Friday, November 04, 2016

विधवाओ को फ्री राशन बाँटना क्या यही महिला सशक्तिकरण है?

Fri, Nov 4, 2016 at 2:57 PM
बेलन ब्रिगेड ने उठाया बड़ा सवाल और दी क़ानूनी करवाई की चेतावनी 
विधवा महिलाओं के नाम पर राशन बाँटना बंद करे समाज 
लुधियाना: 4 नवम्बर 2016: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो); 
महिलायों को सहायता के नाम पर होते शोषण को रोकने/रुकवाने के लिए बेलन ब्रिगेड ने एक बड़ा कदम उठाया है। ब्रिगेड की प्रमुख ने पूछा है कि क्या उन्हें राशन दे दे कर अबला बना देना---क्या यही है आज का महिला सशक्तिकरण?  गौरतलब है कि विधवा महिलायों की सहायता के नाम पर बहुत कुछ ऐसा हो रहा है जिसे कोई कमज़ोर विधवा औरत किसी को बता भी नहीं पाती और सहन भी नहीं कर पाती। घुट घुट कर शर्मनाक ज़िन्दगी जीना उसकी तक़दीर बन जाती है। बेलन ब्रिगेड ने ऐसी बहुत सी औरतों के साथ हुई ज़्यादतियों का पता लगाया है लेकिन जानबूझ कर उन महिलायों के नाम उजागर नहीं किये।  मैडम अनीता शर्मा ने कहा कि हम दुखी औरतों को किस भी तरह के जाल में फंसाने की गया नहीं देंगें और अगर हमें मजबूर तो ऐसे मामलों के खलनायकों के नाम सबके सामने रखने से भी पीछे नहीं हटेंगे। 
बेलन ब्रिगेड ने राष्ट्रीय महिला आयोग व सरकार से मांग की है कि जो राजनैतिक, समाजिक और धार्मिक संस्थाएं विधवा महिलाओं के नाम पर राशन वितरण करते है उनके इस मीडिया प्रोपेगंडा पर शीघ्र रोक लगाई जाए। इसके साथ ही उनके हिसाब किताब और चालचलन पर भी नज़र रखी जाये। 
बेलन ब्रिगेड की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीता शर्मा ने कहा कि यदि दुर्भाग्यवश कोई महिला विधवा हो जाती है तो समाज को कोई अधिकार नहीं है कि इन विधवा महिलाओं को राशन की सहायता देते वक्त उनकी फोटो खींचकर अख़बारों में छपवाएं और फिर यही समाज के ठेकेदार व नेता विधवा राशन वितरण के नाम पर अपनी अखबारों में फोटो छपवाकर अपनी छवि चमकाएं। अगर उन्हें नशेत ही देनी है तो उनकी उजड़ी हुई ज़िन्दगी को फिर से बसाने का प्रयास  किया जाये। महिला व बाल विकास विभाग को इस काम के लिए आगे आ कर ऐसी महिलायों को सम्मानीय और पारदर्शी ढंग तरीके से आर्थिक सहायता देनी चाहिए जिससे वे महिलाएं समाज के नवनिर्माण में योगदान डाल सकें।
उन्होंने कहा कि क्या यही हमारे समाज का  महिला सशक्तिकरण है कि कोई विधवा औरत यदि मजबूरी गरीबी और मुसीबत की मारी अगर अपना और बच्चो का पेट भरने के लिए कहीं से मुफ्त राशन लेती है तो उसकी फोटो खींचकर अखबार में छाप दो। यह परंपरा पंजाब के एक अखबार ने  शुरू की थी कि विधवा महिलाओं को राशन बांटो और  विधवा फ्री राशन वितरण के नाम पर अखबार में अपनी  खबर व फोटो छपवाओ। 
अनीता शर्मा ने कहा कि यदि धार्मिक समाजिक राजनैतिक लोग विधवा महिलाओं की मदद करना चाहते है तो उनकी फोटो अख़बारों में न छापे और न ही विधवा महिला के नाम पर गरीब मजबूर दुखयारी औरतों का शोषण करें। यदि गरीब विधवा महिलाओं की मदद करनी है तो उनकी अख़बारों में खबर व फोटो छापना बंद करे। 
अनीता शर्मा ने कहा कि  यदि समाचार पत्रों ने विधवा महिला राशन के नाम पर समाचार पत्रो में  खबरे छापनी बंद नही की तो इसके खिलाफ बेलन ब्रिगेड कानून का सहारा लेगी और जन आंदोलन करेगी। 
इसके साथ ही मैडम अनीता शर्मा ने कहा कि हम उन सभी लोगों का स्वागत करेंगे जो इन महिलायों को नई ज़िन्दगी देने और उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए आगे आएंगे। इस मकसद के लिए बेलन ब्रिगेड और सहयोगी संगठनों के पास एक पूरी योजना है। हम महिला शक्ति को बेचारों जैसी हालत में से निकाल कर दम लेंगें। 
इस अभियान से जुड़ने के लिए अनीता शर्मा से सम्पर्क किया जा सकता है इस नम्बर पर-9417423238

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