फूलका ने माना मीडिया को अपना जज
लुधियाना: 18 फरवरी 2014: (रेकटर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन):
लुधियाना से आम आदमी पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी हरविंदर सिंह फूलका ने पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने लुधियाना में एक पत्रकार सम्मेलन में कहा कि या तो सुखबीर अपने आरोप साबित करें या फिर गद्दी छोड़ दें। श्री फूलका ने इस मुद्दे को लेकर चार प्रमुख पत्रकारों को पत्र लिखने की भी घोषणा की है। इस विशेष पत्र में मांग की जा रही है वे इन आरोपों के संबंध में सुखबीर बादल से सबूतों की मांग करें और इसकी हकीकत अपने मीडिया के ज़रिये जनता के सामने लाएं।
हरविंदर सिंह फूलका एडवोकेट के पत्रकार सम्मेलन की वीडियो देखें
लुधियाना: 18 फरवरी 2014: (रेकटर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन):
लुधियाना से आम आदमी पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी हरविंदर सिंह फूलका ने पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने लुधियाना में एक पत्रकार सम्मेलन में कहा कि या तो सुखबीर अपने आरोप साबित करें या फिर गद्दी छोड़ दें। श्री फूलका ने इस मुद्दे को लेकर चार प्रमुख पत्रकारों को पत्र लिखने की भी घोषणा की है। इस विशेष पत्र में मांग की जा रही है वे इन आरोपों के संबंध में सुखबीर बादल से सबूतों की मांग करें और इसकी हकीकत अपने मीडिया के ज़रिये जनता के सामने लाएं।
हरविंदर सिंह फूलका एडवोकेट के पत्रकार सम्मेलन की वीडियो देखें
लुधियाना से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी
हरविंदर सिंह फूलका ने पंजाब के डिप्टी मनिस्टर अकाली दल के प्रधान सुखबीर
सिंह बादल को अड़े हाथों लेते हुए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। सुखबीर बादल के आरोपों को सिरे से ख़ारिज करते हुए उन्होंने कहा कि या तो सुखबीर एक
हफ्ते में इन आरपों को साबित करे या गद्दी और अकाली दल दोनों छोड़ दें।
आम तौर पर शांत रहने वाले वकील हरविंदर सिंह फूलका आज
बेहद गुस्से में भी थे और जज़बाती भी। उन्होंने सुखबीर बादल की और से
लगाये गए गए आरोपों को सिरे से ख़ारिज करते हुए सुखबीर बादल को एक सप्ताह का
अल्टीमेटम दिया। गौरतलब है कि सुखबीर सिंह बादल ने उन पर नवंबर-84 के केस
लड़ने के लिए मोटी फीसें लेने की बात कही है। श्री फूलका ने अखबारी बयानों
में लगे इन आरोपों को साबित करने के लिए सुखबीर बादल को एक हफ्ते का समय
दिया है। श्री फूलका ने स्प्ष्ट कहा कि उन्होंने नवम्बर-84 के केस लड़ने के लिए कोई फीस नहीं ली। क्यूंकी कि उन केसों को लड़ने की फीस लेना सिरे कि बेशर्मी होती।
अपने अल्टीमेटम में उन्होंने सुखबीर बादल से कहा कि अगर
मैं गलत साबित हुआ तो मैं सियासत और वकालत दोनों छोड़ दूंगा और अगर सुखबीर
गलत साबित हुए तो वह अपनी मंत्री की कुर्सी और अकाली दल दोनों छोड़ दें। श्री फूलका ने स्प्ष्ट कहा कि उन्होंने नवम्ब-84 के केस लड़ने के लिए कोई फीस नहीं ली।
अब देखना है कि सुखबीर बादल उनके अल्टीमेटम का क्या जवाब देते हैं।
No comments:
Post a Comment