Monday, December 16, 2013

अपने पैतृक गाव पहुंच भावुक हुए शहबाज शरीफ

Mon, Dec 16, 2013 at 12:44 PM
जाति उरमां गांव के निवासियों को पाकिस्तान आने का दिया न्योता
नवाज शरीफ और शहबाज शरीफ के पिता के नाम पर बनेगा गांव में लड़कियों का अत्याधुनिक स्कूल 
मुख्यमंत्री बादल ने की ऐतिहासिक घोषणा
अमृतसर: (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन):
भारत भ्रमण पर पहुंचे पाकिस्तान पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ अपने पैतृक गांव जाति उमरां पहुंच कर भावुक हो गए। अपने पड़दादा की मजार पर चादर चढ़ाने और गुरुद्वारा साहिब में नतमस्तक होने के बाद शहबाज शरीफ ने कहा, कि आज दोनों मुल्कों को आजाद हुए कई वर्ष बीत चुके हैं और इस दौरान दोनों मुल्कों ने कई जंगे लड़ी है, लेकिन हासिल कुछ भी नहीं हुआ है। लेकिन अब वक्त आ गया है, कि दोनों मुल्क एक हों, ताकि इस क्षेत्र में अमन और शांति बहाल हो सकें। उधर, मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल ने आज शहबाज शरीफ के पिता के नाम पर गांव में लड़कियों के एक स्कूल का निर्माण करने की घोषणा की।
     आजादी के बाद से ही दोनों देशों ने कई जंगें लड़ी हैं और कई तरह की लड़ाइयों में हिस्सा लिया है। लेकिन आवाम जंग नहीं, दोस्ती चाहती है। यह कहना है, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई और पाकिस्तानी पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ का। वह आज अपने पैतृक गांव जाति उमरां में अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ पहुंचे और अपने पड़दादा की मजार पर चादर चढ़ाने के बाद जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरानवह कई बार भावुक हुए और अपने भारत भ्रमण के अलावा अपने पिता की ओर से जाति उमरा गांव के लोगों और उनके जाति उमरां गांव में बिताए गए किस्सों के बारे में जानकारी देते रहे। इस दौरान उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच हुई लड़ाइयों का जिक्र करते हुए कहा, कि इन लड़ाइयों से दोनों मुल्कों को सिवाए बेरोजगारी और गरीबी की कुछ हासिल नहीं हुआ। लेकिन आज समय बदल चुका है और दोनों मुल्कों के लोग न सिर्फ एक होना चाहते हैं, बल्कि बेरोजगारी और गरीबी को दूर करना चाहते हैं।
उधर, इस मौके पर पहुंचे मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने जहां शहबाज शरीफ का स्वागत किया, वहीं जाति उमरां गांव में शरीफ परिवार के पिता के नाम पर लड़कियों का एक अत्याधुनिक स्कूल के निर्माण के अलावा अन्य कई प्रोजेक्टों की घोषणा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा, कि वह चाहते हैं कि जल्द ही दोनों मुल्कों के बीच खींची लकीर को मिटा दिया जाए। वहीं, उप मुख्यमंत्री ने शहबाज शरीफ से आग्रह किया, कि उनके परिवार का कोई न कोई सदस्य हर वर्ष भारतीय पंजाब का दौरा करें। 
     वहीं, गांव के लोगों के मुताबिक शहबाज शरीफ काफी लंबे समय के बाद भारत आए हैं और उन्होंने उनके स्वागत में पलकें बिछा रखी है। उनके मुताबिक गांव के लोग पिछले लंबे समय से उनका इंतजार कर रहे थे और आज उनका इंतजार खत्म हुआ है।

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