Sunday, April 13, 2014

पंजाब में भी छाया केजरीवाल का जादू

जगह जगह हुए गर्मजोशी से स्वागत-सड़कों पर जुटी लाखों की भीड़
लुधियाना, अप्रैल 13, 2014: (रेक्टर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन):
लगता है दिल्ली और देश के अन्य भागों की तरह अब पंजाब में भी केजरीवाल का जादू छाने लगा है। लोग सैलाब की तरह केजरीवाल की एक झलक पाने के लिए उमड़े आये। गर्मी के इस मौसम में साईकल कई कई किलोमीटर पैदल चल कर तो कई साईकल पर सवार होकर केजरीवाल की एक झलक पाने चले आये।  इनमें बच्चे भी थे और बज़ुर्ग भी। यूं लगता था जैसे लुधियाना की सड़कों पर जनता का सागर लहरा रहा हो जो अपने विरोध में आई हर चीज़ को बहा ले जायेगा। इस रोड शो के सामने बड़े बड़े स्टार प्रचारक फीके पड़ते नज़र आये। "नायक" फिल्म का वह सीन जिसमें हार पकड़ कर रास्ते में बैठा एक अपाहिज बच्चा बहुत मुश्किल ज़रा सा खिसकता है और हार उठा कर अनिल कपूर से कहता है कि यह देश भी मेरी तरह लंगड़ा हो गया है इसे उठा कर चला दीजिये। वह सीन लुधियाना में अलग अलग रूप लेकर बार बार साकार होता नज़र आया। और तो और पल के ऊपर से गुज़रे तो नीचे बने चतर सिंह पार्क में जमा सीटू कार्यकर्तायों ने केजरीवाल को कामरेड अरविन्द ख कर अभिवादन किया और नीचे उनके दरम्यान आने को भी ही कहा। जवाब में केजरीवाल केवल मुकराये और आगे बढ़ गए लेकिन इस मुस्कराहट में बहुत कुछ था जो समय आने पर सामने आएगा।
गौरतलब है कि लुधियाना से लोक सभा प्रत्याशी श्री फुलका ने लुधियाना में विशाल रोड शो का आयोजन किया, जिसमें लगभग दो लाख की संख्या में लोक उपस्थित हुए और श्री अरविंद केजरीवाल का लुधियाना में स्वागत किया। श्री केजरीवाल एवं श्री फुलका से मिलने के लिए इतनी तादाद में भीड उमड आई कि रोड शो का आगे बढना बहुत मुश्किल हो गया था।
यह रोड शो 25 स्टाप पर रुका। हर एक स्टाप पर हजारो की तादाद में लोग एकत्रित हुए। ना केवल सदस्य और स्वयंसेवक वहां पर मौजूद थे किंतु लोग अपनी दुकानों और घरों से दौडते हुए केजरीवाल जी से मिलने को आए।
श्री केजरीवाल लोगों का प्यार और समर्थन देख कर बहुत खुश हुए और पूरे रोड शो के उपरांत उन्होनें सभी से हाथ मिलाया एवं फूलों की मालाऐं और सिरोपे भी स्वीकार किए। कुछ सर्मथक श्री केजरीवाल जी से मिलकर इतने प्रसन्न हुए कि उनकी आंखों से भावुकता में अश्रुधारा बह निकली।
औरतों और बच्चों की प्रतिक्रिया अपरिहार्य थी। बहुत से बच्चे श्री केजरीवाल जी की जीप पर चढ गये और उन्हें मालाएं पहना कर सम्मानित करते हुए फोटो खिंचवाने लगे। उन्होनें केजरीवाल जी का ऑटोग्राफ भी लिया। बस्ती जोधेवाल में एक युवती दौडती हुई श्री केजरीवाल जी की जीप की तरफ आई और कहा ‘‘देश को बचा लो !’’ शुरु से लेकर आखिर तक केजरीवाल जी की जीप के पीछे लगभग 4 किलोमीटर तक काफिला था जो उनके समर्थकों का पार्टी के प्रति समर्पण का परिचय दे रहा था।
आप प्रत्याशी श्री एच.एस.फुलका ने कहा यह कोई रैली नहीं, यह एक क्रांति है। इस रोड शो के द्वारा पंजाब में भ्रष्ट नेताओं के अंत का आरंभ किया जाता है। लुधियाना में लोगों की प्रतिक्रिया यह है कि अब उन्हें बदलाव चाहिए और वह इसके लिए अपने घरों से बिना डरे बाहर निकलने को तत्पर हैं।
13 अप्रैल की सुबह श्री फुलका जी लुधियाना से, केजरीवाल जी के साथ अहमदगढ में होने वाले रोड शो के लिये रवाना हुये। वहां पर भी लोगों की प्रतिक्रिया काफी अच्छी रही।  गुरदासपुर ने भी 12 अप्रैल को अपने समय काल की बहुत बडी रैली देखी।
पंजाब में लोगों की प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि आम आदमी वर्तमान सरकार से तंग आ चुका है और वह हर हाल में बदलाव चाहता है। लोगों को केजरीवाल में बदलाव का नायक नज़र आ रहा है। फिल स्टारों को अपना स्टार प्रचारक बनाने वाले राजनीतिक दल सकते में हैं।  उनके पास शायद अब कोई स्वच्छ सियासी चेहरा नहीं बचा है। मोदी की जगराओं रैली में साडी सरकारी ताकत झौंक देने की बाद भी कुर्सियां खली पड़ीं थीं।
लोगों ने जो गर्मजोशी केजरीवाल के प्रति दिखाई उसे देख कर नेहरू और शास्त्री का ज़माना याद आने लगा है। अब देखना है कि केजरीवाल उन उम्मीदों पर कहाँ तक खरा उतर पाते हैं। अगर इस बार भी उम्मीद टूट गयी तो लोग वोट पर्ची को भूल कर बंदूक के रास्ते पर आ सकते हैं। इस लिए मामला केवल जीत हार का नहीं हिंसक क्रांति को रोकने का भी है। लोग जब तंग आते हैं तो बहुत कुछ कर गुज़रते हैं। उन्हें माओवादी रास्ते पर बढ़ने से अगर कोई रोक सकता है तो वह फ़िलहाल केवल केजरीवाल का जादू ही है। यह लम्बी देर तक नहीं चला तो देश के हालत अँधेरे हो सकते हैं। 

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