Thursday, February 13, 2014

लुधियाना में धूम धड़ाके से शुरू हुई इंडो पाक प्रदर्शनी

लाखों की कीमत में एक एक आइटम 
लुधियाना: 13 फरवरी 2014: (रेकटर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन//कैमरा-हरजस):
आज यहाँ इंडो-पाक प्रदर्शनी  धूम धाम से शुरू हो गई। ज्वेलरी से लेकर किचन तक और सौंदर्य प्रसाधनों से लेकर बेडरूम तक की कई आइटमों ने अपना जलवा दिखाया। पांच दिनों तक चलने वाली इस प्रदर्शनी को लेकर जहाँ स्थानीय लोगों में उत्साहब है वहीँ दूर दराज से आये व्यापारियों को इस प्रदर्शनी से बहुत सी उमीदें हैं। घर और तन के सौंदर्य से लेकर दिल दिमाग और मन के स्कून की बहुत सी आइटमें यहाँ मौजूद हैं। 

सियासत की जंग और अंग्रेज़ों की चालों ने जिस सरज़मीन के कभी दो टुकड़े कर दिए थे वह आज यहाँ एक बार फिर एक हुई नज़र आई। आइये आज हम आपको लेकर चलते हैं इंडो पाक प्रदर्शनी में ---
यह नज़ारा है लुधियाना के एक बहुत ही पुराने जानेमाने होटल परिसर का जहाँ फिर से नज़र आएगा हिन्दोस्तान और पाकिस्तान का वही पुराना मेलजोल वही पुराना खानपीन। एक बार  तो यह महसूस होता है जैसे गुज़रा हुआ ज़माना फिर से लौट आया। इस प्रदर्शनी में लगे 100 से अधिक स्टाल केवल कारोबारी दुकानें नहीं बल्कि जज़बातों का एक सागर भी है जो दिलों से निकल कर नज़रों के सामने लहरा रहा है। किसी स्टाल पर ज्वेलरी है, किसी पर पर किचन में काम आने वाला सामान, किसी में आयुर्वेदिक दवाएं और हर्बल चीज़ें और किसी पर था बेहद आकर्षक फर्नीचर। हमने  कुछ विक्रेतायों से भी बात की। 
दूरदराज के इलाकों में अपने घर परिवार छोड़ कर रोज़ी रोटी कमाने आये इन लोगों ने अगर विशुद्ध कारोबारी युग में भी जज़बात नहीं छोड़े तो तो यहाँ के लोगों ने भी उनका स्वागत बेहद गर्मजोशी से किया। यहाँ के लोग भी इतना उत्साहित थे कि प्रदर्शनी के औपचारिक उद्धघाटन से पूर्व ही स्टालों पर पहुंच गए। कोई अपनी पसंद का सामान देख रहा था और कोई अपनी पसंद का। दिन निकलने के साथ साथ स्टाल भी सज रहे थे और भीड़ भी बढ़ रही थी। यहाँ 150 रुपयों से लेकर डेढ़ लाख रुपयों तक सामन मौजूद था जो साबित कर रहा है दूर से आये इन व्यापारियों को यहाँ के लोग कितने अमीर और समृद्ध् लगते हैं।  हमने यहाँ आये  कुछ खरीदारों से भी बात की। 
अब देखना है कि पांच दिनों तक चलने वाली इस प्रदर्शनी से दोनों देशों के आपसी व्यापारिक संबंध कितने मज़बूत होते हैं और लोगों के दूर होते दिल और कितना पास आते हैं।
भारत और पाकिस्तान की दोस्ती को मजबूत करने के लिए तीसरे इंडो पाक अंतर्राष्ट्रीय एक्सपो की शुरुआत वास्तव में नफरत की उस ज़हरीली हवा के विपरीत चलने का एक हिम्मतवर प्रयास हैंजिसके अंतर्गत फिर से दोनों तरफ दोस्ती और मोहब्ब्त का माहौल बनाया जा रहा है।   जयपुर से लेकर लाहौर से आए एग्जीबिटर्स ने 150 के करीब दिलकश स्टॉल्स लगाये। पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित इस पांच दिवसीय एक्सपो में सूट, लहंगे, सजावट, टैक्सटाइल, घरेलू सामान की प्रदर्शनी लगाई गई। यहाँ साज सज्जा और खानेपीने का भी विशेष इंतज़ाम है।
इस यादगारी एक्सपो की शुरुआत मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार महेशइंद्र सिंह ग्रेवाल ने की। पाकिस्तान वल्र्ड ट्रेड एंड एक्सपो सेंटर के सीईओ खुर्शीद बरलास ने कहा कि इस एक्सपो से दो देशों का मिलन हो गया है। इसके साथ ही उन्होंने दोनों देशों के भी एक होने की अपनी ख्वाहिश को व्यक्त किया। लाहौर, रावलपिंडी, इस्लामाबाद, पेशावर, मुल्तान के पाकिस्तानी व्यापारियों ने घरेलू सामान, टैक्सटाइल, मॉर्बल का सामान प्रदर्शित किया है। इसी के साथ ही काबुल के ड्राई फ्रूट भी इस प्रदर्शनी में शामिल किए गए हैं। सूफी गायकी से भी सभी का मनोरंजन इस एक्सपो में किया जा रहा है। पीएचडी चैम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के क्षेत्रीय डायरेक्टर दलीप शर्मा ने कहा कि इस पांच दिवसीय एक्सपो में दोनों देशों के बेहतरीन कारीगर अपनी हस्तकला लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाएगी। 
मेन हाल के अंदर दाखिल होते ही एथनिक स्टाइल की घडिय़ां देखने लायक हैं। इनमें सेकंड तक का वक़त आसानी से पता चलता है। इंडो-पाक एक्सपो में दिल्ली से आए मेडिईवल इंडिया के समीर बख्शी ने बताया कि एथनिक स्टाइल की घडिय़ां यहां भी लोगों की ध्यान काफी खिंच रही हैं। उन्होंने इन घड़ियों की खूबियां भी। हैंडीक्राफ्ट  कला के अंतर्गत इन घडिय़ों के हर पीस को अलग स्टाइल से बनाया जाता है। यहां वे सबसे बड़ी पांच फुट की घड़ी लेकर आए हैं। पहली बार लुधियाना आए समीर के अनुसार इन घडिय़ों को लकड़ी, ब्रास, मदर ऑफ पर्ल से बनाया गया है। इन्हें देखते ही व्यक्ति आज के युग को छोड़े 
बिना किसी प्राचीन तलिस्मी युग में पहुँच जाता है।
इस पदर्शनी में भगवान बुद्ध की प्रतिमा आकर्षण का विशेष केंद्र बनी हुई है। गाजियाबाद से पहली बार लुधियाना पहुंची स्वाति इस प्रदर्शनी में छह फुट के भगवान बुद्ध की प्रतिमा भी लेकर आई हैं। स्वाती से मुलाकात अलग से दी जा रही है। 

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