्रकार रचना खेरा ने यूआईडीएआई अधिकारियों द्वारा मुकदमा दर्ज किए जाने की भनक पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उसे अपनी खबरों की रचना पर गर्व है और वह इस घटनाक्रम पर बहुत खुश है। रचना खेरा ने कहा कि उसने एफआईआर में नाम कमाया है। स्मरण रहे कि रचना खेरा ने एक रिपोर्ट के जरिए आधार कार्ड का डाटा चंद रोकड़ो में मिलने का खुलासा किया था।  रचना खेरा ने यह भी कहा कि वह बहुत खुश है कि कम से कम यूआईडीएआई ने उसकी रिपोर्ट पर कार्यवाही तो की। उसने यह भी कहा कि वह सच पर यकीन रखती है। अब भारत सरकार देखे कि इस सारी जानकारियों को हासिल करने में कौन-कौन सी खामियां पाई गई है। जब खेरा से पूछा गया कि वह अपनी रिपोर्ट पर कायम है तो उसने हां बोलते हुए यह कहा कि मैं अपने हर लिखे शब्द पर कायम हूं। उसने यह भी कहा कि वह अधिकांश कुछ कह नही सकती किंतु वह खुश है कि जालंधर के अखबारों की मंडी से वह देश की सुखियों की मंडी दिल्ली में पहुंच गई है और उसे अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिल रहा है। रचना के मुताबिक उसकी रिपोर्ट को बड़ी-बड़ी हस्तियों ने प्रशंसा की है। उसने कहा कि उसका अखबार उसे हर प्रकार की कानूनी सहायता दे रहा है। एफआईआर वापिस लिए जाने का निवेदन क्या वो करेंगी तो उसने कहा कि उसे विश्वास है कि भारत सरकार इस मामले में ताजे घटनाक्रम पर अवश्य गौर करेंगी और उसे उम्मीद है कि जल्द ही सबकुछ सुनने को मिल सकता है।
मामला आधार डाटा लीक का : मीडिया की आजादी पर खड़े सवाल
पत्रकार रीना अरोड़ा ने उस युग में कम्यूटर की मुहारत हासिल कर ली थी जब इस मामले में बड़ी बड़ी उम्र के अनुभवी लोग भी हाथ खड़े कर देते थे। सुनील कामरेड के साथ ने पत्रकारिता में उसे बहुत सी बारीकियां सिखायीं। इन बारीकियों के साथ ही सिखाया अधिकारों की जंग में कैसे लड़ना है और कैसे जीतना है। अब जब रचना खेरा के खिलाफ FIR का मामला गर्माया है तो रीना अरोड़ा और सुनील कामरेड भी पीछे नहीं रहे। लुधियाना के सम्वेदनशील माहौल में इस मुद्दे को लेकर रोष व्यक्त करना आसान नहीं था। कई गुट-कई नेता--इसके बावजूद एक अच्छी शुरुआत रही। आओ इसे तब तक जारी रखें जब तक इस तरह की साजिशें रचने वाले लोग तौबा नहीं करते। यहाँ प्रस्तुत है रीना अरोड़ा की एक रिपोर्ट जो हमें इमेल से मिली है।