Tuesday, December 31, 2013

AAP: सितारों से आगे जहां और भी हैं; अभी इश्क़ के इम्तहां और भी हैं !


AAP के इरादे अब और आगे 
दिल्ली में आप की जीत के बाद उन सब को भी आशा की एक किरण दिखाई देने लगी है जो समझने लगे थे कि अब इस देश में बदलाव की आशा करनी  है क्यूंकि यह हो ही नहीं सकता।  अब वे लोग भी उत्साह में है जो कांग्रेस और भाजपा दोनों से निराश थे। उन्हें अब तीसरा बदल दिखायी देने लगा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर भी एक नया उत्साह है। 
संतोष यादव 
Santosh Yadav नयी सरकार की तेज़ रफ्तारी का हवाला देते हुए वह लिखते हैंआम आदमी पार्टी की सरकार बनने के चौबीस घंटो के भीतर उठाये गए कुछ कदम ...

• सभी सरकारी गाड़ियों से लाल बत्ती और सभी अफसरों व मंत्रियों से सुरक्षा वापस.
• सभी मंत्रियों ने समस्या जानने के लिए की जनसभाएं.
• मानसरोवर पार्क से विस्थापित लोगों को मिले राहत शिविर और गर्म कपडे.
• सोनिया विहार से देवली तक पानी की लाइन डालने का काम शुरू.
• सचिवालय में जनता संवाद के लिए खोला गया गेट.
• शराब माफियाओं के हमले में शहीद दिल्ली पुलिस के जवान को एक करोड़ रुपये का मुआवजा.
• हाथ में ग्लूकोज़ ड्रिप चढ़ी होने के वावजूद मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने ली जल बोर्ड के अधिकारीयों की मीटिंग.
• दिल्ली में पानी की दरों में बड़ी कटौती हर परिवार को महीने में 20,000 लीटर पानी मुफ्त मिलेगा.
महफूज़ आलम 
• स्वस्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन ने किया अस्पतालों का दौरा और अधिकारीयों को सुधार के लिए निर्देशित किया.
• महिला कल्याण मंत्री राखी बिडला ने पूरी रात दिल्ली की सड़कों पर महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था के मूल्यांकन में बिताई.
• शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने टीचरों की परीक्षा का परचा लीक होने पर की परीक्षा निरस्त
• परिवहन विभाग ने की दिल्ली में पांच हजार तक ऑटोरिक्क्षाओं को लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया शुरू की.
है किसी सरकार का ऐसा रिकॉर्ड...?
इसी तरह महफूज़ आलम Mahfooz Alam लिखते हैं---कमाल जनता है मेरे देश की जब आन्दोलन कर रहे थे तो कहने लगे अनशन आन्दोलन से कुछ नही होगा पार्टी बनाइये चुनाव लड़िये! चुनाव लड़ने लगे तो कहने लगे, नौसिखिये हैं, बुरी तरह हारेंगे! चुनाव जीत गये तो कहते हैं, सत्ता के भूखे हैं! सत्ता छोड़ के विपक्ष मे बैठने लगे तो कहते हैं, के जनता को किये वादे पूरे नहीं कर सकते इसलिये डर गये! जनता को किये वादे पूरे करने के लिये सरकार बनाने लगे तो कहते हैं के जनता को धोखा दे कर कांग्रेस से हाथ मिला लिया! जनता से पूछने गये की क्या कांग्रेस से समर्थन लेके सरकार सरकार बना सकते हैं, तो कहते है की क्या हर काम अब जनता से पूछ के होगा! मेरे भाई आखिर चाहते क्या हो? इतने सवाल 50 सालों मे कांग्रेस भाजपा से कर लेते तो आज आम आदमी पार्टी की ज़ुरूरत ही नही पैदा होती!.........
Syadwad YuvaClub जली को आग कहते हैं , भुजी को राख कहते हैं ! जिसने दिल्ली को बदला , उसे "अरविन्द केजरीवाल" कहते हैं !!!
जय हिन्द !वंदे मातरम्!! 
सुनील तेलंग 
योगेश 
दीप उम्मीदों के जलते जा रहे हैं 
रुख हवाओं के बदलते जा रहे हैं 

आ गया है राज अब आम आदमी का
गर्दिशों के साये ढलते जा रहे हैं

अपनी ज़िद में राज सिंहासन लुटा के 
कुछ सयाने हाथ मलते जा रहे हैं 

मच गया हड़कम्प भ्रष्टाचारियों में 
तिकड़मों के दौर चलते जा रहे हैं 

आयेगा स्वराज देखेगा ज़माना 
ख्वाब अब आँखों में पलते जा रहे हैं 
आम आदमी पार्टी ने जहाँ महाराष्ट्र और राजस्थान में भी अपनी सरगर्मियां तेज़ कर दी हैं वहीँ सोशल मीडिया पर भी पकड़ बढ़ा दी है।  सोशलं   मीडिया पर केवल समर्थन ही नहीं विरोध भी बिना किसी रोकटोक के प्रकाशित हो रहा है। Yogesh Delhite अरविन्द केजरीवाल I.I.T. पास हैं, जबकि गोवा के भाजपा के मुख्यमंत्री मनोहर परिकर भी I.I.T. पास हैं..!" . "केजरीवाल सुरक्षा नहीं लेने की बात करते हैं, जबकि गोवा के मुख्यमंत्री ने पहले से ही सुरक्षा नहीं ले रखी है..!" . "केजरीवाल CM की गाडी पर लालबती नहीं लगाने की बात करते हैं, जबकि गोवा के CM आज भी खुद की स्कूटी से विधानसभा जाते हैं..!" . "केजरीवाल की पत्नी लालबत्ती की गाडी में ऑफिस जाती हैं, जबकि गोवा के CM की पत्नी आज भी रिक्शे में बैठकर बाजार से सामान लेने जाती है..!" . "लेकिन वो नौटंकी नहीं करते..!" . "वन्दे-मातरम्"

एक मार्च से घर-घर जाकर वोट फार मोदी कैंपेन चलाएंगे-बाबा रामदेव

Tue, Dec 31, 2013 at 1:58 PM
कहा-लोगों को पानी मुफ्त देना सरकार का दायित्व
केजरीवाल ने नया क्या किया
अमृतसर: 31 दिसंबर 2013 : (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): 
देश में भ्रष्टाचार समाप्त करने और विदेशी बैंकों में जमा काले धन को वापस लाने के मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार से टक्कर लेने वाले योग गुरु बाबा रामदेव ने स्पष्ट किया है, कि इस समय देश को नरिंदर मोदी जैसे दिग्गज नेता की जरूरत है, जो लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन देने में समर्थ हैं। वह आज अमृतसर पहुंचे थे। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा, कि 2014 में देवत्व की स्थापना के साथ-साथ अन्य मुद्दों पर भी उनका आंदोलन जारी रहेगा। अपने आंदोलन के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, कि एक मार्च से वह और उनके कार्यकर्ता पूरे देश में घर-घर जाकर वोट फार मोदी और भ्रष्टाचार समेत अन्य मुद्दों के खिलाफ वोट करने के लिए लोगों से अपील करेंगे। इसके अलावा 23 मार्च को शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में वह दिल्ली में एक बहुत बड़ा योग कैंप लगा रहे हैं, जिसमें एकसाथ पूरे देश में करीब दस करोड़ लोग एकसाथ योगाभ्यास करेंगे।
   नरिंदर मोदी के प्रचारक के रूप में बाबा रामदेव के आगे आने के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, कि वह नरिंदर मोदी के प्रचारक नहीं है। बल्कि वह इसलिए उनका साथ दे रहे हैं, क्योंकि नरिंदर मोदी और उनके मुद्दे एकसमान है। इसलिए वह नरिंदर मोदी का प्रचार करने में जुटे हुए हैं। आम आदमी पार्टी की ओर से सत्ता में आते ही लोगों को मुफ्त पानी जैसी सुविधा दिए जाने के बारे में बाबा रामदेव ने कहा, कि इसमें केजरीवाल ने नया क्या किया। उन्होंने कहा, कि पहले आम आदमी पार्टी को अपनी विचार धारा स्पष्ट करनी होगी कि उनकी विचारधारा वामपंथी है या कुछ और। दिल्ली में नरिंदर मोदी के जादू के फेल होने के बारे में बाबा रामदेव ने कहा, यदि वहां मोदी फैक्टर नहीं चला होता, तो भाजपा की हालत कांग्रेस से भी बदत्तर होती।

Monday, December 30, 2013

रूस: भयानक धमाके के बाद वोल्गाग्राद में तीन दिनों का शोक घोषित

स्टेशन के अंदर जा कर धमाका करना चाहती थी आत्मघाती महिला 
                                         © Screenshot: YouTube
मास्को: रेडियो रूस ने रूस  धमाके की पुष्टि की है रविवार को वोल्गाग्राद के रेलवे स्टेशन पर एक आत्मघाती महिला द्वारा किए गए धमाके में 14 व्यक्तियों की मृत्यु होने और 34 व्यक्तियों के घायल होने के बाद पूरे शहर में भय और शोक का माहौल है। वोल्गाग्राद प्रदेश के गवर्नर सेर्गेउ बोझेनफ़ ने यह बात कही।
सेर्गेय बोझेनफ़ ने बताया कि गम्भीर रूप से घायल हुए व्यक्तियों को हवाई जहाज़ से मास्को ले जाने की तैयारियां की जा रही हैं ताकि उनका भलीभाँति इलाज किया जा सके।
रेलवे जंक्शन के प्रवेश द्वार के पास लगे मेटल डिटेक्टर के पास जमा सुरक्षाकर्मियों और वहाँ जमा हुई भीड़ में यह आतंकवादी महिला भी शामिल थी। जब उस महिला ने यह देखा कि वह मेटल-डिटेक्टर से गुज़रकर स्टेशन की बिल्डिंग के भीतर नहीं जा पाएगी तो उसने वहीं अपने शरीर पर लगे बम में विस्फोट कर दिया। बिल्डिंग का मेन गेट पूरी तरह से टूट गया है। कुछ समय के लिए रेलगाड़ियों को वोल्गाग्राद के निकटवर्ती रेलवे स्टेशनों से चलाया जाएगा।
रूस के राष्ट्रपति व्लदीमिर पूतिन ने गृह-मन्त्रालय और सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ बैठक की है और उन्हें सुरक्षा के कड़े क़दम उठाने के निर्देश दिए हैं।
इसी बीच आत्मघाती महिला हमलावर को पहचान लिया गया है। वोल्गाग्राद की आत्मघाती महिला पहचानी गई इस शीर्षक से रेडियो रूस ने अपनी एक खबर में बताया है-बताया है कि रक्षा-बलों के एक स्रोत ने ‘रिया नोवोस्ती’ एजेंसी को बताया है कि जिस महिला ने रविवार को वोल्गाग्राद में आत्मघाती विस्फोट किया है उसे पहचान लिया गया है| वोल्गाग्राद के रेलवे स्टेशन पर विस्फोट दिन के पौने एक बजे हुआ। 
अंतिम समाचार के अनुसार 14 लोग मारे गए हैं और दसियों लोग घायल हुए हैं| “एक अनुमान यह है कि यह आतंकी हमला दागिस्तान की निवासिन ओक्साना अर्सलानोवा ने किया हो सकता है, लेकिन इस खबर की पुष्टि की आवश्यकता है,” स्रोत ने कहा है| इस स्रोत के अनुसार वह लड़ाकों के एक गिरोह के नेता की पत्नी थी जिसकी एक विशेष ऑपरेशन में हत्या हो गई थी| पहले पति की हत्या के बाद उसका विवाह कई दूसरे लड़ाकों से भी हुआ। 
वोल्गाग्राद के इस आतंकी हमले में मारे गए लोगों में से नौ की शिनाख्त हो चुकी है जिनमें छह पुरुष और तीन महिलाएं हैं।
                                                     Photo:RIA Novosti
इस धमाके की निंदा और मरने वालों के परिवारों से संवेदना का सिलसिला जारी है। रेडियो रूस ने अपनी एक और खबर में बताया कि पूतिन ने प्रकट की गहरी संवेदना रेडियो के मुताबिक रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पूतिन ने वोल्गाग्रद में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के स्वजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है, उनके प्रेस सचिव दमित्री पेस्कोव ने बताया है| उनके शब्दों में राष्ट्रपति ने सभी घायलों से सहानुभूति जताते हुए उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की है|
रूस में अमरीका के राजदूत माइकल मैकफोल, नाटो के महासचिव आंद्रेस फोग रासमुस्सेन, यूक्रेन के विदेश मंत्री लेओनिद कोझारा, यूरोपीय संसद-सभा के अध्यक्ष जान-क्लोद मिन्यों, रूस की मुफ्ती परिषद, रूस के यहूदी समुदायों के संघ के अध्यक्ष अलेक्सांद्र बोरोदा, यूरोपीय आयोग के प्रधान जोसे मनुएल बर्रोजु – इन सबने मृतकों के परिवारों से संवेदना प्रकट की है|
रूस के गृह मंत्रालय की विज्ञप्ति में इस आतंकी हमले में मारे गए पुलिस कर्मी दमित्री माकोव्किन के परिवार और निकट सम्बन्धियों से संवेदना दर्शाते हुए कहा गया है कि “दमित्री माकोव्किन ने अपना दायित्व निभाते हुए आम नागरिकों की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी| उनके कौशलमय कदमों की बदौलत अधिक गंभीर परिणामों से बचा जा सका, अनेक लोगों की जान उनकी कार्रवाइयों की बदौलत बच गई”| वोल्गोग्राद पुलिस विभाग के सीनियर सार्जेंट दमित्री माकोव्किन ने संदिग्ध आतंकी महिला को तब देखा जब वह स्टेशन के प्रवेश द्वार से थोड़ी दूर थी| उनका ध्यान इस बात की ओर गया कि वह सहमी-सहमी सी इधर-उधर देख रही है| “वह इस संदिग्ध महिला का रास्ता काटते हुए आगे बढ़े ताकि उसके पहचान-पत्र की जाँच कर सकें| वह उससे कुछ ही कदम दूर थे जब विस्फोट हुआ, जिसमें उनके प्राण जाते रहे,” विज्ञप्ति में कहा गया है|

Sunday, December 29, 2013

वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित राज्‍यों में सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर चर्चा

28-दिसंबर-2013 20:48 IST
यौन उत्‍पीड़न मामलों में तीव्र गति से न्‍याय और कठोर दण्‍ड की व्‍यवस्‍था के लिए कानून
उत्‍तराखंड के पीडितों के पुनर्वास और राहत की व्‍यवस्‍था
राज्‍य पुलिस बलों के आधुनिकीकरण पर विशेष जोर

वार्षांत समीक्षा 2013
     वर्ष 2013 में भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने सुरक्षा, कानून और व्यवस्था, आपदा प्रबंधन, पुलिस आधुनिकीकरण, सीमा प्रबंधन और अन्य विषयों से संबंधित मुद्दों से निपटने की चुनौतियों का सामना कि‍या। इसके अलावा राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ और कानून और व्यवस्था के साथ-साथ नक्सली प्रबंधन से संबंधित विषयों पर राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशकों- डीजीपी के साथ महत्वपूर्ण परामर्श बैठकों का भी आयोजन किया गया। आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम 2013, क्राइम एण्ड क्रीमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क एण्ड सिस्टग्‍स- सीसीटीएनएस, गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967, को सुदृढ़ करना भी इस साल के अन्य महत्वपूर्ण कार्य रहे।
    नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 15 अप्रैल 2013 को आयोजित मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में, दूसरे प्रसाशनिक सुधार आयोग की पाचवीं रिपोर्ट की सिफारिशों पर विचार-विमर्श किया गया। 05 जून 2013 को आयोजित मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन के दौरान, केन्द्रीय गृहमंत्री श्री सुशील कुमार शिंदे ने आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्‍तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों, पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री और झारखण्ड के राज्यपाल के साथ अलग-अलग बैठकें कर वामपंथी उग्रवाद से ग्रस्‍त राज्यों में सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर बातचीत की।
           2013 में जम्मू-कश्मीर में विशेष औद्योगिक पहल- 'उड़ान' कार्यक्रम की शुरूआत की गई। भारत और बंग्लादेश के बीच आपसी और बहुपक्षीय क्षेत्रों सहित संशोधित यात्रा प्रबंधनों के बारे में भी बातचीत की गई। नई दिल्ली में भारत और अमेरीका के आंतरि‍क सुरक्षा विभाग के बीच आपसी विचार-विमर्श और 33वां एशि‍या-प्रशांत सुधारात्‍मक प्रशासक सम्‍मेलन-एपीसीसीए इस वर्ष की अत्‍यंत महत्वपूर्ण घटननाएं रही।
गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 को सशक्त बनाने की पहल
           संसद द्वारा पारि‍त गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) संशोधन अधिनियम, 2012 इस साल पहली फरवरी से अस्‍ति‍त्‍व में आ गया। इस कानून के दायरे में आतंकी गतिविधियां, देश के समक्ष आर्थिक सुरक्षा को उत्पन्न खतरे और जाली भारतीय करेंसी से नोटों का उत्पादन, तस्करी और इसका वितरण आते हैं। गैर-कानूनी गतिविधियों में शामिल कंपनियों, सोसाइटियों, ट्रस्टों को इसके दायरे में लाया गया। कि‍सी संगठन को प्रति‍बंधि‍त करने का समय 2 साल से बढ़ाकर 5 साल करने का प्रावधान कि‍या गया है।
आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम-2013
     उच्चतम न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति जे.एस.वर्मा की अध्यक्षता में 23 दिसम्बर 2012 को एक समिति का गठन किया गया। इस समिति को शीध्र न्याय दिलाने के वास्ते कानूनों में संशोधन और दुष्कर्म से संबंधित मामलों में अपराधियों की सजा को बढ़ाने के लिए सिफारिशें देने को कहा गया था। 23 जनवरी 2013 को पेश अपनी रिपोर्ट में जस्टिस वर्मा कमेटी ने आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम 2012 के अधिकतर प्रावधानों पर अपनी सहमति व्यक्त की। सरकार, पीड़ित महिलाओं से संबंधित आपराधिक कानून में तत्काल संशोधन करने की इच्छुक थी। सरकार ने आपराधिक कानून (संशोधन) अध्यादेश-2013 को 03 फरवरी 2013 को लागू किया। बजट सत्र में, आपराधिक कानून (संशोधन) वि‍धेयक-2013 को लोकसभा ने 19 मार्च 2013 को, और राज्यसभा ने इसे 21 मार्च 2013 को पारित कर दिया। राष्ट्रपति ने 02 अप्रैल 2013 को इस पर अपनी सहमति दी।
     महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों से सख्ती से निपटने के लिए भारतीय दण्ड संहिता-आईपीसी, अपराध प्रक्रिया संहिता-सीआरपीसी और भारतीय साक्ष्य कानून-(इंडियन एविडेंस एक्ट) में व्‍यापक संशोधन किये गये। दुष्कर्म पीड़िता की हालत चिंताजनक होने या उसकी मृत्यु होने की अवस्था में अपराधी को मृत्युदण्ड देने तक का प्रावधान किया गया है। किसी पर तेजाब से पहली बार हमला करने, मानव तस्करी, घूरने, पीछा करने जैसे गंभीर आपराधिक मामलों में कड़ी सजा देने का प्रावधान किया गया है। दुष्कर्म की शिकार और तेजाब के हमले से पीड़ित का इलाज न करने वाले अस्पतालों (सरकारी/निजी) के खिलाफ भी दण्ड का प्रावधान किया गया है। ऐसे मामलों में पुलिस को भी जवाबदेह बनाया गया है। पुलिस द्वारा किसी भी कानून का पालन न करने (जैसे एफआईआर दर्ज न करने) को भी दण्डनीय माना गया है। जांच प्रक्रिया और अदालती सुनवाई के दौरान, पीड़ित महिला को उत्पीड़न और शोषण से सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त प्रावधान किये गये हैं।
आंतरिक सुरक्षा
   देश को इस साल भी आतंकी गतिविधियों का भी सामना करना पड़ा है। इस साल तीन बम विस्फोटों की घटनाएं हुई। बम विस्फोट की पहली घटना हैदराबाद में हुई जिसमें 17 लोग मारे गये। बंगलौर में बम विस्फोट की दूसरी और बोध गया में तीसरी घटना में संयोग से कोई भी हताहत नहीं हुआ। बोध गया परिसर की सुरक्षा का जिम्मा केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल-सीआईएसएफ को सौंपे जाने के बिहार सरकार के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने अपनी सहमति व्यक्त की। इस साल की इस प्रकार की कुछ अन्य घटनाओं में, जांच एजेंसियों को अपराधी की पहचान सुनिश्चित करने, घटना को अंजाम देने वालों को गिरफ्तार करने में सफलता मि‍ली और अन्य मामलों में जांच जारी है। सरकार, नागरिकों की सुरक्षा और रक्षा के प्रति वचनबद्ध है। यासीन भटकल, टुंडा और हद्दी की गिरफ्तारी और हाल ही के बम विस्फोटों की गुत्थियों को सुलझाना, ऐसी घटनाओं से निपटने में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
जून 2013 की उत्तराखण्ड आपदा
   उत्तराखण्ड को 16-17 जून 2013 को तेज बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की भीषण प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ा। इससे उत्तराखण्ड के सभी 13 जिले प्रभावित हुए। प्राकृति‍क-आपदा इतनी भीषण थी कि 580 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी और 4473 लोग घायल हुए। इसके अलावा 5526 से ज्यादा लोग लापता हैं। व्यापक बचाव अभियान के दौरान, एक लाख 10 हजार लोगों को बचा लिया गया। 20 जून 2013 को राज्य आपदा सहायता कोष- एसडीआरएफ से राज्य सरकार को 145 करोड़ रुपये जारी किये गये। इसके साथ ही, 19 जुलाई 2013 को राष्ट्रीय आपदा सहायता कोष- एनडीआरएफ से अग्रिम तौर पर 250 करोड़ रुपये जारी किए गये। प्रधानमंत्री ने भी प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक के निकट संबंधी को 2 लाख रुपये और प्रत्येक घायल को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
राज्य पुलिस बलों का आधुनिकीकरण
   राज्य पुलिस बलों की आधुनिकीकरण योजना को वित्तीय वर्ष 2012-13 से 2016-17 तक की पंचवर्षीय अवधि के लिए विस्तारि‍त किया गया है। इसमें गैर-योजना और योजना मद में खर्च के लि‍ए धन दि‍ए जाएंगे। गैर-योजना मद में पुलिस बलों को एक जगह से दूसरी जगह लाने और ले जाने के लिए (मोबिलीटी), हथि‍यार, उपकरणों, प्रशि‍क्षण के साजो-सामान, अपराध अनुसंधान उपकरण आदि‍ पर खर्च कि‍या जाएगा। जबकि‍ योजना बजट के अंतर्गत, पुलि‍स थानों/चौकि‍यों के नि‍र्माण/आधुनि‍कीकरण पुलि‍स लाईनों, पुलि‍स के लि‍ए आवासीय परि‍सरों, अपराध अनुसंधान प्रयोगशालाओं और प्रशि‍क्षण के लि‍ए बुनि‍यादी सुवि‍धाओं और भवन नि‍र्माण में कोष का इस्‍तेमाल कि‍‍या जाएगा।
     योजना के तहत 12वीं योजना अवधि (2012-13 से 2016-17) के दौरान, गैर-योजनागत  खर्च के लि‍ए 8195.53 करोड़ रूपए जबकि‍ योजनागत खर्च के लि‍ए 3750.87 करोड़ रूपए आवंटि‍त कि‍ए गए हैं। मौजूदा वर्ष में पुलि‍स आधुनि‍कीकरण योजना के वास्‍ते गैर-योजनागत मद में 750 करोड़ रूपए जबकि‍ योजनागत मद में 1097 करोड़ रूपए व्‍यव का प्रावधान कि‍या गया। छ: शहरों- अहमदाबाद, मुम्‍बई, चैन्‍नई, हैदराबाद, कोलकाता और बंगलुरू में मेगा सि‍टी पुलि‍सिंग की स्‍वीकृति‍ दी गई है।
अपराध और आपराधी की पहचान और नि‍गाह रखने के लि‍ए‍ नेटवर्क और प्रणाली (सीसीटीएनएस)
     अपराध और आपराधी की पहचान और उन पर नि‍गाह रखने के लि‍ए‍ नेटवर्क और प्रणाली-सीसीटीएनएस अभि‍यान प्रणाली योजना 2009 में मंजूर की गई थी। इसके लि‍ए 2009-12 के दौरान, शत-प्रति‍शत केंद्र प्रायोजि‍त योजना में 2000 करोड़ रूपए खर्च कि‍ए जाने का प्रावधान था। इस योजना का वि‍स्‍तार अब 31 मार्च 2015 तक के लि‍ए कि‍या गया है। सीसीटीएनएस की पायलट परि‍योजना की शुरूआत 04 जनवरी 2013 को की गई। यह 25 राज्‍यों/केंद्रशासि‍त प्रदेशों में लगभग 2000 सीसीटीएनएस केंद्रों को जोड़ेगी। इस योजना को लागू करने का काम तेजी पर है। वि‍भि‍न्‍न राज्‍यों/केंद्रशासि‍त प्रदेशों के सि‍स्‍टम इंटरग्रेटरों के साथ अनुबंध पर हस्‍ताक्षर कि‍ए गए हैं।
'उड़ान'- जम्‍मू-कश्‍मीर के लि‍ए वि‍शेष औद्योगि‍क पहल (एसआईआई)
गृह मंत्रालय ने जम्‍मू और कश्मीर के लि‍ए 'उड़ान' के नाम वाली विशेष औद्योगि‍क पहल की योजना शुरू की है। ये कॉरपोरेट ऑफ इंडि‍या (भारतीय उद्योग जगत) और गृह मंत्रालय के बीच भागीदारी पर आधारि‍त है। इसे राष्‍ट्रीय कौशल वि‍कास नि‍गम- एनएसडीसी के जरि‍ए क्रि‍यान्‍वि‍त कि‍या जा रहा है। इसमें अगली पंचवर्षीय योजना के दौरान, राज्‍य के 54 हजार से अधि‍क युवाओं को एनएसडीसी के सहयोग से लगभग 35 अग्रणी कॉरपोरेट प्रशि‍क्षि‍त करेंगे। 'उड़ान' के भागीदारों में सार्वजनि‍क क्षेत्र की अग्रणी इकाईयां जैसे एनटीपीसी, बीएचईएल, बीएसएनएल, ओएनजीसी, एचएएल, केनरा बैंक और नि‍जी संगठन जैसे वि‍प्रो, टीसीएस, एचसीएल टैक्‍नोलॉजीस्, इंफोसि‍स, बजाज एलाइंज्, सीएमसी, कोगनीजेंट, येस बैंक, फ्यूचर लर्निंग, आईएल एण्‍ड एफएस, सीआईआई, एडूस्‍पोर्टस, रेलीगेयर, एक्‍सेंचर, टाटा मोटर्स आदि‍ शामि‍ल हैं।
भारत और बंग्‍लादेश के बीच संशोधि‍त यात्रा प्रबंधन-आरटीए
     भारत और बंग्‍लादेश के बीच मौजूदा वीजा नि‍यमों को उदार बनाने के उद्देश्‍य से दोनों देशों के बीच संशोधि‍त यात्रा प्रबंधनों-आरटीए पर ढ़ाका में 28 जनवरी 2013 को हस्‍ताक्षर कि‍ए गए। दोनों देशों में इस बात पर सहमति‍ बनी कि‍ राजनयि‍क और अधि‍कारि‍क पासपोर्ट धारक एक-दूसरे के मुल्‍कों में बि‍ना वीजा के 45 दि‍नों तक ठहर सकते हैं। कि‍सी तीसरे देश की यात्रा करने के लि‍ए वीजा का अनुरोध करने वाले बंग्‍लादेशी नागरि‍कों को दि‍ए जाने वाले डबल एंट्री वीजा की अधि‍कतम समय-सीमा तीन महीनें स्‍वीकार की गई है। ये सुवि‍धा ऐसे प्रतिनि‍धि‍ मि‍शनों के लि‍ए है जो भारत से बंग्‍लादेश के लि‍ए एक साथ प्रत्‍यायि‍त है। साथ ही उनको मेडि‍कल वीजा, दीर्घकालि‍क बहु-रोजगार वीजा और मल्‍टीपल एंट्री स्‍टूडेंट्स वीजा आदि‍ की सुवि‍धाएं भी उपलब्‍ध कराई गई हैं। इसके लि‍ए वीजा नि‍यमावली में आवश्‍यक परि‍पत्र संशोधन के प्रावधानों को शामि‍ल कि‍या गया है। नए संशोधि‍त यात्रा प्रबंधन प्रावधानों को 12 फरवरी 2013 को जारी कि‍या गया।
33वां एशि‍या-प्रशांत सुधारात्‍मक प्रशासक सम्‍मेलन-एपीसीसीए
     33वां एशि‍या-प्रशांत सुधारात्‍मक प्रशासक सम्‍मेलन-एपीसीसीए 22-27 सि‍तंबर 2013 को नई दि‍ल्‍ली में आयोजि‍त कि‍या गया। सम्‍मेलन में 23 सदस्‍य देशों के शि‍ष्‍टमंडल और राज्‍यों/केंद्रशासि‍त प्रदेशों के प्रति‍नि‍धि‍यों ने भाग लि‍या। सम्‍मेलन में कारावास से संबंधि‍त प्रशासन, संगठनात्‍मक संस्‍कृति का समावेश‍, अपराधि‍यों द्वारा उत्‍पन्‍न उच्‍च जोखि‍मों से नि‍पटने और कारावास के वि‍कल्‍पों आदि‍ पर वि‍चार-वि‍मर्श कि‍या गया। प्रति‍नि‍धि‍मंडलों ने 23 सि‍तंबर 2013 को ति‍हार जेल का भी दौरा कि‍या। सम्‍मेलन में कि‍ए गए वि‍चार-वि‍मर्श के परि‍णामस्‍वरूप कई महत्‍वपूर्ण सुझाव और राय सामने आये। जिन्‍हें 2014 में कनाडा में अंति‍म रूप दि‍या जाएगा जाएगा।  
***
वि.कासोटिया/एवी/एमजेड/एसकेपी/एसएस-18

Saturday, December 28, 2013

साहिर के कालेज में हुआ सांस्कृतिक शाम का आयोजन

आयोजन किया स्टेट बैंक आफ पटियाला के ज़ोनल कार्यालय ने
लुधियाना: 28 दिसंबर 2013: (रेकटर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन):  
स्टेट बैंक आफ पटियाला के मुलाज़िमों ने लुधियाना में एक शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करके साबित कर दिया कि वे केवल हिसाब किताब में ही नहीं गीत संगीत की कला में भी पारंगत हैं---वे लोगों के दिलों तक इस तरह पहुंचना भी जानते हैं---इस कार्यक्रम  लिए स्थान भी वह चुना गया जिसकी फ़िज़ा में  लेने वाले शायर साहिर लुधियानवी ने कभी कहा था---
जेलों के बिना जब दुनिया की सरकार चलाई जायेगी 
वोह सुबह कभी तो आयेगी--वोह सुबह कभी तो आयेगी-- अपने ही इस इसका जवाब  हुए साहिर ने यह भी कहा--
उस सुबह को हम ही लाएंगे-वो सुबह हमीं आयेगी---
बस यह एक नयी शुरूआत थी उस सुबह को लाने की---प्रयास था रोज़मर्रा की हिसाब  वाली जेल  मुक्त कर गीत संगीत के इस उन्मुक्त पर्यावरण में  कुछ साँस खुलकर लेने का---वास्तव में सारा सारा दिन गिनती मिनती , हिसाब किताब और देर शाम तक बस यही सिलसिला----बैंक की नौकरी जितनी आसान और मज़ेदार लगती है उतनी होती नहीं---कितना कर्ज़ दिया---कितना वापिस लिया---बस इस चक्र में खुद का ख्याल तक भी भूल जाता है। इस सिस्टम में कला की बात बेमानी लगती है---लेकिन इन बैंक कर्मियों ने कला को भी विकसित किया---कलाकारों को भी सहेजा और सांस्कृतिक धरोहर को भी और अमीर बना दिया---  इसका पता चला-- 28 दिसंबर 2013 को जब स्टेट बैंक आफ पटियाला के ज़ोनल कार्यालय स्टाफ ने लुधियाना के एससीडी गवर्नमेंट कालेज के साहिर आडिटोरियम में  शानदार कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
इस मौके पर जहाँ सरस्वती वंदना ने लोगों को रणजीत सिंह और  साथियों ने याद दिलाया कि ज़िंदगी केवल संगीत से नहीं संघर्ष से चलती है और संघर्ष का रूप उन्होंने गतके का कमाल दिखा कर दिखाया। जब मंच पर गतका शुरू हुआ तो सब देखते ही रह गए।  यह था साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के पावन खालसे की एक झलक दिखाता नज़ारा----       
इस अवसर पर बैंक कर्मियों के जुझारू नेता नरेश गौड़ ने मीडिया को भी इसकी जानकारी दी। -
 स्टेट बैंक आफ पटियाला के सांस्कृतिक कार्यक्रम पर कामरेड नरेश गौड़ 
बाईट: नरेश गौड़:
गौरतलब है कि कामरेड नरेश गौड़ बैंक मुलाज़िम नेता और स्टेट बैंक आफ पटियाला की ज़ोनल वेलफेयर कमेटी के सचिव भी हैं 
कुल मिलाकर स्टेट बैंक आफ पटियाला के इतिहास में यह आयोजन एक नया मील पत्थर बना और सांस्कृतिक जगत के लिए यह एक अच्छी शुरूआत रही----रेकटर कथूरिया

दिल्ली में अब आप की सरकार

 केजरीवाल ने पकड़ी वादे पूरे करने की रफ्तार 
नई दिल्ली:28 दिसंबर 2013: आप की जीत ने वोटतंत्र से बुरी तरह निराश हुए लोगों को एक बार फिर उम्मीद की किरण दिखायी है। उनमें राजनीति  प्रति हुआ विशवास फिर से बहाल किया है। आपके हीरो अरविंद केजरीवाल ने एक तरह से जननायक कर शनिवार को रामलीला मैदान में मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। शपथ ग्रहण करने के तुरंत बाद फटाफट उन्होंने अपनी कैबिनेट के मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी किया और फिर उसी तेज़ी से जनता  साथ किए वादों को पूरा करने में भी जुट गए। यही नहीं उन्‍होंने दो बजे कैबिनेट की बैठक भी की। केजरीवाल जानते हैं कि उनके पास दिल्‍ली की जनता से किए गए वादे पूरे करने के लिए वक्‍त कम है, इसलिए उन्‍होंने सबसे पहले मंत्रियों के बीच विभाग बांटने का काम किया। 
जानिए, किसे मिला, कौन सा विभाग 
अरविंद केजरीवाल : गृह, बिजली, विजिलेंस, वित्त, योजना क्रियान्‍वयन
राखी बिरला : महिला और बाल विकास

मनीष सिसौदिया : पीडब्ल्यूडी, शिक्षा, शहरी विकास 
सोमनाथ भारती : खाद्य आपूर्ति, टूरिज्‍म, आर्ट एंड कल्‍चर
सौरभ भारद्वाज : परिवहन
सत्येंद्र जैन : स्‍वास्‍थ्‍य, इंडस्‍ट्री 
गिरीश सोनी : श्रम रोजगार, एससी एसटी  

भाई गुरबख्श सिंह ने खत्म की आपनी भूख हड़ताल

चार सिंहो की रिहाई के बाद श्री अकाल तख्त साहिब में तोड़ा अनशन 
जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ने जूस पिला कर खत्म  की हड़ताल 
अमृतसर: (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): 
श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास करने के बाद जयकारो की गूज में भाई गुरबख्श सिंह नेगुरुद्वारा अंब साहिब में रखी आपने 45 दिनों से चलती भूख हड़ताल समाप्त कर दी है, बुढेल जेल में बंद भाई शमशेर सिंह एवं लखविंदर सिंह की रिहाई की परोल रिहाई की खबर मिलते ही माता गंगा निवास से श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह के साथ भाई गुरबख्श सिंह श्री अकाल तख्त साहिब जा कर अरदास करने के बाद जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने आपने कमलो हाथो से जूस पिला कर भूख हड़ताल समाप्त करवाई 
     45 दिनों से सिंहो की रिहाई के लिए भूख हड़ताल पर बैठे भाई गुरबख्श सिंह ने दो सिंहो की रिहाई की परोल रिहाई की खबर सुन कर माता गंगा निवास से श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह के साथ भाई गुरबख्श सिंह श्री अकाल तख्त साहिब जा कर अरदास करने के बाद जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने आपने कमलो हाथो से जूस पिला कर भूख हड़ताल समाप्तकरवाई , भाई गुरबख्श सिंह ने आपनी हड़ताल समाप्त करने के बाद प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने सभी खालसा पंथ, सभी सिख जत्थेबंदियों और मानव अधिकार के लिए लड़ रही जत्थेबंदियों का धन्यवाद करते हुए कहा, कि वह अलग - अलग जेलों में बंद सिंहो की रिहाई के लिए लोकतंत्र ढ़ंग के साथ आपनी लड़ाई शुरू रखे गे, उन्होंने कहा, कि जिस मकसद को लेकर अरदास उन्होंने की थी वह पूरी हो गई है, 45वे दिन वह आपनी भूख हड़ताल खत्म कर रहे है, उन्होंने कहा, कि भाई लाल सिंह, भाई, गुरमीत सिंह की रिहाई परोल से पहले हो गई थी, लेकिन रहते दो सिंहो की रिहाई में रुकावट के कारण उन्होंने आपनी भूख हड़ताल उनकी रिहाई तक रखने की बात कही थी, उन्होंने ऐलान किया, कि वह बाकी का जीवन पंथ को समर्पित रखेगे, उन्होंने सभी खालसा पंथ, सभी सिख जत्थेबंदियों और मानव अधिकार के लिए लड़ रही जत्थेबंदियों को अपील की, कि वह श्री अकाल तख्त साहिब को तन मन के साथ समर्पित हो कर पंथ की समस्यो को हल करने के लिए कौम को एक सुर में मिल कर साथ देना चाहिए, उन्होंने कहा, कि वह गुरुद्वारा अंब साहिब जा कर सभी बंदियो की रिहाई की अरदास कर आपने गांव हरियाणा जा कर एक बड़ा समागम कर सभी सिख जत्थेबंदीयो के साथ विचार-विमर्श कर आगे की नीति तैयार करे गे, उन्होंने कहा, कि वह हथियार की लड़ाई लड़ाने वालो के हक़ में नहीं है और नही रहे गे, कलम और कानून की लड़ाई लड़ने वालो के साथ हमेशा उसके साथ लड़ कर उसका समर्थन करे गे, उन्होंने कानूनी लड़ाई लड़ कर बाकी सिंहो को रिहा करने की बात कही  
    श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने शरोमणी अकाली दल, शरोमणी कमेठी और पंजाब सरकार द्वारा दिए गए सयोग के लिए धन्यवाद किया  
भाई गुरबख्श सिंह ने खत्म की आपनी भूख हड़ताल 

Friday, December 27, 2013

सभी बंदी सिंह रिहा होने तक भूख हड़ताल जारी रहेगी-भाई गुरबख्श सिंह

श्री अखंड पाठ साहिब के भोग के बाद की प्रेस के साथ बातचीत 
अमृतसर: (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): 
पंजाब की जेलो में बंद सिंहों की रिहाई के लिए भूख हड़ताल में बैठे भाई गुरबख्श सिंह ने कहा है, जब तक छह सिखों की रिहाई नहीं हो जाती तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी। आज सुबह आपनी तरफ से सच्चखंड श्री हरमंदिर साहिब के परिक्रमा में रखवाए गए श्री अखंड पाठ के भोग के बाद उन्होंने प्रेस के साथ बातचीत के दौरान बताया 
     पंजाब की जेलो में बंद सिंहों की रिहाई के लिए भूख हड़ताल में बैठे भाई गुरबख्श सिंह ने कहा है, जब तक छह सिखों की रिहाई नहीं हो जाती तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी। आज सुबह आपनी तरफ से सच्चखंड श्री हरमंदिर साहिब के परिक्रमा में रखवाए गए श्री अखड़ पाठ के भोग के बाद उन्होंने प्रेस के साथ बातचीत के दौरान बताया, उन्होंने बताया, कि वह श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह के आदेश को मानते हुए डाक्टरी सहायता लेनी शुरू कर दी है, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह द्वारा भूख  हड़ताल खत्म करने का कोई भी आदेश जारी नही किया गया है, लेकिन जब तक छह सिखों की रिहाई नहीं हो जाती तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी। 


Thursday, December 26, 2013

इश्क़ में 50,000 की FD एक सराहनीय शर्त

Thu, Dec 26, 2013 at 12:08 AM
यूपी हाई कोर्ट का सरकार को निर्देश:पुरुषों को करनी होगी FD  बोधिसत्व कस्तूरिया 
आगरा: उत्तर प्रदेश हाईकोर्ट इलाहबाद ने सरकार को निर्देश दिया है कि लव-मैरिज करने वाले जोडो मे पुरुष को रु० 50,000/- (प्चास हज़ार मात्र) स्त्री के नाम 3 वर्ष की एफ़०डी० करनी पडेगी ताकि उसका जीवन सुरछित रहे!  यदि 3 वर्ष तक स्त्री की सही तरीके से देख भाल करता है तो रक्म वापिस कर दी जायेगी, अन्यथा उत्पीड़न  अथवा तलाक के बाद स्त्री उसका उपयोग कर सकेगी ! 
यह एक सराहनीय कदम एवम चिरस्थाई समाधान है दहेज लोलुपता  और तलाक की बढती हुई प्रवॄत्ति पर अंकुश लगाने के लिये एवम उन मनचले लड्कों पर अंकुश लगाने का भी काम करेगा जो दो दिन मोबाइल या इन्टर्नैट पर चैटिग के बाद ,वासना के वशीभूत लड्कियों को बहला-फ़ुसला कर घर वालो की रज़ामन्दी के बगैर शादी कर लेते है ! जब 1-2  साल मे भूत उतर जाता है और परिवार और समाज के सहयोग की आवश्यकता होती है तोउत्पीड़न शुरू कर देते है!
किसी का हस्तछेप और मध्यस्था ना होने के कारण ऐसी स्थिति पैदा हो जाती है कि तलाक ही एक मात्र समाधान रह जाता है और शादी जैसे पवित्र बन्धन का असतित्व ही समाप्त हो जाता है! आज आगरा जैसे छोटे शहरों मे भी प्रतिदिन तलाक के 5 नये मुकदमे दायर होते है मैट्रोज़ मे स्थिति अत्यन्त भयावह रूप ले चुकी है जिसकी परिणति कभी-कभी आत्म हत्या के रूप मे होती है! अतः मेरे विचार से केन्द्र सरकार को इस पर गम्भीरता से चिन्तन कर शीघ्रातिशीघ्र कानून लाना चाहिये !

बोधिसत्व कस्तूरिया  पेशे से वकील हैं  उनका पता है-202 नीरव निकुन्ज सिकन्दरा आगरा-282007   

Tuesday, December 24, 2013

भाई गुरबख्श सिंह को भूख हड़ताल समाप्त करने का आदेश

Tue, Dec 24, 2013 at 5:34 PM
आदेश जारी किया पांच सिंह साहिबानों ने
भाई गुरबख्श सिंह का जीवन पंथ की अमानत-जत्थेदार अकाल तख्त
अमृतसर: 24 दिसंबर 2013  (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): 
भाई गुरबख्श सिंह का संघर्ष के सार्थक नतीजे आने शुरू हो गए हैं। भाई लाल सिंह की रिहाई के बाद अन्य बंदी सिंहों की रिहाई के लिए भी प्रयास शुरू हो चुके हैं। इसलिए पांच सिंह साहिबानों ने फैसला लेकर भाई गुरबख्श सिंह को आदेश दिया है, कि वह तुरंत अपनी भूख हड़ताल समाप्त करें और अन्य सिंहों की रिहाई के लिए प्रयास करें
     भाई गुरबख्श सिंह की ओर से विभिन्न जेलों में बंद सिखों की रिहाई के लिए छेड़ी गई मुहिम के सार्थक नतीजे निकलने शुरू हो गए हैं। भाई लाल सिंह की रिहाई के बाद अन्य सिंहों की रिहाई के लिए भी प्रयास शुरू हो गए हैं। इस मसले पर आज पांच सिंह साहिबानों की एक अहम बैठक संपन्न हुई। पांच सिंह साहिबानों की बैठक के बाद जत्थेदार अकाल तख्त ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा, कि भाई गुरबख्श सिंह की ओर से छेड़ी गई मुहिम काफी अहम है और वह शुरू से इसकी हिमायत करते आए हैं। उन्होंने कहा, कि भाई गुरबख्श सिंह का जीवन पंथ की अमानत है। इतना ही नहीं, भाई गुरबख्श सिंह की मुहिम के कारण ही  भाई लाल सिंह की रिहाई संभव हुई है और अन्य की रिहाई के लिए प्रयास जारी हैं। इसलिए पांच सिंह साहिबानों ने भाई गुरबख्श सिंह को आदेश दिया है, कि वह तुरंत अपनी भूख हड़ताल को समाप्त करें और पंथ की चढ़दी कला के लिए अपना अमूल्य योगदान दें।

राष्‍ट्रीय मोबाइल-शासन पहल

23-दिसंबर-2013 20:18 IST
सरकारी सेवाओं को मोबाइल सेवा उपलब्‍ध कराने की राष्‍ट्रव्‍यापी पहल की शुरूआत का संकेत 
संचार और सूचना प्रौद्योगिकी सचिव श्री जे. सत्‍यनारायण 23 दिसम्‍बर, 2013 को नई दिल्‍ली में मोबाइल
सेवा समर्पित समारोह में ‘लोगो’ जारी करते हुए।       
23-December-2013 (PIB)

नई दिल्ली: 23 दिसंबर 2013: (पीआईबी): इलैक्‍ट्रोनिक्‍स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (डीईआईटीवाई) के सचिव श्री जे. सत्‍य नारायण ने विभाग द्वारा इलैक्‍ट्रोनिक्‍स निकेतन में आयोजित एक समारोह में मोबाइल सेवा (डीईआईटीवाई की राष्‍ट्रीय मोबाइल-शासन पहल) को आज यहां नागरिकों को समर्पित किया। इस समारोह में मोबाइल सेवा के लिए लोगों का भी विमोचन किया गया। 

मोबाइल सेवा का लक्ष्‍य जनता को सरकार की सेवाओं को मोबाइल फोन और टेबलेट के माध्‍यम से उपलब्‍ध कराना है। इसका विकास एक प्रमुख संरचना के रूप में सार्वजनिक सेवाओं की उपलब्‍धता को मोबाइल डिवाइस के माध्‍यम से सक्षम कराने के लिए किया गया है। मोबाइल सेवा राज्‍य आंकड़ा केन्‍द्रों (एसडीसी), राज्‍य व्‍यापी क्षेत्रीय नेटवर्क(एसडब्‍ल्‍यूएएन), राज्य और राष्‍ट्रीय सेवा डिलीवरी गेटवे (एसएसडीजी/एनएसडीजी) को शामिल करके सामान्‍य ई-गवर्नेंस के साथ एकीकरण करके इसे मोबाइल प्‍लेटफॉर्म के रूप में सक्षम बनाती है। 

यह एक सरकार के विभाग को वेब और मोबाइल आधारित दोनों रूप में सक्षम बनाती है और इलैक्‍ट्रोनिक सेवाओं में पहुंच में वृद्धि करके मोबाइल फोन के उपयोग की उच्‍च पैठ बनाती है, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में। सरकार की भागीदारी वाले इंफ्रास्‍ट्रकचर और सेवाएं तेज विकास को सक्षम बनाती हैं और मोबाइल सेवा चालू करने वाले विभागों में लागत को कम करती है। 

आज की तारीख में केन्‍द्र और राज्‍य सरकार के विभाग एसएमएस आधारित सेवाओं को उपलब्‍ध कराने के लिए मोबाइल सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं और विभिन्‍न मोबाइल सेवाओं से 52.25 करोड एसएमएस भेजे जा चुके हैं। डीईआईटीवाई द्वारा एक मोबाइल एप्‍लीकेशन भी विकसित किया गया है। नागरिक अधिक जानकारी के लिए http://mgov.gov.in/ पर भी जा सकते हैं। ()
वि‍.कासोटि‍या/एमकेआर/जीआरएस–7621

Monday, December 23, 2013

आशाराम बापू के समर्थन में आये स्वामी नित्यानंद

Sun, Dec 22, 2013 at 7:17 PM
कहा विश्वास नहीं है तो चुप रहिए
संत आशारामजी बापू के केस का पूरी तरह से अध्ययन किया है और सारी जानकारी ली है। मैंने कुछ डॉक्टरों से भी परामर्श लिया जो इस तरह की मेडिकल रिपोर्ट बनाते हैं। मैंने उनसे इस रिपोर्ट के आधार पर कानूनी अभिप्राय माँगा तो उन्होंने कहा : ‘‘स्वामीजी ! मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर हम 100 प्रतिशत, निश्चित रूप से कह सकते हैं कि न रेप है और न ही रेप की कोशिश की गयी है और यौन उत्पीड़न का भी केस नहीं है क्योंकि किसी भी नाबालिग की त्वचा बहुत ही मुलायम होती है और अगर कोई उत्पीड़न होता तो उसके निशान रहते।’’
उक्त बात महानिर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर श्री नित्यानंदजी ने संत आशाराम बापू की निंदा करनेवालों की जमकर खिंचाई करते हुए कही । वे बेंगलुरु में एक सत्संग के दौरान अपने भक्तों के बीच में बोल रहे थे। उन्होंने कहा आप समझते हो! 12-13 साल पहले कोई तथाकथित घटना होती है। कोई महिला आती है और वह कहती है तो आप उस पर विश्वास करोगे या फिर उस पुरुष पर जिसने अपना पूरा जीवन विश्व-कल्याण के लिए लगा दिया? वे बोल रहे हैं 2002 में घटना घटी। वे सब स्पष्ट रूप से जानते हैं कि उनका केस न्यायालय में नहीं टिक पायेगा। 11-12 वर्ष तक किसी भी महिला का चुप रहना असम्भव है। अब 2013 चल रहा है, 11-12 साल के बाद वे आते हैं और झूठा मामला दर्ज कराते हैं!
निंदा करने का किसी को अधिकार नहीं
तथाकथित हिन्दू गुरु, जिन्होंने आशाराम बापू और अन्य हिन्दू गुरुओं को दुर्वचन कहे, उनसे आपको प्रश्न पूछना चाहिए, उनको पाठ सिखाना चाहिए। अभी मैं यहाँ महानिर्वाणी अखाड़े का महामंडलेश्वर होने के नाते अपना पक्ष स्पष्ट रूप से रखता हूँ कि किसी भी हिन्दू संत को यह अधिकार नहीं है कि वे किसी दूसरे हिन्दू संत की निंदा करें। उनमें से बहुत लोग जो आशारामजी बापू पर टीका-टिप्पणी कर रहे हैं, वे संत ही नहीं हैं। उनकी हिम्मत कैसे हुई यह कहने की कि ‘आशारामजी बापू संत नहीं हैं!’ अब मैं कहता हूँ कि जो भी बापू की निंदा कर रहे हैं, वे संत नहीं हैं।
सभी भक्त और शिष्य यह स्पष्ट रूप से निर्णय कर लें और अपने गुरु से कहें कि ‘यदि आप दूसरे हिन्दू गुरुओं की निंदा करेंगे तो हम आपका बहिष्कार करेंगे।’ अगर आप इस समय आशारामजी बापू का समर्थन नहीं करना चाहते तो कम-से-कम चुप रहो। मैं आपको और पूरे देश को स्पष्ट रूप से कह रहा हूँ - जो आशाराम बापू को गलत बता रहे हैं, मैं उन गुरुओं को जिन्हें लोग ‘गुरु’ कहते हैं, ‘गुरुजी’ कहते हैं, इस समय चुनौती देता हूँ... मैं उनसे एक सीधा प्रश्न पूछता हूँ कि क्या आपने भक्तों की प्रेरणा को जीवित रखने के लिए आशारामजी बापू का उपयोग नहीं किया है? क्या आपने उनके कठिन परिश्रम से लाभ नहीं लिया है? तो फिर आपको उनके कठिन परिश्रम के प्रति कृतज्ञता क्यों नहीं है?
     विश्वास नहीं है तो चुप रहिए
स्वामीजी ने कहा कि आप समझो! आप लोग आस्था पर आधारित संस्था के अधिष्ठाता हो। आप लोग कम्युनिस्ट और नास्तिक संस्था के नेताओं की तरह बात कर रहे हैं। अगर हमें ईमानदारीपूर्वक विश्वास है कि यह सब झूठ है तो हमें आशारामजी बापू का समर्थन करना चाहिए। अगर विश्वास नहीं है, अगर संदेह है तो कम-से-कम चुप रहें।
तुम क्यों सब जगह जा-जाकर गलत बोल रहे हो जबकि न्यायालय में अभी तक कुछ भी साबित नहीं हुआ है। तुम न्यायालय के निर्णय आने तक इंतजार क्यों नहीं करते? तुम वक्तव्य देने के लिए उतावले क्यों हो रहे हो? अगर आपको लगता भी है कि कुछ हुआ है तो जब तक न्यायालय निर्णय न ले ले तब तक चुप रहिये।
उल्लेखनीय है कि स्वामी नित्यानंदजी के बारे में भी खूब दुष्प्रचार किया गया परंतु उनके बारे में दिखायी गयी सेक्स सीडी फर्जी निकली। इससे संबंधित आपत्तिजनक खबरों के प्रसारण के संदर्भ में ‘स्टार विजय’ व ‘आज तक’ चैनलों को माफीनामा प्रसारित करना पड़ा।

दुसरे गर्लज़ जूनियर हाकी टूरनामेंट का उद्घाटन

Sun, Dec 22, 2013 at 8:36 PM
शहीद उधम सिंह स्पोर्टस एंड वेल्फेयर सोसायटी की ओर से आयोजन 
स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी ने किया टूरनामेंट का उद्घाटन
पहले तीन मैचों में बटिंडा की टीम ने सोनीपत को 5-4, 
पटियाला की टीम ने दिल्ली को 2-1 और 
ग्वालियर की टीम ने जालंधर की टीम को 1-0 से दी शिकस्त
अमृतसर:22 दिसंबर 2013: (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): 
अमृतसर में शहीद उधम सिंह स्पोर्टस एंड वेल्फेयर सोसायटी की ओर से आज दूसरे शहीद उधम सिंह गलर्स जूनियर हाकी टूरनामेंट का आगाज किया गया। इस टूरनामेंट का उद्घाटन पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी ने किया। इस मौके पर पहुंचे पूर्व ओलंपियन और अर्जुन अवार्डी हाकी खिलाड़ी ब्रिगेडियर हरचरण सिंह बराड़ ने जहां आज भारतीय हाकी के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की, वहीं उन्होंने कहा, कि चाहे एस्ट्रो ट्रफ हो या फिर ग्रास ग्राउंड जब तक हम अपने रिवायती तरीके से हाकी नहीं खेलेंगे, तब तक हाकी के स्तर को और ऊंचा नहीं किया जा सकता। आज पहले दिन हुए मुकाबलों में बटिंडा की टीम ने सोनीपत की टीम को करारी शिकस्त देते हुए पांच के मुकाबले चार गोल से, दूसरे मैच में पटियाला की टीम ने दिल्ली की टीम को 2 के मुकाबले एक गोल से और तीसरे मैच में ग्वालियर की टीम ने जालंधर की टीम को 1-0 से पराजित किया।  

  शहीद उधम सिंह स्पोर्टस एंड वेल्फेयर सोसायटी की ओर से आज दूसरे शहीद उधम सिंह गलर्स जूनियर हाकी टूरनामेंट का आगाज किया गया। यह टूरनामें 22 दिसंबर से 26 दिसंबर तक कराया जाएगा। इस टूरनामेंट का आज पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी ने रस्मी उद्घाटन किया। इस मौके पर केबिनेट मंत्री ने कहा कि हाकी हमारे देश का खेल है और कभी भारतीय हाकी टीम में 80 फीसदी खिलाड़ी पंजाब के हुआ करते थे। उन्होंने कहा, कि आज हाकी के उत्थान के लिए प्रयास करने की जरूरत है और वह खुश हैं, कि शहीद उधम सिंह सोसायटी जैसे संगठन हाकी को मजबूत करने में जुटे हुए हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया, कि पंजाब सरकार जहां कबड्डी के विस्तार के लिए प्रयास कर रही है, वहीं सौ करोड़ रुपये से हाकी के लिए एस्ट्रो ट्रफ और स्टेडियम बनाने में भी जुटी हुई है। ताकि हाकी के पुराने रुतबे को फिर से हासिल किया जा सके।
इस मौके पर पहुंचे पूर्व ओलंपियन और अर्जुन अवार्डी ब्रिगेडियर हरचरण सिंह ने कहा, कि आज हाकी के उत्थान के लिए काफी प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने बताया, कि जब से एस्ट्रो ट्रफ को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देकर वहां मैच कराने शुरू किए गए हैं, तब से हमारी टीम ने यूरोपिय गेम के अनुसार खेलना शुरू कर दिया है। जबकि पहले भारतीय हाकी टीम अपने रिवायती अंदाज में जुझारू रूप से हाकी खेला करती थी और गोरों की टीमों को धूल चटाया करती थी। उन्होंने कहा, कि हमारे खिलाड़ियों को यह समझना चाहिए, कि हाकी सिर्फ हाकी है, फिर चाहे वह एस्ट्रो ट्रफ पर खेली जाए या घास के मैदान पर। इसलिए भारतीय टीम को अपने रिवायती अंदाज में खेलते हुए अपने रुतबे को हासिल करना होगा। वहीं, इस टूरनामेंट के आयोजक मनमिंदर सिंह ने बताया, कि हाकी के उत्थान और शहीद उधम सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए यह टूरनामेंट आयोजित कराया गया है। उन्होंने बताया, कि इस टूरनामेंट में सोनीपत, दिल्ली, पटियाला, बटिंडा, जालंधर, ग्वालियर, चंडीगढ़ और अमृतसर की टीमें हिस्सा ले रही हैं। इस मौके पर आस्ट्रेलिया निवासी एनआरआई गगन शर्मा ने टूरनामेंट में पहले स्थान पर आने वाली टीम को अपने पिता श्री राम लुभाया के नाम पर 31 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा की।