Monday, December 23, 2013

दुसरे गर्लज़ जूनियर हाकी टूरनामेंट का उद्घाटन

Sun, Dec 22, 2013 at 8:36 PM
शहीद उधम सिंह स्पोर्टस एंड वेल्फेयर सोसायटी की ओर से आयोजन 
स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी ने किया टूरनामेंट का उद्घाटन
पहले तीन मैचों में बटिंडा की टीम ने सोनीपत को 5-4, 
पटियाला की टीम ने दिल्ली को 2-1 और 
ग्वालियर की टीम ने जालंधर की टीम को 1-0 से दी शिकस्त
अमृतसर:22 दिसंबर 2013: (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): 
अमृतसर में शहीद उधम सिंह स्पोर्टस एंड वेल्फेयर सोसायटी की ओर से आज दूसरे शहीद उधम सिंह गलर्स जूनियर हाकी टूरनामेंट का आगाज किया गया। इस टूरनामेंट का उद्घाटन पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी ने किया। इस मौके पर पहुंचे पूर्व ओलंपियन और अर्जुन अवार्डी हाकी खिलाड़ी ब्रिगेडियर हरचरण सिंह बराड़ ने जहां आज भारतीय हाकी के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की, वहीं उन्होंने कहा, कि चाहे एस्ट्रो ट्रफ हो या फिर ग्रास ग्राउंड जब तक हम अपने रिवायती तरीके से हाकी नहीं खेलेंगे, तब तक हाकी के स्तर को और ऊंचा नहीं किया जा सकता। आज पहले दिन हुए मुकाबलों में बटिंडा की टीम ने सोनीपत की टीम को करारी शिकस्त देते हुए पांच के मुकाबले चार गोल से, दूसरे मैच में पटियाला की टीम ने दिल्ली की टीम को 2 के मुकाबले एक गोल से और तीसरे मैच में ग्वालियर की टीम ने जालंधर की टीम को 1-0 से पराजित किया।  

  शहीद उधम सिंह स्पोर्टस एंड वेल्फेयर सोसायटी की ओर से आज दूसरे शहीद उधम सिंह गलर्स जूनियर हाकी टूरनामेंट का आगाज किया गया। यह टूरनामें 22 दिसंबर से 26 दिसंबर तक कराया जाएगा। इस टूरनामेंट का आज पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी ने रस्मी उद्घाटन किया। इस मौके पर केबिनेट मंत्री ने कहा कि हाकी हमारे देश का खेल है और कभी भारतीय हाकी टीम में 80 फीसदी खिलाड़ी पंजाब के हुआ करते थे। उन्होंने कहा, कि आज हाकी के उत्थान के लिए प्रयास करने की जरूरत है और वह खुश हैं, कि शहीद उधम सिंह सोसायटी जैसे संगठन हाकी को मजबूत करने में जुटे हुए हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया, कि पंजाब सरकार जहां कबड्डी के विस्तार के लिए प्रयास कर रही है, वहीं सौ करोड़ रुपये से हाकी के लिए एस्ट्रो ट्रफ और स्टेडियम बनाने में भी जुटी हुई है। ताकि हाकी के पुराने रुतबे को फिर से हासिल किया जा सके।
इस मौके पर पहुंचे पूर्व ओलंपियन और अर्जुन अवार्डी ब्रिगेडियर हरचरण सिंह ने कहा, कि आज हाकी के उत्थान के लिए काफी प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने बताया, कि जब से एस्ट्रो ट्रफ को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देकर वहां मैच कराने शुरू किए गए हैं, तब से हमारी टीम ने यूरोपिय गेम के अनुसार खेलना शुरू कर दिया है। जबकि पहले भारतीय हाकी टीम अपने रिवायती अंदाज में जुझारू रूप से हाकी खेला करती थी और गोरों की टीमों को धूल चटाया करती थी। उन्होंने कहा, कि हमारे खिलाड़ियों को यह समझना चाहिए, कि हाकी सिर्फ हाकी है, फिर चाहे वह एस्ट्रो ट्रफ पर खेली जाए या घास के मैदान पर। इसलिए भारतीय टीम को अपने रिवायती अंदाज में खेलते हुए अपने रुतबे को हासिल करना होगा। वहीं, इस टूरनामेंट के आयोजक मनमिंदर सिंह ने बताया, कि हाकी के उत्थान और शहीद उधम सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए यह टूरनामेंट आयोजित कराया गया है। उन्होंने बताया, कि इस टूरनामेंट में सोनीपत, दिल्ली, पटियाला, बटिंडा, जालंधर, ग्वालियर, चंडीगढ़ और अमृतसर की टीमें हिस्सा ले रही हैं। इस मौके पर आस्ट्रेलिया निवासी एनआरआई गगन शर्मा ने टूरनामेंट में पहले स्थान पर आने वाली टीम को अपने पिता श्री राम लुभाया के नाम पर 31 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा की।

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