Friday, November 29, 2013

भक्ति योग वेदांत सम्मेलन का तीसरा दिन

Fri, Nov 29, 2013 at 3:48 PM
झूठा मनुष्य पानी के बुलबुले समान है: स्वामी परमानंद गिरी
लुधियाना, 29 नवम्बर (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो): श्री नव दुर्गा मंदिर, सराभा नगर में अखण्ड परम धाम सेवा समिति द्वारा जारी विशाल भक्ति योग वेदांत सम्मेलन के तीसरे दिन प्रवचन करते हुए युग पुरुष श्री स्वामी परमानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि आत्म ज्ञान की प्राप्ति गुरु बिना असम्भव है। गुरु ही मनुष्य का हाथ पकडक़र परमात्मा से मिलन का रास्ता बताता है। यह संसार सपना है, लेकिन यहां सभी सपनों को हकीकत में बदलने वाला ही मनुष्य है। मनुष्य अपने हाथों से मेहनत करे, क्योंकि हाथ पर हाथ धरे बैठा मनुष्य जानवर तुल्य है। उन्होंने कहा कि किसी को वचन दो तो उसे निभाना भी चाहिए। झूठा मनुष्य पानी के बुलबुले समान है, उसका कोई वजूद नहीं होता।
गुरु जी ने आगे बताया कि इंसान का इंसान से प्यार होना चाहिए ताकि एक निरोल समाज की स्थापना हो सके। लड़ाई-झगड़ों और विश्व के कई हिस्सों में चल रहे खौफ से किसी एक को विजय तो मिल सकती है, लेकिन भला किसी का नहीं हो सकता। इसलिए देश वासियो संभलो। देश का भविष्य आपकी सोच पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को आज के समय में आत्म निर्भर बनना चाहिए विशेषकर लड़कियों को। उन्होंने भ्रूण हत्या को रोक कर कहा कि समाज में से बालिकाओं का अस्तित्व मिट जायेगा तो वर्तमान कैसा होगा यह किसी ने सोचा भी न होगा।

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