बेलन ब्रिगेड प्रमुख अनीता शर्मा और कई अन्य लोग पहुंचे हाल पूछने
लुधियाना:12 जून 2015: (रेक्टर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन):
आरटीआई का सिस्टम शुरू हुआ तो इसने एक ऐसा बदलाव लाना शुरू कर दिया जिसे लोग चाहते तो थे पर एक सपना समझते थे। यह आज़ादी थी हकीकत को देखने की आज़ादी। मुफ्त में आजकल मिटटी भी नहीं मिलती। इसलिए हर चीज़ की कीमत अदा करनी पड़ती है। आरटीआई कार्यकर्ता इसकी कीमत अपनी जान को खतरे में डाल कर अदा कर रहे हैं। लोगों को ज़हर खिलाने पिलाने वाले, दफ्तरों में सरकारी काम को नज़रअंदाज़ वाले और घोटालेबाज़ आरटीआई कार्यकर्ताओं को बेहद दुश्मनी की नज़र से देखते हैं। दुश्मनी की इस नज़र का नया निशाना बने हैं लुधियाना के जानेमाने आरटीआई कार्यकर्ता सतपाल शर्मा।
उन्होंने एक मामले में आरटीआई डाली तो मामला खुलना ही था। इस मामले के बेनकाब होने से घबराये हुए एक हलवाई ने अपने साथियों सहित सतपाल शर्मा पर शाम को पौने सात बजे हमला कर दिया। ज्यों ही वह घर से निकले उन्हें घेरत लिया गया और छत में लगने वाले बाले जैसी किसी लकड़ी के साथ उन्हें सड़क पर गिराकर पीटना शुरू कर दिया गया।
सतपाल शर्मा मौके की नज़ाकत को देखते हुएअपनी नगदी और अन्य कीमती सामान और पैरों की चप्पल तक वहां छोड़ कर किसी तरह उनके चुंगल से बच निकले।।उनके दोस्तों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुँचाया इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई।
आरटीआई के इस जांबाज़ कार्यकर्ता का हालचाल पूछने के लिए अनीता शर्मा, श्रीपाल शर्मा, एस के गोगना और कई अन्य लोग तुरंत अस्पताल पहुंचे। टेलीफोन और सोशल मीडिया पर उनका हाल पूछने के लिए एक बाढ़ सी ही आ गयी।
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