Thursday, March 27, 2014

लुधियाना के हैबोवाल में गिरा मंदिर का गुंबद

एक मज़दूर की मौत और दो अन्य घायल
लुधियाना: 26 मार्च 2014: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो): 
हैबोवाल के न्यू माया नगर इलाके के श्री सिद्धि विनायक मंदिर में आज दोपहर को 12 बजे के करीब भजन कीर्तन के दौरान उस समय भगदड़ मच गई जब एक जबरदस्त धमाके के साथ मंदिर का निर्माणाधीन गुबंद नीचे आ गिरा। इस हादसे में एक बदकिसमत मजदूर की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। उन्हें डीएमसी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस गुंबद के गिरने से मंदिर के पीछे वाली गली के कुछ मकानों का भी नुकसान हुआ है। देर शाम तक गुंबद का मलवा नहीं हटाया जा सका था। गुंबद गिरने का कारण घटिया मैटेरियल का प्रयोग बताया जा रहा है। जहाँ इस हादसे के बाद लोगों में रोष है वहीँ इस गुंबद के  गिरने से किसी अपशकुन की आशंका सहम भी छाया हुआ है। 
इस हादसे के मामले की जानकारी रखने वाले कुछ लोगों के मुताबिक इस मंदिर की चौथी मंजिल के ऊपर गुबंद बनकर तैयार हो चुका था। उड़ीसा से आए कारीगर भारत व गणेश उस पर सीमेंट से डिजाइनिंग कर रहे थे। जबकि डाइबर (22) नीचे से सामान पकड़ा रहा था। अचानक एक तेज धमाके के साथ सीमेंट-ईट से बना मंदिर का गुबंद नीचे आ गिरा। नीचे खड़ा डाइबर मलवे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि ऊपर काम कर रहे भारत और गणेश को भी चोटें आई।
इतफ़ाक से उस समय यह सब देख रहे सामने के मकान में रहने वाले लोगों ने शोर मचाकर अपनी लेबर और आस-पास के लोगों को वहाँ बुलाया। इस घर में रहने वाले प्रिंस की पत्नी गीता अरोड़ा ने बताया कि ऐसा लगा जैसे भूकम्प आ गया हो। धरती बुरी तरह से हिल गई थी। हादसे के बाद भागते हुए सभी लोग मंदिर की चौथी मंजिल पर पहुंचे व बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को प्राइवेट गाड़ियों में डाल कर अस्पताल ले जाया गया। जहां थोड़ी देर बाद डाइबर की मौत हो गई।
इस घटना का पता चलते ही फायर ब्रिगेड व पुलिस भी मौके पर पहुंची और अन्य लोग भी वहाँ पहुँचने शुरू हो गए। 
एडीसीपी-1 अमरीक सिंह पवार, एसएचओ डिवीजन नंबर 4 इंस्पेक्टर राम पाल पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। कुछ देर बाद फायर ब्रिगेड टीम भी मौके पर आ पहुंची। मगर संसाधनों की कमी के चलते वो बचाव कार्य नहीं कर सकी।
उड़ीसा से आए थे कारीगर
मंदिर प्रधान रवि नंदन ने बताया कि मंदिरों में गुंबद व सीमेंट की मूर्तियों का निर्माण कार्य स्पेशल डिजाइनिंग के ठेकेदार उड़ीसा निवासी रविदास को दिया गया है। वह 8 माह से मंदिर निर्माण का काम करवा रहा है। हर तरह के काम के लिए उसके पास अलग-अलग कारीगर हैं। इसलिए वह काम के अनुसार कारीगर बदल-बदल कर भेजता था। करीब 1 महीना पहले बन कर तैयार हो चुके 15 फुट ऊंचे गुबंद पर अब डिजाइनिंग का काम हो रहा था। हादसे का शिकार हुए कारीगर कुछ ही दिन पहले आए थे और मंदिर में ही रहते थे।
मामला तूल पकड़ते पकड़ते बचा
पीछे की गली में रहने वाले एक व्यक्ति महिंदर पाल ने कहा कि जिस जगह पर मंदिर बना है, कॉलोनी काटने वाले ने तो वास्तव में यह जगह पार्क के लिए निश्चित रखी थी। मगर बाद में धर्म के नाम पर वहां मंदिर बना दिया गया। वह अभी अपनी बात कर ही रहे थे कि वहां मौजूद विश्व हिंदू परिषद के रविंदर अरोड़ा व उनके साथी मंहिदर पर बिफर पड़े। एकाएक मामला इतना गरमा गया कि वहां मौजूद पुलिस को महिंदर पाल को वहां से अलग ले जाना पड़ा। अगर धर्म के नाम पर मामला बिगड़ जाता तो हालत और खराब हो सकती थी। 
पुलिस का कहना है कि ठेकेदार को जांच में शामिल किया जाएगा। मामले की जांच की जा रही है। इस जाँच में ठेकेदार को भी शामिल किया जाएगा। जांच के बाद बनती कार्रवाई भी की जाएगी। लेकिन फिलहाल इस संबंध में किसी के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया है। इस हादसे का पता चलते ही वहाँ अकाली दल के लोक सभा प्रत्याशी मनप्रीत सिंह अयाली भी और कांग्रेस के एम ऐल ए भारत भूषण आशू भी। 

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