Monday, January 30, 2017

नशे के खिलाफ जंग में बेलन ब्रिगेड को मिला नया साथ:रथ यात्रा भी रवाना

अपना पंजाब पार्टी और कांग्रेस ने किया सक्रिय साथ का वायदा 
लुधियाना :: 30 जनवरी 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::
आखिर अनीता शर्मा और उनकी टीम की निरन्तर मेहनत रंग लायी। इस बार चुनावी अवसर पर उनको अपना पंजाब पार्टी और कांग्रेस का सक्रिय साथ मिला है। अपना पंजाब पार्टी के प्रत्याशी बलकौर सिंह गिल और कांग्रेस की तरफ से मेवा सिंह कुलार व सुशील कुमार मल्होत्रा ने बेलन ब्रिगेड की मीडिया मीट में पहुंच कर अपने समर्थन की घोषणा की। कुछ अन्य नेता और प्रत्याशी पहले ही इस मामले में अपने सहयोग और समर्थन की घोषणा कर चुके हैं। नशे के खिलाफ इस आंदोलन पर अन्य दलों का रुख अभी स्पष्ट नहीं हो सका। 
गौरतलब है कि नशों के खिलाफ 2014 से आंदोलन चला रही बेलन ब्रिगेड ने पंजाब विधान सभा 2017 के चुनावों में जनता को शराब व नशों के खिलाफ जागरूक करने के लिए आज लुधियाना से बस यात्रा आरम्भ की है। इस यात्रा में  बेलन ब्रिगेड की सदस्याएं पंजाब के गांव गली मुहल्ले में जाकर महिलाओं को चुनाव के दौरान वोटरों को नशे व शराब बाँटने वाले उम्मीदवारों पर नजर रखने और इसकी सुचना चुनाव कमीश्नर व पुलिस को देने के लिए तैयार करेगी ताकि नशे व शराब का लालच देकर कोई भी पार्टी लोगों से वोट हासिल न कर सके यह यात्रा पंजाब के कई जिलों में जाएगी। 
बेलन ब्रिगेड की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीता शर्मा ने कहा कि नशेड़ी व लालची लोग शराब व नशे के चक्कर में अपनी वोट गलत  उम्मीदवारों को डाल देते हैं जिससे भ्रष्ट उम्मीदवार जीतकर जनता को 5 साल तक लूटते है। इसलिए हर वोटर सोच समझ कर ईमानदार उम्मीदवार को वोट डाले ताकि विधान सभा में अच्छे लोग देश व समाज की सेवा करने के लिए आगे आए। 
अनीता शर्मा ने कहा कि उनकी संस्था बेलन ब्रिगेड का मकसद समाज व वोटरों को जागरूक करना है कोई भी वोटर शराब व नशा लेकर अपनी वोट किसी के हक़ में न डाले और नौजवान वोटर मुफ्त नशे के लालच में आकर अपनी  जिंदगी को नशे के नरक में न धकेले और युवा पीढ़ी नशे से दूर रहे। 
इस मौके पर मैडम अनीता शर्मा ने यह भी कहा कि उन्होंने शराब व नशे के खात्मे के लिए भारत के प्रधान मन्त्री नरेंद्र मोदी पंजाब के मुख्यमन्त्री प्रकाश सिंह बादल व अरविन्द केजरीवाल को कई पत्र लिखे और मेमोरेंडम दिए लेकिन किसी ने भी नशे व शराब से बर्बाद हो रहे पंजाब की तरफ ध्यान नहीं दिया जोकि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश की जनता के हित में नहीं है।  नशे का शिकार हुए मृतक युवकों के माता पिता भी साथ 
इस अवसर पर इंटलेक्चुअल सेल कांग्रेस पंजाब के वाईस प्रेजिडेंट सुशील मल्होत्रा ने कहा कि  अनीता शर्मा प्रेजिडेंट बेलन ब्रिगेड लम्बे समय से नशे के खिलाफ आन्दोलन चला रही है और उनकी यह नशा विरोधी समाज सेवा मानव कल्याण के लिए एक दिन वरदान साबित होगी।  संस्था के कन्वीनर मेवा सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने बेलन ब्रिगेड की नशा विरोधी मुहिम को कामयाब करने के लिए स्लम एरिया में 5 प्रतिशत शराब के ठेके बन्द करने का ऐलान कर  दिया है। प्रोफेसर सतीश जोशी ने कहा कि नशा  पंजाब के नोजवानो के लिए अभिशाप है और इसे खत्म करने के लिए सारे समाज को बेलन ब्रिगेड जैसी संस्थाओ का सहयोग करना चाहिए तभी नशो के जाल में फंसे पंजाब को बाहर निकाला जा सकेगा। इस अवसर पर कश्मीर कौर, आशु शर्मा, कोमल शर्मा, शोभा दीदी, सुनीता, किरण शर्मा, नेहा, सोनिया, भूपिंदर कौर, जी. एस. भटिया आदि उपस्थित हुए। अब देखना यह है कि नशे के प्रकोप और कारोबार को यह आंदोलन कितना कम कर पाता है। 


Saturday, January 28, 2017

नारी में छिपी प्रतिभा को सामने लाने का एक और आयोजन

 Sat, Jan 28, 2017 at 5:38 PM
50 मॉडल्ज़ ने दिखाई अपनी अपनी प्रतिभा-फाईनल  फरवरी में 
लुधियाना:  28 जनवरी 2017: (कार्तिका सिंह//पंजाब स्क्रीन);
अब महिला को आधी दुनिया कहो या अर्धांगिनी---बात कहने को तो सही है लेकिन हकीकत में होता क्या है? जो कहा जाता है उसे ज़िन्दगी में उतारा नहीं जाता। शायर को आज भी कहना पड़ता है-औरत ने जन्म दिया मर्दों को -मर्दों ने इसे बाजार दिया। आधी दुनिया अर्थात नारी शक्ति की प्रताड़ना आज के आधुनिक युग में भी जारी है। घर गृहस्थी के झमेलों में फंसी नारी की सारी उम्र निकल जाती लेकिन उसकी प्रतिभा को उड़ान नहीं मिलती। उसका बचपन, उसका यौवन कब बुढ़ापे से गुज़रता हुआ श्मशान तक पहुंच जाता है इसकी कभी चर्चा भी नहीं होती। नारी के अंदर छिपी कला, उसकी प्रतिभा और उसके टेलेंट को बाहर लाने के प्रयास होते तो हैं लेकिन बहुत ही कम।  एक ऐसा ही प्रयास हुआ है आज लुधियाना में। इसे नाम दिया गया Mrs Vogue जिसमें भाग लेने की शर्त राखी गयी शादीशुदा होना। उम्र रखी गयी 22 से 45 वर्ष तक। आज इसमें भाग लिया करीब 50 मॉडल्ज़ ने जिनमें से तकरीबन 30 का चयन हो जायेगा फाईनल  के लिए जिसका आयोजन फरवरी में होना है।
गौतम जैन और अंगद गिल की तरफ से हुए इस आयोजन में महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी थी चयन की।  जज के तौर पर इस ज़िम्मेदारी को निभाया-फैशन ब्लॉगर सन चंडोक और डाइटीशियन सानिया गुप्ता ने। 

चुनावी रंग में भी जलवा दिखाया खूबसूरत दिखने के रंग ने

2017-01-28 18:15 GMT+05:30
सेमिनार में बताये बालों को सुंदर और रंगीन बनाने के टिप्स 
लुधियाना: 28 जनवरी 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):
चुनावी सरगर्मियों के चलते एक बार तो सब कुछ थम सा गया लगता है लेकिन खूबसूरत दिखने का चाव एक ऐसा जनून है जो अक्सर हर तरह के माहौल में सक्रिय रहता है। सुंदरता के मामले में बालों का अहम स्थान है। आज के युग में इस तरफ लड़कियों के साथ साथ लड़के भी बेहद सम्वेदनशील हो गए हैं। हेयर स्टाइल आज कल बेहद महत्वपूर्ण बन गया है। इसी मांग को लेकर आज एक स्थानीय संस्थान में हेयर कलर सेमिनार का आयोजन किया गया। स्टूडियो के डायरेक्टर जावेद परवेज़ ने आई हुई मॉडल्स को नई हेयर कलर और हेयर कट के बारे में जानकारी दी।उन्होंने लेटेस्ट ट्रेंड का हेयर कलर,हेयर कट और हेयर स्टाइल की आसान और इफेक्टिव टेक्निक्स बताई। जावेद परवेज़ ने बताया कि काफ़ी वक्त से लुधियाना के काफ़ी मॉडल्स  डिमांड कर रही थी कि उनको कुछ लेटेस्ट ट्रेंड के बारे में बताए कुछ अनोखो और नए स्टाइलिस्ट डिजाईन बताए। इस तरह के सेमिनार वो समय समय पर करवाते रहेगे ताकि लोगो को कुछ नया पता लग सके। अब देखना है कि तन की सुंदरता के ये आयोजन मन को सुंदर बना पाने में कितना येगदान डालते हैं। 

53 वर्ष पुराना 6 फुट से भी ऊंचा तुलसी का पौधा

अभी भी मौजूद है लुधियाना की रेलवे कलोनी नम्बर 5 में 
लुधियाना: 28 जनवरी 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो);      और तस्वीरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें 
हमारे समाज में तुलसी का एक अलग और सम्मानीय स्थान है। छोटे मोटे बुखार को तो तुलसी के पत्तों का सेवन नज़दीक भी नहीं आने देता। जो तुलसी आप देख रहे हैं इसको प्रदीप शर्मा इप्टा के माता जी सुश्री सवर्ण कांता ने रेलवे कलोनी के निवास में लगाया था। यह बात सन मई 1964 की है।  कल हम उधर से गुज़रे तो अचानक उस मकान के सामने रुक गए , दरवाज़ा खटखटाया तो पता चला कि अब वहां कोई और परिवार रह रहा है। यह परिवार यहाँ 2002 में आया था और उनसे पूर्व कोई और परिवार यहाँ रहता था। इतनी मुद्दत के बाद भी तुलसी माता का वहां होना हमें किसी चमत्कार से कम नहीं लगा। उस समय प्रदीप शर्मा जी की कुछ तस्वीरें क्लिक करा सचमुच एक अलौकिक सा अनुभव था। -रेक्टर कथूरिया पौधा 

Wednesday, January 25, 2017

चुनावी सख्तियों के बावजूद बंट चुकी हैं शराब की पर्चियां

शराब की दो दुकानों में रखी गयी शराब वितरण की पर्चियां बरामद
चंडीगढ़: 25 जनवरी :(पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):
नशा रोकने के बेशुमार दावों के बावजूद नशे के खुले वितरण और सेवन के पूरे आसार नज़र आ रहे हैं। हमेशां की तरह इस बार भी चुनावी दौर में इसके पक्के प्रबन्ध कर लिए गए लगते हैं। पंजाब में विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं को ‘‘लुभाने’’ के लिए शराब की खुली आफर फिर आम हुई लगती है। शराब की दो दुकानों में रखी गयी शराब वितरण की पर्चियां इसी मकसद के लिए रखीं गयी होंगीं। साज़िश को नाकाम करते हुए यह पर्चियां बरामद की गयी हैं। आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से यह अपनी तरह की पहली जब्ती है जो इस सम्बन्ध में  खतरनाक संकेत क्र रही है। गौरतलब है कि बेलन ब्रिगेड इस मामले में पहले ही स्टिंग ऑपरेशन करने की चेतावनी तक दे चुका है। 
इस स्थिति में इस तरह की पर्चियों की ज़ब्ती कई सवाल भी खड़े करती है और बेलन ब्रिगेड जैसे संगठनों के आरोपों और आशंकायों को सही भी साबित करती है। राज्य आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अतिरिक्त आबकारी एवं कराधान आयुक्त के नेतृत्व में आबकारी अधिकारियों की एक टीम ने आज समराला विधानसभा क्षेत्र के भट्टियां एवं मांड झरौदी गांवों में शराब की दुकानों पर छापेमारी की। उन्होंने कहा कि पूर्व में मिली सूचना के आधार पर की गयी छापेमारी के दौरान शराब वितरण के पचरें के आठ बंडल एवं एक मुहर बरामद किए गए। अनुमान लगाना मुश्किल नहीं कि  की राज्य के अन्य क्षेत्रों में क्या हाल होगा। 
इस ज़ब्ती के बाद अधिकारी ने कहा कि हर बंडल में 90 से 100 पर्चियां थीं और उनका इस्तेमाल संभवत: चुनाव के दौरान शराब बांटने के लिए किया जाने वाला था।

आबकारी अधिकारियों ने दुकानों से भारत में बनी विदेशी शराब का पुराना जखीरा भी जब्त किया जिसमें शराब की 162 बोतल शराब भी शामिल हैं।
आदर्श आचार संहिता लागू किए जाने के बाद से पंजाब पुलिस एवं आबकारी विभाग ने पंजाब में अलग अलग जगहों से 1.73 करोड़ रपये की कुल 4.38 लाख लीटर शराब और 72,353 किलोग्राम लाहन भी जब्त की है। काबिले ज़िक्र है कि लाहन एक तरह की अवैध शराब होती है।  क्या लगता है कि चुनावी  परिणामों के बाद बनने वाली सरकार पंजाब को मुक्कमल नशा मुक्त कर पायेगी?

Tuesday, January 24, 2017

नशा माफिया के आतंक को बेलन ब्रिगेड की चुनौती

नशे के खिलाफ बोलने से डरे लोगों को दी अनीता शर्मा ने दी नई हिम्मत 
लुधियाना:: 23 जनवरी 2017::(पंजाब स्क्रीन ब्यूरो)::और तस्वीरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

ग्यासपुरा की साईड पर एक कलोनी की गली। अजीब सा आतंक था वहां। बेलन ब्रिगेड की अनीता शर्मा को देखते ही छुपने शुरू हो गए वहां के लोग। शायद डर था कि कहीं बेलन ब्रिगेड वाले उनको नशे के खिलाफ रखे कार्यक्रम में न बुला लें। इस सहम  और आतंक को देख कर ही बेलन ब्रिगेड प्रमुख अनीता शर्मा ने यहाँ आने का मन बनाया था। कार्यक्रम के आयोजन की ज़िम्मेदारी ली थी मानवता संगठन की स्वीटी बत्रा और उनके परिवार ने। और तस्वीरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
इस आयोजन के शुरू होने के बाद भी इलाके के लोग वहां नहीं आये। इस आतंक को एक चुनौती मानते हुए अनीता शर्मा ने गिनेचुने लोगों के दरम्यान अपना कार्यक्रम शुरू किया। कुछ देर में ही वहां पंजाब फ्रंट के जोशीले नेता कुंवर रंजन सिंह पहुँच गए। इससे माहौल में कुछ गर्मजोशी आयी। कांग्रेस के प्रत्याशी भूपिंदर सिंह सिद्धू, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जगमोहन शर्मा और कुछ अन्य लोग वहां पहुंचे तो सभा में मौजूद लोगों को कुछ हौंसला हुआ। भूपिंदर सिंह सिद्धू ने वहां आते ही खुल कर ऐलान किया कि कांग्रेस की सरकार बनने के चार सप्ताह के भीतर ही नशे के कारोबार को अतीत की बात बना दिया जायेगा। उन्होंने इस सम्बन्ध में कैप्टन अमरेंद्र सिंह के चुनावी वायदों का भी ज़िक्र किया। इस अभियान की प्रशंसा करते हुए उन्होंने हर सहयोग का आश्वासन भी दिया। अनीता शर्मा ने उनके इस कदम का स्वागत किया।  

इसी बीच बेलन ब्रिगेड ने वहां मौजूद लोगों को नशे के खिलाफ संघर्ष की सौगन्ध भी उठवायी। संगठन ने ग्यासपुरा इलाके के विभिन्न स्थानों पर भी गरीब व मजदूर जनता को चुनावों में किसी भी तरह का नशा किसी भी पार्टी से न लेने का प्रचार किया।और तस्वीरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

बेलन ब्रिगेड की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीता शर्मा ने कहा कि पंजाब में कोई भी नेता गरीब व मजदूर जनता का भला व विकास नहीं चाहता। सभी राजनैतिक पार्टियां के धोखेबाज नेता चुनावों में गरीब जनता को नोट व नशे का लालच देकर उनसे अपने हक़ में वोट डलवा लेते हैं। आजादी से लेकर आज तक मतदाता यह नहीं समझ पाया कि राजनैतिक नेता उन्हें शराब व नोट का लालच देकर हर बार उनके वोट ले लेते हैं और पांच साल तक यही नेता गरीब जनता का शोषण करते है।और तस्वीरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
अनीता शर्मा ने कहा कि केवल कांग्रेस पार्टी ने ही अभी तक पंजाब में चुनाव जीतने के बाद 5% शराब के ठेके गरीब बस्तियों से हटाने का ऐलान किया है। अकाली, भाजपा व आप पार्टी ने अभी तक पंजाब से शराब का नशा खत्म करने का कोई एलान नही किया। जिससे जाहिर होता है कि यह राजनैतिक पार्टियां नशे के नाम पर गरीब लोगों को बेवकूफ बनाकर उनके वोट हासिल करना चाहती है। अनीता शर्मा ने कहा कि चुनावों में जीतकर कोई भी राजनैतिक पार्टी अपनी सरकार बनाए लेकिन बेलन ब्रिगेड का शराब व नशों के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा। मानवता संगठन की पंजाब अध्यक्ष स्वीटी बत्रा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब अनीता शर्मा हमारे साथ हैं इस लिए हम दबने वाले नहीं।  हम नशे के खिलाफ अपना आंदोलन और तेज़ करेंगे। और तस्वीरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

Sunday, January 22, 2017

प्रवीण बांसल के समर्थन में अरूण जेतली सहित भाजपा/अकाली टीम

Date: 2017-01-22 19:40 GMT+05:30
प्रवीण बांसल के जनाधार को बनाया भाजपा  प्रचार का सहारा 
लुधियाना:22 जनवरी 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):  
प्रवीण बांसल आम जनता से अपने सुखद सम्बन्धों के कारण बेहद लोकप्रिय हैं। भारतीय जनता पार्टी से ज़्यादा जनाधार उनके व्यक्तिगत सम्बन्धों के कारण है।  जो लोग भारतीय जनता पार्टी को पसन्द नहीं भी करते वे भी श्री बांसल को पसन्द करते हैं। इसके बावजूद भाजपा ने अपनी पूरी शक्ति आज श्री बांसल के हक में लगा दी। यह बात अलग है कि  अरुण जेटली सहित अन्य नेतायों के पास भी श्री बांसल के जनाधार का सहारा ही प्रचार का मुख्य केंद्र रहा। इस सबके बावजूद श्री बांसल की जीत आसान नहीं होगी। मुकाबिला बेहद कड़ा है। इसी सीट पर इंडियन नेशनल कांग्रेस के राकेश पांडे, बसपा के राजिंदर कुमार, पैंथऱज़ पार्टी के जीत शर्मा और लोक इन्साफ पार्टी के रणधीर सिंह सिविया के साथ साथ शिव सेना के प्रेम भूषण जैन, बहुजन मुक्ति पार्टी के जोगिंदर लाल भी मैदान में हैं। इनके आलावा स्वतन्त्र प्रत्याशी हेमराज अग्रवाल, मदनलाल बग्गा, प्रवीण डंग और राकेश जैन भी कड़ा मुकाबला देंगें। इस कड़े मुकाबले में भाजपा प्रचार में सहारा लिया गया श्री बांसल के जनाधार का और तुलना की गयी श्री प्रधानमंत्री मोदी से। नोटबन्दी के फैसले ने भी मुकाबले को कड़ा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज ही के दिन सोशल थिंकर्ज फॉर्म ने कुछ वाम संगठनों के साथ पंजाबी भवन में एक सेमिनार रखा हुआ था जिसमें जाने माने इकोनिमिस्ट प्रोफेसर अरुण कुमार मुख्य वक्ता थे। 
ऐसे माहौल में भाजपा नेतायों ने श्री बांसल के हक में एक रैली रखी जिसमें वर्करों की मौजूदगी सन्तोषजनक थी। भाजपा नेतायों ने कहा-आज समाज को प्रवीण बांसल जैसे साफ सुथरी छवि रखने वाले राजनेता की जरूरत है। श्री बांसल भी उसी श्रेणी के नेता है, जैसी श्रेणी की सोच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रखते है। यह बात केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेतली ने आज उपकार नगर स्थित कपूर धर्मशाला में उत्तरी हलका से भारतीय जनता पार्टी एवं शिअद के संयुक्त प्रत्याशी श्री प्रवीण बांसल के समर्थन में आयोजित प्रभावशाली एवं विशाल चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कही। श्री जेतली ने कहा कि श्री बांसल पिछले पांच साल जतना के साथ सेवा करता रहा तथा काम करता रहा। आज केवल कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि आम जनता भी उन्हें चुनाव जीताने के लि उनके साथ डटी हुई है। जेतली ने जनता से अपील की कि वह प्रवीण बांसल को बहुमत से जिताएं ताकि लुधियाना में एक नया लीडर पब्लिक में उभर कर सामने आए और पांच साल लोगों की सेवा करेगा तथा दुख-सुख में हमेशा भागीदार रहेगा। इस अवसर पर संबोधित करते हुए भाजपा पंजाब के प्रधान विजय सांपला ने कहा कि बांसल एक कर्मठ एवं स्वच्छ छवि वाले कार्यकर्ता है तथा उनमें एक उच्च कोटि वाली लीडरशिप के तमाम गुण मौजूद है। यही कारण है कि वह पिछली बार बेहद ही मामूली मार्जिन से हार के बावजूद पांच साल लोगों की सेवा में दिन-रात जुटे रहे तथा उनकी हर दुख-तकलीफ में उनके साथ डटे रहे। यहां तक कि हलके के विकास के लिए श्री बांसल जिस प्रकार से विधायक न होने के बावजूद करोडों रूपये सरकार से लाकर उत्तरी क्षेत्र में लगाए, उससे साफ है कि वह जीतने के बाद तो इस हलके में और भी अधिक विकास कार्यों की झडी लगा देंगे। इस मौके पर जिला भाजपा प्रधान रविंदर अरोडा ने कहा कि उत्तरी हलका अब तक विकास की दृष्टि से पिछडा रहा है लेकिन बांसल ने हलका इंचार्ज होते हुए यहां पर केवल विकास के काम करवाए बल्कि सरकार की योजनाओं का लाभ हलके की जनता को दिलाने में अहम भूमिका अदा की। उन्होंने पार्टी नेतृत्व का ऐसे योग्य उममीदवार देने के लिए आभार व्यक्त किया तथा लोगों से विकास पर मुहर लगाते हुए प्रवीण बांसल को जिताने की अपील की। चुनावी सभा में यूथ अकाली दल के प्रधान गुरदीप सिंह गोशा ने कहा कि आज पूरा अकाली दल उत्तरी हलके से गठबंधन के उममीदवार श्री प्रवीण बांसल की जीत सुनिश्चित करने के लिए उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चुनाव मैदान में डटा हुआ है तथा पूरा समर्थन दे रहा है। दलित विकास बोर्ड के चेयरमैन एवं भावाधस के  राष्ट्रीय संचालक विजय दानव ने कहा कि बांसल एक साफ सुथरी एवं बेदाग छवि वाले नेता है तथा उन्होंने हलके के निमन एवं गरीब लोगों के जीवन स्तर को उंचा उठाने के लिए बेहद काम किया  है। भावाधस हलके में श्री बांसल को जिताने के लिए दिन-रात एक करेगा। इस अवसर पर केंद्रीय नेता आरपी सिंह, एमपी श्वेत मलिक, पंजाब प्रधान विजय सांपला, जिला प्रधान रविंदर अरोडा,  अनिल सरीन, अरूणेश मिश्रा, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन डा. सुभाष वर्मा, जीवन गुप्ता, विजय दानव, चौ. यशपाल, गुरदीप सिंह गोशा यूथ प्रधान शिअद, डिप्टी मेयर आरडी शर्मा, दलित विकास बोर्ड के चेयरमैन विजय दानव, कौंसिलर पति राजीव शर्मा मिंटू, पार्षद नरेंद्र मल्ली, अशोक कुमार, सतीश नागर, उमा दत्त शर्मा, पुष्पिंदर सिंगल, हरीश टंडन, नीरज वर्मा, संजय कपूर, अजीत ढिल्लों, रेणू थापर, डा. कनिका जिंदल, शेखर जैन, अजय गुप्ता, नीरज महाजन, राजू बेरी, रोहित सिक्का, हरबंस लाल फैंटा, रोहित शिवि, सौरव अरोडा, महेश शर्मा, हर्ष शर्मा, निशांत नागर, हरप्रीत ङ्क्षसह , प्रिंस बब्बर, दीप आहूजा आदि उपस्थित थे। अब देखना है कि  चुनावी जंग में जन शक्ति  किसको शक्ति का वरदान देती है। 

Thursday, January 19, 2017

अमित शर्मा की हत्या के खिलाफ 24 जनवरी को हिन्दू संगठनों का रोष

आम आदमी पार्टी भी हिन्दू संगठनों के निशाने पर 
लुधियाना: 19 जनवरी 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो): 
रोहित साहनी 
अमित शर्मा की जघन्य हत्या के बाद हिन्दू संगठनों ने आज देर शाम अपना आंदोलन तेज़ करने का एलान किया है। इस मकसद के अंतर्गत 24 जनवरी 2017 दिन मंगलवार को श्री दुर्गा माता मन्दिर के नज़दीक हत्या स्थल  पर रोष प्रदर्शन किया जायेगा। यह एलान आल इंडिया हिन्दू स्टूडेंटस फेडरेशन के उत्तर भारतीय शाखा के महासचिव और श्री हिन्दू तख्त के प्रचारक रोहित साहनी ने देर शाम किया। श्री साहनी ने स्पष्ट किया कि यह कदम परम आदरणीय अनंत विभूषित जगतगुरु पंचानंद गिरी जी महाराज धर्माधीश श्री हिन्दू तख़्त के दिशा निर्देशों व मार्गदर्शन में उठाया जा रहा है। रोष की इन सूचनाओं के दौरान फेसबुक पर नवदीप गुप्ता ने हिन्दू नेतायों के खिलाफ हुए हमलों और श्री हिन्दू तख्त के अस्तित्व पर सवाल भी उठाये हैं। उन्होंने कहा की हिन्दू धर्म वेदों पुराणों पर आधारित है। कोई विद्धान मुझे श्री हिन्दू तख्त शब्द किसी पुस्तक में से ढून्ढ कर दिखाए।
गौरतलब है कि अमित शर्मा कत्लकांड में कातिलों का सुराग न लग पाने के कारण हिंदू संगठनों में भारी रोष है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से कातिलों को गिरफ्तार करने की मांग भी की है। उन्होंने पहले से ही चेतावनी दे राखी थी कि अगर कातिल जल्द गिरफ्तार नहीं हुए तो मजबूर होकर उन्हें आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ेगा। कुछ दिन पूर्व 14 जनवरी को दुर्गा माता मंदिर के निकट श्री हिंदू तख्त के जिला प्रचारक अमित शर्मा की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इससे पहले राज्य में 2 और बड़े हिंदू नेताओं की भी हत्याएं हो चुकी हैं जिनके कातिल अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। अमित के अंतिम संस्कार के मौके पर भी हिन्दू संगठन रोष में थे।
आतंकवाद के संताप में झोंकने की साजिशें-चन्द्रकान्त चड्ढा
श्री हिंदू न्याय पीठ के विधान परिषद सदस्य चन्द्रकान्त चड्ढा ने भी पंजाब में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर फेल साबित होते जा रहे सुरक्षा तंत्र पर सवाल उठाते हुए कहा था कि आए दिन हिन्दू नेताओं पर सरेआम हमले करवाकर सनातन धर्म की आवाज को दबाया जा रहा है व पंजाब को फिर से आतंकवाद के संताप में झोंकने की साजिशें की जा रही हैं जिसे हिंदू संगठन कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। चड्ढा ने जिला पुलिस को अमित शर्मा के कातिलों व उक्त कत्ल के पीछे की साजिशों को जल्द से जल्द बेनकाब करने की मांग की है।
हत्यारों का सुराग देने वालों को पांच लाख रूपये
श्री हिन्दू तख्त के प्रमुख पंचानंद गिरि महाराज ने घोषणा की थी कि जो भी अमित शर्मा के हत्यारों की जानकारी देगा उसे श्री हिन्दू तख्त की ओर से 5 लाख रुपए का ईनाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ समय में एक के बाद एक पंजाब में खालिस्तानियों की तरफ से आई.एस.आई. के इशारे पर खालिस्तानी समर्थक एक बार फिर से पंजाब में 1980 से 1993 की तरह हिन्दुओं में डर पैदा करना चाहते हैं। मोगा में आतंकी सन्त भिंडरांवाले के खिलाफ आवाज उठाने वाले हिन्दू पर धार्मिक भावनाओं का केस दर्ज करने से पहले पंजाब सरकार को अपना स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए कि वह पंजाब को खालिस्तान बनाने के हक में है या नहीं। अगर नहीं तो आतंकी के खिलाफ आवाज उठाने वाले के खिलाफ क्यों केस दर्ज किया गया। 
खालिस्तान समर्थकों और आतंकी सन्त भिंडरांवाले की सामग्री बांटने वालों के खिलाफ पंजाब सरकार की ओर से किसी प्रकार की कोई कार्रवाई न करने पर श्री हिन्दू तख्त केंद्र सरकार से कई बार मांग कर चुका है कि पंजाब में हस्ताक्षेप कर ऐसे समाज विरोधी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
चुनावी माहौल में हत्या से सनसनी 
चुनावों के दौरान पंजाब का माहौल खराब करने और हिन्दुओं की आवाज को दबाने के लिए आतंकियों ने श्री हिन्दू तख्त के प्रचारक अमित शर्मा की हत्या की। अगर 7 दिनों के अंदर पुलिस विभाग की ओर से कातिलों को न पकड़ा गया तो समूह हिन्दू समाज सड़कों पर उतर आएगा जिसका जिम्मेवार प्रशासन खुद होगा। उपरोक्त शब्द श्री हिन्दू तख्त के प्रमुख जगतगुरु पंचानंद गिरि जी ने हिन्दू समाज के साथ रविवार को मीटिंग करने के बाद पत्रकारों से बातचीत दौरान कहे थे। उन्होंने कहा कि शर्म की बात है कि आतंकियों के टारगेट पर जो हिन्दू नेताओं के नाम है, उनका पता होने के बावजूद भी पंजाब पुलिस उन्हें बचा नहीं पा रही है। डी.जी.पी. पंजाब को विगत दिनों हिन्दू नेताओं के खतरे बारे केंद्र की ओर से इनपुट भी दी गई थी लेकिन उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई गई।
पूरी रैकी करने के बाद हुई हत्या 
अमित शर्मा की हत्या पूरी रैकी कर की गई है क्योंकि हमलावरों को पता था कि वह रोजाना कब मंदिर में माथा टेकने आता है। उन्होंने कहा कि अमित शर्मा के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। श्री हिन्दू तख्त की तरफ से परिवार की 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद की जाएगी। उसके परिजनों को सरकारी नौकरी भी दिलवाई जाएगी। पंजाब का माहौल खराब करने में आम आदमी पार्टी भी जिम्मेवार है, जो वोटों के लालच में पंजाब में खालिस्तानियों के हक में बोल रही है। 
साइलैंसर लगे रिवाल्वर का हुआ इस्तेमाल
अज्ञात हत्यारों ने अमित शर्मा की हत्या करने के लिए जिस रिवाल्वर का इस्तेमाल किया था, उस पर साइलैंसर लगा हुआ बताया जा रहा है। जिस कारण वारदात के समय किसी ने गोलियां चलने की आवाज नहीं सुनी। शनिवार को दुर्गा माता मंदिर के निकट जब अमित सड़क पार कर रहा था। तभी मोटरसाइकिल सवारों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। मंदिर के बाहर व्हीलचेयर पर बैठे शिव नामक एक भिखारी ने अमित को सड़क पर गिरते देखा जोकि वारदात का चश्मदीद गवाह है।
पिता की मौत भी हुई थी छोटी उम्र में
घर की सारी जिम्मेदारी अमित शर्मा के कंधों पर थी। अमित जब 10 वर्ष का था तब 1990 में उसके पिता बाबू राम शर्मा की 42 वर्ष की उम्र में मौत हो गई थी। अमित शर्मा की हत्या के दौरान उसकी उम्र मात्र 36 वर्ष की थी जबकि अपने पीछे वह भरा पूरा परिवार छोड़कर चला गया है। अमित शर्मा के बेटे की उम्र मात्र 7 वर्ष है। पति की मौत के बाद छोटी उम्र में जवान बेटे की मौत ने अमित शर्मा की मां को ङ्क्षझझोड़ कर रख दिया है। वहीं पत्नी की हालत भी तरसयोग बनी हुई है। अमित 3 बहनों का इकलौता भाई था। 
हत्यारों के स्कैच होंगे जारी 
अमित शर्मा के हत्यारों को काबू करने के लिए पुलिस एड़ी-चोटी का जोर लगी रही है। सूत्रों के अनुसार पुलिस इलाके में लगे कई सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज को खंगाल रही है। जिसमें उनके हाथ कई अहम सुराग लगे है। पुलिस जल्द ही हत्यारों को काबू करने के लिए स्कैच जारी करेगी। वहीं पुलिस घटना स्थल के चश्मदीद गवाह से भी हत्यारों की पहचान करने में जुटी हुई है।
जान को था खतरा 
प्रधान वरुण मेहता ने बताया कि अमित करीब 11 साल से श्री हिंदू तख्त के साथ जुड़ा हुआ है। करीब एक साल पहले श्री हिंदू तख्त के प्रचारक के रूप में उसने जिम्मेदारी संभाली थी। तब से ही अमित को धमकियां मिल रही थीं। जिस कारण अमित की जान को खतरा था। इस बात से वह पुलिस प्रशासन को अवगत करवा चुके थे। अमित की सुरक्षा की मंजूरी उन्हें मिल चुकी थी परंतु जब वह पुलिस कमिश्नर के पास सुरक्षा के लिए गए तो कमिश्नर ने कम फोर्स की बात कहकर सुरक्षा प्रदान करने से मना कर दिया। वहीं हिंदू समाज के प्रवीण डंग, रोहित साहनी, वरुण मेहता सहित कई बड़े नेताओं ने इस हत्याकांड के पीछे आतंकवादी संगठन का हाथ होने की आशंका जाहिर की है।
कई थ्यूरियों पर जांच जारी : डी.सी.पी. क्राइम 
डी.सी.पी. क्राइम भूपिन्द्र सिंह से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि अमित शर्मा की मौत के बाद पुलिस कई थ्यूरियों पर काम कर रही है। स्पैशल पुलिस टीम गठित की गई है जोकि हत्याकांड के हर एंगल की बारीकी से जांच कर रही है। जल्द ही हत्यारों को काबू कर लिया जाएगा।

Monday, January 16, 2017

पूँजीवादी व्यवस्था के अन्तरविरोध समाजवादी क्रान्तियों के नए संस्करणों का निर्माण करेंगे

‘महान अक्टूबर समाजवादी क्रान्ति व आज का समय’ विषय पर विचार-चर्चा
लुधियाना: 15 जनवरी 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो): For more Pics Please Clik Here
पूंजीवाद के लालच, स्वार्थ और संवेदनाविहीन सिस्टम में सताये लोगों के लिए शायद आखिरी उम्मीद बन कर उभरी थी रूस में आई अक्टूबर क्रांति। शायरों ने गीत लिखे-वो सुबह कभी तो आएगी।  फिल्मों के गीत हिट हुए-
हम मेहनतकश इस दुनिया से जब अपना हिस्सा मांगेंगे-
इक बाग़ नहीं -इक खेत नहीं हम सारी दुनिया मांगेंगे।  
इस वाम विचारधारा ने गम के मारे लोगों को शक्ति दी, नई ऊर्जा दी, आश्वासन दिया-
रात भर का है मेहमां अँधेरा--किसके रोके रुका है सवेरा..! 
विचारों में दम था और इस विचारधारा के लिए लोग अपने सभी सुख छोड़ कर पूरे जोश के साथ आगे आये। नावल मां ने इस अभियान में एक नया जोश भरा। इस वाम आंदोलन के लिए कुर्बानियां देने वालों की कमी नहीं रही। इस विचारधारा से प्रभावित हो कर बहुत से लोगों ने अपनी सारी सारी ज़िन्दगी लगा दी, अपना घरघाट परिवार सब कुछ दांव पर लगा दिया पर इस सब के बावजूद एक समय आया जब इनको लगने लगा शायद हम गलत हो गए। बहुत से मित्रों ने व्यक्तिगत मुलाकातों में रुयासे हो कर कहा शायद हमने सारी उम्र अँधेरा ढोया। इनको भी इन्कलाब दूर होता महसूस हुआ। पार्टी के लिए पूरी उम्र लगाने वालों ने भी कभी कभी अनौपचारिक भेंटवार्ता में यही कहा कि इंकलाब तो अब आने वाला नहीं। यह कहने पर कि फिर कौन सी पार्टी में जाना है तो उनके आंसू निकल आते-कहते-पार्टी तो मां होती है कामरेड --हम पार्टी नहीं छोड़ेंगे। स्पष्ट था कि उनका गिला शिकवा पार्टी से नहीं बल्कि पार्टी पर काबिज़ हुए या घुस आये स्वार्थी नेतायों से था। बहुत से वरिष्ठ कामरेड ऐसे हैं जिनकी अपनी सन्तान ने भी वाम सियासत में आना उचित नहीं समझ। आज वाम दलों के पास युवा केडर चिंतनीय हद तक कम हो रहा है और वृद्ध लोग बारी बारी अलविदा कह रहे हैं इसके बावजूद पदों का मोह छूट नहीं रहा। ऐसे हालात में जब वाम दलों का आम केडर ठगा ठगा सा महसूस कर रहा था और उसे लग रहा था कि बड़े बड़े वाम नेतायों की ज़िन्दगी और उनके परिवारों का इंकलाब आ चुका है और हमारा इंक़लाब कभी आने वाला नहीं।  इस बेहद नाज़ुक दौर में जिसके बारे में पूंजीवादी साम्प्रदायिक दलों के बड़े नेता अक्सर मज़ाक करते हैं कि कामरेड तो अब खत्म हो चुके तो उनका मज़ाक न खोखला लगता है न ही मज़ाक। एक कड़वा सत्य जिसका सामना आज बहुत से कामरेड कर रहे हैं लेकिन अपनी ज़िन्दगी में। इन विचारों से जुड़ा केडर निराश नज़र आ रहा था। जहाँ एक वाम ट्रेड यूनियन के आह्वान पर लाल झंडे वालों की भीड़ का सागर लहराता नज़र आता था वहां अब चार चार वाम दल मिलकर भी 50-100 से ज़्यादा वर्कर अपनी रैलियों में एक्टर नहीं कर पाते। 
और इसके चाहनेवालों के लिए पैदा हुई इस चिंतनीय स्थिति से भरे इस तरह के हालात में एक आयोजन वह था जब छात्र नेता कन्हैया के आने पर लुधियाना के पंजाबी भवन में इतनी भीड़ जुटी थी कि उसे सम्भालना मुश्किल था। उसके बाद एक मौका अब और देखने को मिला जब 15 जनवरी 2017 दिन रविवार को अक्टूबर क्रांति पर हुए सेमिनार में पंजाबी भवन का हाल पूरी तरह से भरा हुआ था। यहाँ तक कि इस सेमिनार को सुनने के लोग कड़क सर्दी के मौसम में भी नीचे फर्श पर बैठे थे और वो भी बर्फीली शीत लहर में। हाल में मौजूद श्रोता और कार्यकर्ता पूरी तरह से ध्यान मगन थे। न कोई शोर न कोई बेचैनी। मुख्य वक्ता शशि प्रकाश के प्रभावशाली व्यक्तित्व के सामने सभी मंत्रमुग्ध हुए एक एक बात को सांस रोक कर सुन रहे थे। For more Pics Please Clik Here

15 जनवरी 2017 को लुधियाना के पंजाबी भवन में मार्क्सवादी स्टडी सर्किल द्वारा ‘महान अक्टूबर समाजवादी क्रान्ति व आज का समय’ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। मार्क्सवादी लेखक, राजनीतिक कार्यकर्ता व अंग्रेजी मार्क्सवादी पत्रिका ‘द एनविल’ के सम्पादक शशि प्रकाश सेमिनार के मुख्य वक्ता थे। सेमिनार की शुरुआत क्रान्तिकारी सांस्कृतिक मंच, दस्तक द्वारा पेश क्रान्तिकारी गीतों से हुई। मंच संचालन मार्क्सवादी स्टडी सर्किल की ओर से साथी सुखविन्दर ने किया। 

मुख्य वक्ता शशि प्रकाश ने विषय पर बात रखते हुए कहा कि रूस में 25 अक्टूबर 1917 को होने वाली मज़दूर क्रान्ति दुनिया की तब तक की सबसे महान घटना थी। यह पहला मौका था जब राज्यसत्ता किसी शोषक वर्ग के हाथों से निकलकर शोषित-उत्पीड़ित वर्ग के कब्ज़े में आ गयी। यह सचेतन तौर पर की जाने वाली दुनिया की सबसे पहले क्रान्ति थी जिसका मकसद था इन्सान के हाथों इन्सान की हर तरह की लूट का ख़ात्मा करना। इस क्रान्ति ने सम्पत्तिवान वर्गों का तख्ता पलट दिया। इस क्रान्ति ने दिखा दिया कि अगर समाज का नियन्त्रण मज़दूर वर्ग के हाथों में आ जाये तो मेहनतकश वर्गों की चेतना, संस्कृति, शिक्षा के साथ-साथ विज्ञान, तकनीकी और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास किया जा सकता है। यह एक युगप्रवर्तक घटना थी जिसके बाद मज़दूर क्रान्तियों के युग की शुरुआत हुई। महान अक्टूबर क्रान्ति आज भी हमें प्रेरणा दे रही है और उसकी शिक्षाएँ हमारा मार्गदर्शन कर रही हैं। महान अक्टूबर समाजवादी क्रान्ति के सबकों को आत्मसात किए बिना क्रान्तिकारी आन्दोलन को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता। उन्होंने कहा कि मौजूदा विश्व पूँजीवादी व्यवस्था के अन्तरविरोध समाजवादी क्रान्तियों के नए संस्करणों का निर्माण करेंगी। अक्टूबर क्रान्ति की शिक्षाओं को व्यापक जनता तक पहुँचाना क्रान्तिकारी आन्दोलन का एक अहम कार्यभार है।For more Pics Please Clik Here

उनके अलावा प्रो. जगमोहन, डा. जगजीत चीमा, जरनैल सिंह, रवि कुमार, मास्टर दविन्दर, जगसीर जीदा, गुरप्रीत, वरूण आदि ने भी बात रखी। For more Pics Please Clik Here

इस सेमिनार से एक बात उभर कर सामने आई कि शोषित वर्ग आज भी शोषकों के खिलाफ संघर्ष के लिए मार्गदर्शन चाहता है और अगर इस तरह का कोई अवसर मिले तो वह चूकता नहीं। मार्क्सवाद के चाहनेवालों की प्यास अभी भी बरकरार है। अब आगे सोचना वाम नेतायों का काम है कि वे केवल एकता की बातें करते हैं या इस मकसद के लिए कोई ठोस कदम उठाने को भी तैयार हैं? 
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Saturday, January 14, 2017

श्री हिन्दू तख्त के अमित शर्मा की लुधियाना में हत्या

Saturday 14 January 2017 at 22:45 PM (M)    Updated on Sunday 15 January 2017 at 09:23 AM
चुनावी दौर में हिंसा की दस्तक से छायी सनसनी 
लुधियाना: 14 जनवरी 2017:  (वी.के. बत्तरा//पंजाब स्क्रीन); 
श्री हिन्दू तख्त के ज़िला प्रचारक अमित शर्मा की आज देर शाम लुधियाना में गोलियां मार कर हत्या कर दी गयी। चुनावी दौर में आतंक की इस दस्तक ने सनसनी सी पैदा कर दी है। यह हत्या उस समय हुई जब अमित अपनी कार पार्क करके अपने एक दोस्त की दुकान की तरफ जा रहे थे। अमित के दोस्त की वहां फूलों की दूकान है। गौरतलब है कि श्री दुर्गा माता मन्दिर के एन  नज़दीक होने के कारण वहां फूलों का कारोबार बहुत बड़े पैमाने पर होता है। ज्यों ही अमित उस दूकान की तरफ चले तो वहां अचानक आये हमलावरों ने उन पर गोलियां चलायीं। अमित शर्मा को चार गोलियां लगीं और मौके पर ही उनकी मौत हो गयी। वहां बैठे किसी भिखारी ने बताया कि हमलावर मोटरसाइकल पर थे। अपुष्ट खबरों के मुताबिक हमलावरों की संख्या चार भी सुनी गयी है जो दो बाइक्स पर सवार। 
जहां हत्या हुई वह जगह थाने के एन नज़दीक है और वहां करीब सारी रात ट्रैफिक गुज़रता है। वहां से जाती सड़कों के रास्ते में पुलस की सख्त नाकाबन्दी भी अक्सर होती है। इस घटना से हिंदू समाज में रोष है, वहीं शहर की सुरक्षा व्यवस्था की भी पोल खुल गई है। भगवान चौक निवासी अमित का सिलाई मशीन का कारोबार है। वह दोराहा में निजी काम से गया था। वापसी में वह अपने दोस्त चंद्र कालरा से मिलने गया। जब वह अपनी कार से नीचे उतरा तो बुलेट पर सवार दो युवकों ने उस पर चार गोलियां चला दी और मौके से फरार हो गए। दो गोली अमित के  लगी। अमित वहीं गिर गया। घटना के तुरन्त बाद वहां भीड़ जुट गयी और हिन्दू नेता भी वहां पहुंचे। पूरे इलाके में तनाव सा छा गया। गौरतलब है कि  हिन्दू तख्त का ज़िला प्रचारक होने के साथ साथ अमित शर्मा ज़िला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष भी थे। इसका उल्लेख उन्होंने बाकायदा अपने फेसबुक प्रोफ़ाइल में भी किया है। कुछ ही दिन बाद अमित का जन्मदिन भी आने वाला था।
उनके एक निकट साथी रोहित साहनी ने फोन पर बताया कि पार्किंग के वक़्त दो व्यक्ति अंधेरे का फायदा उठा कर अमित को गोलियां मार गए। रोहित के मुताबिक अमित की रिहायश लुधियाना के ढोलेवाल इलाके  में थी और वह गत एक वर्ष से हिन्दू तख्त के साथ जुड़े हुए थे। नामधारी गुरुमाता चंद कौर, आर एस एस नेता जगदीश चन्द्र गगनेजा की जघन्य हत्यायों के बाद अमित शर्मा का कत्ल राज्य की  सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है।
अमित के नज़दीकी रिश्तेदार प्रशांत जोशी ने भी बताया कि अमित के पिता का कुछ समय पहले देहांत हो चुका है। परिवार में उसकी तीन बहने हैं और वो अकेला भाई था। उसका आठ साल का बेटा भी है। पिता के जाने के बाद सारी जिम्मेदारी उसी पर थी। अमित शर्मा सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय था। अमित ने घटना के एक दिन पहले यानी लोहड़ी के दिन फेसबुक पर एक पोस्ट डाली थी, जिसमें किसी अन्य समुदाय के सम्बन्ध में अपनी सोच के मुताबिक कुछ विचार भी लिखे गए थे। इन विचारों पर विवाद बहुत देर से कायम है और इस पर अक्सर कई बार बहस होती रही है। शायद कटटरपन्थियों को ये विचार नागवार गुज़रे। उन्होंने जून-2016 में भी एक पोस्ट डाल कर जून-1984 के सभी शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी थी। 
उल्लेखनीय है कि उन्होंने कई बार अपनी जान को खतरा बताया था और पुलिस से सुरक्षा की गुहार भी लगाई थी लेकिन उनको सुरक्षा नहीं मिली। दो-तीन दिन पहले भी वह इसी सिलसिले में उच्च अधिकारियों से मिले थे। हत्या के बाद हमलावर फरार होने में सफल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर जेएस औलख, एडीसीपी, एसीपी समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची, जिन्होंने अपनी गाड़ी में अमित को सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उधर, घटना की जानकारी मिलते ही हिंदु संगठनों के नेता घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने विरोध जताया। पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अब देखना है कि चुनावी दौर में नाज़ुक हुए हालात किस करवट बैठते हैं।

Monday, January 09, 2017

नोटबंदी से बिगड़ी अर्थव्यवस्था का विरोध जारी

2017-01-09 17:22 GMT+05:30
महिला कांग्रेस व यूथ कांग्रेस ने DC  के ज़रिये राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
लुधियाना: 9 जनवरी 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो): 
महिला कांग्रेस व यूथ कांग्रेस के सदस्यों ने मोदी सरकार की तरफ से की गई नोटबंदी के दो माह बाद भी बैंको के बाहर लगी कतारों व एटीएम बंद होने से लगातार बिगड़ते जा रहे अर्थव्यव्सथा के स्वास्थय व तबाह होते कारोबार की संभाल के लिए देश के राष्ट्रपति को जिला प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन भेजकर नोटबंदी के फैसले को वापिस लेने की मांग की। महिला कांग्रेस अध्यक्ष लीना टपारिया व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष राजीव राजा ने मोदी सरकार की तरफ से देश में लागू की गई आर्थिक एमरजैंसी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने काला धन निकालने के नाम पर देश की गरीब जनता की जीवन भर की खून पसीने की कमाई बैंको में जमा करवा कर गरीब के मुंह से दो वक्त की रोटी का निवाला छीनकर अमीर घरानों की तिजौरियां में पड़ा काला धन सफेद करके देश को बर्बादी की कगार पर पंहुचा दिया है। सरकार के कैश लैस इंडिया के ख्वाब धाराशाही होते दिखाई दे रहें हैं। बैंक डैबिट व क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं से सर्विस चार्ज वसूलकर चोर रास्ते से उनकी जेब पर बोझ डाल रहा है। भाजपा व केंद्र सरकार के रणनितिकार बैंको में कैश की कमी को पूरा करने की बजाए कैश लैस इंडिया के प्रचार के नाम पर करोड़ो रुपये इश्तिहारों पर बर्बाद कर रहें है। गरीब,मजदूर, किसान व मेहनतकश लोग काम छोड़ कर दिन भर बैंकों की कतारों में और रात चिंता में व्यतीत कर रहें है। दूसरी तरफ मोदी सरकार के मंत्री से लेकर संतरी तक नोटबंदी के फैसले पर पुर्नविचार की बजाए महिमा मंडन कर खुद की पीठ थपथपा कर अपने फैसले की खुद ही प्रंशसा कर रहें है।  इस अवसर पर महिला कांग्रेस अध्यक्ष लीना टपारिया, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बलबीर झमट, गुरविन्द्र सिंह टिवंक्ल,साबी तूर, अरुणा टपारिया, गुरप्रीत कौर सिद्धू, अल्का मल्हौत्रा, हरदीप कौर, ज्योति मेहता, अनिता भल्ला, राज कुमारी, मनीषा कपूर, दलजीत कौर, रेनू बाला, इंदू शर्मा, संगीता रानी, नृंदना शर्मा, सुनीता वर्मा, नीलम ढींगड़ा, श्वेता बांसल, राज रानी, चंदा रानी, रेनू सिंह सहित अन्य भी उपस्थित थे। निखिल छाबड़ा, सुशील भट्टी, विशाल गोल्डी, मीनू मल्हौत्रा, इंद्रजीत सोढी, राहुल, कशिश मेहरा, अरुण चौधरी, खामिद अली, लाली मान, जसविन्द्र सिंह, जतिन्द्र सिंह, गगनदीप टिंकू, मनप्रीत सिंह, गुरचरण सिंह सैनी, राजेश वालिया, वरिन्द्र घुम्मण सहित अन्य भी उपस्थित थे।

तेजिंदर सिंह नामधारी को विहिप का धर्म प्रसार अध्यक्ष बनाया

Date: 2017-01-09 17:37 GMT+05:30
विश्व हिन्दू परिषद चंडीगढ़ ने किया संगठन विस्तार
लुधियाना: 9 जनवरी 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो): 
आज चंडीगढ़ में एक अजब नज़ारा था। विश्व हिन्दू परिषद के सदस्यों के गले में नामधारी सम्प्रदाय की माला थी और नामधारी सिंह को वी एच  पी का धर्म प्रसार अध्यक्ष बनाया गया था। इंसान को इंसान से लड़ाने वालों की साज़िशों को नाकाम करता हुआ यह आयोजन मानव एकता का एक नया इतिहास लिख रहा था। 
आज शिव मानस मंदिर इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2 में विश्व हिन्दू परिषद चंडीगढ़ की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता विहिप पंजाब प्रांत के उपाध्यक्ष कर्नल धर्मवीर ने की।
बैठक में नामधारी संप्रदाय के भी अनेक लोगो ने भाग लिया। बैठक में हिन्दू सिख एकता तथा
संगठन के द्वारा चलाये जा रहे सेवा कार्यो पर चर्चा की गयी।
संगठन विस्तार के क्रम में तेजिंदर सिंह नामधारी को विश्व हिन्दू परिषद का धर्म प्रसार अध्यक्ष, गिरिवर जी को धर्माचार्य अध्यक्ष, अनुज सहगल को गौ रक्षा अध्यक्ष तथा प्रगट सिंह व संदीप सिंह को प्रखण्ड अध्यक्ष का दायित्व दिया गया।
बैठक में मुख रूप से सुरेश राणा, गिरीश कालड़ा, नरेश अरोड़ा, डॉ हरवंत सिंह, दविंदर सिद्धू, द्विजेंद्र डोगरा, राकेश चौधरी, मंगेश कुमार, सुमित शर्मा,जयशंकर जोशी, हरविंदर सिंह, हरभान सिंह, मरियाँ सिंह तथा तरण सिंह उपस्थित थे। 

तेज़ी से जारी है गुरमीत सिंह कुलार का चुनावी अभियान

होटल द मैरीलैंड में गिनाये विकास के दावे
लुधियाना: 8 जनवरी 2017: (वी के बत्तरा//पंजाब स्क्रीन):
अकाली प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुलार  की तरफ से अपना तूफानी चुनावी अभियान जोर शोर से जारी है। रविवार को दुगरी रोड पर स्थित जानेमाने होटल द  मैरीलैंड में उद्दोगपतियों का एक विशेष आयोजन किया गया जिसमें श्री कुलार अपने दल बल सहित पहुंचे। उनका स्वागत वहां पूरी गर्मजोशी से हुआ। अकाली कार्यकर्ता वहां दूर दूर से आकर जुटे थे। 
इंडस्ट्रियलिस्टों की इस सभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं कोई सियासी व्यक्ति नहीं हूँ।  मैं आप जैसा हूँ, आपका ही हूँ। आप में से ही हूँ।  आपने मुझे नहीं बल्कि खुद अपने आपको जिताना है। इसके साथ ही उन्होंने अकाली भाजपा सरकार के दौरान बहुत से विकास होने का भी दावा किया। 
मंच पर उन्होंने रेलवे से लेकर सस्ती बिजली और अन्य क्षेत्रों में भी विकास के दावे किये। गुरमीत सिंह कुलार ने मंच पर बोलते हुए कहा कि  वह 30 करोड़ रूपये दीप्ती सीएम सुखबीर बादल से लाये थे जिन्हें सभी पार्षदों में बराबर बराबर बाँट दिया गया। 
अब देखना है कि श्री कुलार के दावे उन्हें जीत के तरफ लेजाने में कामयाब होते हैं या नहीं। लुधियाना के चुनावी दंगल में उनका चुनावी युद्ध अभी और ज़ोर पकड़ेगा।     

Sunday, January 08, 2017

शाही इमाम पंजाब ने दी अल्पसंख्यकों के दर्द,गम और गुस्से को आवाज़

Sun, Jan 8, 2017 at 5:33 PM
सियासी पार्टियां चुनाव मेनिफेस्टो में अल्पसंख्यकों को दें विशेष स्थान
सिर्फ कब्रिस्तान ही नहीं शिक्षित संस्थान व रोजगार भी चाहिए
लुधियाना: 8 जनवरी 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो): 
मतदान जैसे अनमोल अवसर को स्वार्थ, लालच और केवल सत्ता प्राप्ति का साधन बना देने वाले लोगों ने पिछले कुछ दशकों के दौरान जिस तरह से इस सुनहरी प्रक्रिया को अपने पांवों तले रोल कर रख दिया है उन लोगों को सीना तान कर चुनौती दी है पंजाब के शाही इमाम ने। पंजाब में 4 फरवरी को होने जा रहे चुनाव को लेकर आज यहाँ मजलिस अहरार इस्लाम हिन्द पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने कहा है कि पंजाब में अल्पसंख्यक समुदाय की समस्यायों को कभी भी किसी सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया और सिर्फ खोखले वायदे ही किए। उन्होंने राष्ट्रीय दलों के साथ साथ रीजनल पार्टियों को भी आड़े हाथों लिया। शाही इमाम ने कहा कि राज्य में चुनाव लड़ रही राष्ट्रीय व क्षेत्रीय पार्टियो ने कभी भी अल्पसंख्यको के लिए चुनाव मेनिफेस्टो में कब्रिस्तानों की जगह से आगे कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को सिर्फ कब्रिस्तान ही नहीं चाहिए बल्कि शिक्षित संस्थान और रोजगार के अवसर मिलने चाहिए। शाही इमाम ने अपील की है कि शिरोमणी अकाली दल बादल, कांग्रेस पार्टी और आम आदमी सहित अन्य राजनीतिक दलों से जुड़े हुए अल्पसंख्यक नेताओं को चाहिए कि वह अपनी-अपनी पार्टी के चुनाव मेनिफेस्टों में अल्पसंख्यकों के लिए पंजाब के सभी शहरों में हाई स्कूल, डिग्री कॉलेज बनवाने के साथ-साथ युवाओं के लिए नौकरियां दिए जाने का वादा करवाएं। शाही इमाम ने कहा कि यह बहुत दु:ख की बात है कि सिर्फ कब्रिस्तानों के लिए जगह दिए जाने की बात कर के प्रदेश के लगभग 35 लाख अल्पसंख्यकों की मूल समस्याओं को नजर अंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अल्पसंख्यक समुदाय की कुर्बानियां किसी से कम नहीं है लेकिन बीते दिनों बनाई गई स्वतंत्रता संग्राम की यादगार में पंजाब सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय के योगदान को नजर अंदाज कर दिया जोकि बहुत ही दु:खदायी है। शाही इमाम ने कहा कि मरने के बाद दो गज जमीन हासिल करना आसान हो गया लेकिन जीने के लिए कोई सहारा देने को तैयार नहीं। चुनावों के इस महत्वपूर्ण मौके पर शाही इमाम पंजाब का बयान वास्तव में अल्पसंख्यकों के दर्द, गम और गुस्से की आवाज़ के रूप में सामने आया है। 

कोकलियर इंप्लांट से बोलने लगेंगे गूंगे बच्चे

Sun, Jan 8, 2017 at 10:37 AM
जन्म से ही नहीं सुनता हो तो दो साल की उम्र तक करा लें इंप्लांट

जागरूकता ही बच्चे को जीवन भर गूंगा-बहरा रहने से बचा सकती है
लुधियाना: 8 जनवरी 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):
आपका  बच्चा अगर जन्म से ही कोई आवाज सुनकर रिस्पांस नहीं देता हो तो यह उसके गूंगा-बहरा होने के संकेत हो सकते हैं। पहले छह महीने तक अगर बच्चा किसी तेज आवाज के होने पर उस तरफ देखता नहीं है तो समझ लेना चाहिए कि उसका समय रहते इलाज कराने की जरूरत है। ऐसे बच्चों के लिए कोकलियर इंप्लांट ट्रीटमेंट किसी चमत्कार से कम नहीं है। लेकिन यह दो साल की उम्र तक हो जाना चाहिए। इसके बाद बच्चा सुनने और बोलने लग जाता है। इस उम्र के बाद यह ट्रीटमेंट कराने पर बच्चा सुनने तो लग जाता है, लेकिन उसे बोलने में काफी समय लग सकता है। इसका इलाज काफी महंगा होने के कारण केंद्र सरकार ने एडीआईपी योजना के तहत इस ट्रीटमेंट को कवर कर रखा है। यानि अगर आपकी सालाना आमदनी 15 हजार रुपये तक है तो इलाज का सारा खर्च सरकार उठाती है और अगर आपकी आमदनी 20 हजार रुपये सालाना है तो इलाज का 50 प्रतिशत खर्च सरकार उठाएगी।
एसपीएस हॉस्पिटल के ईएनटी सर्जन डॉ. राजीव कपिला ने बताया कि आम तौर पर बच्चे के गूंगा होने पर लोग उसे किस्मत में लिखा होना मान लेते हैं। लेकिन साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है कि अब बच्चों को जीवन भर गूंगा-बहरा रहने से बचाया जा सकता है। आम तौर पर प्री-मेच्योर पैदा होने वाले बच्चों, जन्म के समय ज्यादा पीलिया से ग्रस्त रहने वाले बच्चे, जन्म के बाद ज्यादा दिनों तक नर्सरी में वेंटिलेटर पर रहने वाले बच्चे और पारिवारिक हिस्ट्री वाले बच्चों में यह समस्या आती है। पंजाब में 1000 बच्चों में से एक बच्चा इस तरह की समस्या के साथ पैदा होता है। उन्होंने बताया कि मां-बाप को अपने बच्चों पर नजर रखनी चाहिए। अगर बच्चा कोई तेज आवाज होने पर उस तरफ घूमकर नहीं देखता, पटाखा जैसी तेज आवाज से नहीं डरता या आपके बुलाने पर रिस्पांस नहीं देता तो यह उसके गूंगा-बहरा होने के संकेत हैं। ऐसे बच्चों का पहले साल के भीतर की कोकलियर इंप्लांट करा लेना चाहिए। इस समय की अवधि में 100 प्रतिशत सफलता की गारंटी रहती है। अगर इलाज दो साल के बाद कराया जाता है तो बच्चा सुनने तो सही समय पर लग जाता है, लेकिन उसे बोलने में काफी समय लग सकता है। डॉ. कपिला ने बताया कि इसका इलाज महंगा होने के कारण केंद्र सरकार ने इसे एडीआईपी स्कीम में कवर कर रखा है। पंजाब में केवल दो ही सेंटरों पर कोकलियर इंप्लांट होता है, जिनमें एसपीएस हॉस्पिटल भी शामिल है।

Saturday, January 07, 2017

माँ से ही मिला हिम्मत के साथ लक्ष्य पाने का हौंसला: मौलाना हबीब उर रहमान

शाही इमाम पंजाब की माता के निधन पर विभिन्न संगठनों द्धारा शोक व्यक्त
जामा मस्जिद में संबोधित करते हुए शाही इमाम और उपस्थित नमाजी
लुधियाना: 6 जनवरी 2016: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो): 
पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी की माता जी (जाहिदा रहमानी) के निधन पर विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक नेताओं की ओर से जामा मस्जिद पहुंच कर लगातार शोक व्यक्त किया जा रहा है। आज यहाँ नमाज ए जुम्मा से पहले अपने संबोधन में शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी ने नामाजियों से अम्मी जान के लिए दुआ ए मगफिरत की विनती करते हुए बताया कि आज देश भर में उनकी इस्लामिक संस्था मजलिस अहरार इस्लाम हिंद का विस्तार माँ की ही दुआओ का असर है। शाही इमाम ने कहा कि माँ ने ही दिया हिम्मत के साथ लक्ष्य पाने का सबक। उन्होंने बताया कि अम्मी जान ने हमेशा ही पंजाब भर में बंद पड़ी मस्जिदों को खुलवाने के लिए हमें प्रेरित किया और हमेशा जरूरतमंदो की मदद करने के लिए तत्पर रहती थी। शाही इमाम ने कहा कि हम सबको यह याद रखना कि चाहिए मां की दुआओ से अल्लाह की मदद आती है और सारे बिगड़े काम बन जाते हैं। वर्णनयोग है कि आज यहाँ लुधियाना पुलिस कमिशनर जतिंदर सिंह औलख, राज्यमंत्री मदन लाल बग्गा, मेयर हरचरण सिंह गोहलवडिय़ा, पूर्व मंत्री हीरा सिंह गाबडिय़ा, विधायक बलविंदर सिंह बैंस, विधायक भारत भूषण आशु, पूर्व डिप्टी कमिश्नर कुलदीप सिंह वैद, पूर्व डीजीपी इजहार आलम, मुफ्ती मालेरकोटला, हरदयाल सिंह, पार्षद खरबंदा, खलीफा सैय्यद सादिक सरहिंद शरीफ, बी सी कमिशन के चैयरमैन निर्मल सिंह, चैयरमैन विजय दानव, सुशील पराशर, डा. अवतार सिंह, गुलाम हसन कैसर आदि ने शोक व्यक्त किया।

Wednesday, January 04, 2017

शाही इमाम पंजाब की अम्मी जान जाहिदा रहमानी का निधन


Wed, Jan 4, 2017 at 3:33 PM
जामा मस्जिद के सामने हजारों मुसलमानों ने जनाजे की नमाज अदा की
लुधियाना: 4 जनवरी 2016:(पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):


आज यहां सीएमसी अस्पताल में शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी की अम्मी जान जाहिदा रहमानी (8०) का निधन हो गया। स्वर्गीय जाहिदा रहमानी स्वतंत्रता सेनानी मौलाना याहिया लुधियानवी की बेटी थी व पंजाब के मुफ्ती ए आजम मरहूम मौलाना मुहम्मद अहमद रहमानी लुधियानवी की पत्नी थी। वर्णनयोग है कि 1947 के बाद जब पंजाब में आपके पति रहमानी साहिब ने पुन: मस्जिदें खुलवाने का काम शुरू किया तो आप ने बड़ी ही हिम्मत और सबर के साथ अपने पति का साथ निभाया। कभी भी संगीन हालात में नहीं घबराईं। हमेशा अपने बच्चों को यही शिक्षा दी कि सच्चाई के संग्राम में कभी भी दुश्मन से डरना नहीं है। स्वर्गीय जाहिदा रहमानी की जनाजे की नमाज फील्डगंज चौंक स्थित जामा मस्जिद के बाहर नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उसमान रहमानी ने अदा करवाई। शाही इमाम के प्रिंसीपल सचिव मुहम्मद मुस्तकीम ने बताया कि इस्लामी शिक्षाओं के अनुसार तीन दिन तक शोक व्यक्त किया जाएगा और उसके बाद किसी भी कोई प्रकार की सभा आयोजित नहीं की जाएगी। इस मौके अतीक उर रहमान, उबैद उर रहमान, अल्ताफ उर रहमान, मौलाना उवैस उर रहमान, मुहम्मद अतहर, विधायक रणजीत सिंह ढिल्लों, भारत भूषण आशु, राकेश पांडे, सुरिंदर डाबर, बलविन्द्र सिंह बैंस, हीरा सिंह गाबडिय़ा, मेयर हरचरण सिंह गोहलवडिय़ा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष गुरप्रीत गोगी, पार्षद संजय तलवाड़, सुशील पराशर, ज्ञान स्थल मंदिर से जगदीश बजाज, गुरूद्वारा दुख निवारण से स. प्रितपाल सिंह, पार्षद परमिन्द्र मेहता, जत्थेदार कुलवंत सिंह दुखिया, डा. शरणजीत सिंह मिड्डा, डा. रमेश छाबड़ा, मालेरकोटला से नदीम अनवार खान, गुलाम हसन कैसर, भाजपा नेता संजय कपूर, राजिन्द्र सिंह बसंत, पार्षद नरिन्द्र शर्मा उपस्थित थे। 
फोटो कैप्शन : स्व. जाहिदा रहमानी की नमाज ए जनाजा अदा करवाते हुए उनके पौत्र मौलाना उसमान रहमानी लुधियानवी।

Tuesday, January 03, 2017

जनचेतना व क्रान्तिकारी-जनवादी विचारों पर हमले के खिलाफ तीखा विरोध

समर्थकों ने किया थाने का घेराव व जोरदार प्रदर्शन
लुधियाना:3 जनवरी 2017: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):  For more Pics Click here Please 
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आज लुधियाना के विभिन्न क्रान्तिकारी-जनवादी संगठनों के आह्वान पर सैंकड़ों मज़दूरों, नौजवानों, छात्रों, जनवादी कार्यकर्ताओं ने पुलीस थाना डिवीयन नम्बर 5 का घेराव करके ज़ोरदार प्रदर्शन किया और माँग की कि बीती 2 जनवरी को क्रान्तिकारी, प्रगतिशील, जनवादी विचारों के संस्थान जनचेतना के पंजाबी भवन, लुधियाना स्थित बिक्री केन्द्र पर हमला करने वाले हिन्दुत्वी कट्टरपंथी संगठनों के हमलावरों को गिरफ्तार किया जाए। क्रान्तिकारी-जनवादी संगठनों ने माँग की है कि हमलावरों का साथ देने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ सख्त कार्रवाई की जाए। हिन्दुत्वी कट्टरपंथी संगठनों द्वारा शहर का माहौल खराब करने का सख्त नोटिस लेते हुए माँग की गई है कि धर्म के आधार पर लोगों को बाँटने-लड़ाने वाले संगठनों पर पाबन्दी लगाई जाए और दोषी व्यक्तियों को सख्त सजाएँ दी जाएँ। मौके पर पहुँचे ए.सी.पी. द्वारा दोषियों के खिलाफ़ कार्रवाई के लिए 24 घण्टे का समय माँगे जाने के बाद धरना उठाया गया। ऐसा न होने की सूरत में संघर्ष तीव्र करने की चेतावनी दी गई। 
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कल पुलिस ने हिन्दुत्वी कट्टरपंथियों के दबाव में पंजाबी भवन, लुधियाना पर जनचेतना के बिक्री केन्द्र की सील कर दिया था। आज ज़ोरदार प्रदर्शन के दबाव में पुलीस ने जनचेतना की चाबियाँ प्रबन्धकों को सौंप दी हैं। पुलीस ने शहीद भगत सिंह और राधा मोहन गोकुल की किताबों के जरिए नास्तिकता फैलाने के दोष में जनचेतना, लुधियाना की प्रबन्धक बिन्नी, टेक्सटाईल हौज़री कामगार यूनियन के अध्यक्ष लखविन्दर, कारखाना मज़दूर यूनीयन के नेता गुरजीत (समर) और नौजवान भारत सभा के कार्याकर्ता सतबीर को नाजायज तौर पर गिरफ्तार कर लिया था। हिन्दुत्वी कट्टरपंथियों ने जनचेतना बिक्री केन्द्र को आग लगाने और तोड़फोड़ की भी कोशिश की थी। प्रबन्धक बिन्नी के साथ छेड़खानी और बदसलूकी की गई। उसके बचाव में आए अन्या कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की की गई। पुलीस दो घण्टे तक मूक दर्शक बनकर देखती रही। हिन्दुत्वी गुण्डों को गिरफ्तार करने की बजाए जनचेतना व अन्य कार्यकर्ताओं को ही गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि जनदबाव के चलते इन्हें शाम को रिहा कर दिया गया था लेकिन मामला अभी टला नहीं था। पुलीस हिन्दुत्वी कट्टरपंथियों के दबाव में क्रान्तिकारी-जनवादी कार्यकर्ताओं पर धारा 295 (ए) के तहत पर्चा दर्ज करना चाहती थी। आज ज़ोरदार प्रदर्शन के कारण पुलीस को पीछे हटना पड़ा है और भरोसा दिया गाया है ऐसी कोई भी नाजायज कार्रवाई नहीं की जाएगी। 
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वक्ताओं ने कहा कि शहीद भगत सिंह और राधामोहन गोकुल की किताबें वर्षें से देश भर में छप रही हैं। जनचेतना पर हमला समूचे क्रान्तिकारी-जनवादी आन्दोलन पर हमला है। इन किताबों और कार्यकर्ताओं को निशाना बनाना विचारों की अभिव्यक्ति की आज़ादी और जनवादी अधिकारों पर हमला है।
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प्रदर्शन को जनचेतना, लुधियाना की प्रबन्धक बिन्नी, टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन के अध्यक्ष लखविन्दर, नौजवान भारत सभा के संयोजक कुलविन्दर और नेता अजयपाल, इंकलाबी केन्द्र पंजाब के राज्य समिति सदस्य सुखदेव भूंदड़ी, पंजाब स्टूडेंटस यूनियन के नेता कर्मजीत, कारखाना मज़दूर यूनियन के नेता राजविन्दर, डैमोक्रेटिक लायर्ज ऐसोसिएशन के नेता हरप्रीत जीरख, डैमोक्रेटिक इम्पलाइज फ्रण्ट के नेता रमनजीत संधु, तर्कशील सोसाईटी पंजाब के नेता सतीष सचदेवा, मोल्डर एण्ड स्टील वर्कर्ज यूनीयन के अध्यक्ष विजय नारायण, लोक एकता संगठन के अध्यक्ष गल्लर चौहान, आदि ने सम्बोधित किया।
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इस आंदोलन से जुड़ने के लिए सम्पर्क कर सकते हैं टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन, पंजाब के अध्यक्ष कामरेड लखविन्दर से उनका मोबाईल नम्बर है- 9646150249
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छोटेपुर के आने से गुरदासपुर बना हॉट सीट

Tue, Jan 3, 2017 at 1:09 PM
छोटेपुर के मैदान में आने से गुरदासपुर के चुनावी मैदान में आई गर्माहट 
गुरदासपुर: 3 जनवरी 2017: (विजय शर्मा//पंजाब स्क्रीन):

अपना पंजाब पार्टी के प्रधान सुच्चा छोटेपुर ने आज विधानसभा हलका गुरदासपुर से खुद की उमीदवार को ऐलान कर दिया हैं। "आप" पंजाब के कनवीनर के पद से हटाए गए छोटेपुर ने गुरदासपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान उस समय किया,जब आम आदमी पार्टी के कनवीनर अरविंद केजरीवाल उनके पैतृक हलका जिला गुरदासपुर में रैलियां करने आए हुए थे।
छोटेपुर के आने से इस सीट पर बेहद दिलचस्प मुकाबला होने के आसार हैं। इसी तरह इस हलके से अकाली दल और कांग्रेस के उमीदवारों के बीच सीधे तौर पर टक्कर होती नजर आई है,वही इस बार मुकाबला और दिलचस्प होने की उमीद हैं।

गुरदासपुर हलके से अकाली भाजपा के उमीदवार गुरबचन सिंह बब्बेहाली हैट्रिक लगाने के इरादे के साथ मैदान में डटे हुए है,जबकि उनको चुनौती देने के लिए कांग्रेस की ओर से युवा उम्मीदवार बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा चुनाव मैदान में उतरे है। पूर्व विधायक करतार सिंह पाहड़ा के पोतरे बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा की तरफ से कुछ दिन पहले निकाले गए रोड शो से उन्होंने ने यह संकेत दे दिया है वह अपने विरोधियों को पराजित करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इसके अतिरिक्त्त आम आदमी पार्टी के अमरजीत सिंह चाहल भी पिछले कुछ दिनों से चुनाव प्रचार कर रहे है। गुरदासपुर से दिलचस्प चुनाव समीकरण मे उस समय एक अहम मोड़ आ गया हैं। जब 2016 के राजनितिक कलेंडर मे सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरने वाले सुच्चा सिंह छोटेपुर ने भी इस हलके से चुनाव लड़ने का एलाने कऱ दिया है। छोटेपुर करीब 48 वर्ष के लंबे राजनितिक सफर के गवाह हैं।उन्होंने ने अपना राजनितिक कैरियर 1968 मे बतौर कालेज स्टूडेंट शूरु किया था। इस दौरान उन्होंने ने अनेक उतार चड़ाव देखे। सन 1985-1988 मे वह पुराने धारीवाल हलके से विधायक चुने गए और बरनाला सरकार में सैर सपाटा मंत्री बने। सन 2002 मे वह धारीवाल हलके से बतौर आजाद उम्मीदवार चुनाव जीते। इसके बाद सन 2007 मे वह कादियां हलके से आजाद उम्मीदवार के तौर पर मुकाबले मे आए लेकिन हार के बाबजूद वह 40 हजार वोट लेने में कामयाब रहे। सियासी जंग लड़ते लड़ते वह 2009 मे कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस मे शामिल हो गए। दिल्ली मे आप की चढ़ाई के बाद वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए,और 2014 की लोक सभा चुनाव गुरदासपुर से लड़ी। इसमें वह जीत हासिल नही कर सके लेकिन पौने 2 लाख वोट ले गए थे। इस वर्ष अगस्त महीने मे उन्हें आप के कनवीनर के पद से हटा दिया गया। जिसके बाद उन्होंने ने अपना पंजाब पार्टी का गठन किया।