Saturday, June 30, 2012

मां गंगा के अमृत जल को बचाने के लिए जारी है आन्दोलन

गंगा जल पिला कर दिया गया साधना को विराम   
गंगा सेवा आन्दोलन से सबंधित खबर का चित्र पंजाब केसरी से साभार 
मां गंगा के लिए प्रेम का शिद्दत भरा अहसास मुझे हुआ कुछ माह पूर्व जब गंगा पुत्र स्वामी आनन्द जी पंजाब की यात्रा पर आये। एक विशेष भेंट में उनहोंने बताया कि किस तरह से लोग आज भी गंगा के लिए समर्पित हैं केवल समर्पित ही नहीं बल्कि जान देने को भी तैयार हैं। उन्होंने बताया की निगमानन्द जी के बलिदान ने गंगा आन्दोलन में एक नयी रूह फूंकने का काम किया। उनकी बात को सुन कर अविश्वास का कोई कारण ही नहीं बनता था। देखते ही देखते उनहोंने पंजाब में भी गंगा सेवा मिशन की स्थापना कर दी। आरती ठाकुर जैसी समर्पित गंगा भक्त से यह काम काफी आसानी और तेज़ी से सिरे चढ़ा।  यहाँ संगठन का गठन, सभी नए लोगों के अहम और सम्मान का ध्यान रखते हुए यह सब करना काफी मुश्किल था पर सब हुआ। अधिकारीयों से मिलना, उन्हें ज्ञापन देना और सेवा आन्दोलन को आगे बढ़ाना।..शायद सब किसी दैवी कृपा से हो रहा था।जल्द ही एक विशेष टीम पंजाब से रवाना भी हुयी ता की अन्य राज्यों में इस आन्दोलन को तेज़ कर सकें। अब खबर आई है वाराणसी से जहाँ गंगा प्रेमी साधकों की तपस्या को गंगा जल पिला कर विराम दिया गया है।पूरा विवरण आप पढ़ सकते है इस खबर की तस्वीर पर क्लिक करके। यदि आपके क्षेत्र में भी गंगा सेवा पर कुछ हो रहा है तो उसकी जानकारी अवश्य दें। --रेक्टर कथूरिया 

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