Sunday, November 03, 2013

दाल रोटी घर दी, ते दीवाली अंबरसर दी

 Sun, Nov 3, 2013 at 9:48 PM
सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में हुआ आलौकिक छटा का दीदार
अमृतसर:3 नवंबर 2013: (गजिंदर सिंह किंग//पंजाब स्क्रीन): कहते हैं, कि दाल रोटी घर दी, ते दीवाली अंबरसर दी। दीवाली या बंदी छोड़ दिवस पर  सचखंड श्री हरमंदिर साहिब की आलौकिक छटा का दीदार करने और वाहेगुरु का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु गुरु नगरी अमृतसर पहुंचते हैं और देर शाम आतिशबाजी का नजारा भी देखते है, आज के दिन सिखो के छठे गुरु श्री हर गोबिंद साहिब जी  ने ग्वालियर के किले से 52 हिन्दू राजाओ  को छुड़ा कर श्री हरमंदिर साहिब लेकर आए थे, उनकी खुशी में शहर वासियो ने  उनके स्वागत के लिए पूरे शहर में दीपमाला की थी, तभी से सिख जगत इस दिन को दीवाली या बंदी छोड़ दिवस के रूप में मनाती चली आ रही है, आज के दिन देश -विदेशो से लाखो की गिनती में श्रद्धालु श्री हरमंदिर साहिब पहुच कर गुरु घर में मथा टेक नमस्कार होकर अपना जीवन सफल बनाते है और पूर्व संध्या को आतिशबाजी का नजारा भी देखते है, सच्च्खंड श्री हरि मंदिर के सरोवर की चारो परिक्रमा पर श्रद्धालुओ द्वारा दीप और मोमबतिया जलाई जाती है, शाम के वक़्त रहि-रास पाठ की समाप्ति के बाद शरोमणी  गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी की तरफ से सच्च्खंड श्री हरि मंदिर की लाइटों से सजवाट कर दीप माला और खूबसूरत  आशितबाजी चलाई जाती है, जोकि खूबसूरत नजारा देखने लायक होता है, इस मौके पर इस नज़ारे को देख कर श्रद्धालुओ ने आज के दिन के बारे जानकारी देते हुए बताया, कि आज हम  सच्च्खंड श्री हरि मंदिर साहिब के दर्शन कर और श्री हरि मंदिर साहिब की दीपमाला व्  आशितबाजी का नजारा देख  आपने-आप को बहुत भाग्यशाली समझते है, इस अलोकिक नजारा देखने के लिए देश विदेश से आए लोगो का कहना है, कि इस तरह का अलोकिक नजारा कही देखने को नही मिलता, वहीं इस अलोकिक नाजारो को देख कर ऐसा लगता है , कि आकाश में पटाखों की वर्षा हो रही हो,  सच्च्खंड श्री हरिमंदिर साहिब के उपर पटाखों की दस्तक एक अदभुत नजारा पेश कर रही थी, वहीँ दूर दूर से लोग यहाँ आ कर इस अलोकिक नज़ारे को देख रहे थे और गुरु घर की खुशियाँ प्राप्त कर रहे थे , हर कोई इस आतिशबाज़ी को ले कर आपने आप को भाग्यशाली बता रहा था

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