Mon, Aug 3, 2015 at 7:55 AM
आई जी बार्डर रेंज ईश्वर चन्द्र का मीडिया भेंट में खुलासा
गुरदासपुर::3 अगस्त 2015: (विजय शर्मा//पंजाब स्क्रीन):
दीना नगर में हुए भयावह हमले के खुलासे लगातार हो रहे हैं। अलग अलग नेताओं के वहां जाने का सिलसिला भी जारी है। इस हमले ने सुरक्षा के मामले में नयी रणनीति बनाने की कवायद भी तेज़ की है। पंजाब में गोली बारूद के ज़माने की याद दिलाने वाला यह हमला लगातार जनमानस पर छाया हुआ है। नए विवरण से पता चला है कि आतंकी हमले के बाद वापिस भागना चाहते थे लेकिन सुरक्षा बलों ने उनके नापाक इरादे नाकाम बना दिए। दीना नगर में हमला करने वाले आतंकवादी 21-22 जुलाई को उज्ज दरिया के रास्ते भारत में घुसे थे और मकौड़ा पत्न,मरारा, नवीं आबादी चंडीगढ़,बाला,भिंडी,भारत ताजी चक्क के रास्त तारा गड़ के रास्ते दीना नगर में दाखिल हुए थे।
पंजाब पुलिस के आई जी बार्ड रेंज ईश्वर चंद्र ने खुलासा करते कहा कि दीना नगर में आतंकवादी हमला करने वाले तीनों आतंकवादीयों के पास से मिले जीपीएस और मैप से पता चलता है कि आतंकवादी 21-22 जुलाई को मस्त गड़ से होते हुए नरोट जैमल सिंह के रास्ते उज्ज दरिया पार कर मकौड़ा पत्न,मरारा, नवीं आबादी चंडीगढ़,बाला,भिंडी,भारत ताजी चक्क के रास्त तारा गड़ के रास्ते दीना नगर में दाखिल हुए थे। और जबकि उन्होंने दीनानगर में 27 जुलाई को हमला किया और वहीँ उन्होंने बताया की आतंकवादीयों का मकसद था की हमला कर वापिस पाकिसतान चला जाना जबकि पंजाब पुजिल की तरफ हमला वर आतंकवादियों को संबलने का मौका नहीं दिया जिस कारण पाकिसतानी से आए आतंकवादी राकेट लांचन को इस्तेमाल नहीं कर पाए वर्ना भारी तबाही हो सकती थी और वह अपने मनसूबे में कामयाब भी हो सकते थे । वहीँ आतंकवादियों से मिल दस्तानों पर मेड इन पाकिसतान लिखा है। अभी देखना है कि क्या क्या खुलासे होते हैं।
पंजाब पुलिस के आई जी बार्ड रेंज ईश्वर चंद्र ने खुलासा करते कहा कि दीना नगर में आतंकवादी हमला करने वाले तीनों आतंकवादीयों के पास से मिले जीपीएस और मैप से पता चलता है कि आतंकवादी 21-22 जुलाई को मस्त गड़ से होते हुए नरोट जैमल सिंह के रास्ते उज्ज दरिया पार कर मकौड़ा पत्न,मरारा, नवीं आबादी चंडीगढ़,बाला,भिंडी,भारत ताजी चक्क के रास्त तारा गड़ के रास्ते दीना नगर में दाखिल हुए थे। और जबकि उन्होंने दीनानगर में 27 जुलाई को हमला किया और वहीँ उन्होंने बताया की आतंकवादीयों का मकसद था की हमला कर वापिस पाकिसतान चला जाना जबकि पंजाब पुजिल की तरफ हमला वर आतंकवादियों को संबलने का मौका नहीं दिया जिस कारण पाकिसतानी से आए आतंकवादी राकेट लांचन को इस्तेमाल नहीं कर पाए वर्ना भारी तबाही हो सकती थी और वह अपने मनसूबे में कामयाब भी हो सकते थे । वहीँ आतंकवादियों से मिल दस्तानों पर मेड इन पाकिसतान लिखा है। अभी देखना है कि क्या क्या खुलासे होते हैं।
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