Thursday, February 13, 2014

डाक विभाग में भी रही मुक्मल हड़ताल

डाक विभाग की यह हड़ताल भी पूरी तरह कामयाब रही
हड़ताल के चलते  दूसरे दिन भी कामकाज ठप्प
लुधियाना: 13 फरवरी 2014: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):
बैंकों के बाद डाक विभाग की हड़ताल ने व्यापार और कारोबार की नींव तक हिला दी। इन दो विभागों की बारी बारी से हुयी लगातार हड़ताल ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा और लोगों को बताया कि हम इस हड़ताल के लिए मजबूर क्यूँ हुए। जो दृश्य आप देख रहे हैं वे लुधियाना के केंद्रीय डाकघर माता रानी चोंक के सामने का है। यहाँ दोनों दिन जम कर नारेबाज़ी हुई। जोशीली नारेबाज़ी में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी जमकर निशाना बनाया गया।
बैंक मुलाज़िमों की दो दिवसीय हड़ताल के  डाक विभाग की दो दिवसीय हड़ताल ने कामकाज ठप्प कर दिया।डाक विभाग के कर्मचारियों की अपनी मांगों के सम्बन्ध में चल रही देश व्यापी हड़ताल के दूसरे दिन भी डाक घरों में कोई काम काज नहीं हुआ.। विभाग के कर्मचारी डाक घर के गेट पर धरना प्रदर्शन करते रहे और काम करवाने आए लोगों को बुरी तरह से निराश हो कर लौटना पड़ा.। भारत नगर चौंक स्थित मुख्य डाक घर के बाहर जहाँ कर्मचारी धरने पर बैठे रहे वहीं माता रानी चौंक स्थित केंद्री डाक घर के बाहर भी धरना प्रदर्शन चलता रहा। प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे और मांग कर रहे थे कि उनकी पिछले लम्बे समय से लंबित पडी माँगों को अबिलम्ब पूरा किया जाए.।
नेशनल यूनियन पोस्टमैन व ग्रुप डीएमटीएस पंजाब के सर्कल सचिव सुरिंदर सेठी ने कहा कि सरकार ने जो संगठन से मांगों को मानने का वायदा किया था से मुकर रही है जिस कारण कर्मचारियों में रोष व्याप्त है.। यदि सरकार ने कर्मचारियों की मांगों पर शीघ्र ध्यान नहीं दिया तो राष्ट्रीय स्तर के यूनियन पदाधिकारियों द्वारा अगली रणनीति तैयार की जाएगी और उससे निकलने वाले दुष्परिणामों की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की होगी।राम लाल डिवीजन सचिव,कमिकर सिंह व जोगिंदर ने मांगों को दोहराते हुए कहा कि सरकार द्वारा नित्य प्रति दिन महंगाई तो बढ़ाई जा रही है परन्तु मुलाजिमों के हितों में योजनाएँ बनाने की बजाय कर्मचारी विरोधी नीति अपनाई जा रही है।उन्होंने कहा कि ड्यूटी पर कर्मचारी की मौत हो जाने पर उसके परिवार
के एक सदस्य को नौकरी,ठेकेदारी प्रथा को बंद किया जाए,ग्रामीण डाक सेवकों को स्थाई करते हुए सरकारी कर्मचारी का दर्जा प्रदान कर पैंशन सहित अन्य लाभ भी दिए जाएँ। जो स्क्रीनिंग कमेटी की सिफारिश पर कई पदों को ख़त्म किया जा रहा है वो  मुलाजिमों के साथ धोखा है। इस अवसर पर गुरदीप सिंह,बिक्रमजीत सिंह,गुरमीत सिंह,मनवीर सिंह,राम किशोर,राजविंद्र सिंह,हरमेश,रघवीर चंद,सीमाए चंद,जोगिंदर कुमार,रमेश कुमार,मीनाक्षी,नेहा,बनीता,कनिका,बलविंदर कौर,नीलम सूद,मोनिका आदि शामिल थे।




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