Sunday, March 30, 2014

ऐसे राजनीतिज्ञों ने ही सरकारी ढांचा तबाह कर लोगों को गुलाम बनाया– फूल्का

Sun, Mar 30, 2014 at 10:09 PM

“आप” प्रत्याशी एडवोकेट फूल्का की शेरपुर में विशाल जनसभा
लुधियाना30 मार्च 2014: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):
हमारे लीडरों ने सारा सरकारी ढांचा खराब किया हुआ है और लीडरों की सिफारिश या परची के बगैर आम नागरिकों का किसी भी सरकारी विभाग में कोई भी काम नही होता | इस तरह इन लीडरों के द्धारा लोगों को अपने पीछे-पीछे घूमने के लिए मजबूर किया जाता है और हम इन लोगों को, इस तरह के राजनीतिज्ञों की गुलामी से आजाद करवाना चाहते हैं। इन बातों का उल्लेख आज आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार एडवोकेट हरविंदर सिंह फूल्का ने 100 फुटी रोड,, शेरपुर में अयोजित विशाल जनसभा में किया। हजारों की संख्या में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गुलाम बना कर रखने वाले इस सरकारी ढांचे में ईमानदार अधिकारिओं को किनारे लगा दिया जाता है और बेईमान अधिकारिओं को ऊँचे पदों पर बैठा किया जाता है, ताकि  वे खुद भी पैसे कमाएं, उन्हें भी दें और उनकी चापलूसी भी करें। उन्होंने कहा की “आप“ सरकारी ढांचे को पुनः बहाल करेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार के तीन मुख्य कर्तव्य होते हैं–सरकारी स्कूलों  के स्तर को ऊँचा करना, सरकारी स्वास्थ केन्द्रों की सेवाओं के स्तर को ऊँचा करना और आम लोगों को सुरक्षा प्रदान करना पर इन तीनों कर्तव्यों से सरकार अपना मुख मोड़ रही है। उन्होंने कहा कि  सरकारी स्कूलों के बच्चे पढाई में पीछे रहते जा रहे हैं, गरीब अपना इलाज नही करा सकते और पुलिस लोगों को छोड़ के राजनीतिज्ञों की सुरक्षा में लगी हुई है। उन्होंने कहा की राजनीतिज्ञ गुंडे इस लिए पालते हैं, भ्रष्टाचार के द्वारा पैसे इस लिए कमाते हैं क्यों कि वे सोचते हैं कि चुनाव गुंडागर्दी और पैसे के सहारे ही जीता जा सकता हैं, जबकि उन्हें यह ख्याल नही आता कि चुनाव लोगों के काम करके और लोगों की सेवा करके भी जीता जा सकता है। उन्होंने कहा की इस बार गलत तौर-तरीके अपनाने वाले इन भ्रष्ट राजनीतिज्ञों को चुनावों में लोग सबक सिखा कर यह बात साबित कर देंगे। श्री फूल्का ने बहुत बड़ी संख्या में पहुंचे मजदूर वर्ग से सम्बन्धी कानूनों को भी प्रभावशाली तरीके से लागु करवाने का भरोसा दिया। इस अवसर पर समूह कार्यकर्ताओं के आलावा केप्टन गुरविंदर सिंह कंग, कर्नल जे. एस. गिल, एडवोकेट प्रभ सहाय फूल्का और कई अन्य प्रमुख लोग भी उपस्थित थे। 

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